हैलो दोस्तों कैसे हो आप आज मैं आपके लिए antarvasna maa beta sex story लेकर आया हूं उम्मीद है आपको यह antarvasna maa beta sex story पसंद आयेगी मेरी मां हाउसवाइफ हैं उनकी फिगर बड़ी मस्त है मां की मटकती गांड को देख कोई भी अपना लंड सहलाने लगे मां बेटा सेक्स कहानी में पढ़ें कि मां मुझसे कैसे चुदी
दोस्तो मेरा नाम विक्रांत है आज की इस मां बेटा सेक्स कहानी में मैं आपको बताऊंगा कि कैसे मैंने अपनी मां की चूत की आग को ठंडा किया
मैं 19 साल का हूं अभी कॉलेज में प्रथम वर्ष की पढ़ाई कर रहा हूं मैं एक मैकेनिकल इंजिनियरिंग का छात्र हूं हमारी क्लास में कुल 4 ही लड़कियां हैं वो भी किसी मशीन की तरह छिली हुई हैं मुझे उनको देख कर किसी भी तरह की उत्तेजना ही नहीं होती थी
मुझे भर हुए दूध और उठी हुई गांड वाली भाभियां या आंटियां ही पसंद आती थीं ऐसा शायद इसलिए था क्योंकि मेरी मां की खूबसूरत जवानी ने मुझे उनके जैसी हसीनाओं के बारे में सोचने पर मजबूर कर दिया था
मैं महाराष्ट्र मैं औरंगाबाद में रहता हूं आगे बढ़ने से पहले मैं आपको अपने परिवार के बारे में बताना चाहूंगा मेरे परिवार में मेरी मां डैडी और मैं ही हूं मैं परिवार में अकेला हूं इसीलिए मां डैडी ने मुझे पूरी आजादी दी हुई है मैं जो चाहता हूं कर सकता हूं
मेरी मां का नाम उषा है और डैडी का नाम अनूप है मेरे डैडी एक कॉस्मेटिक कंपनी में बड़े ओहदे पर है इसलिए उनका ज्यादातर वक्त शहर के बाहर टूर आदि में ही व्यस्त रहता था डैडी की अनुपस्थिति में घर पर मैं और मां ही रहते हैं
मेरी मां एक हाउसवाइफ हैं उनकी उम्र अभी 39 साल है उनकी फिगर बड़ी ही मस्त है वो 36-32-36 की एक कमाल की आइटम लगती हैं
मैंने अक्सर देखा है कि मेरी मां को देखते ही लोगों के लंड खड़े हो जाते थे जब भी किसी को मेरी मां से बात करने का अवसर मिलता था तो वो मेरी मां से देर तक बातें करने की फ़िराक में दिखने लगता था
वो पूरे समय मेरी मां की तनी हुई चूचियां ही देखने में लगा रहता था यदि उस वक्त मेरी मां किसी वजह से पीछे घूम कर जाने लगती थीं तो उनसे बात करने वाला उनकी तोप सी उठी हुई गांड के नजारे लेने लगता
इस दौरान मैंने इस बात पर ख़ास ध्यान दिया था कि मेरी मां की मटकती हुई गांड को देखते ही वो व्यक्ति अपने लंड को सहलाने लगता था
ये सब देख कर मेरी जवानी हिलोरें मारने लगती थी मेरा लंड खड़ा होने लगता था लेकिन मैं अपनी मां के लिए कुछ भी गलत नहीं सोच पाता था तब भी नतीजन ये हो जाता था कि मैं मुठ मारने लगा था
एक बार ऐसे ही मैं नहाने के लिए बाथरूम में घुसा तो मां की ब्रा पेंटी सूखने के लिए खूंटी पर टंगी थी लंड हिलाने से मेरी उत्तेजना बहुत बढ़ गई थी मैंने मां की ब्रा उतार कर अपने लंड से लपेट कर मुठ मार ली मां की ब्रा में मेरा माल निकल गया था मैंने मां की ब्रा को यूं ही पानी में धोकर निकाली और वापस खूंटी पर टांग दी
