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Punjabi - ਭਾਸ਼ਾ Incest मां और मौसी की चुदाई

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New Maa Beta Sex Story​

हैलो दोस्तों कैसे हो आप सब आज मैं आपके लिए एक लेकर आया हूं जिसको पढ़कर आप सब के लंड खड़े हो जाएंगे आपका भी दिल अपनी मां और मौसी को चोदने का करेगा इसमे मां बेटे की चुदाई और मौसी की चुदाई की उत्तेजित करने वाली कहानी है तो दोस्तों अगर आपको मां बेटे और मौसी की सेक्स कहानी में मज़ा आता है तो कहानी को आखिर तक ज़रूर पढ़ना चलो अब समय बर्बाद ना करते हुए शुरू करते है

मैं आज से एक हफ्ता पहले हॉस्टल से घर वापिस गया तो मेरी जिंदगी ही बदल गई मैं अपनी पढ़ाई खत्म कर चुका था और अपनी बहन और मां के पास जा रहा था मैंने फोटोग्राफी का कोर्स पूरा कर लिया था मैं अपनी मां सविता का 19 साल का बेटा हूं और मेरी मां 41 साल की है मेरी बहन रेखा 21 साल की है और उसने अभी शादी नहीं की है मेरे पिताजी की मौत हो चुकी है और उनके इन्शुरेन्स के पैसे से हम तीनों का गुज़ारा हो रहा है

पढ़ाई के दौरान मेरा संपर्क एक आदमी से हुआ था जो की ब्लू फ़िल्मस का बिज़नेस करता है और मुझसे अच्छे भाव में अच्छी ब्लू फ़िल्म्स खरीदने के लिए तैयार था उसने मुझे बोला था की ग्रुप सेक्स की फ़िल्म्स बहूत बिकती हैं लेकिन मेरी प्रॉब्लम ये थी की ब्लू फिल्म्स के लिए सेक्सी एक्ट्रेस कहां से लाऊं मैंने ये बात अपने मौसेरे भाई लोकेश से बताई तो वो बोला

लोकेश – साले मोहित मौसी या अपनी बहन रेखा की किसी सहेली को राज़ी कर लेना और अगर लड़का ना मिले तो मुझे रोल दे देना तू ही कहता था की तेरी बहन बहुत सेक्सी है उसकी सहेली भी कम नहीं होगी तेरी फिल्म बन जाएगी और मुझे तेरी बहन की सेक्सी सहेली चोदने को मिल जाएगी क्यों क्या ख्याल है ?

तो मैं हंस कर रह गया था लेकिन मैं उसके आईडिया को याद रखता अब मैं आप लोगों को अपनी बहन और मां के बारे बता देता हूं मेरी मां सविता 5 फ़ीट 6 इंच की है और उसका वज़न 52 किलो है रंग गोरा कूल्हे भारी पेट स्लिम मम्में उभरे हुये मां के बाल काले और लम्बे हैं और वो जूड़ा करती है

सविता अधिकतर चूड़ीदार पजामा और कमीज़ पहनती है उसकी कमीज़ काफी टाइट होती है जिस कारण उसके चूतड़ का उभार नज़र पड़ता है मैं कई बार सोचता हूं की पिताजी के बाद सविता को लंड की कमी सताती होगी और वो ना जाने कैसे अपनी चूत को ठंडा करती होगी लेकिन मैंने इसके बारे अधिक ध्यान नहीं दिया क्यों की सविता मेरी मां थी लेकिन अब जब मैं ब्लू फिल्म का बिज़नेस करने वाला हूं तो मुझे अपनी मां भी एक ब्लू फिल्म की एक्ट्रेस ही नज़र आने लगी है

रेखा मेरी बहन 5 फ़ीट 7 इंच की सेक्सी लड़की है और छोटी स्कर्ट्स और टाइट टॉप्स पहनती है या फिर बहुत टाइट जीन्स पहनती है मेरी बहन की गांड सविता से थोड़ी कम भारी है और मम्में कुछ छोटे लेकिन बहुत मस्त है रेखा के मम्में कोई 34 साइज की होगी हॉस्टल में कई बार मुझे अपनी बहन की याद आ जाती थी तो मेरा लंड खड़ा हो जाता और मैं मुठ मार लिया करता था

