हैलो दोस्तों क्या हाल है आप सब के आज मैं आपको अपनी मां के साथ हुई बताऊंगा कैसे मैने अपनी मां की चुदाई की आपको यह पढ़कर मज़ा आ जायेगा अब मैं आपको अपनी बताता हूं मैं अपनी कपड़े की दुकान पर था की इतनी में एक सप्लायर आ गया उसको 1 लाख रुपये की पेमेंट करनी थी
मैं घर पर चेक बुक भूल गया था मैं अपनी बाइक स्टार्ट की और दोपहर के 12 बजे मैं घर पहुचा आज तो दोस्तों बड़ी धूप थी चारो तरफ कोई भी नहीं दिखाई दे रहा था कौन गधा इतनी गर्मी में बाहर निकल के अपना रंग काला करता मैंने घर की घंटी बजाई मेरी मां कुसुम निकली ही नहीं
मां मां मैंने आवाज दी और दरवाजा पीटा पर कोई नही निकला मैंने फिर से आवाज दी पर मां नही निकली मैंने सीढ़ियों के किनारे रखे गमले के नीचे से डुप्लीकेट चाबी निकाली और दरवाजा खोला जब मैं अंदर गया तो मां नहीं नजर आ रही थी मैंने उसको हाल किचन हर जगह ढूंढा मां कहीं नहीं दिखी फिर मैं उसके कमरे में गया
जैसे ही मैंने दरवाजा खोला मेरी गांड फट गई मेरी सगी मां हमारी कालोनी के सिक्यूरिटी गार्ड से चुद रही थी यही वजह थी की वो दरवाजा खोलने नही आई थी मां और सिक्यूरिटी गार्ड चुदाई में इतना मस्त था कि मुझे भी वो नही देख पाए
मेरी सगी मां पूरी तरह से नंगी थी उसके जिस्म पर एक भी कपड़ा नहीं था उस सिक्यूरिटी गार्ड के बच्चे ने मां के दोनों पैर खोल रखे थे गचा गच उसको पेल रहा था आह आह हा हाहा और जोर से चोदो मेरी और जोर से लो और तेज ठोको मां सिसक सिसक के कह रही थी
मैं किनारे दरवाजे के पास छिप गया अपनी मां को चुदते हुए देखने लगा एक बार तो बड़ा गुस्सा आया कि कैसे कोई आदमी मेरी मां को दोपहर में आकर उनके ही घर और उनके ही कमरे में आकर चोद सकता है यह सोचकर मुझे बहुत गुस्सा आया पर फिर जब अपनी सगी मां को चुदते देखा तो मुंह में पानी आ गया
कितनी खूबसूरत कितनी गजब की माल थी मेरी मां मैं अपनी चेक बुक लेकर धीरे से दूकान पर आ गया रात तक मेरी मां के चुदने वाला दृश्य ही मेरी आंखों में तैरता रहा अब मैं जान गया था कि मां सिक्यूरिटी गार्ड से फसी हुई है मैं रात में ही उसके घर गया मैंने उसका कॉलर पकड़ लिया और उसको चांटे ही चांटे मारने लगा
चोदेगा साले मेरी मां को मेरे ही घर में आकर चोदेगा तेरी हिम्मत कैसे पड़ी मेरी मां की तरफ गलत नजर से देखने की मैंने पूछा और सिक्यूरिटी गार्ड को चांटे ही चांटे मारे अरे मुझे क्या रोकता है अपनी मां को सम्भाल एक नंबर की रंडी है वो कालोनी के सारे मर्दो का लौड़ा वो खा चुकी है तेरी ही मां ने मुझे चोदने के लिए घर बुलाया था समझा खबरदार मुझे गलत बताया तो सिक्यूरिटी गार्ड बोला
उसने मुझे मेरे मुंह को कई घूसे मारे मेरे होठ से खून बहने लगा हम दोनों में कुछ देर हाथ पाई हुई अब मैं जान गया था की वो सिक्यूरिटी गार्ड गलत नहीं है बल्कि मेरी मां ही आवारा है मैंने पड़ोस में पूछताछ की तो सबने बताया कि मेरी जवान और खूबसूरत मां एक नम्बर की आवारा है हर दोपहर वो किसी ना किसी कालोनी के मर्द को घर में बुला लेती है और फिर खूब चुदवाती है यह सब सुनकर मेरी गाड़ फट गई
