हैल्लो दोस्तों, आप सभी सेक्सी कहानियाँ पढ़ने वालों को मेरा नमस्कार। में इस साईट के बारे में तब से जनता हूँ जब से में नौकरी करने लगा था। वो साल 2021 था और तब से में हर दिन लगातार सेक्सी कहानियाँ पढ़ता आ रहा हूँ
और कोई भी ऐसी कहानी नहीं है जो मैंने नहीं पढ़ी है। दोस्तों यह बात आज से एक साल पहले की है।
में हरियाणा का रहने वाला हूँ और में उस समय एक प्राइवेट कंपनी में वहां के सभी कंप्यूटर को चलाने का काम करता हूँ जो कि सॉफ्टवेर और डाटा को सँभालने का काम मुझसे करवाती है।
दोस्तों हमारी वो कंपनी पहली मंजिल पर है और उसके बिल्कुल सामने का हिस्सा प्राइवेट पुलिस का ऑफिस था। उसमे एक ऑफिसर हमारे पास हर दिन आता था और वो कभी पेपर लेने आता तो कभी फाईल और कभी कुछ लेने आता था।
इस तरह से बहुत दिन निकल गये और हल्के फुल्के मज़ाक के साथ हमारी दोस्ती भी हो गई। एक दिन उसने मुझसे कहा कि मेरे बेटी अपनी कॉलेज की पढाई कर रही है, लेकिन उसको कंप्यूटर के बारे में तुमसे कुछ सवाल पूछना है, इसलिए प्लीज तुम मेरे घर आ जाना।
फिर मैंने उससे कहा कि हाँ ठीक है और फिर मैंने उसके घर का पता भी ले लिया और उसको लेकर में रात को अपने ऑफिस से छुट्टी हो जाने के बाद करीब आठ बजे उसके घर पर चला गया और उनका घर मुझे जल्दी ही मिल गया। फिर करीब 8:30 बजे में उसके घर पहुंच गया और मैंने दरवाजे पर लगी घंटी को बजाया तो मैंने देखा कि उसकी लड़की ने दरवाजा खोला।
में तो उसको अपनी चकित नजरों से देखता ही रह गया, वाह क्या मस्त सुंदर अप्सरा लग रही थी, वो लाल कलर की टी-शर्ट और काले रंग के लोवर में मेरे सामने खड़ी हुई थी, जिसको देखकर मेरे तो होश ही उड़ गए, क्योंकि मैंने इतनी सुंदर लड़की पहले कभी नहीं देखी थी और फिर वो मुझसे पूछने लगी कि हैल्लो मिस्टर आप कौन हो,
क्या काम है? अब में हड़बड़ाते हुए बोला कि जी मुझे आपके पापा ने बुलाया था, तो वो मुझसे कहने लगी कि वो इस समय घर पर नहीं है आप बाद में आ जाना और अब मैंने उससे कहा कि में कंप्यूटर की किसी समस्या के बारे में बताने आया हूँ।
वो मेरी बात को सुनकर मुझसे कहने लगी कि आप अंदर आ जाइए और तभी उसी समय उसके पापा का फोन आ गया। उसने अपने पापा से कहा कि कोई कंप्यूटर के बारे में मुझे बताने आया है। फिर मैंने उसके पापा से फोन पर बात की तो वो मुझसे कहने लगे कि वो तो थोड़ा देरी से आएगें तुम खुद आज उसकी समस्या को समझ लो और कल उसको हल करवा देना।
फिर तभी उसकी माँ भी आ गई और उसके हाथ में चाय थी और वो तो दिखने में ऐसी थी कि उनको देखकर मेरी तो हालत ही खराब होने लगी थी। उसकी उम्र करीब 40-45 साल होगी,
लेकिन फिर भी वो दिखने में 30-32 साल से ज्यादा की नहीं दिख रही थी। वो भी बहुत सुंदर बड़ी सेक्सी माल थी और उसको भी देखकर मेरा मन ललचाने लगा था और दिमाग अपने ठिकाने पर नहीं था।
फिर तभी वो मुझसे कहने लगी कि पहले आप चाय पी लो। मैंने उससे कहा कि में चाय नहीं पीता हूँ, तब उसकी माँ मुझसे कहने लगी कि फिर आप दूध पी लो। मैंने कहा कि हाँ वो तो में जरुर पी लूँगा।
तभी वो अपनी लड़की की तरफ हंसते हुए मुझसे पूछने लगी तुम ठंडा दूध पियोगे या गरम? मैंने कहा कि गरम दूध पीने में ज्यादा मज़ा आता है, लेकिन आप तो ठंड ही पिला दो और उसकी माँ रसोईघर में चली गई।
तभी मैंने उसका कंप्यूटर चालू किया और उसकी समस्या को देखा। तब तक उसकी माँ मेरे लिए ठंडा दूध लेकर आ गई और थोड़ी देर में कभी उसकी समस्या को देखता तो कभी उसको और फिर उसके बाद में वहां से अपने घर पर आ गया और अगले दिन शाम को मैंने उसके घर दोबारा जाकर उसकी समस्या को हल कर दिया और हर शाम को में करीब सात बजे उसको ट्यूशन देने लगा।
फिर उसके एक महीने के बाद उसके पेपर हो गए और में कभी भी उसको दोबारा नहीं मिला, लेकिन बहुत दिनों के बाद उसका मेरे पास फोन आया तो वो कहने लगी कि उसका जन्मदिन है और आप 12 बजे पार्टी में आ जाना।
दोस्तों मुझे अब बिल्कुल भी समझ में नहीं आ रहा था कि में उसको क्या उपहार लाकर दूँ? फिर हारकर मैंने अपनी एक दोस्त से उसके बारे में पूछा तो वो मुझसे कहने लगी कि तुम उसको चोकलेट का गिफ्ट दे दो और में वो लेकर उसकी पार्टी में चला गया और वहां पर उसके बहुत सारे दोस्त थे।
वो उस समय बड़ी सेक्सी लग रही थी, उसने एक मिनी स्कर्ट और बिना बाँह का टॉप पहना हुआ था। मैंने उसको अपना वो गिफ्ट दे दिया और में थोड़ी देर वहां पर रुकने के बाद अपने घर आ गया।
फिर उसी शाम को उसका मेरे फोन पर धन्यवाद लिखा हुआ एक मैसेज आ गया और फिर मैंने उससे कहा कि मुझे अपनी पार्टी अलग से चाहिए।