अब ये मेरा रोज का नियम सा हो गया था मैं मां के नहा कर आने के बाद बाथरूम में जाता और उनकी ब्रा या पेंटी में अपने वीर्य को निकाल देता
एक दिन मैं बाथरूम में मां की ब्रा को अपने लंड पर लपेट कर लंड हिला रहा था मेरा माल जैसे ही छूटा तभी मुझे कुछ ऐसा अहसास हुआ कि बाहर से कोई मुझे देखने की कोशिश कर रहा है मैंने झट से मां की ब्रा को नीचे डाल दिया और कुछ देर बाद बाहर निकल आया मैंने महसूस किया कि मेरी मां मेरे लंड की तरफ देख रही थीं
दो दिन बाद डैडी को बाहर जाना था और उसके अगले दिन मां का बर्थ-डे था मैंने मां से कहा कि मां आपका बर्थ-डे आने वाला है इस बार आप कैसे मनाना चाहोगी क्योंकि शायद डैडी घर पर नहीं रहेंगे मैं मां का बर्थ-डे प्लान करने की सोचता हुआ उनसे बात कर रहा था
उस टाइम मां ने कहा – हम दोनों अबकी बार फार्म हाउस पर जाएंगे तुम शराब की बोतल लेकर आ जाना
मैंने चौंकते हुए कहा – लेकिन मां आप तो कभी पीती नहीं हैं?
मां – नहीं मैं तेरे डैडी के साथ पी लेती हूं पर कोई बात नहीं अब तेरे साथ भी पी लूंगी क्या तू नहीं पिएगा?
मैंने कहा – मैं पीता तो हूं पर आपके साथ मुझे शर्म आएगी
वो बोलीं – कोई बात नहीं बेटा अब तू जवान हो गया है मेरे साथ पी लेना मुझे भी साथ मिल जाएगा
मैं – ओके मां
बर्थ-डे वाले दिन हम दोनों फार्म पर गए पहले तो मैं नहाया फिर मां नहायी इसके बाद मां ने केक काटने की रस्म अदायगी की फिर मैंने मां के साथ बहुत शराब पी और हम दोनों ने खूब डांस किया मां इस समय एक फ्रॉक जैसी ड्रेस पहने हुए थीं वे बहुत मस्त माल लग रही थीं
कुछ देर बाद हम दोनों सोने के लिए आए मैं अपने कपड़े उतार कर एक नाईट गाउन पहन कर बिस्तर पर लेट गया मां भी एक नाइटी पहन कर मेरे साथ ही सो गईं हम दोनों गहरे नशे में थे सो धुत्त होकर सो गए
रात करीब डेढ़ बजे मुझे अपने लंड पर कुछ गीलापन महसूस हुआ मैं नींद में था मुझे गीला गीला सा लगा तो मैंने हल्की सी आंख खोल कर देखा
मैं ये देख कर हैरान रह गया था क्योंकि मेरी मां ने मेरा लंड अपने मुंह में लिया हुआ था वो बड़े ही प्यार से लंड चूस रही थीं
पहले मुझे अजीब सा लगा कि कोई माँ अपने ही बेटे के साथ ये सब कैसे कर सकती है पर मैंने अपने आपको रोक लिया क्योंकि इतना मजा मुझे पहले कभी नहीं आया था मेरा लंड अब और भी अकड़कर टाईट हो गया था शायद मां को इस बात का अंदाजा नहीं था कि मैं जाग गया हूं और लंड चुसाई का मजा ले रहा हूं
हालांकि मां ने मेरा लंड चूसते समय मेरे जाग जाने की सम्भावना पर जरूर विचार किया होगा ये सोचते ही एकदम से मेरे दिमाग में सब खेल साफ़ होने लगा कि मां ने मेरे साथ अकेले में फ़ार्म हाउस पर बर्थ-डे मनाने का निर्णय लिया था और मुझसे शराब लाने का कहा था शायद वो उसी समय से मेरे लंड से खेलने के मूड में थीं
इसलिए उनको मेरे जाग जाने से कोई डर नहीं था
मैं मस्त हुआ जा रहा था मेरी मां मेरे खड़े लंड को अपने गले में अन्दर तक ले रही थीं और साथ ही मेरी गोटियों को भी सहलाए जा रही थीं
