स्टोरी ऑफ़ ऐस फकिंग में मैंने अपने पड़ोस में रहने वाली एक आंटी के घर में उनके साथ सेक्स का मजा लिया. लेकिन मुझे तो उनकी चौड़ी गांड मारनी थी.
नमस्कार मित्रो, मेरा नाम दिनेश है.
आज मैं आपको अपनी पड़ोसन आंटी, जिनको मैं ताई कहता हूँ, की चुदाई की कहानी बताने जा रहा हूँ.
मेरी पड़ोसन ताई का नाम नर्मदा है और उनकी उम्र करीब 55 साल है.
ताई सदैव साधारण साड़ी पहनती हैं.
ताई जब साड़ी पहन कर नीचे झुकती हैं, तो उनकी गांड देखने लायक होती है.
मैं ताई को कामुक निगाहों से देखता रहता था.
उनकी चूचियां काफी भरी हुई थीं और बस देख कर यूं लगता था कि उनके ऊपर चढ़ ही जाऊं!
दोस्तो, यह स्टोरी ऑफ़ ऐस फकिंग आज से करीब एक साल पहले की है. उस दिन ताई घर पर अकेली थीं, तो उन्होंने मुझसे कहा कि घर पर सोने के लिए आ जाना क्योंकि मैं अकेली हूं.
मैंने मन बना लिया था कि आज मौका मिला तो ताई का काम उठा दूंगा.
यही सोच कर मैं अपने साथ काम बढ़ाने वाली दो गोलियां जेब में रख ले गया.
मैं रात को खाना खाकर उनके घर पर गया तो दरवाजा बंद था.
मैंने आवाज लगाई तो ताई ने आकर दरवाजा खोला और एक स्माइल दी.
उस वक्त भी ताई जी ने साड़ी पहन रखी थी.
दरवाजे को बंद करने के लिए जैसे ही वे झुकीं, उनकी गांड मुझसे टच हुई.
ताई ने पीछे मुड़ कर देखा तो मैं डर गया.
लेकिन ताई कुछ नहीं बोलीं.
फिर नर्मदा ताई ने पूछा- खाना खा लिया या नहीं?
मैंने कहा- हां खा लिया ताई.
अब हम दोनों कमरे में आ गए.
ताई ने पूछा- मेरे साथ ही सो जाना! कोई दिक्कत तो नहीं है?
मैंने कहा- कोई दिक्कत नहीं है.
वह गर्मी का मौसम था.
ताई ने लेटने से पहले अपनी साड़ी खोल दी.
अब वे मेरे सामने केवल पेटीकोट और ब्लाउज में ही थीं.
वे जमीन पर गिराई हुई साड़ी लेने के लिए नीचे झुकीं, तो पेटीकोट में उनकी गांड उभर कर सामने आ गई.
ताई को इस हालत में देखकर मेरा लंड खड़ा हो गया.
उस वक्त ताई ने एक लुगड़ा पहन लिया.
ताई बोलीं कि मैं फ्रेश होकर आती हूँ.
ताई के जाने के बाद मैंने एक टेबलेट खा ली.
थोड़ी देर बाद ताई कमरे में आईं और बोलीं- भैंस को अन्दर बंधवाना है, तो तू साथ चल!
हम दोनों पीछे वाली जगह पर गए जहां भैंस बंधी हुई थी.
मैं ताई के पीछे चल रहा था.
ताई भैंस को खोलने के लिए नीचे झुकीं तो उनकी गांड फिर से फैल गई और मेरा लंड खड़ा हो गया.
ताई भैंस को लेकर छप्पर में गईं और मैं उनके पीछे खड़ा हो गया.
तब भी ताई भैंस को बांधने के लिए नीचे झुकीं तो उनकी गांड में लंड से टच हो गया.
अब ताई जी ने मेरे लौड़े को महसूस किया और चुपके चुपके ही मेरी तरफ देख कर मुस्कुरा दीं.
फिर वे वहां सीधी खड़ी हो गईं और घूम कर मुझसे बोलीं- चल अब सोते हैं.
मैं तो नर्मदा ताई के पीछे पीछे चला गया.
ताई जी अपनी गांड मटका मटका कर चल रही थीं.
जब कमरे में आए तो ताई जी ने अपना लुगड़ा उतार दिया और अब वह केवल पेटीकोट और ब्लाउज में ही थीं.