तो वो मुझसे कहने लगी कि तुम्हारी जब मर्ज़ी पड़े ले लेना और फिर मैंने उससे बात करके अपनी पार्टी का दिन अगला दिन फिक्स किया और वो अकेले ही मुझे पार्टी देने आई। फिर मैंने उससे कहा कि कल तो तुम बहुत मस्त पटाका लग रही थी।
तभी वो मुझसे पूछने लगी कि यह पटाका क्या होता है? तब मैंने उससे कहा कि तुम कल बहुत सेक्सी मस्त लग रही थी। वो मेरी इस बात को सुनकर शरमाकर मेरी तरफ मुस्करा दी और फिर वो मुझसे पूछने लगी कि आज में तुम्हे कैसी लग रही हूँ? तब मैंने उससे कहा कि आज तो तुम ठीक-ठाक लग रही हो और वो मेरी तरफ मुस्कुराने लगी। फिर उसके बाद से हमारा मिलने का सिलसिला शुरू हो गया।
हम हर कभी बाहर कभी किसी गार्डन, होटल और कभी उसके या मेरे घर पर मिलने लगे थे। मैंने कई बार उसको छूकर महसूस करने की भी कोशिश की, लेकिन फिर पीछे हट गया और अब ज्यादा आगे बढ़ने की वजह से हमारे बीच बातें हंसी मजाक कुछ ज्यादा ही हद तक पहुंच चुका था, लेकिन हम दोनों एक दूसरे से अपने मन की वो बात बताने से डर रहे थे।
फिर एक दिन उसके पापा का मेरे पास फोन आ गया। वो मुझसे बोले कि तुम जल्दी से मेरे घर आ जाओ मुझे सब कुछ पता चल गया है। दोस्तों उनके मुहं से यह बातें सुनकर मेरी तो गांड फट गई और में मन ही मन सोचने लगा कि अब क्या होगा? और में कुछ देर के बाद उसके घर चला गया।
उसके पापा ने दरवाजा खोला और अब वो मुझसे कहने लगे कि मुझे वो सब पता चल गया है? तो मैंने बहुत डरते हुए उनसे पूछा कि सर आप यह सब क्या कह रहे है मुझे उसका मतलब थोड़ा सा खुलकर समझाए? तो वो कहने लगे कि तुम्हारी ही मेहनत ने मेरी बेटी को टॉप करवा दिया है।
मुझे पता है कि तुमने इसके साथ कितनी मेहनत की है। फिर उनके मुहं से यह बात सुनकर मेरी जान में जान आई और में मन ही मन बहुत खुश हुआ और वहां पर कुछ देर रुककर में अपने घर चला आया।
फिर मैंने उससे मुझे फोन करने के लिए कहा तो उसके अगले दिन मेरे पास उसका फोन आ गया। तब मैंने उससे मेरी पार्टी के लिए कहा तो वो मुझसे कहने लगी कि आप ले लो और तब मैंने उसी शाम को उसके साथ फिल्म देखने का प्रोग्राम बनाया तो उसने भी हाँ कह दिया।
फिर हम दोनों फिल्म देखने चले गये और उस दिन हॉल में कोई भीड़ नहीं थी। हमने आखरी वाली लाइन में आखरी वाली सीट ले ली और अब हम दोनों फिल्म देखने लगे। कुछ देर बाद फिल्म में एक चूमने का द्रश्य आ गया तो मैंने उससे कहा कि देखो वो लड़का उस लड़की के साथ कितने मज़े से ले रहा है? तो वो मुझसे कहने लगी क्यों आप भी तो लेते होंगे? मैंने उससे कहा कि अभी तक तो मैंने लिया नहीं और अगर तुम दो तो ज़रूर ले लूँगा, लेकिन उसने मेरी बात का कोई जवाब नहीं दिया और वो चुपचाप फिल्म देखने लगी।
फिर थोड़ी देर के बाद मैंने हिम्मत करके उसका हाथ अपने हाथ में ले लिया, लेकिन उसने मुझसे कुछ नहीं कहा। अब में उसके सर में हाथ फेरने लगा और अब वो मुझसे पूछने लगी कि आप यह क्या कर रहे हो?
मैंने उससे कहा कि कुछ नहीं और फिर मैंने थोड़ी हिम्मत करके उससे कहा कि प्लीज तुम मुझे एक किस दे दो और वो मुझसे कहने लगी कि फिर कभी और उसके बाद हम दोनों फिल्म देखकर अपने अपने घर चले गए तो
उसके कुछ दिन बाद उसका मेरे पास फोन आ गया और उसने मुझसे कहा कि तुम आज मेरे घर आ जाना। में आज घर में बिल्कुल अकेली हूँ।
फिर मैंने उससे कहा कि ठीक है में आ जाऊंगा, लेकिन में एक शर्त पर आऊंगा कि तुम मुझे आज किस दोगी? वो कहने लगी कि हाँ ठीक है ले लेना और फिर में बहुत खुश होकर उसके घर पर चला गया और तब मैंने वहां पर पहुंचकर देखा कि वो घर पर अकेली थी और उसने सूट पहना हुआ था।
उससे कुछ देर बैठकर इधर उधर की बातें करने के बाद मैंने उससे कहा कि मेरा वो किस। तो वो कहने लगी कि कुत्ते की पूंछ कभी सीधी नहीं होती और फिर वो मुझसे कहने लगी कि सिर्फ़ आज ही दूंगी फिर कभी नहीं।
अब मैंने उससे कहा कि हाँ ठीक है कम से कम आज तो दे दो और फिर वो उठकर मेरे पास चली आई और मैंने तुरंत उसको लपककर अपनी गोद में बैठा लिया और में उसको किस करने लगा,
जिसकी वजह से अब उसको भी मज़ा आने लगा था। अब मैंने धीरे से अपने हाथ उसके बूब्स पर रख दिया, लेकिन उसने मुझसे कुछ नहीं कहा और उसके बाद में धीरे धीरे उसके बूब्स को दबाने मसलने लगा।
तभी दरवाजे पर लगी घंटी बजी और हम पहले जैसे हो गए। उसकी मम्मी वापस आ गई और उसको देखकर में एकदम दंग रह गया। वो मुझसे पूछने लगी कि क्यों तुम कब आए? मैंने उनसे कहा कि मुझे पांच मिनट हुए है वो कहने लगी कि क्या कोई काम था? मैंने कहा कि नहीं में इधर से जा रहा तो इसलिए में आपसे मिलने आ गया।
