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Punjabi - ਭਾਸ਼ਾ Incest अम्मी की टाईट गांड खोली

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हैलो दोस्तों मेरा नाम अहमद है और मैं नार्मल लुक्स वाला लड़का हूं ये कहानी मेरी लाइफ की सच्ची कहानी है जो मेरे और मेरी अम्मी के बीच में हुई चुदाई की कहानी है वैसे तो मेरा लंड नार्मल ही है लेकिन जब भी किसी को चोदता हूं तो उसका पूरा पानी निकाल देता हूं अब ज्यादा बोर ना करते हुए मैं सीधा स्टोरी पे आता हूं

ये बात लास्ट मंथ की है मैं घर पे बैठा टीवी देख रहा था बाहर मौसम मस्त हो रखा था मुझे अम्मी ने आवाज़ लगई किचन से सॉरी मैं अम्मी के बारे में बताना तो भूल ही गया अम्मी का नाम मिस्बाह है हलकी सी मोटी है लेकिन जहा से चर्बी टाइट और शेप में होनी चाहिए वहां से पूरी मेन्टेन है

मेरा मतलब है अम्मी के बूब्स और गांड टाइट है और पूरी राउंड शेप में है अम्मी घर पे बिना दुपट्टे के ही रहती है जिससे उनकी क्लीवेज क्लियर दिखती है घर पे ज्यादातर हम दोनों ही होते है क्योकि अब्बू बाहर जॉब करते है तो वो महीने में 1-2 बार ही आते है जब अम्मी ने मुझे आवाज़ लगई तो मैं किचन में गया

तो वो किचन में ऊपर की शैल पर से डिब्बा उतार रही थी पसीने से उनका कमीज़ उनके फिगर पे चिपक रहा था और ऊपर से हाथ ऊंचा करने की वजह से पूरी शेप क्लियर दिख रही थी कमीज़ ऊंचा होने की वजह से उनकी नंगी कमर मस्त लग रही थी पसीने की बूंदो से भीगी हुई

उन्होंने मुझे बोला की मेरा हाथ ठीक से नहीं जा रहा है स्टूल लेकर आओ मैं गया और जान कर के स्टूल के पैर थोड़े कमजोर करके लाया जब ऐसा सीन देखने को मिलेगा तो हर किसी की नीयत तो ख़राब हो ही जाती है सो मैंने भी ट्राई मारने की सोची

मै – लो अम्मी ये स्टूल


अम्मी – ला इधर रखो इसे मैं इस पर खड़ी होती हूं तुम ध्यान से पकड़ना इसे कही मैं गिर ना जाऊ

मैंने ओके बोला और वो चढ़ गई

जब उनके दोनों हाथ ऊपर थे तो मैंने थोड़ा स्टूल हिला दिया जिससे उनका बैलेंस बिगड़ा और वो चिल्लाते हुए गिरने लगी मैंने झट से उनकी कमर अपने दोनों हाथो से पकड़ी तो मेरे हाथ सीधे उनके बूब्स के नीचे लगी कमीज़ के अंदर थे तब मैंने पाया की वो घर पे बिना ब्रा के रहती है

थोड़ी देर तो मैंने उन्हें ऐसे ही पकड़े रखा फिर जब थोड़ा होश आया तो उन्हें आहिस्ते से नीचे उतारा उस दिन मैंने पहली बार उनके बदन की गर्मी और खुशबू को महसूस किया उनकी सांसे भी तेज हो रखी थी जिससे उनके बूब्स ऊपर नीचे हो रहे थे मैंने उन्हें नीचे उतारा और पूछा की कही लगी तो नहीं

अम्मी – मुझे लग रहा है जैसे कमर में लचक आ गई है मैं अपनी कमर हिला नहीं पा रही हूं

मै – तो आप चलो मैं हलकी सी मालिश कर देता हूं

अम्मी – नहीं तू परेशान ना हो मैं देख लूंगी

मैंने ओके बोला और उन्हें छोड़ दिया मगर जैसे ही वो एक कदम चली कमर में लचक के कारन दर्द के मारे आआह्ह्ह्हह्ह निकल गई

