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Punjabi - ਭਾਸ਼ਾ Incest अपने बेटे से झांटों वाली चूत मरवाई

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हैलो दोस्तों आप सभी लंड धारियों और चूत की रनियों को मेरा नमस्कार मैं बहुत दिनो से डॉट कॉम पर पड़कर मज़े ले रही हूं आज मेरा भी मन किया कि जैसे मैं दूसरों की में पढ़कर मज़े लेती हूं ऐसे ही मैं भी अपनी चुदाई की कहानी आप सबके साथ शेयर करूं

यह है जो मेरे और मेरे सगे बेटे के बीच हुई थी तो अब आपका ज्यादा समय बरबाद ना करते हुए सीधा अपनी पर आती हूं यह आप सभी के लंड और चूत से पानी निकाल देगी यह पड़ने के बाद किसी बेटे का अपनी मां को अपने नीचे डालने का मन करेगा और किसी मां का अपने बेटे को अपने ऊपर चढ़ाने का

मेरा नाम कमला है और मेरी उम्र 38 साल है मैं एक सांवले और गदरीले बदन की मालकिन हूं मेरे चूतड़ बहुत भारी है मेरी गांड और मम्में मस्त बाहर निकले हुए है मुझे ब्रा पैंटी पहनने की आदत नहीं है आपको तो पता है हम औरतो को दिन भर कितना सारा काम करना पड़ता है

तो मैं नाइटी में ही रहती हूं दोपहर को कपड़े और बर्तन धोते टाइम मैं आधे से ज्यादा भीग जाती हूं लेकिन नाइटी बदलती नहीं दोपहर को मैं चादर ओढ़ के सो जाती हूं तब मैं चादर के अंदर नाइटी छाती तक ऊपर कर लेती हूं

नीचे से मैं नंगी होती हूं मैं ज्यादा चूत को चिकना रखने की शौक़ीन नहीं हूं इसलिए नीचे चूत पर झांटों का घोसला बना हुआ है जिससे बहुत बार चूत में खुजली होती है इतनी बेरहम खुजली होती है कि घर में खर खर की आवाज आती है खुजाते टाइम

अगर घर में बेटा या पति हो तो उनका ध्यान झट से जाता है पति तो टोकता है क्या कर रही हो आराम से बेटा है घर में लेकिन मैं अपने बेटे को बाहर का नहीं मानती घर में हम 3 लोग ही रहते है मुझे अगर कपड़े चेंज करने होते है और वो कमरे में बैठा हो तो मैं उसको कभी बाहर जाने को नहीं बोलती


उसके सामने चेंज करती हूं वो पूरी नज़र से मेरे उभरे मम्में देखता रहता है और नीचे का पेटीकोट वाले नाड़े के नीचे की जगह वाला हिस्सा दिख जाता है लेकिन अगर सोचा जाए तो दिन में कम से कम 4 बार तो उसे मेरी चूत और नंगे मम्मों के दर्शन हो जाते है जब भी नाइटी ऊपर करती हूं काम करते टाइम अंगड़ाई लेते वक़्त जब भी मौका मिले वह ताड़ देता है

बेटे का नाम तुषार है अभी कॉलेज में पढ़ रहा है वैसे तो हट्टा कट्टा है लेकिन मेरे लिए तो बच्चा ही रहेगा ना आज कल उसके बर्ताव में बदलाव आने लगा था वो मौका मिले तो मुझे टच करता था उसके छूने में हवस महसूस होती थी कभी टाइट ब्लाउज पहनती तो उतारते वक़्त उसे खींचने को बोलती

तो ऐसे खींचता जैसे फाड़ देगा और अभी यही मुझपे चढ़ जायेगा गले लगने के बहाने हाथो से धीरे धीरे मम्में मसलता मुझे अजीब लग रहा था पर मज़ा भी आता था मैं कुछ नहीं बोलती थी उसको अब तो जब मैं दोपहर को सोई रहती तो वो आके मुझे सूंघता था maa bete ki chudai kahani