उसने मुझसे पूछा तुम कुछ लोगे तो मैंने कहा कि पानी दे दो। फिर मैंने पानी पी लिया और थोड़ी देर के बाद में अपने घर आ गया और फिर हम एक दो बार मिले, लेकिन उसने मुझे किस नहीं दी।
फिर मैंने उसको बताया कि मेरा जन्मदिन है तो वो मुझसे कहने लगी कि मेरी पार्टी कब मुझे दोगे? मैंने उससे कहा कि तुम जब चाहो ले लो, वो मुझसे कहने लगी कि हमारे कॉलेज का ट्रिप मसूरी जा रहा है
तुम भी वहां पर आ जाओ और हम वहीं पर बड़े मज़े करेंगे और फिर मैंने भी जाने के लिए अपने ऑफिस से चार दिन की छुट्टी ले ली और जाने के दो दिन पहले उसका फोन आया और वो मुझसे पूछने लगी कि आप क्या गिफ्ट लोगे? तब मैंने उससे कहा कि मुझे गिफ्ट नहीं चाहिए तो वो कहने लगी कि कुछ तो लो।
फिर मैंने कहा कि मसूरी जाकर ले लूँगा और उसने मुस्कुराते हुए कहा कि में समझ गई ले लेना। फिर हम मसूरी चले गये और रास्ते में मेरी कार खराब होने की वजह से में रात को देरी से पहुंचा इसलिए में उसको रात को नहीं मिल पाया। फिर अगले दिन मेरा जन्मदिन था और में उससे मिला और दोपहर को हमारा मिलने का तय हुआ।
फिर दोपहर को वो काले कलर के सूट में मेरे रूम में आ गई। हमने वहां पर कुछ खाने के लिए और कॉफी का ऑर्डर किया। उसके बाद हम खाने लगे तो तभी उसने मुझसे पूछा कि क्या तुम अपना गिफ्ट नहीं लेना चाहते? तो मैंने उससे कहा कि दिन में नहीं, रात को मेरे साथ सो जाना तब लूँगा।
वो मेरी बात नहीं मानी और कहने लगी कि लेना है तो ले लो वरना में जा रही हूँ। फिर मैंने उससे कहा कि ठीक है में भी अब जा रहा हूँ और तुम मुझे दोबारा कभी भी कॉल मत करना।
हमारी दोस्ती बस खत्म और वो उठकर चली गई और में बहुत उदास हो गया। फिर थोड़ी देर बाद वो मेरे रूम में अपनी एक दोस्त के साथ आई और उसकी दोस्त मुझसे कहने लगी कि आप रात को यहाँ पर रहोगे और अगर चेकिंग हो गई तो समस्या खड़ी हो जाएगी।
फिर मैंने उससे कहा कि उसकी जिम्मेदारी मेरी है और फिर उसकी दोस्त ने कहा कि हाँ ठीक रात को 11 बजे आ जाएगी, लेकिन सुबह 6 बजे वापस भेज देना। अब मैंने उससे कहा कि हाँ ठीक है और उसके सामने ही वो मुझसे गले लगी और वो मुझसे माफ़ करने के लिए कहने लगी।
फिर मैंने उसको अपनी और से दबाया और उसके बूब्स मेरी छाती में दबने लगे। उसके बाद वो जाने लगी और जाते जाते मैंने दरवाजे पर उसकी गांड में उंगली कर दी।
वो मुझसे शरारती बोलकर चली गई। फिर रात को करीब 11 बजे वो आ गई और उस समय वो गुलाबी रंग के नाइट गाउन में थी।
उसको देखकर मेरे मन करने लगा कि में अभी इसे चोद दूँ, लेकिन में ऐसा नहीं कर सकता था, उसके बाद में और वो सोफे पर बैठ गये।
वो मेरे पास थी और पूछने लगी कि किस नहीं लेना? तब मैंने उससे कहा कि तुम मेरी गोद में आकर दे दो, वो मेरी गोद में आ गई और में उसे किस करने लगा और उसकी जीभ को चूसने लगा। फिर थोड़ी देर में अपना हाथ उसके बूब्स पर ले गया।
फिर वो मुझसे कहने लगी कि यह नहीं, मैंने पूछा क्या? वो कहने लगी कि इन्हें मत दबाओ, तो मैंने कहा कि इसके बिना किस में मज़ा नहीं आता और वो फिर से किस करने लगी।
फिर थोड़ी देर किस करते हुए उसके गाउन के ऊपर से ही उसके बूब्स को दबा रहा था। फिर मैंने गाउन के अंदर हाथ डालकर उसके बूब्स को ब्रा के ऊपर से दबाने लगा और जब उसने मना नहीं किया तो मैंने उसके गाउन का बटन खोल दिए और वो कहने लगी कि यह क्या कर रहे हो? मैंने कहा कि कुछ नहीं।
फिर वो लगातार मना करती रही और फिर वो मान गई। मैंने उसके गाउन के बटन खोल दिए और ब्रा के ऊपर से उसके बूब्स को दबाने लगा। कुछ देर बाद उसको मज़ा आने लगा और वो जोश में आकर आह्हह्ह्ह्ह की उफ्फ्फ्फ्फ़ की आवाज निकालने लगी।
तभी मैंने वो सही मौका देखते हुए उसकी पेंटी पर अपना एक हाथ रख दिया और तब मैंने छूकर महसूस किया कि वो बिल्कुल गीली हो चुकी थी और उसकी चूत गरम होकर अपना रस छोड़ने लगी थी।
फिर में तुरंत उसकी पेंटी में अपना एक हाथ डालकर उसकी गरम गीली चूत को सहलाने लगा और वो बिल्कुल मदहोश हो गई और आहहोह आईईईईईसी की आवाज़ निकालने लगी थी।
तभी मैंने अपनी एक उंगली को उसकी चूत में डालकर अंदर बाहर करने लगा, जिसकी वजह से वो और भी ज्यादा मदहोश हो गई और में अपनी उंगली को धीरे धीरे लगातार आगे पीछे करने लगा।
वो सिसकियाँ लेती रही, लेकिन कुछ देर बाद में वो झड़ गई और वो मुझसे कहने लगी कि जान आज मुझे पहली बार बहुत मज़ा आया। फिर मैंने उससे कहा कि अभी और भी मज़ा आएगा, क्या अब हम बेड पर चलें तो वो अपने कपड़े पहनने लगी और मैंने उससे कहा कि तुम इसको ऐसे ही छोड़ दो, आज हम ऐसे ही सोते है।