ताई जी ने मुझसे कहा- मेरे इस ओर सो जाना.
हम दोनों लेट गए.
ताई मेरी तरफ अपनी गांड करके सो गईं.
कुछ देर बाद हमें नींद आ गई.
अचानक से एक बजे मेरी नींद खुली, तो टेबलेट खाने के कारण मेरा लंड सीधा खड़ा हुआ था.
ताई जी मेरी तरफ़ करवट लेकर लेटी हुई थीं.
उनकी गांड मेरी तरफ थी.
मैंने हिम्मत करके ताई जी की गांड पर अपना एक हाथ लगा दिया.
मेरा हाथ कांप रहा था और ताई जी की गांड की दरार को ढूंढ रहा था.
अचानक से ताई जी की नींद खुल गई और उन्होंने मेरा हाथ पकड़ लिया.
वे मेरी ओर करवट लेती हुई बोलीं- यह क्या कर रहा है?
तभी अचानक से उनको मेरा लंड दिखाई दिया जो सीधा खड़ा था.
अब ताई जी की भी सोई हुई वासना जागने लगी थी.
उन्होंने मुझसे कहा- यह सब करने से पहले मेरे को बताना था बेटा … और अगर मेरे साथ तुम कर लेते हो तो किसी को मत बताना!
यह सुनते ही मैंने उनके ब्लाउज के हुक खोल दिए और उनके बूब्स को चूसने लगा.
फिर पेटीकोट को ऊपर करके अपनी एक उंगली ताई जी की गांड के छेद में डाल दी.
मैंने ताई जी को अपने ऊपर सुला लिया और उनके साथ 69 की पोजीशन में आ गया.
वे मेरा लंड चूस रही थीं और मैं ताई जी की चूत और गांड को चाट रहा था.
कुछ देर बाद ताई जी ने मुझसे कहा- अब मुझसे नहीं रहा जाता, तुम मेरी चूत चोदो.
ताई की चूत नहीं थी, वह भोसड़ा था.
मैं ताई को मेरे ऊपर ले आया और काऊगर्ल पोजीशन में ताई को चोदने लगा.
फिर चोदते हुए ही मैंने अपनी एक उंगली ताई जी के मुँह में डाल दी.
उंगली को थूक से सान कर ताई की गांड के छेद में डाल दी.
वे उंगली से मस्ती में आकर चिल्लाने लगी थीं- बेटा, बहुत दिनों से मैं तुमसे चुदना चाहती थी.
मैंने कहा- हां ताई, मैं भी आपको चोदना चाहता था. पर कह नहीं पा रहा था.
वे बोलीं- अब तू खुल कर चोद ले मुझे … आज मेरी चूत की प्यास बुझा दे.
मैंने ताई जी को कुतिया बनाया और उनकी गांड को सूंघने लगा.
उनकी गांड से एक अनोखी खुशबू आ रही थी.
फिर मैंने गांड के छेद को चाटना शुरू कर दिया.
ताईजी ने शायद कभी भी अपनी गांड नहीं मरवाई थी, तभी गांड का छेद टाइट था.
नर्मदा ताई ने अपनी बीच वाली उंगली अपनी गांड के छेद में डाल दी और मैं उनकी चूत को चाटने लगा.
ताई इस पोजीशन में पूरी रण्डी लग रही थीं.
वे अपने बेटे की उम्र के जवान लड़के का लंड ले रही थीं.
ताई बोल रही थीं- बेटा तू मेरे को कई बार देखता था, लेकिन मेरे को चोदना आज नसीब हुआ है. तुझे कैसा लग रहा है?
मैंने कहा- ताई मैं केवल आपकी गांड का दीवाना हूँ.
ताई ने कहा- मैं आज से तेरी ही हूं, तू बस अपनी नर्मदा ताई को चोद … और तुझे मेरी गांड पसंद है तो उसे भी चोद लेना बेटा.
तभी मादरचोद रण्डी ताई ने अचानक से पाद दिया.
उनकी गांड से पाद की गन्ध मदहोश करने वाली थी.
पादने के बाद वे मेरी ओर देखकर मुस्कुरा दीं.
अब मैंने अपनी एक उंगली ताई की गांड में डाल दी और अन्दर बाहर करने लगा.