दस मिनट बाद मुझे रहा नहीं गया और मैंने अपना सारा वीर्य अपनी मां के मुंह में गिरा दिया लंड के छूटते ही मां ने मेरे लंड को और भी अन्दर तक ले लिया और वो मेरे लंड का पूरा रस पी गईं एक बूंद भी खराब नहीं होने दी
इस दौरान पहले मुझे लगा था कि शायद मां नशे में हैं और मुझे डैडी ही समझ रही थीं पर मैं गलत था मां अपने पूरे होश में थीं क्योंकि लंड चूसने के बाद मां ने मेरे लंड को फिर से चूस कर खड़ा कर दिया था उन्होंने मुझे हिलाते हुए कहा – चल विक्की अब जल्दी ही अपना लंड मेरी चूत में डाल दे बेटा
मां के मुंह से ये सब सुनकर मेरा दिमाग एकदम हिल गया मैं बोला – मां मैं आपका बेटा हूं मैं आपके साथ ये सब कैसे कर सकता हूं?
मां – वाह बेटे अब तुझे तेरी मां की याद आई? रोज रात देर तक तू मेरी ही ब्रा में अपना लंड के धब्बे छोड़ देता था तब तुझे हमारा रिश्ता याद नहीं आता था
मैं – मां लेकिन
मां – कुछ मत बोल मुझे पता है अब तू जवान हो गया है तेरी भी कोई जरूरत है विक्की मेरी कुछ आरजू है तमन्ना है जो तेरा बाप पूरा नहीं कर पाता मैंने जब से तेरे 8 इंच के लंड को देखा है ना तभी से मैं तुझसे चुदवाने के लिए बेचैन हो गई हूं
ये कहते हुए मां ने व्हिस्की की बोतल से दो पैग बना कर सामने रख दिए मैं एक गिलास उठा लिया और दूसरा मां ने ले लिया
पैग पीते हुए हम दोनों में काफी देर तक इस तरह की बातें हुईं फिर मां ने मुझे नंगा कर दिया और खुद भी अपने गाउन के आगे लगी डोरियों को खोल दीं इस तरह से उनकी चूचियां नंगी हो गई थीं उन्होंने मेरे मुंह में अपनी एक चूची लगा दी और बड़े प्यार से मुझे अपना दूध पिलाने लगीं
मुझसे भी रहा नहीं गया और मैंने मां को अपनी ओर खींच कर उनके होठों को अपने होंठों से जकड़ लिया मैं मां को चूमने लगा वो भी मस्ती से मेरा पूरा साथ दे रही थीं
मैं अपने एक हाथ से उनकी चुचियों को दबा रहा था वो भी मेरा लंड मसल रही थीं
मैंने अधखुले गाउन को उनके जिस्म से अलग कर दिया अब जाकर उनकी मोटी मोटी चूचियों का पूरा दीदार हो गया जैसे ही मैंने उनके मम्मे के भूरे रंग के कड़क हो चुके निप्पल को दबाया तो वो सिहर गई
मां – आह आराम से चूस मेरी जान मैं मां हूं तेरी कोई रंडी नहीं हूं जो एक दो घंटे में चली जाए
मैंने कहा – हां पर आज आपको मैं एक रंडी की तरह ही चोदूंगा
मां ने मुझे चूम लिया और कहा – तू जैसे चाहे मुझे चोद दे बस मेरी चूत की आग ठंडी कर दे
मैंने मां की पैंटी फाड़ दी और उनको पूरी तरह नंगी कर दिया था और खुद भी अपना बॉक्सर उतार कर पूरा नंगा हो गया
मां की चूत पर हल्के हल्के भूरे से बाल थे मैंने अपनी नाक उनकी चूत के पास रख दी आहाहाआआह उनकी चूत की खुशबू में कुछ अलग ही नशा भरा था मैंने मां की चूत के दाने को अपनी नाक से रगड़ दिया
उनकी एक मीठी सी सीत्कार निकल गई मैं रुका नहीं और अपनी मां की लवली चूत को जीभ से चाटने लगा
एक मिनट बाद ही मां ने मेरे सर को उठाया और मेरे होंठों को चूस कर खुद अपनी ही चूत के रस को चाट लिया