उससे इतना कहकर मैंने अपने भी कपड़े उतार दिए और अब में उसके सामने अंडरवियर में था और मेरा लंड तनकर खड़ा हुआ था। वो उसको देखकर हंसने लगी और फिर हम दोनों बेड पर आकर एक दूसरे को किस करने लगे। किस करते करते मैंने उसकी ब्रा को उतार दिया, लेकिन उसने मुझसे कुछ नहीं कहा और में उसके बूब्स को चूसने लगा और दबाने लगा।
वो ओह्ह्ह्हह्ह आह्ह्ह्हह माँ मर गई कर रही थी और कुछ देर बाद में उसकी चूत में उंगली करने लगा। वो मुझसे कहने लगी कि ऊईईईईइ माँ तुम तो आज मुझे मार ही दोगे ऊफफ्फ्फ्फ़।
फिर में उसकी पेंटी को उतारकर अब उसकी चूत को चाटने लगा और उसमे अपनी उंगली को अंदर बाहर करने लगा। वो पहले ही एक बार झड़ चुकी थी इसलिए उसकी चुत बहुत गीली थी और मेरी ऊँगली बिना किसी रुकावट के अंदर बाहर हो रही थी और फिर वो मुझसे कहने लगी कि तुम इस काम में बहुत कुछ जानते हो।
फिर मेरे से रहा नहीं गया तो मैंने अपना अंडरवियर उतारकर उससे कहा कि तुम्हारा खिलोना यह है, तुम अब इससे खेलो। फिर वो मेरे लंड को अपने एक हाथ में लेकर उसको छूकर कहने लगी कि यह तो बहुत मोटा और लंबा भी है। मैंने उसका हाथ पकड़कर अपने लंड पर रख दिया और वो उससे सहलने लगी और मेरा पानी निकलने वाला था।
फिर मैंने उससे कहा कि तुम अब इसको चूसो तो वो किस करने लगी और मैंने उसके मुहं में अपना लंड डाल दिया। वो उसको बड़े मज़े लेकर लोलीपोप की तरह चूसने लगी और कुछ देर बाद मेरा वीर्य उसके मुहं में निकल गया। फिर उसने सारा वीर्य पी लिया और अपनी जीभ से मेरा लंड चाटकर साफ कर दिया।
उसके बाद हम दोनों बातें करते रहे और में उसके बूब्स से खेलता रहा और फिर थोड़ी देर बाद एक बार फिर से मेरा लंड खड़ा हो गया और अब मैंने उससे कहा कि अब में इसको तुम्हारी चूत में डालूँगा, वो मुझसे कहने लगी कि में अभी तक कुंवारी हूँ और मेरी चूत में कोई लंड अब तक नहीं गया और इसके जाने से कुछ हो गया तो, लेकिन तभी मैंने उसको समझाया कि तुम्हे ऐसा कुछ नहीं होगा पहली बार हल्का सा दर्द जरुर होता है, लेकिन उसके बाद तुम्हे बहुत मज़ा आएगा और में हूँ ना तुम्हारे साथ, तुम क्यों इतना डरती हो?
फिर वो मेरे कहने समझाने पर मेरी बात मान गई और उसके बाद मैंने उसको नीचे लेटाकर अपना लंड उसकी चूत के छेद पर रख दिया और एक धक्का मार दिया, जिसकी वजह से मेरा लंड थोड़ा सा ही अंदर गया और वो ज़ोर ज़ोर से चीखने चिल्लाने लगी आईईईईईई माँ में मर उफ्फ्फ्फफ्फ्फ़ मुझे बहुत दर्द हो रहा है, मेरी फट गई, प्लीज बाहर निकालो इसको आह्ह्हह्ह प्लीज अब छोड़ दो मुझे।
अब में उसको लगातार किस करता रहा और उसके बूब्स को दबाता सहलाता रहा। फिर जब वो शांत हुई तो मैंने अपना दूसरा धक्का लगाकर अपना पूरा का पूरा लंड उसकी चूत में डाल दिया और वो ज़ोर से चिल्ला रही थी
आईईईईईईइ ओह्ह्हह्ह्ह्ह तुमने तो मुझे आज मार डाला प्लीज अब तुम अपना लंड बाहर निकालो और में उसको लगातार किस करता रहा और कुछ देर वैसे ही रहने के बाद जब वो दोबारा शांत हुई तो में हल्के हल्के धक्के मारने लगा और वो अपनी गांड को उछाल उछालकर मेरे साथ अपनी चुदाई के मज़े लेने लगी।
फिर थोड़ी देर बाद वो मुझसे कहने लगी आईईईईई उफ्फ्फ्फ मुझे कुछ हो रहा है हाँ तुम और तेज तेज तेज धक्के लगाओ और फिर एकदम से उसने मुझे अपनी बाहों में जकड़ लिया और उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया था,
लेकिन मेरा अभी भी कुछ नहीं हुआ था और में लगातार धक्के लगाता गया और कुछ देर बाद में भी अब झड़ने वाला था, इसलिए मैंने जोश में आकर ज्यादा ज़ोर से धक्के दिए और में भी झड़ गया और वो भी हम एक दूसरे से चिपक गये और किस करते रहे।
दोस्तों उस रात को मैंने रुक रुककर उसको पांच बार बहुत जमकर चोदा और हर बार उसने मेरा पूरा पूरा साथ दिया और जिसकी वजह से सुबह उससे उठकर पैदल भी नहीं चला जा रहा था। उसकी चाल बिल्कुल बदल चुकी थी और उसको अपनी चूत में उस चुदाई की वजह से दर्द भी बहुत हो रहा था
लेकिन वो फिर भी अपने चेहरे से बिल्कुल संतुष्ट नजर आ रही थी और जब सुबह उसने बेड शीट को देखा तो वो खून से लाल हुई पड़ी थी। वो उसको देखकर मुझसे कहने लगी कि आज तुमने तो मेरी फाड़ दी।
फिर 6 बजे मैंने उसको किस करके वापस भेज दिया और उसके चले जाने के बाद में सो गया। करीब दस बजे उसकी सहली मेरे रूम में आ गई और वो मुझसे कहने लगी कि क्या बात है सारी रात तुमने उसको बहुत जमकर चोदा और उसको बहुत दर्द हो रहा है।
फिर में उसको देखने चला गया तो वो मुझे देखकर हंसने लगी और मैंने वहां पर एक डॉक्टर से बात करके उसको कुछ दर्द की दवाई लाकर दे दी और फिर हम वापस आ गये। फिर घर आकर हमें दोबारा ऐसा कोई भी अच्छा मौका नहीं मिला, जिसका हम दोनों दोबारा फायदा उठाकर चुदाई के मज़े लेते ।।