चादर उठा के मेरे नंगे बदन को जी भर के देखता था उसे लगता था मैं गहरी नींद मे हूं पर मैं सब जानती थी बस कभी हिम्मत नहीं होती उसे रोकने की इस वजह से उसकी हिम्मत बढ़ रही थी

एक दिन दोपहर को मैं सोई थी चादर में नंगी होकर तो मेरा बेटा धीरे धीरे आया और धीरे से चादर उठा के देखने लगा था इसलिए मैं शर्म से करवट लेकर सो गई जिससे उसे अब मेरी गांड दिखने लगी थी लेकिन ढीठ हिला नहीं उस जगह से अब उसकी गरम सांसे मेरी गांड और चूत पर मसहूस हो रही थी

तो मैंने जांघें जोर से मिला ली जिससे गांड का छेद थोड़ा खुल गया वो गांड के छेद के आजु बाजु सूंघने लगा और चूमने लगा मुझे बहुत अच्छा लग रहा था अब मेरा बेटा अपनी जीभ से मेरी गांड के छेद को ऊपर से चाटने लगा पूरे बदन में मानो बिजली दौड़ गई मैं सिसका उठी और हिल गई और मैं उठके बैठ गई उसे रंगे हाथो पकड़ लिया

मै- ये क्या कर रहा था तू नालायक शर्म नहीं आती तुझे कबसे देख रही हूं रुक आने दे तेरे बाप को आज तेरी खैर नहीं

तो वो डर गया और रोने लगा मेरे पैर पकड़ कर माफ़ी मांगने लगा मैं भी पिंघल गई

मै – अच्छा ठीक है आज से सब हरकते बंद कर देना उसने रोना बंद किया और मुझे मनाने लगा

तुषार – मां प्लीज एक बार आपको देखना चाहता हूं नंगा

मै उसकी तरफ गुस्से से देख रही थी लेकिन वो मुझे मनाने लग गया पैर पकड़ने लगा

मै बोली – जो तू बोल रहा है वो मुमकिन नहीं मैं तेरी मां हूं बेटे ऐसे पागलपन मत कर लेकिन वो नहीं सुन रहा था


उसने चादर हटा दी और मैं उसके सामने नंगी थी मैंने पहले अपने हाथो से मेरे बॉल छुपाये तो चूत उसके सामने खुली थी इसलिए मैंने एक हाथ चूत पर रखा और मम्में दोनों आधे ढके हुए थे मैं शर्म से गर्दन झुकाये बैठी थी और मेरा बेटा मेरी गर्दन अपने हाथ से ऊपर कर के बोला

तुषार – मां मैं आपको पसंद करता हूं अगर आपको एक दिन ना देखूं तो बेचैन हो जाता हूं आपकी अदाए आपके गदरीले बदन की वजह से मेरी रातो की नींद उड़ गई है आप मुझे गलत मत समझो मैं जबरदस्ती नहीं करूंगा अगर आपको पसंद नहीं तो

मेरा बेटा वहां से उठ के जाने लगा उसकी ये बात दिल को छू गई आज जीवन में 38 साल बाद कोई बिना डरे मेरी खूबसूरती की तारीफ मेरे सामने की है इसके बाप ने कभी इतना भी नहीं बोला मुझे मैं तो इम्प्रेस हो गई थी मैंने उसका हाथ पकड़ा और उसे नीचे बैठाया और बोली maa bete ki chudai kahani

मैं – देख बेटा गलत मत समझ मुझे नहीं मालूम था तू मुझसे इतना प्यार करता है मुझे लगा ये तेरी हवस है ले छू ले जो करना है कर मैं मना नहीं करूंगी ऐसा बोल के मैंने उसका हाथ अपने एक मम्में पर रख दिया