मां यह सब क्या है तुमने क्यूं उस सिक्यूरिटी गार्ड को उस दिन घर में बुलाया था आखिर तुम उसके साथ क्या कर रही थी बेटा मेरी चूत में बहुत खुजली होती रहती है जब किसी मर्द से 2-3 घंटे चुदवा लेती हूं तो कुछ दिन के लिए शान्ति मिल जाती है पर फिर 2-4 दिन बाद मेरी गीली गीली चूत में फिरसे खुजली शुरू हो जाती है इस लिए मुझे फिर से किसी मर्द से चुदवाना पढ़ता है मेरी मां बोली
तो ठीक है मां आज से तुम्हारी खुजली दूर करने की जिम्मेदारी मेरी है आज से मैं तुम्हारी लूंगा तुमको अगर चुदवाना है तो मां मैं तुमको जरुर चोदूंगा मैंने मां से कहा अगले दिन मैं और मेरे चाचा मेरी कपड़े की दूकान पर थे
मेरे पिता जी 3 साल पहले गुजर गए थे सायद तभी मेरी मां एक आवारा औरत बन गई थी अगर पिता जी जिन्दा होते तो मां को किसी चीज की जरुरत नहीं होती जब भी मां को लौड़ा चाहिए होता पिता जी दे दिया करते शायद तभी मेरी मां एक बदचलन औरत बन गई और कालोनी के मर्दो को बुलाकर अपनी चूत की प्यास भुझाने लगी
चाचा जी मुझे कुछ जरुरी काम पड़ गया है मैं घर जा रहा हूं मैंने चाचा से कहा मोहक बेटा ऐसा भी कौन सा जरुरी काम पड़ गया है अभी तो सिर्फ 12 ही बजे है अभी तो लंच करने का वक़्त भी नहीं हुआ चाचा जी बोले
चाचा जी मेरा जाना बहुत जरुरी है मैं बस आधे घंटे में आ रहा हूं मैंने कहा अपनी मोटर साइकिल स्टार्ट की और घर आ गया मेरी मां अच्छे से जानती थी की उनका बेटा आज जरुर आएगा उनको चोद चोद के उनकी बुर की खुजली जरुर दूर करेगा
मैंने घर में आते ही मां को पकड़ लिया आज भी मेरी मां कुसुम गजब की चोदने लायक सामान थी उम्र 40 की थी पर मां की जवानी बरकरार थी मां 30 की लगती थी अच्छी खासी गोरी चिट्टी थी मैंने मां को बाहों में कस लिया और उनके होंठ पर मैंने अपने होंठ रख दिए हम मां बेटे खड़े खड़े एक दुसरे के होठ चूसने लगे
बेटा मोहक मैं जानती थी की तू जरुर आएगा अगर तू नहीं आता तो मुझे फिर से किसी मर्द को बुलाना पड़ता और चुदवाना पड़ता मां बोली नही मां तेरा बेटा आ गया है तुझे किसी और मर्द का लौड़ा खाने की जरुरत नहीं है चलो अपने बेडरूम में चलो आज मैं तुमको वही चोदूगा जहां मैंने कहा मैंने मां को अपनी गोद में उठा लिया और उनके कमरे में ले आया उस दिन मां इसी कमरे में उस सिक्यूरिटी गार्ड से चुदवा रही थी
मैं मां को लाकर उनके बिस्तर पर पटक दिया मैंने अपनी शर्ट निकाल दी मेरी चौड़ी मां की लौड़ी बड़ी सी छाती दिख रही थी मेरे सीने पर बाल ही बाल थे मैंने अपनी सगी मां के उपर लेट गया मैंने उनके दोनों हाथों को पकड़ लिया मां की उंगलियों में मैंने अपनी उंगलियां फसा दी और मैं अपनी मां के होठ चूसने लगा
धीरे धीरे मां भी चुदासी और मेरे लौड़े की दासी होने लगी वो गरम और गरम होने लगी मैंने उसके होठ से होठ लगाकर चूस रहा था अपनी जीभ मां के मुंह में डाल रहा था वो भी अपनी जीभ मेरे मुंह में डाल रही थी मैं अपनी मां को इमरान हाशमी की तरह चूस रहा था वो सनी लिओन की तरह हो गई थी