मै – आप को ज्यादा तकलीफ है मैं कर देता हूं मालिश

अम्मी – ठीक है चलो मेरे बैडरूम में वहां कर देना

मै अम्मी को गोद में उठाकर उनके बैडरूम में लेकर गया और उन्हें बेड पे लिटाया लिटाते टाइम उनके लिप्स मेरे लिप्स के बेहद करीब थे तब मुझे उनकी गरम सांस महसूस हुई मैंने उन्हें उल्टा लेटने को बोला वो कमीज़ ऊपर करकर उलटी लेट गई उनकी गोरी गोरी कमर पे मैंने जैसे ही तेल के साथ हाथ फेरा तो उनकी हलकी सी सिसकारी निकल गई

मै ये तो समझ चुका था की तड़प तो है बस ये कन्फर्म करना बाकि था की क्या ये अपने बेटे के साथ खली हो जायेगी या पति का ही वेट करेंगी ? अब मैं उनके कूल्हों के दोनों तरफ पैर करके इस तरह से बैठा जैसे घोड़ी पर बैठते है मैं अपना हाथ उनकी पजामी के पास से शुरू करते हुए उनकी कमीज़ के अंदर से होते हुए उनके शोल्डर तक ले रहा था


मै – अम्मी आप ये कमीज़ उतार दीजिये वरना तेल से ये पूरा ख़राब हो जायेगा

अम्मी – नहीं रहने दो मैं तुम्हारे सामने बिना कमीज़ के नहीं आ सकती

मै – मुझसे क्या शर्म अपने भी तो मुझे बिना कपड़ो के कितनी बार देखा है और मैं कौनसा किसी को बताऊंगा की मैंने आपको बिना कपड़ो के देखा है

अम्मी – फिर भी मुझे शर्म आती है

मै – अच्छा तो मैं आंखे बंद कर लेता हूं आप तब उतार देना

अम्मी – फिर तुम मेरी मालिश कैसे करोगे

थोड़ा सोचने के बाद अच्छा चलो मैं उतार देती हूं तुम प्रॉमिस करो किसी को कुछ पता नहीं चलेगा ना ?

मै – प्रॉमिस

इतने में ही वो मेरे सामने पीठ करके कमीज़ उतार देती है मैंने पहली बार किसी औरत की नंगी पीठ देखी थी तो मेरा लंड तो झट से फुंकार मार के खड़ा हो गया और पजामें में तम्बू बना दिया

मै – चलो अम्मी लेट जाओ काम बाकि है अभी तो

अम्मी – चल अच्छे से करो वैसे मजा तो आ रहा है

मैंने फिर उसी पोजीशन में आकर उनकी मालिश शुरू की और धीरे धीरे अपने लंड को उनके कूल्हों पे रगड़ना शुरू किया मैं ये सब इतने आराम से कर रहा था जिससे उन्हें मुझ पे कोई शक ना हो

उधर अम्मी की आआह्ह्हह्ह हह्ह्हम्म्मम्म ऊऊह्ह्ह की सिसकारी अब थोड़ी तेज होने लग गई थी मुझे समझ तो आ गया था की ये गरम होने लगी है मगर मेरे साथ होगा या नहीं इसका कन्फर्म करना बाकी था सो मैंने नेक्स्ट मूव चला अपना

मै अब अपना हाथ उनकी पजामी में डाल कर उनकी गांड के ऊपर भी मालिश करने लगा उन्होंने पैंटी भी नहीं पहनी थी मैंने बिना उनसे पूछे उनकी पजामी गांड से नीचे सरका दी वो एकदम से पीछे मुड़ी और मुझे देखने लगी मेरी तो गांड फट गई लेकिन उनकी आंखों में हवस दिख रही थी

तो मैंने उन्हें आगे धक्का देकर फिर लेटा दिया और उनकी पजामी निकाल दी पूरी अब वो पीछे से पूरी नंगी दिख रही थी मुझे उनकी गोल मटोल टाइट गांड किसी बूढ़े का लंड भी खड़ा कर दे फिर मैं तो जवान मेरा लंड तो लोहे की रॉड बना बैठा था मैं उनकी गांड ज़ोर ज़ोर से दबाने लगा उनकी सिसकारियां और बढ़ गई

आआह्ह्ह्हह्ह्ह ऊऊऊऊह्ह्हह्हआआआ ह्म्मम्ह्ह्हम्मम्मम्म

मैंने उन्हें सीधा किया तो जो नज़ारा था वो दिख कर मेरे होश उड़ गए बड़े बड़े बूब्स के ऊपर ब्राउन निप्पल एकदम कड़क और उससे भी शानदार शेव्ड चूत देखने से पता लग चूका था कि गर्मी कितनी होगी अम्मी की गुलाबी चूत में और अम्मी की चूत से धीरे धीरे पानी निकल रहा था

अम्मी – क्या कर रहे हो ये ?