मैं वापस से ताई को 69 की पोजिशन में ले आया और उनकी गांड चाटने लगा.
ताईजी की गांड का छेद बहुत सेक्सी था. हल्का जामुनी रंग का छेद था.
नर्मदा ताई की गांड का छेद लुपलुप कर रहा था.
मैंने 69 की पोजीशन में 15 मिनट तक ताईजी की गांड चाटी.
उसके बाद मैंने ताई को घोड़ी बना दिया और उनकी गांड के छेद पर तेल लगा कर नर्मदा ताई की गांड मारने लगा.
ताई चिल्ला रही थीं- आह बेटा … मार मेरी गांड … आआह्ह उह … मैं तेरे लिए अपनी गांड मरवा रही हूं … लेकिन तुम किसी को भी मत बताना!
मैंने कहा- ताई आप टैंशन मत लो, यह चुदाई राज ही रहेगी.
तभी मैंने उनकी गांड में धक्के तेज कर दिए.
लगभग 20 मिनट तक ताई की गांड मारने के बाद ताई ने कहा- मुझे बेड पर उल्टा लिटा दे और मेरी गांड में पीछे से अपना लौड़ा डाल दे.
मैंने ऐसा ही किया और ताई जी को उल्टा लिटा दिया, उनकी गांड में लौड़ा डाल दिया.
अब मैंने अपने मोबाइल में एक सेक्सी मूवी चालू कर दी और ताई को दिखाते हुए कहा- देखो ताई, ऐसे चुदाई होती है.
ताई चुदती हुई बोलीं- बहन के लौड़े … तू भी अपनी ताई को ऐसे ही चोद!
मैं ताई के मुँह से यह बात सुनकर जोश में आ गया और ताई को जोर जोर से पेलने लगा.
मैंने ताई जी को खड़े होकर गोद में उठा लिया और ताई की दनादन चुदाई होती रही.
ताई ने कहा- बेटा, मुझे बहुत मज़ा आ रहा है.
मैं उनकी गांड में लंड डालते हुए बहुत ज्यादा खुश हो गया था.
इसके बाद मैंने ताई को कई बार चोदा.
यह थी मेरी ताई नर्मदा की चुदाई की स्टोरी.
आपको Xnxx स्टोरी ऑफ़ ऐस फकिंग कैसी लगी, प्लीज बताएं.
doglushondo@gmail.com
नमस्कार मित्रो, मेरा नाम दिनेश है.
आज मैं आपको अपनी पड़ोसन आंटी, जिनको मैं ताई कहता हूँ, की चुदाई की कहानी बताने जा रहा हूँ.
मेरी पड़ोसन ताई का नाम नर्मदा है और उनकी उम्र करीब 55 साल है.
ताई सदैव साधारण साड़ी पहनती हैं.
ताई जब साड़ी पहन कर नीचे झुकती हैं, तो उनकी गांड देखने लायक होती है.
मैं ताई को कामुक निगाहों से देखता रहता था.
उनकी चूचियां काफी भरी हुई थीं और बस देख कर यूं लगता था कि उनके ऊपर चढ़ ही जाऊं!
दोस्तो, यह स्टोरी ऑफ़ ऐस फकिंग आज से करीब एक साल पहले की है. उस दिन ताई घर पर अकेली थीं, तो उन्होंने मुझसे कहा कि घर पर सोने के लिए आ जाना क्योंकि मैं अकेली हूं.
मैंने मन बना लिया था कि आज मौका मिला तो ताई का काम उठा दूंगा.
यही सोच कर मैं अपने साथ काम बढ़ाने वाली दो गोलियां जेब में रख ले गया.
मैं रात को खाना खाकर उनके घर पर गया तो दरवाजा बंद था.
मैंने आवाज लगाई तो ताई ने आकर दरवाजा खोला और एक स्माइल दी.
उस वक्त भी ताई जी ने साड़ी पहन रखी थी.
दरवाजे को बंद करने के लिए जैसे ही वे झुकीं, उनकी गांड मुझसे टच हुई.
ताई ने पीछे मुड़ कर देखा तो मैं डर गया.
लेकिन ताई कुछ नहीं बोलीं.
फिर नर्मदा ताई ने पूछा- खाना खा लिया या नहीं?
मैंने कहा- हां खा लिया ताई.
अब हम दोनों कमरे में आ गए.