मैं अपने मन में ब्लू फिल्म के बिज़नेस की प्लानिंग कर सपने देखता हुआ घर जा रहा था मेरे बैग में मेकअप का सामान अलग अलग किस्म की विग्स कुछ प्लास्टिक लंड भरे हुए थे मैं लड़कियों को अलग शक्ल में अपनी ब्लू फिल्म में शामिल कर सकता था

जब मैं घर पहुंचा तो दरवाजा सविता ने खोला वो मुझे गले से लगाती हुई मुझ से लिपट गई और प्यार से मुझे चूमने लगी

मां – मोहित बेटा तुझे देखने को तो मेरी ऑंखें तरस गई अब अपनी मां को छोड़ कर कहीं मत जाना मेरे लाल

सविता उस वक्त पजामे के ऊपर एक टाइट टीशर्ट पहने हुई थी और उसने नीचे से ब्रा नहीं पहना हुआ था मेरी प्यारी मां के सुडौल मम्में मेरे सीने में धंस रही थी जिस कारण मेरा लंड पैंट में तंबू बनाने लगा था मैं जान बूझकर अपने हाथ सविता के चूतड़ पर फेरने लगा मां को शायद मेरे लंड का उभार अपने पेट पर महसूस हुआ इसीलिए वो मुझ से अलग होती हुई बोली

मां – बेटा तू तो पूरा मर्द बन गया है कितना बड़ा हो गया है तेर तू

मैं भी अपनी मां को छोड़कर अलग हो गया

मां – तू अपना सामान अपने रूम में रख कर आ जा मेरे रूम में तेरी कविता मौसी भी आयी हुई है हम वहीँ पर चाय पिएंगे

कविता मौसी मां से 2 साल छोटी थी लोकेश कविता का ही बेटा था मैंने सामान रखा और मां सविता के रूम में चला गया कविता का पति हरी राम एक शराबी आदमी है लेकिन कविता मौसी एक पटाखा औरत है गोरी चिट्टी मांसल जिस्म की मलिका काले घने बाल मस्त भरे भरे मम्में नशीली आंखें और बहुत मटकदार चूतड़ मैंने सुना था की सेक्स की भूखी औरत है कविता मौसी कविता मौसी मुझे प्यार से गले लगा कर मिली

मै – मौसी आप तो पहले से भी अधिक सेक्सी लग रही हो क्या बात है ? लगता है मौसा बहुत ख्याल रखते हैं आपका

मैंने जान बूझ कर मौसी के मम्मों पर हाथ फेरते हुए कहा

मौसी – तेरे मौसा अगर कुछ करने लायक होते तो बात ही क्या थी वो तो बस शराब पी कर काम ख़राब करने वाले हैं अब तो मेरे घर का गुज़ारा ही बहुत मुश्किल से होता है पैसे की बहुत तंगी है अगर कोई काम मिले तो मुझे दिला दो सच बेटा कुछ भी करने को तैयार हूं

मैंने एक बार फिर मौसी की मस्त चूचि को स्पर्श करते हुए कहा

मै – मौसी मेरी फिल्म में काम करोगी ? लेकिन मेरी फिल्म कुछ एडल्ट टाइप की होगी अगर आप जैसी कोई और भी सेक्सी औरत हो तो और भी अच्छा होगा पैसे बहुत मिलेंगे सच कहूं तो मेरी फिल्म असल में ब्लू फिल्म होगी अगर मंज़ूर है तो बता देना

मौसी मुस्कुरा कर बोली मोहित बेटा मेरी बदनामी होगी अगर किसी को पता चला की मैं ऐसी फिल्म में काम करती हूं और इस के इलावा कौन सा मर्द काम करेगा इस फिल्म में ? अगर मैं राज़ी हो भी गई तो ?