धन्यवाद …
और कोई भी ऐसी कहानी नहीं है जो मैंने नहीं पढ़ी है। दोस्तों यह बात आज से एक साल पहले की है।
में हरियाणा का रहने वाला हूँ और में उस समय एक प्राइवेट कंपनी में वहां के सभी कंप्यूटर को चलाने का काम करता हूँ जो कि सॉफ्टवेर और डाटा को सँभालने का काम मुझसे करवाती है।
दोस्तों हमारी वो कंपनी पहली मंजिल पर है और उसके बिल्कुल सामने का हिस्सा प्राइवेट पुलिस का ऑफिस था। उसमे एक ऑफिसर हमारे पास हर दिन आता था और वो कभी पेपर लेने आता तो कभी फाईल और कभी कुछ लेने आता था।
इस तरह से बहुत दिन निकल गये और हल्के फुल्के मज़ाक के साथ हमारी दोस्ती भी हो गई। एक दिन उसने मुझसे कहा कि मेरे बेटी अपनी कॉलेज की पढाई कर रही है, लेकिन उसको कंप्यूटर के बारे में तुमसे कुछ सवाल पूछना है, इसलिए प्लीज तुम मेरे घर आ जाना।
फिर मैंने उससे कहा कि हाँ ठीक है और फिर मैंने उसके घर का पता भी ले लिया और उसको लेकर में रात को अपने ऑफिस से छुट्टी हो जाने के बाद करीब आठ बजे उसके घर पर चला गया और उनका घर मुझे जल्दी ही मिल गया। फिर करीब 8:30 बजे में उसके घर पहुंच गया और मैंने दरवाजे पर लगी घंटी को बजाया तो मैंने देखा कि उसकी लड़की ने दरवाजा खोला।
में तो उसको अपनी चकित नजरों से देखता ही रह गया, वाह क्या मस्त सुंदर अप्सरा लग रही थी, वो लाल कलर की टी-शर्ट और काले रंग के लोवर में मेरे सामने खड़ी हुई थी, जिसको देखकर मेरे तो होश ही उड़ गए, क्योंकि मैंने इतनी सुंदर लड़की पहले कभी नहीं देखी थी और फिर वो मुझसे पूछने लगी कि हैल्लो मिस्टर आप कौन हो,
क्या काम है? अब में हड़बड़ाते हुए बोला कि जी मुझे आपके पापा ने बुलाया था, तो वो मुझसे कहने लगी कि वो इस समय घर पर नहीं है आप बाद में आ जाना और अब मैंने उससे कहा कि में कंप्यूटर की किसी समस्या के बारे में बताने आया हूँ।
वो मेरी बात को सुनकर मुझसे कहने लगी कि आप अंदर आ जाइए और तभी उसी समय उसके पापा का फोन आ गया। उसने अपने पापा से कहा कि कोई कंप्यूटर के बारे में मुझे बताने आया है। फिर मैंने उसके पापा से फोन पर बात की तो वो मुझसे कहने लगे कि वो तो थोड़ा देरी से आएगें तुम खुद आज उसकी समस्या को समझ लो और कल उसको हल करवा देना।
फिर तभी उसकी माँ भी आ गई और उसके हाथ में चाय थी और वो तो दिखने में ऐसी थी कि उनको देखकर मेरी तो हालत ही खराब होने लगी थी। उसकी उम्र करीब 40-45 साल होगी,
लेकिन फिर भी वो दिखने में 30-32 साल से ज्यादा की नहीं दिख रही थी। वो भी बहुत सुंदर बड़ी सेक्सी माल थी और उसको भी देखकर मेरा मन ललचाने लगा था और दिमाग अपने ठिकाने पर नहीं था।
फिर तभी वो मुझसे कहने लगी कि पहले आप चाय पी लो। मैंने उससे कहा कि में चाय नहीं पीता हूँ, तब उसकी माँ मुझसे कहने लगी कि फिर आप दूध पी लो। मैंने कहा कि हाँ वो तो में जरुर पी लूँगा।
तभी वो अपनी लड़की की तरफ हंसते हुए मुझसे पूछने लगी तुम ठंडा दूध पियोगे या गरम? मैंने कहा कि गरम दूध पीने में ज्यादा मज़ा आता है, लेकिन आप तो ठंड ही पिला दो और उसकी माँ रसोईघर में चली गई।
तभी मैंने उसका कंप्यूटर चालू किया और उसकी समस्या को देखा। तब तक उसकी माँ मेरे लिए ठंडा दूध लेकर आ गई और थोड़ी देर में कभी उसकी समस्या को देखता तो कभी उसको और फिर उसके बाद में वहां से अपने घर पर आ गया और अगले दिन शाम को मैंने उसके घर दोबारा जाकर उसकी समस्या को हल कर दिया और हर शाम को में करीब सात बजे उसको ट्यूशन देने लगा।
फिर उसके एक महीने के बाद उसके पेपर हो गए और में कभी भी उसको दोबारा नहीं मिला, लेकिन बहुत दिनों के बाद उसका मेरे पास फोन आया तो वो कहने लगी कि उसका जन्मदिन है और आप 12 बजे पार्टी में आ जाना।
दोस्तों मुझे अब बिल्कुल भी समझ में नहीं आ रहा था कि में उसको क्या उपहार लाकर दूँ? फिर हारकर मैंने अपनी एक दोस्त से उसके बारे में पूछा तो वो मुझसे कहने लगी कि तुम उसको चोकलेट का गिफ्ट दे दो और में वो लेकर उसकी पार्टी में चला गया और वहां पर उसके बहुत सारे दोस्त थे।
वो उस समय बड़ी सेक्सी लग रही थी, उसने एक मिनी स्कर्ट और बिना बाँह का टॉप पहना हुआ था। मैंने उसको अपना वो गिफ्ट दे दिया और में थोड़ी देर वहां पर रुकने के बाद अपने घर आ गया।
फिर उसी शाम को उसका मेरे फोन पर धन्यवाद लिखा हुआ एक मैसेज आ गया और फिर मैंने उससे कहा कि मुझे अपनी पार्टी अलग से चाहिए।
तो वो मुझसे कहने लगी कि तुम्हारी जब मर्ज़ी पड़े ले लेना और फिर मैंने उससे बात करके अपनी पार्टी का दिन अगला दिन फिक्स किया और वो अकेले ही मुझे पार्टी देने आई। फिर मैंने उससे कहा कि कल तो तुम बहुत मस्त पटाका लग रही थी।
