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Hindi - हिन्दी Adultery बीवी की अदला बदली कर चुदाई का मजा

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वाइफ चेंज कहानी में मेरा मन हुआ कि मैं बीवी की अदला-बदली करके नयी चूत का मजा लूं. एक बार ट्रेन में मेरा एक दोस्त बना. उसके साथ मेरा वाइफ स्वैप का प्रोग्राम कैसे बना?

दोस्तो, मेरा नाम राजा है.
मैं एम पी का रहने वाला हूं.

मेरी पत्नी का नाम प्रिया है.
वह दिखने मैं थोड़ी दुबली है लेकिन ज्यादा नहीं!
वह बहुत सुंदर दिखती है.

दोस्तो, मैं आप लोगों का ज्यादा समय न लेते हुए सीधे कहानी पर आता हूं.
मैं बहुत दिनों से सेक्स कहानी पढ़ता आ रहा हूं, जिसमें मुझे बीवी की अदला बदली की कहानी बहुत पसंद आई.

तो मैंने भी सोचा क्यों ना मैं भी बीवी बदल कर किसी के साथ चुदाई करूं.

बस अब मैं इस बात को लेकर संजीदा हो गया और सही जोड़े की तलाश करने लगा.

अब यह कुछ इस तरह की बात है कि किसी से सीधे सीधे पूछा भी नहीं जा सकता था कि क्यों भाई आप अपनी बीवी को मेरे साथ चुदवा सकते हो!

मतलब यदि किसी से यह कहा जाए कि क्यों भाई आप मेरी बीवी को चोद सकते हो … तो शायद ही कोई ऐसा मर्द होगा जो इस ऑफर को ठुकरा देगा, पर किसी से उसकी बीवी चोदने की बात पर तो बखेड़ा खड़ा होने का अंदेशा था.

बस इसी उधेड़बुन में समय निकलता गया और मुझे कोई भी ऐसा बंदा नहीं मिला.

फिर एक दिन मैं और मेरी पत्नी इंदौर जा रहे थे, तभी मुझे एक दोस्त मिल गया.
हालांकि वह था तो अजनबी … पर रास्ते में ही मेरी उससे दोस्ती हो गई थी.

उसका नाम रोहण था और वह इंदौर का ही रहने वाला था.
उसके साथ उसकी पत्नी भी थी.
उसका नाम राखी था.

रोहण मुझसे बोला- क्यों ना हम दोनों एक ही स्लीपर में हो जाएं और ये दोनों लेडीज एक स्लीपर में हो जाएं.
मैंने कह दिया- हां चलो ठीक है.

हम दोनों एक ही स्लीपर में चले गए.

हम दोनों स्लीपर में पहुंचे और थोड़ी देर बातें करने के बाद मेरा दोस्त सो गया.

मैंने सोचा क्यों ना मैं सेक्स कहानी पढ़ूँ.
मैं मोबाईल में अन्तर्वासना फ्री सेक्स कहानी पढ़ने लगा.

अभी मैं सेक्स कहानी पढ़ ही रहा था कि मुझे अहसास हुआ कि मेरा साथी रोहण जाग रहा है.

मैंने उसकी तरफ देखा तो उसने पूछा- क्या पढ़ रहे हो?
मैं जल्दी से साईट बंद करने वाला था, तो रोहण ने कहा- जरा दिखाओ तो यार, मुझे भी पढ़ना है!

मैं सेक्स कहानी पढ़ रहा था तो मैंने उसके साथ कहानी पढ़ना शुरू कर दी.
अब हम दोनों कहानी का मजा लेने लगे.

कहानी पढ़ते-पढ़ते वाइफ चेंज कहानी पढ़ने लगे थे.
तो उसने कहा- क्यों ना भाई ऐसा हमारे साथ हो!

तो मैंने कहा- हां यार मैं तो कब से तैयार हूं, पर कोई मिलता ही नहीं!
उसने धीमी आवाज में कहा- क्यों ना मैं अपनी वाइफ राखी को मना कर देखूं और तुम अपनी वाइफ को!

मैंने कहा- अगर ऐसा हो गया तो मजा आ जाएगा भाई!
हम दोनों उसके बाद इसी मुद्दे पर चर्च करते रहे और एक दूसरे की बीवी के बारे में बातें करते रहे.
कुछ देर बाद हम दोनों सो गए.

अब सुबह हो गई, हम लोग इंदौर पहुंच गए.
उधर पहुंचकर हम दोनों ने एक दूसरे के फोन नंबर ले लिए.

दो दिन बाद मेरे दोस्त का कॉल आया.
उसने कहा- क्यों भाई अपनी बीवी से बात की तुमने?
मैंने कहा- अभी नहीं की.