मैंने अब मौसी के मम्मों को कस कर मसल दिया और बोला

मै – मौसी तुम चिंता मत करो कोई आपको पहचान ना सकेगा मैं आपकी शक्ल बदल दूंगा और वैसे भी ये फिल्म इंडिया में नहीं बिकेगी हां इस फिल्म में मैं और शायद एक और लड़का काम करेगा मुझे और भी लड़कियां चाहिए इस काम के लिए मौसी खुश हो गई तभी मां कमरे में दाखिल हुयी

मां – क्या चल रहा है तुम दोनों के बीच बेटा ? तुम ने तो कविता को खुश कर दिया इतनी जल्दी बहुत उदास थी बेचारी एक तो पैसे की कमी और दूसरा पति शराबी बिना पति के ज़िंदगी कैसी होती है तुम क्या जानो मोहित बेटा लोकेश को भी तो जॉब नहीं मिल रही

मौसी ने मां सविता को आँख मारते हुए कहा सविता मेरी जान तेरा बेटा तो मेरे लिए वरदान बन कर आया है इसने मुझे अपनी फिल्म में रोल दे दिया है और जिस तरह की फिल्म है उसमे मज़े के मज़े और पैसे के पैसे सविता तेरा बेटा तो ब्लू फिल्म बना रहा है जिस में खुद भी काम करेगा मज़े की बात तो ये है की इस की बिक्री इंडिया में नहीं होने वाली

मैं तो कहती हूं की सविता भी इस फिल्म में काम करे मोहित बेटा घर का पैसा घर में रहेगा और तेरी मां की चूत भी शांत हो जाएगी कब तक हम एक दूसरे की चूत को ऊँगली से शांत करती रहेंगी ? मैं और सविता दोनों लंड की प्यासी औरतें हैं बेटा तुम अगर चाहो तो आज ही फिल्म शुरू कर देना क्यों सविता ?

कविता मौसी की बात सुन कर मेरा लंड खड़ा हो गया मां के सामने मौसी ऐसी बात कर रही थी की सविता शर्म से पानी पानी हो रही थी तभी कविता मौसी ने उठ कर मेरी पैंट की ज़िप खोल डाली और मेरा लंड बाहर निकाल लिया सविता देख तेरा बेटा कितना जवान हो गया है बाप रे बाप इसका हथियार कम से कम 9 इंच का है ज़रा छूकर के तो देख सविता

मां गुस्से में बोली – कविता कुछ शर्म करो मोहित मेरा बेटा है बेशरम

लेकिन मैंने देखा की मां की नज़र मेरे लंड पर टिकी हुई थी मां का दुपट्टा सरक गया और उसकी सुडोल चूचि नज़र आने लगी मैंने मां की आंखों में देखा तो मुझे वासना की झलक साफ़ दिखाई पड़ी तो मतलब साफ़ था आज ही मै मां और मौसी को लेकर पहली ब्लू फिल्म बना डालूंगा मैंने कविता को किस कर लिया और वे मुझ से लिपटने लगी वासना में जलती हुई मेरी मां अब हमारे पास आ बैठी और कविता से बोली

मां – ये ठीक नहीं है कविता मोहित बेटा क्या ये सच है की हमको कोई पहचान नहीं सकेगा ?

मैंने मां को अपनी गोद में खींच लिया और उसके मम्मों को भींच कर बोला

मै – सच बोलता हूं मां किसी को पता ना चलेगा तुम मेरा यकीन करो मेरे पास मेकअप का सामान है जिससे मैं तुम लोगों की शक्ल बदल दूंगा और आपको तो रेखा भी पहचान ना पायेगी

सविता मेरी बात सुन कर मस्त हो गई और कविता मेरे लंड को सहलाने लगी लेकिन मैं बिना कुछ किये झड़ना नहीं चाहता था

मै – मां तुम दोनों मेरे कमरे में आओ और मैं आपका मेकअप कर देता हूं और लोकेश को फ़ोन भी कर लेता हूं वो भी मेरे साथ ब्लू फ़िल्म में काम करेगा