ताई ने पूछा- मेरे साथ ही सो जाना! कोई दिक्कत तो नहीं है?
मैंने कहा- कोई दिक्कत नहीं है.
वह गर्मी का मौसम था.
ताई ने लेटने से पहले अपनी साड़ी खोल दी.
अब वे मेरे सामने केवल पेटीकोट और ब्लाउज में ही थीं.
वे जमीन पर गिराई हुई साड़ी लेने के लिए नीचे झुकीं, तो पेटीकोट में उनकी गांड उभर कर सामने आ गई.
ताई को इस हालत में देखकर मेरा लंड खड़ा हो गया.
उस वक्त ताई ने एक लुगड़ा पहन लिया.
ताई बोलीं कि मैं फ्रेश होकर आती हूँ.
ताई के जाने के बाद मैंने एक टेबलेट खा ली.
थोड़ी देर बाद ताई कमरे में आईं और बोलीं- भैंस को अन्दर बंधवाना है, तो तू साथ चल!
हम दोनों पीछे वाली जगह पर गए जहां भैंस बंधी हुई थी.
मैं ताई के पीछे चल रहा था.
ताई भैंस को खोलने के लिए नीचे झुकीं तो उनकी गांड फिर से फैल गई और मेरा लंड खड़ा हो गया.
ताई भैंस को लेकर छप्पर में गईं और मैं उनके पीछे खड़ा हो गया.
तब भी ताई भैंस को बांधने के लिए नीचे झुकीं तो उनकी गांड में लंड से टच हो गया.
अब ताई जी ने मेरे लौड़े को महसूस किया और चुपके चुपके ही मेरी तरफ देख कर मुस्कुरा दीं.
फिर वे वहां सीधी खड़ी हो गईं और घूम कर मुझसे बोलीं- चल अब सोते हैं.
मैं तो नर्मदा ताई के पीछे पीछे चला गया.
ताई जी अपनी गांड मटका मटका कर चल रही थीं.
जब कमरे में आए तो ताई जी ने अपना लुगड़ा उतार दिया और अब वह केवल पेटीकोट और ब्लाउज में ही थीं.
ताई जी ने मुझसे कहा- मेरे इस ओर सो जाना.
हम दोनों लेट गए.
ताई मेरी तरफ अपनी गांड करके सो गईं.
कुछ देर बाद हमें नींद आ गई.
अचानक से एक बजे मेरी नींद खुली, तो टेबलेट खाने के कारण मेरा लंड सीधा खड़ा हुआ था.
ताई जी मेरी तरफ़ करवट लेकर लेटी हुई थीं.
उनकी गांड मेरी तरफ थी.
मैंने हिम्मत करके ताई जी की गांड पर अपना एक हाथ लगा दिया.
मेरा हाथ कांप रहा था और ताई जी की गांड की दरार को ढूंढ रहा था.
अचानक से ताई जी की नींद खुल गई और उन्होंने मेरा हाथ पकड़ लिया.
वे मेरी ओर करवट लेती हुई बोलीं- यह क्या कर रहा है?
तभी अचानक से उनको मेरा लंड दिखाई दिया जो सीधा खड़ा था.
अब ताई जी की भी सोई हुई वासना जागने लगी थी.
उन्होंने मुझसे कहा- यह सब करने से पहले मेरे को बताना था बेटा … और अगर मेरे साथ तुम कर लेते हो तो किसी को मत बताना!
यह सुनते ही मैंने उनके ब्लाउज के हुक खोल दिए और उनके बूब्स को चूसने लगा.
फिर पेटीकोट को ऊपर करके अपनी एक उंगली ताई जी की गांड के छेद में डाल दी.
मैंने ताई जी को अपने ऊपर सुला लिया और उनके साथ 69 की पोजीशन में आ गया.
वे मेरा लंड चूस रही थीं और मैं ताई जी की चूत और गांड को चाट रहा था.
कुछ देर बाद ताई जी ने मुझसे कहा- अब मुझसे नहीं रहा जाता, तुम मेरी चूत चोदो.
ताई की चूत नहीं थी, वह भोसड़ा था.
मैं ताई को मेरे ऊपर ले आया और काऊगर्ल पोजीशन में ताई को चोदने लगा.
फिर चोदते हुए ही मैंने अपनी एक उंगली ताई जी के मुँह में डाल दी.