तभी वो मुझसे पूछने लगी कि यह पटाका क्या होता है? तब मैंने उससे कहा कि तुम कल बहुत सेक्सी मस्त लग रही थी। वो मेरी इस बात को सुनकर शरमाकर मेरी तरफ मुस्करा दी और फिर वो मुझसे पूछने लगी कि आज में तुम्हे कैसी लग रही हूँ? तब मैंने उससे कहा कि आज तो तुम ठीक-ठाक लग रही हो और वो मेरी तरफ मुस्कुराने लगी। फिर उसके बाद से हमारा मिलने का सिलसिला शुरू हो गया।
हम हर कभी बाहर कभी किसी गार्डन, होटल और कभी उसके या मेरे घर पर मिलने लगे थे। मैंने कई बार उसको छूकर महसूस करने की भी कोशिश की, लेकिन फिर पीछे हट गया और अब ज्यादा आगे बढ़ने की वजह से हमारे बीच बातें हंसी मजाक कुछ ज्यादा ही हद तक पहुंच चुका था, लेकिन हम दोनों एक दूसरे से अपने मन की वो बात बताने से डर रहे थे।
फिर एक दिन उसके पापा का मेरे पास फोन आ गया। वो मुझसे बोले कि तुम जल्दी से मेरे घर आ जाओ मुझे सब कुछ पता चल गया है। दोस्तों उनके मुहं से यह बातें सुनकर मेरी तो गांड फट गई और में मन ही मन सोचने लगा कि अब क्या होगा? और में कुछ देर के बाद उसके घर चला गया।
उसके पापा ने दरवाजा खोला और अब वो मुझसे कहने लगे कि मुझे वो सब पता चल गया है? तो मैंने बहुत डरते हुए उनसे पूछा कि सर आप यह सब क्या कह रहे है मुझे उसका मतलब थोड़ा सा खुलकर समझाए? तो वो कहने लगे कि तुम्हारी ही मेहनत ने मेरी बेटी को टॉप करवा दिया है।
मुझे पता है कि तुमने इसके साथ कितनी मेहनत की है। फिर उनके मुहं से यह बात सुनकर मेरी जान में जान आई और में मन ही मन बहुत खुश हुआ और वहां पर कुछ देर रुककर में अपने घर चला आया।
फिर मैंने उससे मुझे फोन करने के लिए कहा तो उसके अगले दिन मेरे पास उसका फोन आ गया। तब मैंने उससे मेरी पार्टी के लिए कहा तो वो मुझसे कहने लगी कि आप ले लो और तब मैंने उसी शाम को उसके साथ फिल्म देखने का प्रोग्राम बनाया तो उसने भी हाँ कह दिया।
फिर हम दोनों फिल्म देखने चले गये और उस दिन हॉल में कोई भीड़ नहीं थी। हमने आखरी वाली लाइन में आखरी वाली सीट ले ली और अब हम दोनों फिल्म देखने लगे। कुछ देर बाद फिल्म में एक चूमने का द्रश्य आ गया तो मैंने उससे कहा कि देखो वो लड़का उस लड़की के साथ कितने मज़े से ले रहा है? तो वो मुझसे कहने लगी क्यों आप भी तो लेते होंगे? मैंने उससे कहा कि अभी तक तो मैंने लिया नहीं और अगर तुम दो तो ज़रूर ले लूँगा, लेकिन उसने मेरी बात का कोई जवाब नहीं दिया और वो चुपचाप फिल्म देखने लगी।
फिर थोड़ी देर के बाद मैंने हिम्मत करके उसका हाथ अपने हाथ में ले लिया, लेकिन उसने मुझसे कुछ नहीं कहा। अब में उसके सर में हाथ फेरने लगा और अब वो मुझसे पूछने लगी कि आप यह क्या कर रहे हो?
मैंने उससे कहा कि कुछ नहीं और फिर मैंने थोड़ी हिम्मत करके उससे कहा कि प्लीज तुम मुझे एक किस दे दो और वो मुझसे कहने लगी कि फिर कभी और उसके बाद हम दोनों फिल्म देखकर अपने अपने घर चले गए तो
उसके कुछ दिन बाद उसका मेरे पास फोन आ गया और उसने मुझसे कहा कि तुम आज मेरे घर आ जाना। में आज घर में बिल्कुल अकेली हूँ।
फिर मैंने उससे कहा कि ठीक है में आ जाऊंगा, लेकिन में एक शर्त पर आऊंगा कि तुम मुझे आज किस दोगी? वो कहने लगी कि हाँ ठीक है ले लेना और फिर में बहुत खुश होकर उसके घर पर चला गया और तब मैंने वहां पर पहुंचकर देखा कि वो घर पर अकेली थी और उसने सूट पहना हुआ था।
उससे कुछ देर बैठकर इधर उधर की बातें करने के बाद मैंने उससे कहा कि मेरा वो किस। तो वो कहने लगी कि कुत्ते की पूंछ कभी सीधी नहीं होती और फिर वो मुझसे कहने लगी कि सिर्फ़ आज ही दूंगी फिर कभी नहीं।
अब मैंने उससे कहा कि हाँ ठीक है कम से कम आज तो दे दो और फिर वो उठकर मेरे पास चली आई और मैंने तुरंत उसको लपककर अपनी गोद में बैठा लिया और में उसको किस करने लगा,
जिसकी वजह से अब उसको भी मज़ा आने लगा था। अब मैंने धीरे से अपने हाथ उसके बूब्स पर रख दिया, लेकिन उसने मुझसे कुछ नहीं कहा और उसके बाद में धीरे धीरे उसके बूब्स को दबाने मसलने लगा।
तभी दरवाजे पर लगी घंटी बजी और हम पहले जैसे हो गए। उसकी मम्मी वापस आ गई और उसको देखकर में एकदम दंग रह गया। वो मुझसे पूछने लगी कि क्यों तुम कब आए? मैंने उनसे कहा कि मुझे पांच मिनट हुए है वो कहने लगी कि क्या कोई काम था? मैंने कहा कि नहीं में इधर से जा रहा तो इसलिए में आपसे मिलने आ गया।
उसने मुझसे पूछा तुम कुछ लोगे तो मैंने कहा कि पानी दे दो। फिर मैंने पानी पी लिया और थोड़ी देर के बाद में अपने घर आ गया और फिर हम एक दो बार मिले, लेकिन उसने मुझे किस नहीं दी।