मै – अच्छा जी इतनी देर से तो बड़े मजे लिए जा रहे थे

अम्मी – कोई बेटा अपनी अम्मी से ऐसे करता है क्या ?

मै – तो फिर कैसे करता है ?

अम्मी ने अपने दोनों पैरों से मेरे पजामें के ऊपर से मेरा लंड दबा दिया

अम्मी बोली – अपनी अम्मी की आज तड़प शांत करदे बेटा आजा तेरे अब्बू के बिना मेरी चूत जल रही है बहुत प्यासी है मेरी चूत

मै – नखरे दिखाते हुए तो जलने दो मुझे तो आपको नंगा देखना था बस

अम्मी – मादरचोद नाटक कर रहा है क्या ?

मै उनके मुंह से गाली सुनकर हैरान हो गया था

मै – आप गाली बकते हो ?

मिस्बाह – तेरे अब्बू और मैंने बहुत अय्याशी मारी हुई है वो तो अब बाहर काम करते है इसलिए और तू भी अब यही रहता है इसलिए होता नहीं है कुछ भी मैं तो किचन में ही समझ गई थी जब तू मुझे घूर रहा था कि मेरे बच्चे को मेरा जिस्म चाहिए इतना बोल कर उन्होंने मुझे आंख मार दी अब मैं समझ गया था कि अम्मी मेरे से चुदने के लिए तयार है

मैंने अपने हाथों से अम्मी की टांगे फैला कर अपना मुंह उनकी चूत पर रख दिया अम्मी सिसकने लगी मैं अपनी जुबान अम्मी की चूत के अंदर डालने लगा अम्मी आह आह उफ़ आह करने लगी उनको बहुत मज़ा आ रहा था फिर मैं अपनी जुबान को उनकी गांड के छेद से लेकर चूत तक चाटने लगा

अम्मी बोली गांड क्यों चाट रहा है यह जगह बहुत गंदी होती है मत चाट मुझे अम्मी की हल्की सी लाल गांड चाटने में बहुत मज़ा आ रहा था अम्मी आह्ह्ह आह्ह्हह उफ्फ आह्ह्ह्ह अम्मी सिसक रही थी और मैं उनकी गांड और चूत चाट रहा था 10 मिनट तक मैंने अम्मी की गांड और चूत को चाटा

मैंने फिर अम्मी को घोड़ी बनने को कहा अम्मी घोड़ी बन गई उनकी बड़ी गांड देख कर मैं बहुत उत्तेजित हो गया मैंने अम्मी को उनके हाथो से चूतड़ खोलने को कहा अम्मी ने अपने चूतड़ खोले और अम्मी की गांड का छेद मेरे सामने था मैंने अम्मी की गांड पर अपना लंड रगड़ने लगा

अम्मी बोली गांड पर क्यों रगड़ रहा है मेरी प्यासी चूत पर रगड़ मैंने कहा नहीं अम्मी मैं पहले आपकी टाईट गांड में लंड डालूंगा फिर आपकी चूत में नही बेटा मेरी गांड में तो तेरे अब्बू ने कबी नही डाला और मैंने कबी गांड नही मरवाई और तुम्हारा लंड तो इतना बड़ा है अगर मेरी गांड में चला गया तो मेरी गांड फट जायेगी

मैंने कहा नहीं अम्मी मैं धीरे धीरे डालूंगा आपको दर्द नहीं होगा अम्मी बोली मुझे नहीं अपनी गांड में डलवाना तुम मेरी चूत में डालो बहुत प्यासी है लंड के बिना मेरा दिल तो अम्मी की बड़ी और टाईट गांड मारने को कर रहा था मैंने अपने लंड पर थूक लगाया और अम्मी की चूत और गांड पर भी लगाया