उंगली को थूक से सान कर ताई की गांड के छेद में डाल दी.
वे उंगली से मस्ती में आकर चिल्लाने लगी थीं- बेटा, बहुत दिनों से मैं तुमसे चुदना चाहती थी.
मैंने कहा- हां ताई, मैं भी आपको चोदना चाहता था. पर कह नहीं पा रहा था.
वे बोलीं- अब तू खुल कर चोद ले मुझे … आज मेरी चूत की प्यास बुझा दे.
मैंने ताई जी को कुतिया बनाया और उनकी गांड को सूंघने लगा.
उनकी गांड से एक अनोखी खुशबू आ रही थी.
फिर मैंने गांड के छेद को चाटना शुरू कर दिया.
ताईजी ने शायद कभी भी अपनी गांड नहीं मरवाई थी, तभी गांड का छेद टाइट था.
नर्मदा ताई ने अपनी बीच वाली उंगली अपनी गांड के छेद में डाल दी और मैं उनकी चूत को चाटने लगा.
ताई इस पोजीशन में पूरी रण्डी लग रही थीं.
वे अपने बेटे की उम्र के जवान लड़के का लंड ले रही थीं.
ताई बोल रही थीं- बेटा तू मेरे को कई बार देखता था, लेकिन मेरे को चोदना आज नसीब हुआ है. तुझे कैसा लग रहा है?
मैंने कहा- ताई मैं केवल आपकी गांड का दीवाना हूँ.
ताई ने कहा- मैं आज से तेरी ही हूं, तू बस अपनी नर्मदा ताई को चोद … और तुझे मेरी गांड पसंद है तो उसे भी चोद लेना बेटा.
तभी मादरचोद रण्डी ताई ने अचानक से पाद दिया.
उनकी गांड से पाद की गन्ध मदहोश करने वाली थी.
पादने के बाद वे मेरी ओर देखकर मुस्कुरा दीं.
अब मैंने अपनी एक उंगली ताई की गांड में डाल दी और अन्दर बाहर करने लगा.
मैं वापस से ताई को 69 की पोजिशन में ले आया और उनकी गांड चाटने लगा.
ताईजी की गांड का छेद बहुत सेक्सी था. हल्का जामुनी रंग का छेद था.
नर्मदा ताई की गांड का छेद लुपलुप कर रहा था.
मैंने 69 की पोजीशन में 15 मिनट तक ताईजी की गांड चाटी.
उसके बाद मैंने ताई को घोड़ी बना दिया और उनकी गांड के छेद पर तेल लगा कर नर्मदा ताई की गांड मारने लगा.
ताई चिल्ला रही थीं- आह बेटा … मार मेरी गांड … आआह्ह उह … मैं तेरे लिए अपनी गांड मरवा रही हूं … लेकिन तुम किसी को भी मत बताना!
मैंने कहा- ताई आप टैंशन मत लो, यह चुदाई राज ही रहेगी.
तभी मैंने उनकी गांड में धक्के तेज कर दिए.
लगभग 20 मिनट तक ताई की गांड मारने के बाद ताई ने कहा- मुझे बेड पर उल्टा लिटा दे और मेरी गांड में पीछे से अपना लौड़ा डाल दे.
मैंने ऐसा ही किया और ताई जी को उल्टा लिटा दिया, उनकी गांड में लौड़ा डाल दिया.
अब मैंने अपने मोबाइल में एक सेक्सी मूवी चालू कर दी और ताई को दिखाते हुए कहा- देखो ताई, ऐसे चुदाई होती है.
ताई चुदती हुई बोलीं- बहन के लौड़े … तू भी अपनी ताई को ऐसे ही चोद!
मैं ताई के मुँह से यह बात सुनकर जोश में आ गया और ताई को जोर जोर से पेलने लगा.
मैंने ताई जी को खड़े होकर गोद में उठा लिया और ताई की दनादन चुदाई होती रही.
ताई ने कहा- बेटा, मुझे बहुत मज़ा आ रहा है.
मैं उनकी गांड में लंड डालते हुए बहुत ज्यादा खुश हो गया था.
इसके बाद मैंने ताई को कई बार चोदा.
यह थी मेरी ताई नर्मदा की चुदाई की स्टोरी.
आपको Xnxx स्टोरी ऑफ़ ऐस फकिंग कैसी लगी, प्लीज बताएं.
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