धीरे धीरे मेरे हाथ मां के मम्मों पर जाने लगा मैं उनको दबाने लगा मैंने उनका ब्लौस भी निकाल दिया उनकी ब्रा भी निकाल दी बाप रे मेरी मां कितनी सुंदर कितनी गजब की माल थी मैं अब अच्छे से समझ गया था की हर मर्द मेरी मां का दीवाना क्यूं था आखिर हर मर्द मेरी मां को चोदने को क्यों तयार हो जाता था
क्यूंकि मेरी मां थी ही इतना गजब का सामान मुझसे रहा ना गया मैंने मां की साड़ी भी खोल दी और निकाल दी अब सामने मां का पीले रंग का पेटीकोट था मैंने पेटीकोट का नाड़ा खोल दिया और निकाल दिया मेरी मां ने आज चड्ढी नहीं पहनी थी
अब मेरी मां नंगी हो गई थी वो सम्पूर्ण रूप से नंगी हो गयी थी मैं खुद को रोक ना सका अपनी सगी मां की छातियों पर मैंने अपने हाथ रख दिए उफ्फ्फ्फ कितने मस्त कितने बड़े बड़े दूध थे मां के मैं हाथ से उनके पके पके आमों को दबाने लगा
मां सिसकने लगी मैं और जोर जोर से दबाने लगा मां और जोर जोर से सिसकने लगी फिर मैं मां के पके पके आमों को मुंह में भरके पीने लगा मैं अपने नुकीले दांतों से मां की मुलायम मुलायम छातियों को काट काटकर चूस रहा था दांतों से चबा चबा कर मैं मां की मस्त मस्त उभरी उभरी छातियां चूस रहा था
कसम से दोस्तों यह दृश्य बहुत मजेदार था मैं अपनी मां की छातियों को मुंह में भर भरके चूस रहा था मैं पूरे मजे मार रहा था फिर मैंने अपनी मां के बड़े से भोसड़े में अपनी 3 उंगलियां डाल दी मेरी मां की चूत बहुत फटी थी सायद बहुत लोगों ने उसको चोदा था मैं अपनी मां की चूत को अपनी 3 उंगलियों से जल्दी जल्दी फेटने लगा मेरी मां बहुत जादा गर्म और चुदासी हो गई
चोद बेटा मुझे जल्दी चोद मेरी चूत में फिर से बड़ी जोर की खुजली हो रही है मां बोली मैं तुरंत अपनी मां की बुर में अपना लौड़ा डाल दिया मैं अपनी मां को लेने लगा जिस तरह वो सिक्यूरिटी गार्ड मेरी मां को चोद रहा था बिलकुल उसी तरह मैं अपनी मां को पेलने लगा
आह हाह ऊई उईई मांअआ मां मां मेरी मां इस तरह की गर्म गर्म सिसकी निकालने लगी मैंने मां को दोनों हाथों को पकड़ लिया और जोर जोर से चोदने लगा इससे मां की बुर में मैं गहराई तक मार कर पा रहा था दोस्तों कितनी कमाल की बात थी जिस मां के गुप्त छेद को सारे मोहल्ले के मर्द भोग लगाते थे उस छेद में मैं भोग रहा था
मैं उनको चोद रहा था और बस मां की चूत ही देख रहा था मेरी मां अभी तक बहुत लोगों से चुद चुकी थी पहले तो मेरे बाप ने उसे चोद चोद के मुझे पैदा कर दिया था फिर कालोनी के मर्दो ने मां को चोदा था मैं अपनी मां को ठोक रहा था और उनके भोसड़े को ताड़ रहा था उसका गहन अवलोकन और अध्ययन कर रहा था मां की चूत बहुत गहरी मुलायम और नर्म थी
चोद बेटा चोद हां हां बस यही पर बस यहीं पर बेटा चोदता रह रुक मत मां बोली यह सुनकर मुझे बहुत जादा जोश चढ़ गया ले ले रंडी ले रंडी ले रोज पाराए मर्दो का लौड़ा खाती थी आज अपने बेटे का लौड़ा खा मैंने कहा और घप घप करके मैं अपनी मां को ठोकने लगा इतनी जादा ताकत आ गई की मै अपनी सगी मां को किसी मशीन की तरह पेलने लगा मां के बड़े बड़े 36 साइज वाले मम्मे इधर उधर हिलने लगे