तो उसने कहा- मैंने अपनी बीवी से बात की थी और वह मान गई है. अब तू भी अपनी बीवी से बात कर ले. अगर वह भी मान जाए तो हम लोग कल ही सेक्स के लिए आ जाएंगे.
मैंने ओके कहा.

बाद में मैंने अपनी बीवी से इस बारे में बात की तो उसने साफ मना कर दिया कि वह ऐसा नहीं करेगी.

फरात को जब मैं उसकी चुदाई कर रहा था तो उसने मुझसे कहा- तुम दिन में क्या बोल रहे थे? मैं तुम्हें ऐसा सेक्स नहीं करने दूंगी!

मैंने उसे चोदते हुए कहा- बेबी बहुत मजा आता है ऐसा करने में … लाइफ में इंजॉय करना चाहिए … खुल कर जियो यार … तुम एक बार करके देखोगी तो तुम्हें बहुत मजा आएगा.
फिर मैंने उसे बीवी अदला-बदली की चुदाई वाली वीडियो भी दिखाई और कहानी भी पढ़ाई.

अब उसके मन में कुछ विचार आया.
वह मुझसे बोली- मैं किसी और के साथ सेक्स करूंगी तो तुम्हें बुरा नहीं लगेगा?
मैंने कहा- मुझे बुरा नहीं लगेगा, मैं भी तो उसकी बीवी के साथ सेक्स करूंगा!

उसने कहा- लेकिन हम एक ही कमरे में करेंगे, अकेले में मुझे किसी और के साथ सेक्स करने में डर लगेगा!
मैंने कहा- हां, हम चारों एक ही कमरे में सेक्स करेंगे!

अब वह मान गई.

बस फिर क्या था … मैंने झट से अपने दोस्त को फोन लगाया और उससे कहा कि कल रात को आ जाना!
रात को करीब 7:30 बजे वे दोनों लोग जब हमारे घर आए तो मैंने दरवाजा खोला और वे अन्दर आ गए.

अन्दर आते ही उसकी बीवी राखी मेरे पास बैठ गई.
हम सबने हंसी मजाक किया और एक दूसरे से सहज हो गए.

फिर हम सबने साथ में खाना खाया और सभी लोग आपस में बातें करने लगे.

रात को करीब 10:30 बजे मैंने कहा- क्या हम लोग बातें ही करते रहेंगे या जिस काम के लिए हम लोग आए हैं, वह काम भी करेंगे?

यह सुनकर मेरी बीवी शर्मा गई और उसकी बीवी भी शर्मा गई.
दोस्त ने कहा- भाई तू ही पहले शुरू कर!

मैंने उसकी बीवी का हाथ पकड़कर अपनी तरफ खींच लिया और उसके गाल का किस ले लिया.
उसने भी मेरी बीवी का हाथ पकड़ कर अपनी ओर खींचा और किस करने लगा.

अब माहौल बनने लगा.

धीरे धीरे हम चारों उन्मादित होते गए और जल्द ही हम दोनों मर्दों ने दोनों औरतों के कपड़े उतार दिए.
वे दोनों बिल्कुल नंगी हो गईं.

कुछ देर बाद हमने अपने भी कपड़े खोल दिए.

मैंने देखा कि मेरे दोस्त का लंड काफी तगड़ा था.
उसका लंड मेरे लंड से थोड़ा सा ज्यादा मोटा जरूर था लेकिन लंबा नहीं था.

बस फिर क्या था … हम दोनों ने अपनी बीवियों की चूत चाटनी शुरू कर दी.
मैंने उसकी बीवी की चूत को चाटी, तो वह बहुत गीली हो चुकी थी.

उधर रोहण भी मेरी बीवी की चूत को चाट रहा था.

हम दोनों मस्ती में थे.
और क्या बताऊं यार … बहुत मजा आ रहा था.

हम दोनों की बीवियों की चूत चाटे जाने से उनके मुँह से कसमसाहट भरी आह आह की आवाज निकल रही थी.

फिर हम दोनों ने उनको खड़ा किया और मैंने रोहण की बीवी राखी से कहा- चलो लंड चूसो.
वह झट से मेरा लंड चूसने लगी.

उधर रोहण ने मेरी बीवी स्वाति से अपना लंड चुसवाना शुरू कर दिया.
उन दोनों महिलाओं ने हमारे लंड चूसना शुरू कर दिए.

मेरे लौड़े के टट्टे सहलाती हुई राखी मुझे बड़ा मजा दे रही थी.

राखी को देख कर मेरी बीवी स्वाति ने भी रोहण के टट्टों के साथ खेलना शुरू कर दिया था.