पहले तो कविता ने ना नुकर की लेकिन फिर दोनो औरतें तैयार हो गई अपने कमरे में जा कर मैंने कहा मौसी अब जल्दी से कपड़े उतार दो और मुझे अपने नंगे जिस्म के दीदार करवा दो दोनों धीरे धीरे कपड़े उतारने लगी मेरी मां का मांसल जिस्म नंगा हो कर मेरी नज़रों के सामने आ गया

जब मां ने अपनी पैंटी उतरी तो उसकी फैली हुई चूत पर छोटे छोटे बाल थे चूत के होंठ उभरे हुए थे ब्रा हटने पर मां की मस्त चूचि उछल कर बाहर आयी तो मेरा लंड भी उछल पड़ा

मै – सविता अभी कैमरा सेट करता हूं तब तक तुम दोनों आराम से नंगी हो जाओ मेरे बैग में कुछ कपड़े हैं आपको जो पसंद हो पहन लेना याद रहे फिल्म शूट करने से पहले मैं आपको विग्स पहनाऊंगा और कुछ मेकअप करूंगा

मैं अभी आया कहते हुए मैं अपने रूम में गया और ड्रेसेस वाला बैग मां और मौसी को दे दिया दोनों मादरजात नंगी औरतें बहुत सेक्सी लग रही थी मेरा दिल कर रहा था की अभी चोद डालूं दोनों को लेकिन फिल्म बनाना बहुत ज़रूरी था फिर मैंने लोकेश को फ़ोन किया और बोला

मै – लोकेश मेरे भाई दो मस्त रंडियां मिल गई है और फिल्म की शूटिंग शुरू करने वाला हूं तुम एक घंटे में यहां पहुंच जाना और आज ही अपनी फिल्म का उद्घाटन करना है हमको

लोकेश बोला – वाह मेरे भाई मैं आ रहा हूं

मैंने बैग से एक बोतल व्हिस्की की निकाली और फ्रिज से आइस और सोडा लेकर मां के रूम में गया मैंने तीन गिलास भरे और दोनों को एक एक गिलास पकड़ा दिया

मै – सविता तुम दो गिलास पी लो फिर किसी किस्म की मुश्किल ना होगी कोई मानसिक झेंप है तो हट जाएगी लोकेश आ रहा है लोकेश को फिल्म में लेने से कोई पैसा बाहर ना जायेगा मै कैमरा घर के हर कार्नर में फिट कर के आता हूं तुम शराब का मज़ा लो

मैंने एक कैमरा घर के गेट के अंदर लगा लिया ताकी घर में आता हुआ हर कोई नज़र आये और अगर उसको फिल्म में लेना हो तो ले सकूं दूसरा कैमरा बरामदे में तीसरा बैडरूम में जिसमें दो डबल बेड्स लगे हुए हैं चौथा मां के रूम में और पाँचवां ड्रॉइंग रूम में लगा दिया और रिकॉर्डर्स ऑन कर दिए मैं खुद मां के रूम में चला गया मौसी की चूत तो शेव की हुई थी और चमक रही थी लेकिन सविता कि चूत पर कुछ बाल थे

मै – मौसी आप सविता की चूत को शेव करना मां आप टांगें फैला कर रखो और मौसी आपकी चूत को मसलना शुरू कर देंगी जिससे आपकी चूत में उत्तेजना बढ़ेगी फिल्म में मैं आप दोनो को छुप के देखुंगा और आप मुझे पकड़ लेंगी और मुझे चुदाई के लिए आमंत्रित करेगी

लेकिन आप ये विग पहन लो मैने सविता को एक छोटे बालों वाली विग पहना दी और मौसी को एक कर्ली बालों वाली विग पहना दी खुद मैं ड्राइंग रूम में चला गया मै अपने गिलास से चुस्की लेता हुआ शराब पी रहा था और सोच रहा था कि दोनो रंडियां क्या कर रही होंगी तभी मुझे सविता की सिसकारी सुनाई पड़ी