फिर मैंने उसको बताया कि मेरा जन्मदिन है तो वो मुझसे कहने लगी कि मेरी पार्टी कब मुझे दोगे? मैंने उससे कहा कि तुम जब चाहो ले लो, वो मुझसे कहने लगी कि हमारे कॉलेज का ट्रिप मसूरी जा रहा है
तुम भी वहां पर आ जाओ और हम वहीं पर बड़े मज़े करेंगे और फिर मैंने भी जाने के लिए अपने ऑफिस से चार दिन की छुट्टी ले ली और जाने के दो दिन पहले उसका फोन आया और वो मुझसे पूछने लगी कि आप क्या गिफ्ट लोगे? तब मैंने उससे कहा कि मुझे गिफ्ट नहीं चाहिए तो वो कहने लगी कि कुछ तो लो।
फिर मैंने कहा कि मसूरी जाकर ले लूँगा और उसने मुस्कुराते हुए कहा कि में समझ गई ले लेना। फिर हम मसूरी चले गये और रास्ते में मेरी कार खराब होने की वजह से में रात को देरी से पहुंचा इसलिए में उसको रात को नहीं मिल पाया। फिर अगले दिन मेरा जन्मदिन था और में उससे मिला और दोपहर को हमारा मिलने का तय हुआ।
फिर दोपहर को वो काले कलर के सूट में मेरे रूम में आ गई। हमने वहां पर कुछ खाने के लिए और कॉफी का ऑर्डर किया। उसके बाद हम खाने लगे तो तभी उसने मुझसे पूछा कि क्या तुम अपना गिफ्ट नहीं लेना चाहते? तो मैंने उससे कहा कि दिन में नहीं, रात को मेरे साथ सो जाना तब लूँगा।
वो मेरी बात नहीं मानी और कहने लगी कि लेना है तो ले लो वरना में जा रही हूँ। फिर मैंने उससे कहा कि ठीक है में भी अब जा रहा हूँ और तुम मुझे दोबारा कभी भी कॉल मत करना।
हमारी दोस्ती बस खत्म और वो उठकर चली गई और में बहुत उदास हो गया। फिर थोड़ी देर बाद वो मेरे रूम में अपनी एक दोस्त के साथ आई और उसकी दोस्त मुझसे कहने लगी कि आप रात को यहाँ पर रहोगे और अगर चेकिंग हो गई तो समस्या खड़ी हो जाएगी।
फिर मैंने उससे कहा कि उसकी जिम्मेदारी मेरी है और फिर उसकी दोस्त ने कहा कि हाँ ठीक रात को 11 बजे आ जाएगी, लेकिन सुबह 6 बजे वापस भेज देना। अब मैंने उससे कहा कि हाँ ठीक है और उसके सामने ही वो मुझसे गले लगी और वो मुझसे माफ़ करने के लिए कहने लगी।
फिर मैंने उसको अपनी और से दबाया और उसके बूब्स मेरी छाती में दबने लगे। उसके बाद वो जाने लगी और जाते जाते मैंने दरवाजे पर उसकी गांड में उंगली कर दी।
वो मुझसे शरारती बोलकर चली गई। फिर रात को करीब 11 बजे वो आ गई और उस समय वो गुलाबी रंग के नाइट गाउन में थी।
उसको देखकर मेरे मन करने लगा कि में अभी इसे चोद दूँ, लेकिन में ऐसा नहीं कर सकता था, उसके बाद में और वो सोफे पर बैठ गये।
वो मेरे पास थी और पूछने लगी कि किस नहीं लेना? तब मैंने उससे कहा कि तुम मेरी गोद में आकर दे दो, वो मेरी गोद में आ गई और में उसे किस करने लगा और उसकी जीभ को चूसने लगा। फिर थोड़ी देर में अपना हाथ उसके बूब्स पर ले गया।
फिर वो मुझसे कहने लगी कि यह नहीं, मैंने पूछा क्या? वो कहने लगी कि इन्हें मत दबाओ, तो मैंने कहा कि इसके बिना किस में मज़ा नहीं आता और वो फिर से किस करने लगी।
फिर थोड़ी देर किस करते हुए उसके गाउन के ऊपर से ही उसके बूब्स को दबा रहा था। फिर मैंने गाउन के अंदर हाथ डालकर उसके बूब्स को ब्रा के ऊपर से दबाने लगा और जब उसने मना नहीं किया तो मैंने उसके गाउन का बटन खोल दिए और वो कहने लगी कि यह क्या कर रहे हो? मैंने कहा कि कुछ नहीं।
फिर वो लगातार मना करती रही और फिर वो मान गई। मैंने उसके गाउन के बटन खोल दिए और ब्रा के ऊपर से उसके बूब्स को दबाने लगा। कुछ देर बाद उसको मज़ा आने लगा और वो जोश में आकर आह्हह्ह्ह्ह की उफ्फ्फ्फ्फ़ की आवाज निकालने लगी।
तभी मैंने वो सही मौका देखते हुए उसकी पेंटी पर अपना एक हाथ रख दिया और तब मैंने छूकर महसूस किया कि वो बिल्कुल गीली हो चुकी थी और उसकी चूत गरम होकर अपना रस छोड़ने लगी थी।
फिर में तुरंत उसकी पेंटी में अपना एक हाथ डालकर उसकी गरम गीली चूत को सहलाने लगा और वो बिल्कुल मदहोश हो गई और आहहोह आईईईईईसी की आवाज़ निकालने लगी थी।
तभी मैंने अपनी एक उंगली को उसकी चूत में डालकर अंदर बाहर करने लगा, जिसकी वजह से वो और भी ज्यादा मदहोश हो गई और में अपनी उंगली को धीरे धीरे लगातार आगे पीछे करने लगा।
वो सिसकियाँ लेती रही, लेकिन कुछ देर बाद में वो झड़ गई और वो मुझसे कहने लगी कि जान आज मुझे पहली बार बहुत मज़ा आया। फिर मैंने उससे कहा कि अभी और भी मज़ा आएगा, क्या अब हम बेड पर चलें तो वो अपने कपड़े पहनने लगी और मैंने उससे कहा कि तुम इसको ऐसे ही छोड़ दो, आज हम ऐसे ही सोते है।