ले रंडी ले कुतिया ले मैं अपनी मां को तरह तरह से गाली बक रहा था और उसके भोसड़े में अपना लौड़ा डाल के जल्दी जल्दी अंदर बाहर कर रहा था मां चुदवा रही थी बेटा चोद रहा था मां ठुकवा रही थी बेटा ठोक रहा था मां पेलवा रही थी बेटा पेल रहा था
रोज कहां मां की नर्म नर्म चूत मिलेगी मैंने सोचा मैंने मां की दोनों टांगे खोल दी उनकी चूत पर बैठ और चोदने लगा यह मिलन बहुत जादा सुखमय था मुझे इस बात का पछतावा हो रहा था की मुझे बहुत देर में यह बात पता चली कि मेरी मां रंडी है बिना लौड़ा खाये वो नही रह सकती है
यह बात मुझे बहुत देर में पता चली मैंने एक नजर नीचे फिर देखा मेरा वफादार लौड़ा जो सिर्फ मेरी बात मानता और सुनता है मेरी सगी मां को मेरे आदेश पर चोद रहा था मैं खुश हुआ उधर मां आह आह ऊई ऊई चिल्ला रही थी कुछ देर बाद मैं झड़ गया फिर कपड़े पहन के मैं दूकान पर आ गया
जब रात हुई तो मैंने मां को अपने कमरे में बुला लिया मेरे चाचा जी और चाची अपने कमरे में सो रहे थे मेरे बेटे इस बार मेरी गाड़ में बहुत खुजली हो रही है मां ने अपनी पीढ़ा बताई कपड़े उतार रंडी मैं तेरी गाड़ का इलाज करता हूं मैंने कहा मां को मैंने पूरा का पूरा नंगा कर दिया और उसे कुतिया बना दिया वाह मां के कितने मस्त मस्त गोल गोल चुतड थे
मैं चूम लिए फिर मैंने अपनी मां की गाड़ देखी बाप रे कितनी फटी हुई गांड थी मैंने लौड़ा उनकी गाड़ में डाल दिया और 2 घंटे कूटा और फिर झड़ गया जब मैंने लौड़ा मां के भोसड़े से निकाला तो उनका छेद 3 इंच चौड़ा हो गया था मेरी मां की खुजली शांत हो गई थी यह थी कैसी लगी जरूर बताना
मैं घर पर चेक बुक भूल गया था मैं अपनी बाइक स्टार्ट की और दोपहर के 12 बजे मैं घर पहुचा आज तो दोस्तों बड़ी धूप थी चारो तरफ कोई भी नहीं दिखाई दे रहा था कौन गधा इतनी गर्मी में बाहर निकल के अपना रंग काला करता मैंने घर की घंटी बजाई मेरी मां कुसुम निकली ही नहीं
मां मां मैंने आवाज दी और दरवाजा पीटा पर कोई नही निकला मैंने फिर से आवाज दी पर मां नही निकली मैंने सीढ़ियों के किनारे रखे गमले के नीचे से डुप्लीकेट चाबी निकाली और दरवाजा खोला जब मैं अंदर गया तो मां नहीं नजर आ रही थी मैंने उसको हाल किचन हर जगह ढूंढा मां कहीं नहीं दिखी फिर मैं उसके कमरे में गया
जैसे ही मैंने दरवाजा खोला मेरी गांड फट गई मेरी सगी मां हमारी कालोनी के सिक्यूरिटी गार्ड से चुद रही थी यही वजह थी की वो दरवाजा खोलने नही आई थी मां और सिक्यूरिटी गार्ड चुदाई में इतना मस्त था कि मुझे भी वो नही देख पाए
मेरी सगी मां पूरी तरह से नंगी थी उसके जिस्म पर एक भी कपड़ा नहीं था उस सिक्यूरिटी गार्ड के बच्चे ने मां के दोनों पैर खोल रखे थे गचा गच उसको पेल रहा था आह आह हा हाहा और जोर से चोदो मेरी और जोर से लो और तेज ठोको मां सिसक सिसक के कह रही थी
मैं किनारे दरवाजे के पास छिप गया अपनी मां को चुदते हुए देखने लगा एक बार तो बड़ा गुस्सा आया कि कैसे कोई आदमी मेरी मां को दोपहर में आकर उनके ही घर और उनके ही कमरे में आकर चोद सकता है यह सोचकर मुझे बहुत गुस्सा आया पर फिर जब अपनी सगी मां को चुदते देखा तो मुंह में पानी आ गया