तुषार – ओह मां तुम सच मे बहुत अच्छी हो ऐसा बोल के वो मेरे मम्में दबाने लगा

तुषार – मां अगर आप कहे तो मैं आपके दूदू पीना चाहता हूं

मैंने सिर्फ हां मे गर्दन हिलाई तो उसने मुझे बिठाया और गोदी मैं आकर दूध चूसने लगा मेरे पेट पर हाथ से सहलाने लगा मस्त दूदू पी रहा था मेरा बेटा अब उसने हाथ धीरे धीरे नीचे करना चालू किया और चूत के ऊपर हाथ ले गया मैं पैर फैला कर उसे ग्रीन सिग्नल दिया अब वो चूत में उंगली करने लगा उसकी उंगलियों की रफ़्तार से मेरी चूत गीली होने लगी थी

मै – बेटा बस कर अब मत तड़पा चोद दे मुझे

उसके लंड को हाथ में पकड़ कर हिलाया तो वो बोला

तुषार – मां आप मज़े लो रुको आज मैं आपको जन्नत की सैर करा लाऊंगा

वो उठ कर मेरी टांगों के बीच आ गया और वही गीली चूत जीभ से चाटने लगा मैं सातवे आसमान पर थी ऐसे जीभ चला रहा था जैसे नाव का चप्पू चप चप बिना रुके चलता है मैं तो अंदर से हिल गई थी मैंने उसका सर पकड़ उसके दांतों पर चूत का दाना रगड़ने लगी

मैं चरम सीमा पर थी और कुछ ही देर में मैं उसके मुंह पर झड़ गई और वो चूत का पूरा पानी पी गया फिर उसने मेरी चूत चाट चाट कर साफ कर दी अंदर जीभ डाल डाल एक बून्द भी नहीं छोड़ा होगा

मैं – कहां से सीखा बेटा ये सब ? बोलने पर वो बोला

तुषार – वीडियो देख देख के

उसने मुझे उल्टा लेटने को कहा तो मैं लेट गई वो मेरे पूरे बदन पर जीभ घुमाने लगा पीठ से होते हुए गांड की दरार तक आकर रुका और दरार को चाटने लगा जिससे मेरा बदन कांपने लगा

मैं – बेटा जान लेगा क्या मां की ? ये सब मत कर

तो उसने बोला क्यों मां पसंद नहीं आ रहा क्या आपको ?

मैंने बोला नहीं ऐसी बात नहीं इतने प्यार की आदत नहीं है बेटा

अब वो गांड फैला फैला कर जीभ घुसाने लगा मुझे भी मज़ा आ रहा था पर वो ठीक से चाट नहीं पा रहा था तो मैं तकिये पे कुतिया के जैसे बैठ गई अब वो गांड आराम से फैला कर चाटने लगा मुझसे सहा नहीं जा रहा था मेरा हाथ अपने आप चूत पर चला गया maa bete ki chudai kahani

मैंने कहा – अब रहा नहीं जाता बेटा तुझे चोदना ही पड़ेगा

ऐसे बोल मैं अपने पैर हवा में फैला कर चूत के दाने को रगड़ रही थी वो अपना लंड निकाल कर चूत पर रगड़ने लगा मैंने वो लंड छेद पर रख उसे बाहों में खींचा तो लंड अंदर चला गया कुछ देर वैसे ही पड़े रहे एक दूसरे के ऊपर उसके बाद वो लंड आगे पीछे करने लगा बहुत मज़ा आ रहा था

उसने बोला – मां मैं ज्यादा मज़ा देता हूं या डैडी ?

मैंने बोला – बेटा तेरे डैडी इसका आधा भी नहीं करते बस जानवरो की तरह धक्के मारते है फिर खुद का होने पर सो जाते है तेरे जैसा प्रेम मुझे आज तक किसी ने नहीं किया मेरे लाल तू ही मेरा सच्चा बेटा है आज से तू अपनी मां को ऐसे ही प्यार करेगा ना ?