आह्ह्ह्हह्ह्ह्ह बस करो कविता उफ्फ्फ ऊऊह्ह्ह्हह्ह धीरे करो ऊई

ग्लास नीचे रख कर मैं उनके रूम की तरफ बढ़ा देखा की मौसी मां की चूत पर झाग लगा रही हैं और मां मस्ती में सिसकारी ले रही है मां के चेहरे के भाव और सिसकारी इस तरह से कामुकता से भरी हुई थी की किसी भी ब्लू फिल्म की हीरोइन को मात दे रही थी ये रिज़ल्ट शायद इस लिए स्वाभाविक था क्योंके मां बहुत चुदासी हालत में थी

अपनी मां और कविता मौसी को इस कामुक अवस्था में देख कर मैंने ज़िप का होल खोल कर लंड बाहर निकाल लिया और हिलाने लगा मेरी आंखों में वासना की चमक आ गई थी उधर मौसी ने रेजर से मां की चूत को शेव करना शुरू कर दिया कैमरा सब कुछ क़ैद कर कर रहा था तभी सविता की नज़र मेरे ऊपर गई और वो चौंक पड़ी फिल्म में भी मैं उसका बेटा ही बना हुआ था

मां – हे भगवान ना बेटा तुम ये क्या कर रहे हो ? कविता देखो मोहित क्या कर रहा है ? इसका कितना बड़ा है

कविता ने मेरी तरफ देखा तो बोली कोई बात नहीं जो हम दोनों को चाहिए तेरे बेटे के पास है मोहित बेटा अपनी मौसी और मां को चोदना चाहोगे ? हम दोनों लंड की भूखी हैं आओ बेटा हमको अपने लंड से चोदकर ठंडी कर दो

मैं कमरे में दाखिल हुआ मेरी नज़र अपनी मां की फैली हुई टांगों के बीच उसकी ताज़ी शेव की हुई चूत पर टिकी हुई थी मां की आँखें वासना से बंद हो चुकी थी मैं दोनों औरतों के पास गया तो कविता ने मेरा लंड पकड़ लिया मौसी के मुलायम हाथ के स्पर्श से मेरे जिस्म में करेंट सा लगा सविता ये सब देख कर प्यासी नज़र से अपने बेटे को देख रही थी मैंने सविता के मम्में को भींच लिया और बोला

मै – मां तुम भी अपने बेटे का लंड पकड़ना चाहती हो ?

मां ने वासना में अपना सर हिला दिया

मै – मां अपने बेटे के लंड से चुदवाना चाहती हो ?

उसने फिर से हां में सर हिला दिया

कविता ने मेरा सुपाड़ा चाटना शुरू कर दिया था मैंने मां का सर पकड़ कर अपनी तरफ खींच लिया और उसके होंठ अपने लंड से चिपका दिए

मै – तो फिर चूस लो इसको सविता और बना डालो अपने बेटे को मादरचोद

मौसी और मां दोनो बारी बारी से मेरा लंड चूसने लगी एक लंड चूसती तो दूसरी मेरे अंडकोश चाट लेती मेरा लंड उनके थूक से भीग चुका था

कविता मौसी – बेटा अब देर मत करो चोद लो हम दोनों को ऐसा लंड हमने पहले नहीं देखा कितना मोटा है

मैं दोनों से अलग होता हुआ बोला तो चलो बेडरूम में मेरा लंड भी आप जैसी औरतों को चोदने के लिए तड़प रहा है

हम तीनो बैडरूम में चले गए और मैं मां और मौसी को चूमने लगा फिर सविता के ऊपर चढ़ कर उसके मम्मों को चूसने लगा फिर मौसी मेरा लंड चूसने लगी मैं इसी एंगल से दोनों औरतों को पेश कर रहा था की उनके नंगे जिस्म मेरी फिल्म को उत्तेजना पुराण बना दें मां का हाथ अब अपनी चूत पर रेंग रहा था अचानक मां ने मेरा लंड कविता मौसी के मुख से खींच लीया और बोली