कितनी खूबसूरत कितनी गजब की माल थी मेरी मां मैं अपनी चेक बुक लेकर धीरे से दूकान पर आ गया रात तक मेरी मां के चुदने वाला दृश्य ही मेरी आंखों में तैरता रहा अब मैं जान गया था कि मां सिक्यूरिटी गार्ड से फसी हुई है मैं रात में ही उसके घर गया मैंने उसका कॉलर पकड़ लिया और उसको चांटे ही चांटे मारने लगा
चोदेगा साले मेरी मां को मेरे ही घर में आकर चोदेगा तेरी हिम्मत कैसे पड़ी मेरी मां की तरफ गलत नजर से देखने की मैंने पूछा और सिक्यूरिटी गार्ड को चांटे ही चांटे मारे अरे मुझे क्या रोकता है अपनी मां को सम्भाल एक नंबर की रंडी है वो कालोनी के सारे मर्दो का लौड़ा वो खा चुकी है तेरी ही मां ने मुझे चोदने के लिए घर बुलाया था समझा खबरदार मुझे गलत बताया तो सिक्यूरिटी गार्ड बोला
उसने मुझे मेरे मुंह को कई घूसे मारे मेरे होठ से खून बहने लगा हम दोनों में कुछ देर हाथ पाई हुई अब मैं जान गया था की वो सिक्यूरिटी गार्ड गलत नहीं है बल्कि मेरी मां ही आवारा है मैंने पड़ोस में पूछताछ की तो सबने बताया कि मेरी जवान और खूबसूरत मां एक नम्बर की आवारा है हर दोपहर वो किसी ना किसी कालोनी के मर्द को घर में बुला लेती है और फिर खूब चुदवाती है यह सब सुनकर मेरी गाड़ फट गई
मां यह सब क्या है तुमने क्यूं उस सिक्यूरिटी गार्ड को उस दिन घर में बुलाया था आखिर तुम उसके साथ क्या कर रही थी बेटा मेरी चूत में बहुत खुजली होती रहती है जब किसी मर्द से 2-3 घंटे चुदवा लेती हूं तो कुछ दिन के लिए शान्ति मिल जाती है पर फिर 2-4 दिन बाद मेरी गीली गीली चूत में फिरसे खुजली शुरू हो जाती है इस लिए मुझे फिर से किसी मर्द से चुदवाना पढ़ता है मेरी मां बोली
तो ठीक है मां आज से तुम्हारी खुजली दूर करने की जिम्मेदारी मेरी है आज से मैं तुम्हारी लूंगा तुमको अगर चुदवाना है तो मां मैं तुमको जरुर चोदूंगा मैंने मां से कहा अगले दिन मैं और मेरे चाचा मेरी कपड़े की दूकान पर थे
मेरे पिता जी 3 साल पहले गुजर गए थे सायद तभी मेरी मां एक आवारा औरत बन गई थी अगर पिता जी जिन्दा होते तो मां को किसी चीज की जरुरत नहीं होती जब भी मां को लौड़ा चाहिए होता पिता जी दे दिया करते शायद तभी मेरी मां एक बदचलन औरत बन गई और कालोनी के मर्दो को बुलाकर अपनी चूत की प्यास भुझाने लगी
चाचा जी मुझे कुछ जरुरी काम पड़ गया है मैं घर जा रहा हूं मैंने चाचा से कहा मोहक बेटा ऐसा भी कौन सा जरुरी काम पड़ गया है अभी तो सिर्फ 12 ही बजे है अभी तो लंच करने का वक़्त भी नहीं हुआ चाचा जी बोले
चाचा जी मेरा जाना बहुत जरुरी है मैं बस आधे घंटे में आ रहा हूं मैंने कहा अपनी मोटर साइकिल स्टार्ट की और घर आ गया मेरी मां अच्छे से जानती थी की उनका बेटा आज जरुर आएगा उनको चोद चोद के उनकी बुर की खुजली जरुर दूर करेगा