इसके बाद तुरंत ही हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गए वो मेरा पूरा लंड मुंह में ले रही थीं मैं भी उनकी चूत को कुत्ते की तरह चाट रहा था बीच-बीच में मैं अपनी एक उंगली भी मां की चूत में डाल देता जिससे वो उम्म्ह अहह हय ओह करके उछल सी जातीं कुछ देर तक हम दोनों इसी अवस्था में लगे रहे फिर अलग हो गए
अब उन्होंने एक तकिया अपनी कमर के नीचे लगा दिया फिर मुझे अपने ऊपर खींचा और मेरा लंड पकड़ कर अपनी चुदासी चूत पर लगा लिया
मां – विक्की अब रहा नहीं जा रहा जल्दी से लंड अन्दर डाल दे बेटा
मैंने एक ही झटके में अपना गीला लंड उनकी गीली चूत में घुसा दिया आज पहली बार मां की चूत का मेरे लंड को एहसास हो गया था मुझे समझ आ गया था कि क्यों लोग लंड पेलने के लिए पागल हो जाते हैं जिस्मानी रिश्ता बनाने के लिए एकदम वहशी हो जाते हैं
मां के कंठ से कामुक आवाजें निकलने लगी थीं आह और तेज़ विक्की और तेज आहा आआह आहम्म आह ओह विक्की अम्मा उहम्म मेरे लाल चोद दे यस
मैं मां के चूचे मसलता हुआ उनकी चूत का भोसड़ा बनाने में तुला हुआ था मेरा लंड मां की चूत की गहराइयों में अन्दर तक गोता लगा कर बाहर तक आता और फिर से झटके के साथ अन्दर घुस जाता इसी के साथ मां की मस्ती भरी मीठी आह निकल जाती
ऐसे ही हम दोनों करीब 20 मिनट तक चुदाई करते रहे इस बीच मां ने दो बार अपना पानी छोड़ दिया था
मैं – आह मां मेरा निकलने वाला है कहां करूं आहाहा आआह
मां – आह आह आआह अन्दर ही कर दे आह अन्दर ही कर दे बेटा उइम उहम मैंने अपना सारा वीर्य उनकी चूत में डाल दिया और हांफते हांफते हम दोनों एक दूसरे से चिपक कर शिथिल हो गए कोई 20 मिनट बाद हम अलग हो गए
फिर मैंने बाथरूम जाकर अपने आपको साफ किया और बाहर आकर मां के साथ लिपट कर लेट गया मुझे पता ही नहीं चला कि कब नींद आ गई
सुबह साढ़े दस बजे नींद खुली तो लंड एकदम टाइट था मां भी बाजू में नंगी पड़ी थीं मैंने मां की चूत में उंगली की तो मां भी रेडी हो गईं एक बार फिर जोरदार चुदाई हुई फिर हम दोनों बाथरूम में जाकर साथ में नहा धोकर फ्रेश हो गए
इसके बाद हम दोनों घर वापस आ गए शाम को पापा भी वापस आ गए डैडी ने रात को मां के साथ ड्रिंक की मां ने डैडी को ज्यादा व्हिस्की पिला दी फिर मां डैडी के सोने के बाद मेरे पास आ गई
उस रात भी एक बार जोरदार चुदाई के बाद मां वापस डैडी के साथ सोने चली गई इसके बाद डैडी तीसरे दिन फिर से दस दिनों के लिए बाहर चले गए अब हम दोनों के पास मौका ही मौका था हम दोनों ने नंगे रह कर दिन में कई कई बार चुदाई का मजा लिया कैसी लगी आपको यह कहानी जरूर बताना
दोस्तो मेरा नाम विक्रांत है आज की इस मां बेटा सेक्स कहानी में मैं आपको बताऊंगा कि कैसे मैंने अपनी मां की चूत की आग को ठंडा किया
मैं 19 साल का हूं अभी कॉलेज में प्रथम वर्ष की पढ़ाई कर रहा हूं मैं एक मैकेनिकल इंजिनियरिंग का छात्र हूं हमारी क्लास में कुल 4 ही लड़कियां हैं वो भी किसी मशीन की तरह छिली हुई हैं मुझे उनको देख कर किसी भी तरह की उत्तेजना ही नहीं होती थी