मां – चोद मुझे अब बेटा इस चूत की आग बुझा दे मेरी चुदाई कर के अपनी मौसी को भी शांत कर देना

मैं भी गरम हो चुका था मैं मौसी से बोला – मौसी आप मां की चूत को चाटना शुरू करो मैं अभी आ कर इसको चोदता हूं

मैं ये कह कर बाहर निकला डोर पर लोकेश खड़ा था मुझे देख कर मुस्कुरा पड़ा मेरा भाई मुस्कुराता भी क्यों ना मैं उसको उसकी सगी मां और मौसी चोदने का मौका देने वाला था

मै – लोकेश मादरचोद इतनी देर लगा दी क्या बात है अब अंदर चल जल्दी से और चुदाई शुरू कर मैं अभी आता हूं और बता दूं किसी से शर्माना नहीं वो तैयार हैं सब कुछ करने के लिए तुम जी भरके मज़े लेना

मैं अपने रूम में जा कर देखने लगा की फिल्म ठीक से बन रही है या नहीं मैंने कैमरा में देखा तो बहुत मज़ा आया मां कविता की टांगों को फैला कर उसकी चूत चाट रही थी उनकी सिसकारिओं से लगता था की कोई बहुत बढ़िया विदेशी ब्लू फिल्म चल रही हो उनको देख कर मेरा लंड बेकाबू हो गया और मैं उसको ऊपर नीचे करने लगा

तभी लोकेश पलंग के नज़दीक जा खड़ा हुआ और वो पहले तो चौंक पड़ा जब उसने अपनी मां को नंगा देखा लेकिन फिर सविता के मम्में पर हाथ फेरने लगा जब मैं वापिस आया तो कविता से लिपट गया और उसको चूमने लगा सविता और लोकेश चुम्बन ले रहे थे

मै – मां लोकेश को भी नंगा कर दो ना बहुत चाहता है तुझे ये साला मौसी तुम भी चुदाई के लिए तैयार हो जाओ आज सविता और कविता दोनों साथ साथ चुदेंगी मौसी मैं तुझे घोड़ि बनाना चाहता हूं

कविता मेरी बात सुन कर घोड़ी बन गई जब उसने अपने चूतड़ ऊपर उठाये तो उसकी गांड का ब्राउन छेड़ मुझे दिखायी पड़ा वासना के नशे में मैंने उसकी गांड को चुम लिया और मौसी सिसकारी भर उठी

मौसी – बस बेटा बस और मत तड़पाओ अपनी चुदासी मौसी को चोद भी लो

मैंने उसके चूतड़ पर हाथ फेरा और पीछे से अपना लंड मौसी की चूत पर टिका दिया मैंने अपनी कमर को आगे बढ़ा कर धक्का मार दिया मौसी के मुख से हलकी चीख निकल गई जब मेरा लंड दनदनाता हुआ उनकी चूत में चला गया सविता लोकेश का लंड चूस रही थी लेकिन मेरी चुदाई देख कर बोली

मां – लोकेश साले अपने भाई से कुछ सीख देख कैसे चोद रहा है अपनी मौसी को ? अब तू भी चोद डाल मुझे शाबाश मेरे यार

मेरे बिलकुल बराबर में सविता भी घोड़ी बन गई और लोकेश उसको चोदने लगा वक्त के साथ चुदाई की रफ़्तार तेज़ होती गई मेरी मां किसी थकी हुई कुतिया की तरह हांफ रही थी लोकेश पुरे ज़ोर से मेरी मां को चोद रहा था और मैं अपनी मौसी की चूत में लंड पेल रहा था

मेरे अंडकोष मौसी की गांड से टकरा रहे थे कमरे में चुदाई का संगीत गूंज रहा था लोकेश ने मां की बगल में हाथ डाल कर उसके मम्में पकड़े हुये थे और उसको ज़ोर से भींच रहा था