मैंने घर में आते ही मां को पकड़ लिया आज भी मेरी मां कुसुम गजब की चोदने लायक सामान थी उम्र 40 की थी पर मां की जवानी बरकरार थी मां 30 की लगती थी अच्छी खासी गोरी चिट्टी थी मैंने मां को बाहों में कस लिया और उनके होंठ पर मैंने अपने होंठ रख दिए हम मां बेटे खड़े खड़े एक दुसरे के होठ चूसने लगे
बेटा मोहक मैं जानती थी की तू जरुर आएगा अगर तू नहीं आता तो मुझे फिर से किसी मर्द को बुलाना पड़ता और चुदवाना पड़ता मां बोली नही मां तेरा बेटा आ गया है तुझे किसी और मर्द का लौड़ा खाने की जरुरत नहीं है चलो अपने बेडरूम में चलो आज मैं तुमको वही चोदूगा जहां मैंने कहा मैंने मां को अपनी गोद में उठा लिया और उनके कमरे में ले आया उस दिन मां इसी कमरे में उस सिक्यूरिटी गार्ड से चुदवा रही थी
मैं मां को लाकर उनके बिस्तर पर पटक दिया मैंने अपनी शर्ट निकाल दी मेरी चौड़ी मां की लौड़ी बड़ी सी छाती दिख रही थी मेरे सीने पर बाल ही बाल थे मैंने अपनी सगी मां के उपर लेट गया मैंने उनके दोनों हाथों को पकड़ लिया मां की उंगलियों में मैंने अपनी उंगलियां फसा दी और मैं अपनी मां के होठ चूसने लगा
धीरे धीरे मां भी चुदासी और मेरे लौड़े की दासी होने लगी वो गरम और गरम होने लगी मैंने उसके होठ से होठ लगाकर चूस रहा था अपनी जीभ मां के मुंह में डाल रहा था वो भी अपनी जीभ मेरे मुंह में डाल रही थी मैं अपनी मां को इमरान हाशमी की तरह चूस रहा था वो सनी लिओन की तरह हो गई थी
धीरे धीरे मेरे हाथ मां के मम्मों पर जाने लगा मैं उनको दबाने लगा मैंने उनका ब्लौस भी निकाल दिया उनकी ब्रा भी निकाल दी बाप रे मेरी मां कितनी सुंदर कितनी गजब की माल थी मैं अब अच्छे से समझ गया था की हर मर्द मेरी मां का दीवाना क्यूं था आखिर हर मर्द मेरी मां को चोदने को क्यों तयार हो जाता था
क्यूंकि मेरी मां थी ही इतना गजब का सामान मुझसे रहा ना गया मैंने मां की साड़ी भी खोल दी और निकाल दी अब सामने मां का पीले रंग का पेटीकोट था मैंने पेटीकोट का नाड़ा खोल दिया और निकाल दिया मेरी मां ने आज चड्ढी नहीं पहनी थी
अब मेरी मां नंगी हो गई थी वो सम्पूर्ण रूप से नंगी हो गयी थी मैं खुद को रोक ना सका अपनी सगी मां की छातियों पर मैंने अपने हाथ रख दिए उफ्फ्फ्फ कितने मस्त कितने बड़े बड़े दूध थे मां के मैं हाथ से उनके पके पके आमों को दबाने लगा
मां सिसकने लगी मैं और जोर जोर से दबाने लगा मां और जोर जोर से सिसकने लगी फिर मैं मां के पके पके आमों को मुंह में भरके पीने लगा मैं अपने नुकीले दांतों से मां की मुलायम मुलायम छातियों को काट काटकर चूस रहा था दांतों से चबा चबा कर मैं मां की मस्त मस्त उभरी उभरी छातियां चूस रहा था
कसम से दोस्तों यह दृश्य बहुत मजेदार था मैं अपनी मां की छातियों को मुंह में भर भरके चूस रहा था मैं पूरे मजे मार रहा था फिर मैंने अपनी मां के बड़े से भोसड़े में अपनी 3 उंगलियां डाल दी मेरी मां की चूत बहुत फटी थी सायद बहुत लोगों ने उसको चोदा था मैं अपनी मां की चूत को अपनी 3 उंगलियों से जल्दी जल्दी फेटने लगा मेरी मां बहुत जादा गर्म और चुदासी हो गई