मुझे भर हुए दूध और उठी हुई गांड वाली भाभियां या आंटियां ही पसंद आती थीं ऐसा शायद इसलिए था क्योंकि मेरी मां की खूबसूरत जवानी ने मुझे उनके जैसी हसीनाओं के बारे में सोचने पर मजबूर कर दिया था
मैं महाराष्ट्र मैं औरंगाबाद में रहता हूं आगे बढ़ने से पहले मैं आपको अपने परिवार के बारे में बताना चाहूंगा मेरे परिवार में मेरी मां डैडी और मैं ही हूं मैं परिवार में अकेला हूं इसीलिए मां डैडी ने मुझे पूरी आजादी दी हुई है मैं जो चाहता हूं कर सकता हूं
मेरी मां का नाम उषा है और डैडी का नाम अनूप है मेरे डैडी एक कॉस्मेटिक कंपनी में बड़े ओहदे पर है इसलिए उनका ज्यादातर वक्त शहर के बाहर टूर आदि में ही व्यस्त रहता था डैडी की अनुपस्थिति में घर पर मैं और मां ही रहते हैं
मेरी मां एक हाउसवाइफ हैं उनकी उम्र अभी 39 साल है उनकी फिगर बड़ी ही मस्त है वो 36-32-36 की एक कमाल की आइटम लगती हैं
मैंने अक्सर देखा है कि मेरी मां को देखते ही लोगों के लंड खड़े हो जाते थे जब भी किसी को मेरी मां से बात करने का अवसर मिलता था तो वो मेरी मां से देर तक बातें करने की फ़िराक में दिखने लगता था
वो पूरे समय मेरी मां की तनी हुई चूचियां ही देखने में लगा रहता था यदि उस वक्त मेरी मां किसी वजह से पीछे घूम कर जाने लगती थीं तो उनसे बात करने वाला उनकी तोप सी उठी हुई गांड के नजारे लेने लगता
इस दौरान मैंने इस बात पर ख़ास ध्यान दिया था कि मेरी मां की मटकती हुई गांड को देखते ही वो व्यक्ति अपने लंड को सहलाने लगता था
ये सब देख कर मेरी जवानी हिलोरें मारने लगती थी मेरा लंड खड़ा होने लगता था लेकिन मैं अपनी मां के लिए कुछ भी गलत नहीं सोच पाता था तब भी नतीजन ये हो जाता था कि मैं मुठ मारने लगा था
एक बार ऐसे ही मैं नहाने के लिए बाथरूम में घुसा तो मां की ब्रा पेंटी सूखने के लिए खूंटी पर टंगी थी लंड हिलाने से मेरी उत्तेजना बहुत बढ़ गई थी मैंने मां की ब्रा उतार कर अपने लंड से लपेट कर मुठ मार ली मां की ब्रा में मेरा माल निकल गया था मैंने मां की ब्रा को यूं ही पानी में धोकर निकाली और वापस खूंटी पर टांग दी
अब ये मेरा रोज का नियम सा हो गया था मैं मां के नहा कर आने के बाद बाथरूम में जाता और उनकी ब्रा या पेंटी में अपने वीर्य को निकाल देता
एक दिन मैं बाथरूम में मां की ब्रा को अपने लंड पर लपेट कर लंड हिला रहा था मेरा माल जैसे ही छूटा तभी मुझे कुछ ऐसा अहसास हुआ कि बाहर से कोई मुझे देखने की कोशिश कर रहा है मैंने झट से मां की ब्रा को नीचे डाल दिया और कुछ देर बाद बाहर निकल आया मैंने महसूस किया कि मेरी मां मेरे लंड की तरफ देख रही थीं
दो दिन बाद डैडी को बाहर जाना था और उसके अगले दिन मां का बर्थ-डे था मैंने मां से कहा कि मां आपका बर्थ-डे आने वाला है इस बार आप कैसे मनाना चाहोगी क्योंकि शायद डैडी घर पर नहीं रहेंगे मैं मां का बर्थ-डे प्लान करने की सोचता हुआ उनसे बात कर रहा था