तो वो भी बोला – बिलकुल मां मैं तो कब से तरस रहा था आपको प्यार करने के लिए आज जाकर मौका मिला है

उसने अब स्पीड बढ़ा दी थी फच फच की आवाज पूरे कमरे में आ रही थी मैं ऊपर नीचे होकर उसका पूरा साथ दे रही थी वो पूरा लंड अंदर डाल पूरा बाहर निकाल देता मैं उसे निकालने ही नहीं देती और उसे कसके पकड़ लेती उसने धक्कों की स्पीड बड़ा दी 25-30 मिनट की चुदाई में मैं 3 बार झड़ चुकी थी मेरे बेटे ने भी अपना सारा वीर्य मेरी चूत की झांटों पर निकाल दिया था

उससे चुदने पर असली मर्द क्या होता है चुदाई क्या होती है तब समझी अगर सही मायने में देखा जाए तो उस दिन मैंने शायद पहली बार किसी से अच्छे से चुदाई की होगी मुझे औरत होने का एहसास आया तब जब मेरे बेटे ने मुझे चोदा मैं अपने बेटे की दीवानी हो इतनी जबरदस्त चुदाई के बाद

उस दिन से अपने आप को जवान सा लगने लगा श्रृंगार सजना धजना और बेटे की राह देखना उसे तड़पाना छुप छुप के चुदना ये सब में मज़ा आने लगा अब तो ऐसे लग रहा था कि बेटे को ले के कही दूर चली जाऊं और वहां दोनों नई जिंदगी की शुरुआत करे

लेकिन वो कमाने नहीं लगा था और समाज भी एक चीज होती है मां बेटे के नाम पे धब्बा नहीं लगाना चाहती थी लेकिन देखा जाए तो वह वो फर्ज निभा रहा था जो उसके बाप को निभाना चाहिए था मैं भी तो आखिर एक औरत हूं बाहर मुंह मारते फिरने से बेटे का लंड लेना लाख गुना अच्छा है

मैं अपने बेटे के साथ जब चाहूं तब चुदाई कर सकती हूं बिना किसी डर के जब उसका बाप घर पर नहीं होता हम मां बेटा खूब चुदाई करते वो मेरी बड़ी गांड और चूत मारता अब तो मेरी चूत की झांटों को मेरा बेटा ही साफ करता है एक दिन तुषार के बाप ने मेरी चुदाई करते हुए मुझसे पूछा क्या बात है आजकल अपनी चूत पर एक भी बाल झांट का बाल नहीं रहने देती

मैंने कहा मेरी चूत पर बहुत खुजली होती थी इसलिए अब अपनी झांटों के बाल साफ करके रखती हूं तुषार के बाप ने कहा ठीक है और वो झड़ के सो गए मेरी प्यास अधूरी रह गई फिर जब मुझे लगा मेरे पति सो गए है तो मैं उठकर बाथरूम में चली गई वहां जाकर मैंने अपनी चूत को अच्छे से धोया और अपने बेटे के कमरे में चली गई

मैं जब अपने बेटे के कमरे में गई तो मेरा बेटा सोया हुआ था फिर मैं उसके पास जाकर लेट गई और उसे उठाया और वो मुझे अपने पास देखकर हैरान हो गया उसने मुझे कहा मां आप चली जाओ डैडी कही उठकर मेरे कमरे में ना आ जाए आप चली जाओ

मैंने कहा नहीं आते वो सो गए है मेरी चूत मारने के बाद और मैं अपनी चूत की खुजली मिटवाने तुम्हारे पास आई हूं जल्दी से मुझे चोद और मैं चली जाऊंगी फिर मेरे बेटे ने कमरे की कुंडी लगाई मेरे कपड़े उतार कर मेरी चुदाई करनी शुरू कर दी 20-25 मिनट मेरी चूत मारने के बाद उसने 10 मिनट मेरी गांड मारी और मेरी गांड में ही झड़ गया और मैं उसका वीर्य अपनी गांड में लेकर बाथरूम में चली गई और वहां अपनी गांड को धोकर अपने कमरे में जाकर सो गई

हम मां बेटा ज्यादातर चुदाई दोपहर को करते है क्योंकि मेरे पति काम पर होते है हमे बहुत टाइम मिलता है अच्छे से चुदाई करने के लिए अब तो मैं अपने पति के साथ बहुत कम चुदाई करती हूं क्योंकि मेरे अंदर आग लगी रह जाती है जो सिर्फ मेरा बेटा ही बाद में बुझाता था
 
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