थोड़ी देर तक पूरी मस्ती से लंड चुसवाने के बाद में हम दोनों ने उन्हें डॉगी स्टाइल में कर दिया और पीछे से लंड पेल कर उनकी चुदाई चालू कर दी.

मैं राखी के दूध दबाते हुए जबरदस्त पेल रहा था उसकी मादक आवाजें मुझे जबरदस्त जोश दिला रही थीं.

ठीक उसी तरह स्वाति भी रोहण को अपनी चूत का मजा दे रही थी.
रोहण भी मेरी बीवी स्वाति के दूध मसलता हुआ उसे धकपेल चोद रहा था.

इसी तरह से चुदाई करते करते हमें बहुत देर हो गई.

फिर मैंने उसकी बीवी की टांग उठा कर कंधे पर रखीं और अपना लंड चूत में एकदम से धकेल दिया.
उसकी बीवी की चीख निकल गई.

उधर रोहण ने भी ऐसा ही किया.
उसने भी मेरी बीवी की टांग उठा कर लंड पेला तो मेरी बीवी मुझसे कहने लगी- आज तुमने मुझे इस कसाई से चूत मरवाने के लिए छोड़ दिया … आह रोहण धीरे चोद आह!

मैंने स्वाति से कहा- कुछ नहीं होगा साली …. तुम दोनों रंडियों मजे से छुवा रही हो और फालतू की बकचोदी कर रही हो … चलो राखी, अब तुम मेरे लंड की सवारी करो!
वह मेरे लौड़े पर आ गई और मुझे अपने दूध पिलाती हुई मस्ती से मेरे लंड पर कूदने लगी.

स्वाति भी रोहण के लंड पर डिस्को करने लगी.
वे दोनों मस्ती में चुदने लगीं.

एक लंबी चुदाई के बाद हम दोनों मर्द झड़ गए और थोड़ी देर आराम करने लगे.
रात को बारह बज गए थे, तब फिर से चुदाई होने लगी.

इस तरह से सुबह होते हम चारों ने चार बार चुदाई का मजा लिए और वे लोग सुबह सुबह ही अपने घर चले गए.

फिर एक दिन रोहण का कॉल मुझे आया.
उसने मुझसे कहा- मेरा एक और दोस्त है, वह भी हमारे साथ मिलकर सेक्स करना चाहता है.
मैंने कहा- हां चलो ठीक है, उसको भी बुला लो. तीनों मिलकर मजा करेंगे.

अगले ही दिन रोहण और राखी, अपने दोस्त शफीक और उसकी बीवी जैनब को लेकर हमारे घर आ गए.
मैंने उस आदमी को देखा, वह काफी हट्टा-कट्टा था.

शरीर में उसकी बीवी भी काफी भरी हुई थी और बहुत मस्त माल लग रही थी.
शफीक कहने लगा- मेरी बीवी जैनब को दोनों ही एक साथ चोदो और मैं तुम दोनों की बीवियों को अकेला ही चोद दूंगा.

शफीक मेरी बीवी को चोदने के लिए ज्यादा उतावला हो रहा था.

वह बोल रहा था- पहले मैं तुम्हारी बीवियों को अपनी बहन समझ कर चोद दूंगा.
मैंने कहा- तुम्हें जो करना है, कर लो लेकिन आराम से करना.

अब हम तीनों जोड़े सेक्स के लिए तैयार हो गए.
हम सबने अपने अपने कपड़े उतारे और एक दूसरे का लंड देखने लगे.

उस साले शफीक का लंड बहुत मोटा और बड़ा था.

उसके पाइप जैसे लंड को देखकर मेरी मेरी बीवी डर गई और कहने लगी- इससे मैं नहीं चुद पाऊंगी.
वह कहने लगा- मान जाओ बहन … थोड़ा दर्द होगा. उसके बाद में मजा ही मजा है.

जब उसने स्वाति को बहन कहा तो वह मान गई.
शफीक ने पहले मेरी बीवी स्वाति से कहा- बहन, तू मेरा लंड चूस ले!

मेरी बीवी उसका लंड चूसने लगी और उसे मोटे लंड से बहुत मजा आने लगा.
शफीक मेरी बीवी के गले तक लंड उतार रहा था तो स्वाति सही से सांस नहीं ले पा रही थी.

फिर शफीक मेरी बीवी की चूत में उंगली डालकर चाटने लगा तो उसकी चूत काफी चिकनी हो गई थी.
अब वह अपनी खुरदुरी जीभ को मेरी बीवी की चूत की दीवारों से रगड़ रगड़ कर उसे मजा देने लगा था.