मैंने लंड को चूत पर रगड़ते हुए एक दम अम्मी की गांड में डाल दिया लंड का टोपा अम्मी की बड़ी गांड के अंदर चला गया था अम्मी की चीख निकल गई हाय मेरी अम्मी मैं मर गई आह्ह्ह्ह्ह आह्ह्ह्ह्हह बेटा मत डाल मेरी गांड फट जायेगी बाहर निकाल अपने लंड को मैंने अम्मी की एक भी ना सुनी अपना लंड और अम्मी की गांड में डाल दिया

मेरे लंड में भी दर्द होने लगा क्योंकि अम्मी की गांड बहुत टाईट थी मुझे ऐसे लग रहा था जैसे मेरा लंड किसी चीज में फस गया हो मैं अम्मी की गांड में धीरे धीरे झटके मारने लगा और अम्मी आह्ह्हह्ह आह्ह्ह्ह्ह उफ्फफ्फ उफ्फ्फ आह्ह्हह मेरी जान निकल रही है अहमद बेटा अपना लंड बाहर निकालो

मैंने अम्मी को कहा नही अम्मी अब धीरे धीरे आपकी टाईट गांड खुल रही है और मेरा लंड बिना किसी दिकत के अंदर बाहर हो रहा है थोड़ी देर बाद मैंने झटके तेज कर दिए अम्मी की भी चीखे तेज हो गई मुझे अम्मी की चीखे सुनकर बहुत मज़ा आ रहा था

15 मिनट अम्मी की बहुत तेज गांड मारी मुझे कुछ देर बाद चिप-चिपा महसूस हुआ जब मैंने अपना लंड बाहर निकाला तो देखा अम्मी की गांड से थोड़ी सी टट्टी निकल गई थी और मेरे लंड को भी लग गई थी मुझे उनकी टट्टी की खुशबू बहुत उत्तेजित कर रही थी फिर मैंने उनकी पजामी से अपना लंड और उनकी गांड साफ की फिर मैंने थोड़ा थूक उनकी गांड और अपने लंड पर लगाकर उनकी गांड में डाल दिया

अम्मी को भी अब मज़ा आने लगा था अपनी गांड मरवाने में और फिर मैं थोड़ी देर बाद अम्मी की गांड में ही झड़ गया मैंने अम्मी की बड़ी गांड खोल दी थी और उनके ऊपर ही लेट गया और अम्मी को भी सकून आया उनकी गांड से इतना बड़ा लंड बाहर निकल गया था

मैं और अम्मी 30 मिनट नंगे ही लेटे रहे फिर मैं अम्मी के मम्मे चूसने लगा थोड़ी देर बाद मेरा लंड फिर खड़ा हो गया और मैं अम्मी के ऊपर आ गया और अम्मी की टांगे फैला कर अपना लंड अम्मी की चूत पर रख दिया अम्मी सिसकने लगी अम्मी की चूत गीली थी मैंने बिना थूक लगाए अपना लंड उनकी चूत में डाल दिया

अम्मी की चूत बहुत गर्म थी मुझे ऐसे लग रहा था जैसे मैंने अपना लंड किसी गर्म चीज पर रख दिया हो अम्मी की 10 मिनट जमकर चूत मारने के बाद मैंने अपना वीर्य उनकी चूत के ऊपर निकाल दिया और फिर हम दोनो लेट गए जब अब्बू घर नही होते तो हम चुदाई करते और जब कभी रात को अम्मी का चूत मरवाने का दिल करता

तो वो मेरे कमरे में आ जाती जब अब्बू सो जाते मैं अम्मी की चूत और गांड मारता अम्मी की गांड और भी बड़ी हो गई है गांड मरवा मरवा कर मेरा तो बस दिल करता है अम्मी की बड़ी गांड मारता ही रहू सच में अब्बू के होते हुए रात को अम्मी की गांड मारने का मज़ा ही कुछ और है मैं अम्मी की चुदाई अब रात को ही करता हूं क्योंकि रात में अम्मी को चोदने का बहुत मज़ा आता है
 
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