उस टाइम मां ने कहा – हम दोनों अबकी बार फार्म हाउस पर जाएंगे तुम शराब की बोतल लेकर आ जाना
मैंने चौंकते हुए कहा – लेकिन मां आप तो कभी पीती नहीं हैं?
मां – नहीं मैं तेरे डैडी के साथ पी लेती हूं पर कोई बात नहीं अब तेरे साथ भी पी लूंगी क्या तू नहीं पिएगा?
मैंने कहा – मैं पीता तो हूं पर आपके साथ मुझे शर्म आएगी
वो बोलीं – कोई बात नहीं बेटा अब तू जवान हो गया है मेरे साथ पी लेना मुझे भी साथ मिल जाएगा
मैं – ओके मां
बर्थ-डे वाले दिन हम दोनों फार्म पर गए पहले तो मैं नहाया फिर मां नहायी इसके बाद मां ने केक काटने की रस्म अदायगी की फिर मैंने मां के साथ बहुत शराब पी और हम दोनों ने खूब डांस किया मां इस समय एक फ्रॉक जैसी ड्रेस पहने हुए थीं वे बहुत मस्त माल लग रही थीं
कुछ देर बाद हम दोनों सोने के लिए आए मैं अपने कपड़े उतार कर एक नाईट गाउन पहन कर बिस्तर पर लेट गया मां भी एक नाइटी पहन कर मेरे साथ ही सो गईं हम दोनों गहरे नशे में थे सो धुत्त होकर सो गए
रात करीब डेढ़ बजे मुझे अपने लंड पर कुछ गीलापन महसूस हुआ मैं नींद में था मुझे गीला गीला सा लगा तो मैंने हल्की सी आंख खोल कर देखा
मैं ये देख कर हैरान रह गया था क्योंकि मेरी मां ने मेरा लंड अपने मुंह में लिया हुआ था वो बड़े ही प्यार से लंड चूस रही थीं
पहले मुझे अजीब सा लगा कि कोई माँ अपने ही बेटे के साथ ये सब कैसे कर सकती है पर मैंने अपने आपको रोक लिया क्योंकि इतना मजा मुझे पहले कभी नहीं आया था मेरा लंड अब और भी अकड़कर टाईट हो गया था शायद मां को इस बात का अंदाजा नहीं था कि मैं जाग गया हूं और लंड चुसाई का मजा ले रहा हूं
हालांकि मां ने मेरा लंड चूसते समय मेरे जाग जाने की सम्भावना पर जरूर विचार किया होगा ये सोचते ही एकदम से मेरे दिमाग में सब खेल साफ़ होने लगा कि मां ने मेरे साथ अकेले में फ़ार्म हाउस पर बर्थ-डे मनाने का निर्णय लिया था और मुझसे शराब लाने का कहा था शायद वो उसी समय से मेरे लंड से खेलने के मूड में थीं
इसलिए उनको मेरे जाग जाने से कोई डर नहीं था
मैं मस्त हुआ जा रहा था मेरी मां मेरे खड़े लंड को अपने गले में अन्दर तक ले रही थीं और साथ ही मेरी गोटियों को भी सहलाए जा रही थीं
दस मिनट बाद मुझे रहा नहीं गया और मैंने अपना सारा वीर्य अपनी मां के मुंह में गिरा दिया लंड के छूटते ही मां ने मेरे लंड को और भी अन्दर तक ले लिया और वो मेरे लंड का पूरा रस पी गईं एक बूंद भी खराब नहीं होने दी
इस दौरान पहले मुझे लगा था कि शायद मां नशे में हैं और मुझे डैडी ही समझ रही थीं पर मैं गलत था मां अपने पूरे होश में थीं क्योंकि लंड चूसने के बाद मां ने मेरे लंड को फिर से चूस कर खड़ा कर दिया था उन्होंने मुझे हिलाते हुए कहा – चल विक्की अब जल्दी ही अपना लंड मेरी चूत में डाल दे बेटा
मां के मुंह से ये सब सुनकर मेरा दिमाग एकदम हिल गया मैं बोला – मां मैं आपका बेटा हूं मैं आपके साथ ये सब कैसे कर सकता हूं?