चोद बेटा मुझे जल्दी चोद मेरी चूत में फिर से बड़ी जोर की खुजली हो रही है मां बोली मैं तुरंत अपनी मां की बुर में अपना लौड़ा डाल दिया मैं अपनी मां को लेने लगा जिस तरह वो सिक्यूरिटी गार्ड मेरी मां को चोद रहा था बिलकुल उसी तरह मैं अपनी मां को पेलने लगा
आह हाह ऊई उईई मांअआ मां मां मेरी मां इस तरह की गर्म गर्म सिसकी निकालने लगी मैंने मां को दोनों हाथों को पकड़ लिया और जोर जोर से चोदने लगा इससे मां की बुर में मैं गहराई तक मार कर पा रहा था दोस्तों कितनी कमाल की बात थी जिस मां के गुप्त छेद को सारे मोहल्ले के मर्द भोग लगाते थे उस छेद में मैं भोग रहा था
मैं उनको चोद रहा था और बस मां की चूत ही देख रहा था मेरी मां अभी तक बहुत लोगों से चुद चुकी थी पहले तो मेरे बाप ने उसे चोद चोद के मुझे पैदा कर दिया था फिर कालोनी के मर्दो ने मां को चोदा था मैं अपनी मां को ठोक रहा था और उनके भोसड़े को ताड़ रहा था उसका गहन अवलोकन और अध्ययन कर रहा था मां की चूत बहुत गहरी मुलायम और नर्म थी
चोद बेटा चोद हां हां बस यही पर बस यहीं पर बेटा चोदता रह रुक मत मां बोली यह सुनकर मुझे बहुत जादा जोश चढ़ गया ले ले रंडी ले रंडी ले रोज पाराए मर्दो का लौड़ा खाती थी आज अपने बेटे का लौड़ा खा मैंने कहा और घप घप करके मैं अपनी मां को ठोकने लगा इतनी जादा ताकत आ गई की मै अपनी सगी मां को किसी मशीन की तरह पेलने लगा मां के बड़े बड़े 36 साइज वाले मम्मे इधर उधर हिलने लगे
ले रंडी ले कुतिया ले मैं अपनी मां को तरह तरह से गाली बक रहा था और उसके भोसड़े में अपना लौड़ा डाल के जल्दी जल्दी अंदर बाहर कर रहा था मां चुदवा रही थी बेटा चोद रहा था मां ठुकवा रही थी बेटा ठोक रहा था मां पेलवा रही थी बेटा पेल रहा था
रोज कहां मां की नर्म नर्म चूत मिलेगी मैंने सोचा मैंने मां की दोनों टांगे खोल दी उनकी चूत पर बैठ और चोदने लगा यह मिलन बहुत जादा सुखमय था मुझे इस बात का पछतावा हो रहा था की मुझे बहुत देर में यह बात पता चली कि मेरी मां रंडी है बिना लौड़ा खाये वो नही रह सकती है
यह बात मुझे बहुत देर में पता चली मैंने एक नजर नीचे फिर देखा मेरा वफादार लौड़ा जो सिर्फ मेरी बात मानता और सुनता है मेरी सगी मां को मेरे आदेश पर चोद रहा था मैं खुश हुआ उधर मां आह आह ऊई ऊई चिल्ला रही थी कुछ देर बाद मैं झड़ गया फिर कपड़े पहन के मैं दूकान पर आ गया
जब रात हुई तो मैंने मां को अपने कमरे में बुला लिया मेरे चाचा जी और चाची अपने कमरे में सो रहे थे मेरे बेटे इस बार मेरी गाड़ में बहुत खुजली हो रही है मां ने अपनी पीढ़ा बताई कपड़े उतार रंडी मैं तेरी गाड़ का इलाज करता हूं मैंने कहा मां को मैंने पूरा का पूरा नंगा कर दिया और उसे कुतिया बना दिया वाह मां के कितने मस्त मस्त गोल गोल चुतड थे
मैं चूम लिए फिर मैंने अपनी मां की गाड़ देखी बाप रे कितनी फटी हुई गांड थी मैंने लौड़ा उनकी गाड़ में डाल दिया और 2 घंटे कूटा और फिर झड़ गया जब मैंने लौड़ा मां के भोसड़े से निकाला तो उनका छेद 3 इंच चौड़ा हो गया था मेरी मां की खुजली शांत हो गई थी यह थी कैसी लगी जरूर बताना