सविता – ऊऊऊऊ मां चोद मुझे ज़ोर से चोद मादरचोद तेरा लंड मेरी चूत की गहरायी तक घुस चुका है आआह्ह्ह्ह मेरी बच्चेदानी से टकरा रहा है बहुत सुख दे रहा है तेरा लंड बेटा शाबाश चोद मुझे

अपनी मां और मौसेरा भाई को देख कर मेरा जोश भी दुगना हो गया और मैं भी मौसी को बेरहमी से चोदने लगा कविता की सांस भी तेज़ी से चलने लगी और मैं उसकी पीठ पर किस करने लगा

मौसी – आअह्ह्ह्ह्हह बेटा ज़ोर से चुम ले अपनी मौसी को चोद ले हरामी डाल दे पूरा लंड मेरी चूत में हाय मार दिया मुझे बेटा जोर से चोद आआआहहह शाबाश मोहित

मैं मौसी की गांड को थाम कर जोर जोर से चोदने लगा मेरी बगल में सविता को मेरा भाई चोद चोद कर निहाल कर रहा था हम चारों पसीना पसीना हो रहे थे और मुझे मालूम था की फिल्म बहुत अच्छी बन रही है लंड दोनों की चूत में फच फच की आवाज़ करते हुए चुदाई कर रहे थे

लोकेश अब सविता के चूतड़ पर चपत मारने लगा वो जैसे जैसे गरम होता गया मेरी मां की गांड को और ज़ोर से पीटने लगा सविता के छुतड़ लाल हो गए थे मैंने भी उसको देख कर मौसी की गांड पर हाथ मारना शुरू कर दिया मुझे लगा की फिल्म में ऐसा सीन बहुत पसंद किया जायेगा

कोई 10 मिनट के बाद लोकेश बोला मोहित मेरे भाई क्यों ना पार्टनर बदल लिए जाएं तुम अपनी मां का टेस्ट देख लो और मैं अपनी मां का मुझे अपनी मां भी बहुत मस्त माल लग रही है

मुझे अपने भाई का ख्याल अच्छा लगा और मैंने मौसी की चूत से लंड बाहर खींच लिया और उसके नंगे जिस्म से अलग हो गया लोकेश ने सविता को छोड़ दिया और फिर मैं अपनी मां को किस करने लगा लोकेश ने कविता के मुँह में अपना लंड डाल दिया और बोला

लोकेश – मां चूस मेरा लंड तुझे इस पर अपनी बहन की चूत के रस का स्वाद आएगा चख कर देख सविता मौसी की चूत कितनी नमकीन है

कविता मौसी उसी वक्त झुककर अपने बेटे का लंड चूसने लगी मैं अपनी मां को अपने ऊपर चढ़कर चोदना चाहता था इस पोजीशन में मुझे मां के मम्में साफ दिखाई पड़ेगे और उसको चूसने का आनंद भी मिल जायेगा

मैंने सविता की चूत को मसल कर कहा

मां मैं अपना लंड उस चूत में घुसते देखना चाहता हूं जहां से मैं पैदा हुआ था तेरे दूध देखना चाहता हूं जिनको चूस कर मैं बड़ा हुआ हूं तुझे उस लंड की सवारी करते देखना चाहता हूं जो तेरी कोख से निकला है सविता मेरी रानी मेरी मां अपने बेटे के लंड पर सवार हो कर स्वर्ग का आनंद दे दो मुझे

मैं नीचे लेट गया और सविता बिना कुछ बोले मेरा लंड पकड़कर मेरी कमर पर सवार हो गई और मेरे सुपाड़े पर अपनी चूत को रगड़ने लगी लोकेश ने कविता को पलंग के कोने तक खींच लिया और उसकी टांगों को अपने कंधे पर टिका लिया कविता ने वासना के कारण अपनी आँखें बंद की हुई थी और सिसकारी भर रही थी