उससे इतना कहकर मैंने अपने भी कपड़े उतार दिए और अब में उसके सामने अंडरवियर में था और मेरा लंड तनकर खड़ा हुआ था। वो उसको देखकर हंसने लगी और फिर हम दोनों बेड पर आकर एक दूसरे को किस करने लगे। किस करते करते मैंने उसकी ब्रा को उतार दिया, लेकिन उसने मुझसे कुछ नहीं कहा और में उसके बूब्स को चूसने लगा और दबाने लगा।
वो ओह्ह्ह्हह्ह आह्ह्ह्हह माँ मर गई कर रही थी और कुछ देर बाद में उसकी चूत में उंगली करने लगा। वो मुझसे कहने लगी कि ऊईईईईइ माँ तुम तो आज मुझे मार ही दोगे ऊफफ्फ्फ्फ़।
फिर में उसकी पेंटी को उतारकर अब उसकी चूत को चाटने लगा और उसमे अपनी उंगली को अंदर बाहर करने लगा। वो पहले ही एक बार झड़ चुकी थी इसलिए उसकी चुत बहुत गीली थी और मेरी ऊँगली बिना किसी रुकावट के अंदर बाहर हो रही थी और फिर वो मुझसे कहने लगी कि तुम इस काम में बहुत कुछ जानते हो।
फिर मेरे से रहा नहीं गया तो मैंने अपना अंडरवियर उतारकर उससे कहा कि तुम्हारा खिलोना यह है, तुम अब इससे खेलो। फिर वो मेरे लंड को अपने एक हाथ में लेकर उसको छूकर कहने लगी कि यह तो बहुत मोटा और लंबा भी है। मैंने उसका हाथ पकड़कर अपने लंड पर रख दिया और वो उससे सहलने लगी और मेरा पानी निकलने वाला था।
फिर मैंने उससे कहा कि तुम अब इसको चूसो तो वो किस करने लगी और मैंने उसके मुहं में अपना लंड डाल दिया। वो उसको बड़े मज़े लेकर लोलीपोप की तरह चूसने लगी और कुछ देर बाद मेरा वीर्य उसके मुहं में निकल गया। फिर उसने सारा वीर्य पी लिया और अपनी जीभ से मेरा लंड चाटकर साफ कर दिया।
उसके बाद हम दोनों बातें करते रहे और में उसके बूब्स से खेलता रहा और फिर थोड़ी देर बाद एक बार फिर से मेरा लंड खड़ा हो गया और अब मैंने उससे कहा कि अब में इसको तुम्हारी चूत में डालूँगा, वो मुझसे कहने लगी कि में अभी तक कुंवारी हूँ और मेरी चूत में कोई लंड अब तक नहीं गया और इसके जाने से कुछ हो गया तो, लेकिन तभी मैंने उसको समझाया कि तुम्हे ऐसा कुछ नहीं होगा पहली बार हल्का सा दर्द जरुर होता है, लेकिन उसके बाद तुम्हे बहुत मज़ा आएगा और में हूँ ना तुम्हारे साथ, तुम क्यों इतना डरती हो?
फिर वो मेरे कहने समझाने पर मेरी बात मान गई और उसके बाद मैंने उसको नीचे लेटाकर अपना लंड उसकी चूत के छेद पर रख दिया और एक धक्का मार दिया, जिसकी वजह से मेरा लंड थोड़ा सा ही अंदर गया और वो ज़ोर ज़ोर से चीखने चिल्लाने लगी आईईईईईई माँ में मर उफ्फ्फ्फफ्फ्फ़ मुझे बहुत दर्द हो रहा है, मेरी फट गई, प्लीज बाहर निकालो इसको आह्ह्हह्ह प्लीज अब छोड़ दो मुझे।
अब में उसको लगातार किस करता रहा और उसके बूब्स को दबाता सहलाता रहा। फिर जब वो शांत हुई तो मैंने अपना दूसरा धक्का लगाकर अपना पूरा का पूरा लंड उसकी चूत में डाल दिया और वो ज़ोर से चिल्ला रही थी
आईईईईईईइ ओह्ह्हह्ह्ह्ह तुमने तो मुझे आज मार डाला प्लीज अब तुम अपना लंड बाहर निकालो और में उसको लगातार किस करता रहा और कुछ देर वैसे ही रहने के बाद जब वो दोबारा शांत हुई तो में हल्के हल्के धक्के मारने लगा और वो अपनी गांड को उछाल उछालकर मेरे साथ अपनी चुदाई के मज़े लेने लगी।
फिर थोड़ी देर बाद वो मुझसे कहने लगी आईईईईई उफ्फ्फ्फ मुझे कुछ हो रहा है हाँ तुम और तेज तेज तेज धक्के लगाओ और फिर एकदम से उसने मुझे अपनी बाहों में जकड़ लिया और उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया था,
लेकिन मेरा अभी भी कुछ नहीं हुआ था और में लगातार धक्के लगाता गया और कुछ देर बाद में भी अब झड़ने वाला था, इसलिए मैंने जोश में आकर ज्यादा ज़ोर से धक्के दिए और में भी झड़ गया और वो भी हम एक दूसरे से चिपक गये और किस करते रहे।
दोस्तों उस रात को मैंने रुक रुककर उसको पांच बार बहुत जमकर चोदा और हर बार उसने मेरा पूरा पूरा साथ दिया और जिसकी वजह से सुबह उससे उठकर पैदल भी नहीं चला जा रहा था। उसकी चाल बिल्कुल बदल चुकी थी और उसको अपनी चूत में उस चुदाई की वजह से दर्द भी बहुत हो रहा था
लेकिन वो फिर भी अपने चेहरे से बिल्कुल संतुष्ट नजर आ रही थी और जब सुबह उसने बेड शीट को देखा तो वो खून से लाल हुई पड़ी थी। वो उसको देखकर मुझसे कहने लगी कि आज तुमने तो मेरी फाड़ दी।
फिर 6 बजे मैंने उसको किस करके वापस भेज दिया और उसके चले जाने के बाद में सो गया। करीब दस बजे उसकी सहली मेरे रूम में आ गई और वो मुझसे कहने लगी कि क्या बात है सारी रात तुमने उसको बहुत जमकर चोदा और उसको बहुत दर्द हो रहा है।
फिर में उसको देखने चला गया तो वो मुझे देखकर हंसने लगी और मैंने वहां पर एक डॉक्टर से बात करके उसको कुछ दर्द की दवाई लाकर दे दी और फिर हम वापस आ गये। फिर घर आकर हमें दोबारा ऐसा कोई भी अच्छा मौका नहीं मिला, जिसका हम दोनों दोबारा फायदा उठाकर चुदाई के मज़े लेते ।।
धन्यवाद …