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Punjabi - ਭਾਸ਼ਾ Incest मां बेटे की सेक्सी कहानी

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हैलो दोस्तो कैसे हो आप सब आज मैं आपके लिए अपनी लेकर आई हूं उम्मीद है आपको पसंद आयेगी अब मैं आपको अपनी सच्ची बताती हूं मैं उषा उम्र 40 साल रंग गोरा लम्बाई 5 फीट 8 इंच ग्रेजुएट 36 साइज की ब्रा पहनती हूं

मैं ब्यूटी पारलर जाने का भी शौक रखती हूं योगा भी करती हूं पर चुदाई की कहानी पढ़ती हूं बहूत ही ज्यादा सेक्सी और हॉट हूं पर किस्मत ने साथ नहीं दिया पति पहले ही चल दिया मुझे अकेली छोड़ के लव मैरिज की थी

मेरा पति भी बहूत चोदु था रात रात भर टेबलेट खा खा के पेलते थे खूब मजे लेती थी कभी गांड कभी चूत चूचियां को मसल मसल कर और भी कातिल कर दिया था मेरे पति ने पर एक रात को सेक्स करते हुए ही उससे हार्ट अटैक आ गया था जब तक हॉस्पिटल ले गई तब तक वो चल बसा

किसी तरह से मैं अपने जिंदगी को फिर से पटरी पर लाई और अपने बेटे राजू के साथ खुश रहने लगी पहले बस ऊंगली से ही काम चला लेती थी पर अपने आप को बिना सेक्स किए रहना मुश्किल हो रहा था मेरा बेटा बड़ा हो गया था हम दोनों मां बेटा साथ ही सोते है

कभी भी मैं उसको अपने आप से अलग नहीं की थी बहूत प्यार और लाड करती थी सच पूछिए तो दोस्तों मुझे पता ही नहीं चला कि मेरा बेटा जवान हो गया है और मैं अपने बेटे की जवानी को बर्दाश्त नहीं कर पाई और लुटा दी अपना जिस्म आज मैं आपको अपनी यह पूरी कहानी कहने जा रही हूं

दोस्तों पिछले महीने की बात है मेरी नींद अचानक खुली तो मैं चौंक गई मेरा बेटा जो कि मेरे बगल में ही सोया हुआ था वो अपना लंड आगे पीछे कर रहा था और एक हाथ उसका मेरी चुचियों पर था पर मेरी हिम्मत नहीं हुई कि मैं अपने बेटे का हाथ अपनी चूची पर से हटा दूं क्योंकि मुझे भी मजा आ रहा था


मेरी चूत में सुरसुराहट होने लगी थी तुरंत ही मेरे शरीर में विजली दौड़ने लगी मुझे तो लग रहा था मैं अपने बेटे के ऊपर चढ़ जाऊं और फिर उसके जवान लंड को अपनी चूत में ले लूं और फिर रगड़ दूं तभी मेरा बेटा अपना लंड जोर जोर से हिलाने लगा और आह आह आह आह करते हुए शांत हो गया

तभी मैं महसूस किया कि उसका वीर्य मेरे पेट पर आ गिरा मेरी नाभि पर गर्म गर्म वीर्य मैं धीरे से ऊंगली से उसके वीर्य को छुई काफी चिपचिपा सा था मैं ऊंगली से लगा कर अपने जीभ पर रखी नमकीन स्वाद वो एक गजब का एहसास दे गया मैं अपने बेटे की तरफ मुंह कर लिया और चूचियां उसके पीठ पर सटा दी पर थोड़ी देर में ही वो सो गया और मैं प्यासी ही रह गई

दुसरे दिन मेरे बेटे का जन्म दिन था सुबह उठते ही मैंने उसको विश किया और अपने सीने से लगा लिया और इस बार मेरे अन्दर सिर्फ मां का ही प्यार नहीं था मेरे अन्दर वासना की आग भी थी उसको हग करते हुए मेरे अन्दर सेक्स जाग रहा था

मैंने महसूस किया कि वो भी कुछ अलग मूड में था क्योंकि उसका लंड खडा हो गया था और मेरी जांघ को टच कर रहा था मैं रह नहीं पाई और मैंने अपना होठ उसकी गाल पर रख दिया और बोली हैप्पी बर्थडे बेटा और उसके होठ पर भी किस कर दी उसने अपनी आंखें बंद कर ली

फिर मैं उसके होठ को चूसने लगी और उसने मुझे अपनी आगोश में ले लिया था और अपने सीने से चिपका लिया धीरे धीरे उसने मेरे चूतड़ पर अपना हाथ रख दिया मैं भी समा गई तभी दूध बाले ने घंटी बजा दी दोनों एक झटके से अलग हो गए

जब मैं दूध लेके आई दरवाजे पर से वो सर झुकाए खड़ा था मैं भी थोड़ी शर्म महसूस कर रही थी क्योंकि यह पहली बार हो रहा था और वो भी ऐसे रिश्ते में जो कि जायज नहीं था मैं तुरंत ही नहाने चली गई और वो टीवी देखने लगा

मैं नहा कर आई बाहर निकली तो पेटीकोट को अपनी ब्रेस्ट के ऊपर बांधी हुयी थी और मेरी पेटीकोट गीली होने की वजह से मेरी चूचियां और निप्पल साफ साफ दिखाई दे रहा था ऊपर से मैं कामुक हो गई थी तो मेरी निप्पल काफी टाइट थी उसने जब मेरी चूची को पेटीकोट के ऊपर से देखा तो देखता ही रह गया