मां – वाह बेटे अब तुझे तेरी मां की याद आई? रोज रात देर तक तू मेरी ही ब्रा में अपना लंड के धब्बे छोड़ देता था तब तुझे हमारा रिश्ता याद नहीं आता था
मैं – मां लेकिन
मां – कुछ मत बोल मुझे पता है अब तू जवान हो गया है तेरी भी कोई जरूरत है विक्की मेरी कुछ आरजू है तमन्ना है जो तेरा बाप पूरा नहीं कर पाता मैंने जब से तेरे 8 इंच के लंड को देखा है ना तभी से मैं तुझसे चुदवाने के लिए बेचैन हो गई हूं
ये कहते हुए मां ने व्हिस्की की बोतल से दो पैग बना कर सामने रख दिए मैं एक गिलास उठा लिया और दूसरा मां ने ले लिया
पैग पीते हुए हम दोनों में काफी देर तक इस तरह की बातें हुईं फिर मां ने मुझे नंगा कर दिया और खुद भी अपने गाउन के आगे लगी डोरियों को खोल दीं इस तरह से उनकी चूचियां नंगी हो गई थीं उन्होंने मेरे मुंह में अपनी एक चूची लगा दी और बड़े प्यार से मुझे अपना दूध पिलाने लगीं
मुझसे भी रहा नहीं गया और मैंने मां को अपनी ओर खींच कर उनके होठों को अपने होंठों से जकड़ लिया मैं मां को चूमने लगा वो भी मस्ती से मेरा पूरा साथ दे रही थीं
मैं अपने एक हाथ से उनकी चुचियों को दबा रहा था वो भी मेरा लंड मसल रही थीं
मैंने अधखुले गाउन को उनके जिस्म से अलग कर दिया अब जाकर उनकी मोटी मोटी चूचियों का पूरा दीदार हो गया जैसे ही मैंने उनके मम्मे के भूरे रंग के कड़क हो चुके निप्पल को दबाया तो वो सिहर गई
मां – आह आराम से चूस मेरी जान मैं मां हूं तेरी कोई रंडी नहीं हूं जो एक दो घंटे में चली जाए
मैंने कहा – हां पर आज आपको मैं एक रंडी की तरह ही चोदूंगा
मां ने मुझे चूम लिया और कहा – तू जैसे चाहे मुझे चोद दे बस मेरी चूत की आग ठंडी कर दे
मैंने मां की पैंटी फाड़ दी और उनको पूरी तरह नंगी कर दिया था और खुद भी अपना बॉक्सर उतार कर पूरा नंगा हो गया
मां की चूत पर हल्के हल्के भूरे से बाल थे मैंने अपनी नाक उनकी चूत के पास रख दी आहाहाआआह उनकी चूत की खुशबू में कुछ अलग ही नशा भरा था मैंने मां की चूत के दाने को अपनी नाक से रगड़ दिया
उनकी एक मीठी सी सीत्कार निकल गई मैं रुका नहीं और अपनी मां की लवली चूत को जीभ से चाटने लगा
एक मिनट बाद ही मां ने मेरे सर को उठाया और मेरे होंठों को चूस कर खुद अपनी ही चूत के रस को चाट लिया