सविता की आंखों में वासना के लाल डोरे झलक रहे थे जब वो मेरा लंड अपनी चूत में घुसाने की कोशिश कर रही थी मैंने मां की कमर कस के पकड़ ली और अपनी कमर उठाकर लंड मां की चूत में पेल दिया मेरा लंड मां की चूत में छपाक से घुस गया और वो सिसकारी भर उठी

मर गई मेरी मां उफ़ बेटा तुमने तो मुझे मज़े से ही मार दिया मोहित अपने बेटे के लंड का मज़ा क्या होता है मुझे तो पता ही ना था हाय मोहित डाल दे पूरा मेरी चूत में शाबाश बेटा चोद अपनी मां को तेरा बिज़नेस अच्छा है चुदाई की चुदाई कमाई की कमाई वाह बेटे का लंड है मुझे पसंद है लोकेश भी अब मेरा यार है मुझे धन्य कर दिया मेरे बेटे अपनी मां के मम्में चूस ले और चूत चोद ले

मैं भला अपनी मां की आदेश की पालना क्यों ना करता आदेश भी इतना मज़ेदार था की मैंने सविता की मस्त चूचि को थाम लिया और उसके निप्पल चूसने लगा मां मेरे लंड पर उछलने लगी

कविता मौसी – लोकेश मुझे भी जोर से चोद जैसे मोहित अपनी मां को चोद रहा है अगर तेरे अंदर भी मादरचोद बनने का शौक है तो अपनी मां को चोद दे आज जी भर के ओह्ह्ह हां हां जोर से कस के पेल मादरचोद लोकेश बेटा और जोर से

लोकेश की रफ़्तार भी तूफानी हो चुकी थी

लोकेश – ओह्ह्ह्ह मां कविता मेरी मां आज तक ऐसी चुदाई नहीं की है मैंने जब तुम मुझे बेटा कह कर पुकारती हो तो मेरे लंड की शक्ति दोगुणी हो जाती है आह मैं अब रुक ना सकूंगा मेरी मां

मुझे भी लग रहता मेरा लंड जल्द ही झड़ने वाला है सविता भी अब अपनी गांड तेज़ी से ऊपर नीचे कर रही थी कमरा चुदाई की सिसकारिओं से गूंज रहा था लंड रस और चूत रस की महक कमरे में फैल चुकी थी मैं और लोकेश तेज़ी से धक्के मारकर दोनों औरतों को चोद रहे थे

मेरे अंडकोष अब मेरा रस मेरे लंड की तरफ उठा रहे थे और तीखी कामुक चीख मारकर मैं झड़ने लगा सविता का जिस्म ऐसे कांप रहा था जैसे उसको बहुत बुखार हो वो पागलों की तरह चुदाई के आनन्द सागर में डूब रही थी मेरी मां की चूत से रस की धारा बहने लगी

उधर लोकेश ताबड़तोड़ अपनी मां को चोद रहा था कविता के मम्में लोकेश के हाथ मसल रहे थे और दोनों मस्ती के सागर में गोते लगा रहे थे

कविता मौसी – मैं झड़ गई चोद मुझे मादरचोद अपनी मां चोद लोकेश मेरे लाल मेरी चूत पानी छोड़ रही है ऐसी चुदाई तो तेरे नपुंसक बाप ने भी नहीं की कभी बेटा चोद डाल अपनी चुदासी मां को

उसी वक्त मेरे लंड का फौवारा छूट पड़ा और लोकेश भी धक्के मारता हुआ खलास होने लगा धीरे धीरे चुदाई का तूफान शान्त होने लगा और हम दोनों अपनी अपनी मां के ऊपर ढेर हो गए

फिर हम चारो मिलकर ब्लू फिल्म बनाने लगे और हम रोज़ अलग अलग रोल में चुदाई करते और फिल्म बनाते चुदाई के साथ साथ हमे कमाई भी अच्छी होने लगी थी मुझे अपनी मां और मौसी को चोद कर बहुत मज़ा आता था मेरी मां को भी मेरे साथ चुदाई करना बहुत अच्छा लगता है यह थी आप को कैसी लगी जरूर बताना कमेंट बॉक्स में
 
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