मैं अपना होठ दांत में पीसकर फिर दुसरे कमरे में चली गई अब हम दोनों को बराबर आग लगी हुई थी फिर थोड़ी देर में मैं तैयार होकर आई टॉप और जीन्स पहनकर तब तक वो भी नहा कर तैयार हो गया था उसके बाद हम दोनों पास के मोल में घुमने चले गए

दोस्तों उस दिन का घूमना थोड़ा अलग था क्योंकि दोनों के बीच वासना धड़क रही थी हम दोनों बाहों में बाह डाल कर घूम रहे थे लोगो को लग रहा था कि कितना प्यार है इस मां बेटे में पर वो प्यार तो अब वासना में बदल चुका था इस लिए अब दोनों का प्यार थोड़ा अलग हो गया था

फिर हम दोनों ने मूवी देखी वहां पर भी कुछ कुछ सेक्सी सीन ऐसा था कि मेरी चूत में पानी और उसका लंड खड़ा हो रहा था एक दुसरे को कातिल निगाहों से देख रहे थे फिर फिल्म ख़तम हुई शौपिंग किए अपने लिये एक सेक्सी नाईटी ली ऊपर कंधे पर सिर्फ डोरी थी और चुचियों को ढकने के लिए पारदर्शी कपड़ा वो भी पिंक कलर का

उसके लिए भी जीन्स और टी शर्ट घर आए खाना खाया और मैं बाल खुले और वही नाईटी पहनकर आ गई वो बैड पर लेटा हुआ था मैं ब्रा नहीं पहनी थी ना तो पैंटी बस सेक्सी नाईटी में थी उसने देखा तो देखते ही रह गया था

मैं उसके बगल में बैठ गई और उसके होठ को ऊंगली से छूने लगी वो धीरे धीरे मेरे हाथ को सहलाने लगा और फिर मैंने उसको बाहों में भर लिया और उसने भी मुझे बाहों में भर लिया अब हम एक दुसरे को सहलाने लगे और फिर मैं तो खिलाड़ी थी एक नंबर की चूदाकड़ थी पर वो नया खिलाडी था


उसके होठ को चूसने लगी वो मां मां कर रहा था और मैं उसके जिस्म से खेलने लगी फिर क्या था उसके सारे कपड़े मैंने उतार दिए और अपनी नाईटी उतार दी और मैं उसके ऊपर चढ़ गई और उसके होठ को बुरे तरीके से चूसने लगी वो पागल सा हो गया था उसके बाद मैंने अपनी चूचियां उसके मुंह में दे दी और बोली ले बेटा पी ले फिर से पी ले

वो भी मेरी चुचिओं को पीने लगा मैं आह आह कर रही थी और फिर मैंने उसका लंड पकड़ लिया और हिलाने लगी मैं बोली बेटा तुम वीर्य को बर्बाद क्यों कर रहे हो मैं हूं ना तेरे वीर्य को पीने के लिए मैं तुम्हे रात में देखा तुम अपने लंड को हिला रहा थे मुझे तो लगा कि मैं तुम्हारा वीर्य पी लू पर नहीं हो सका आज मुझे तुम अपना वीर्य पिला दो

फिर दोस्तों मैंने उसके लंड को चुसना शुरू किया बहुत मजा आ रहा था मैं चूस रही थी तभी मेरा बेटा बोला खुद ही मजे लोगी कि मुझे भी मजे दोगी मैंने कहा मैंने कब मना किया बेटा तुम जैसे चाहों वैसे मजे कर सकते हो और मैं ऊपर चढ़ गई और उसके मुंह के पास बैठ गई दोनों पैर दोनों तरह कर के और अपनी चूत को चटवाने लगी

तब तक मेरी चूत काफी गीली हो गई थी वो मेरी चूत के पानी को चाट रहा था मैं भी रगड़ रगड़ कर चटवाने लगी थी उसके बाद फिर क्या था दोस्तों मैं थोड़ी नीचे हुई और उसका लंड पकड़ कर अपनी चूत पर सेट किया और बैठ गई

मेरे बेटे के मुंह से एक आह निकली क्योंकि वो पहली बार किसी को चोद रहा था और मेरे को भी शकून आया क्योंकि बहूत दिन बाद मेरी चूत में कोई लंड गया था फिर क्या था दोस्तों फिर जोर जोर से उछल उछल कर चुदवाने लगी फिर मैं नीचे चली गई और वो ऊपर आ गया पहले तो उसने जम कर मेरी चूत और गांड के छेद को चाटा और फिर अपना लंड मेरी चूत के ऊपर रख कर पेलने लगा अपने कंधे पर मेरे दोनों पैर रख दिए और फिर चोदने लगा

मैंने पूछा कि कहा से सीखा है यह सब तो बोला इन्टरनेट से और फिर जोर जोर से पेलने लगा दोस्तों हम दोनों रात भर सेक्स करते रहे मेरा बेटा बोला की मां आज मेरा जन्मदिन बहूत अच्छा रहा मैं बोली अब तेरा जन्मदिन रोज होगा तुम चिंता नहीं करो और फिर क्या दोस्तों अब तो उसका रोज रोज जन्मदिन मनाती हूं रोज चुदाई होती है घर का माल घर में ही रह गया है

अब मां बेटे का रिश्ता एक चुदाई में बदल गया है अब हम मां बेटा रात चुदाई का बहुत मज़ा लेते है अब मैं बहुत खुश हूं और मेरा बेटा भी बहुत खुश है दोस्तो आपको कैसी लगी जरूर बताना और पढ़ने के लिए आप पर आते रहे
 
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