मेरी बीवी बहुत कामुक हो गई थी और वह सिसियाती हुई आएं बाएं बकने लगी थी- आह साले शफीक मेरे भाई, साले भोसड़ी के क्या मस्त चूस रहा है आह साले और चूस ले अपनी बहन की चूत को आह बहुत मजा आ रहा है.

स्वाति के मुँह से इस तरह की गालियां सुनकर मैं बहुत उत्तेजित हो गया था.

शफीक भी कहने लगा- आह साली स्वाति … तेरे जैसी अनेक लड़कियों को अपनी बहन बना कर चोद चुका हूँ. तू फिक्र मत कर … आज से तेरी चूत मेरे लौड़े की गुलाम हो जाएगी.

फिर शफीक ने मेरी बीवी की दोनों टांगें हवा में ऊपर उठाकर अपने लंड को उसकी रस रिसाती चूत पर रखा और सुपारे से चूत की फाँकों को रगड़ने लगा.

स्वाति की मदमस्त आहें और कराहें कमरे के माहौल को निरंतर गर्म कर रही थीं.

थोड़ी देर बाद शफीक ने अपना मोटा लंड मेरी बीवी की चूत में घुसेड़ना चालू कर दिया.
मेरी बीवी की चूत शफीक के मोटे लौड़े से चिरने लगी और वह चिल्लाने लगी- आह मादरचोद रुक जा … मेरी चूत फट जाएगी!

लेकिन शफीक अब मानने वाला नहीं था.
उसने अपना आधा लंड मेरी बीवी की चूत में ठांस दिया.

मेरी बीवी की तो जैसे सांसें ही रुक गई थीं, उसका कंठ रुँध गया था.

बस फिर क्या था … शफीक ने एक झटके से पूरा लंड अन्दर डाल दिया और वह थोड़ी देर के लिए रुक गया.

मेरी बीवी की हालत खराब होने लगी थी.
मैंने शफ़ीक से कुछ कहने के लिए उसके कंधे पर हाथ रखा.

तो वह बोला- चिंता मत करो … मैंने बहुतेरी चूतें इसी तरह से फाड़ी हैं.

कुछ देर बाद मेरी बीवी की कराहें पुनः निकलने लगी और वह मेरी तरफ कातर भाव से देखने लगी.

उधर शफीक ने अपने लौड़े को हिलाना शुरू कर दिया और वह अपने लंड को थोड़ा थोड़ा अन्दर बाहर करने लगा.

मेरी बीवी की चूत से खून निकलने लगा था.

शफीक लगातार चुदाई करता गया.

कुछ मिनट की चुदाई के बाद मेरी बीवी स्वाति को उसके लंड से चुदने में मजा आने लगा तो शफीक ने उसके दूध दबाए और अपने लंड उसकी चूत से निकाल कर स्वाति को अलग कर दिया.

फिर उसने रोहण की बीवी राखी को अपने नीचे लिया और उसकी चुदाई करना शुरू कर दी.

शफीक ने मेरी बीवी स्वाति की तरह रोहण की बीवी राखी की चूत भी फाड़ डाली.
साले ने उसकी बीवी की चूत को भी भोसड़ा बना दिया था.

मगर हम दोनों की बीवियाँ उसके मोंटे लंड की फैन बन गई थीं.

बस फिर क्या था उसने दोनों की बीवियों को पलंग के किनारे चूत फैला कर लेटा दिया और बारी बारी से वह दोनों की चूत में लंड पेलने लगा.
इधर हम दोनों ने उसकी बीवी जैनब की चुदाई एक साथ उसके दोनों छेदों में लंड पेल कर की.
उस देसी रंडी की डबल चुदाई हुई.

वह भी पक्की रांड की तरह हम दोनों के लंड से चुदने के मजे ले रही थी.
उसकी चुदाई में भी हमें बहुत मजा आया.

साली की बहुत बड़ी बड़ी चूचियां थीं तो हम दोनों शफीक की बीवी जैनब की एक एक चूची से खेल रहे थे.

करीब चार घंटा तक चुदाई का खेल चला जिसमें शफीक ने हम दोनों की बीवियों को अपनी बहन बना कर जबरदस्त पेला और उनकी चूत को भोसड़े में तबदील कर दिया.

दोस्तो, अभी यह ग्रुप सेक्स वाली चुदाई की कहानी में बहुत रस लिखना बाकी है.
उसे आपके कमेंट्स मिलने के बाद आगे लिखूँगा.
मेरी वाइफ चेंज कहानी पर केम्न्ट्स और मेल करें.
धन्यवाद.
rajamundare@gmail.com
 

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