इसके बाद तुरंत ही हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गए वो मेरा पूरा लंड मुंह में ले रही थीं मैं भी उनकी चूत को कुत्ते की तरह चाट रहा था बीच-बीच में मैं अपनी एक उंगली भी मां की चूत में डाल देता जिससे वो उम्म्ह अहह हय ओह करके उछल सी जातीं कुछ देर तक हम दोनों इसी अवस्था में लगे रहे फिर अलग हो गए
अब उन्होंने एक तकिया अपनी कमर के नीचे लगा दिया फिर मुझे अपने ऊपर खींचा और मेरा लंड पकड़ कर अपनी चुदासी चूत पर लगा लिया
मां – विक्की अब रहा नहीं जा रहा जल्दी से लंड अन्दर डाल दे बेटा
मैंने एक ही झटके में अपना गीला लंड उनकी गीली चूत में घुसा दिया आज पहली बार मां की चूत का मेरे लंड को एहसास हो गया था मुझे समझ आ गया था कि क्यों लोग लंड पेलने के लिए पागल हो जाते हैं जिस्मानी रिश्ता बनाने के लिए एकदम वहशी हो जाते हैं
मां के कंठ से कामुक आवाजें निकलने लगी थीं आह और तेज़ विक्की और तेज आहा आआह आहम्म आह ओह विक्की अम्मा उहम्म मेरे लाल चोद दे यस
मैं मां के चूचे मसलता हुआ उनकी चूत का भोसड़ा बनाने में तुला हुआ था मेरा लंड मां की चूत की गहराइयों में अन्दर तक गोता लगा कर बाहर तक आता और फिर से झटके के साथ अन्दर घुस जाता इसी के साथ मां की मस्ती भरी मीठी आह निकल जाती
ऐसे ही हम दोनों करीब 20 मिनट तक चुदाई करते रहे इस बीच मां ने दो बार अपना पानी छोड़ दिया था
मैं – आह मां मेरा निकलने वाला है कहां करूं आहाहा आआह
मां – आह आह आआह अन्दर ही कर दे आह अन्दर ही कर दे बेटा उइम उहम मैंने अपना सारा वीर्य उनकी चूत में डाल दिया और हांफते हांफते हम दोनों एक दूसरे से चिपक कर शिथिल हो गए कोई 20 मिनट बाद हम अलग हो गए
फिर मैंने बाथरूम जाकर अपने आपको साफ किया और बाहर आकर मां के साथ लिपट कर लेट गया मुझे पता ही नहीं चला कि कब नींद आ गई
सुबह साढ़े दस बजे नींद खुली तो लंड एकदम टाइट था मां भी बाजू में नंगी पड़ी थीं मैंने मां की चूत में उंगली की तो मां भी रेडी हो गईं एक बार फिर जोरदार चुदाई हुई फिर हम दोनों बाथरूम में जाकर साथ में नहा धोकर फ्रेश हो गए
इसके बाद हम दोनों घर वापस आ गए शाम को पापा भी वापस आ गए डैडी ने रात को मां के साथ ड्रिंक की मां ने डैडी को ज्यादा व्हिस्की पिला दी फिर मां डैडी के सोने के बाद मेरे पास आ गई
उस रात भी एक बार जोरदार चुदाई के बाद मां वापस डैडी के साथ सोने चली गई इसके बाद डैडी तीसरे दिन फिर से दस दिनों के लिए बाहर चले गए अब हम दोनों के पास मौका ही मौका था हम दोनों ने नंगे रह कर दिन में कई कई बार चुदाई का मजा लिया कैसी लगी आपको यह कहानी जरूर बताना