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Hindi - हिन्दी मुंह बोली बहन के साथ उसकी सहेली की चुदाई (All Parts)

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Part 1​

गांड सेक्स ऐनल फक कहानी में मैं अपनी मुंह बोली बहन की चुदाई कर चुका था. वह मेरे साथ रह रही थी तो हम साथ में नहाने गए. वहां उसकी गांड में साबुन लगा कर मैंने लंड गांड के छेद पर लगा दिया.

मैं आपका अहमर खान अपनी मुंह बोली बहन की चुदाई कहानी के आगे की घटना लेकर आपके सामने फिर से आ गया हूं.
इस बार आपको पता चलेगा कि इल्मा के साथ साथ मैंने उसकी सहेली कोमल को भी चोदा।

अगले दिन सुबह सुबह मुझे कुछ गीला गीला महसूस हुआ जिससे मेरी आंख खुली.
तो मैंने देखा कि इल्मा बड़े मज़े से मेरा लंड चूस रही थी.

वह लंड चूसने में पूरी तरह से मगन थी.
मैंने टाइम देखा तो सुबह के 11:30 बजे थे।

तब मैंने इल्मा के बालों में हाथ फेरते हुए उससे कहा- इल्मा, अकेली अकेली सुबह का नाश्ता कर रही हो तुम!

मेरी बात का मतलब वह समझ गई और मेरी तरफ देख के मुस्कुराई और लंड चूसते चूसते ही मेरे ऊपर 69 पोजीशन में आ गई.
अब मैं उसकी मस्त गुलाबी पंखुड़ीदार चूत को बड़े मज़े से चाट रहा था और वह मेरे लंड को मुंह में पूरा अंदर तक लेकर चूस रही थी.

10 मिनट बाद इल्मा की चूत ने पानी छोड़ दिया जिसे मैं स्वाद लेकर पी गया.
और अगले ही पल मेरा माल भी इल्मा के मुंह में ही छूट गया.
वह भी मेरे माल को पूरा गटक गई और लंड को चाटने लगी।

थोड़ी देर बाद वह उठकर बाथरूम चली गई, करीब बीस मिनट बाद वह नहा कर सिर्फ तौलिया लपेट के बाहर आ गई और मुझसे बोली- भाई नहा ले जाकर … मैं नाश्ता बनाती हूं.

मैं भी उठ के ऐसे नंगे ही नहाने बाथरूम में चला गया और कुछ मिनट में मैं भी नहा कर सिर्फ तौलिया ही लपेट के बाहर आ गया.

तब तक इल्मा नाश्ता बना चुकी थी.
हम दोनों ने साथ में नाश्ता किया.

फिर वह किचन में सारा सामान वापस रखने चली गई।

मैं भी उसके पीछे पीछे किचन में गया और मैंने उससे पूछा- अब क्या प्लान है?
तो वह बोली- जो तुम बताओ?

मैंने कहा- चलो अब सो लेते हैं थोड़ा!
तो वह बोली- अभी तो सोकर उठे हैं!

मैंने कहा- हम रात भर जाग के चुदाई करते रहे हैं इसलिए थोड़ा और सो लेना चाहिए. क्योंकि आज रात भी मैं तुम्हें सोने नहीं दूंगा.
इस पर उसने मेरी तरफ कातिलाना नज़रों से देखा और मुस्कुराती हुई बोली- चलो तो फिर थोड़ी देर सो जाते हैं।

उसके यह कहते ही मैंने उसे तुरंत अपनी गोद में उठाया और बेडरूम में लेजा कर बेड पर लिटा दिया और खुद भी बेड पर आ गया.

अब मैंने हम दोनों के बदन पर लिपटा हुए तौलिये उतार कर एक साइड में पड़ी हुई कुर्सी पर रख दिए.

मेरे ऐसा करते ही इल्मा ने तुरंत ही मेरे होंठों पर अपने होंठ रख दिए और मेरे होंठों को चूसने लगी.
मैं भी उसका साथ देने लगा.
कुछ देर किस करते करते हम लोग सो गए।

फिर जब मेरी आंख खुली तो टाइम देखा.
शाम के 5 बज चुके थे, इल्मा अभी सोई हुई थी.

मैंने उसके बूब्स दबाए जिससे वह थोड़ी देर में ही कसमसा के उठ गई.
हम दोनों थोड़ी देर किस करते रहे.

फिर इल्मा बोली- अब कौन से तरीके से चोदोगे मुझे?
तो मैंने उससे कहा- अब बाथरूम सेक्स करेंगे अगर तुम राज़ी हो तो!
इस पर वह बोली- भाई, तुमने मुझे अपने लंड का दीवाना बना दिया है, अब तुम जहां कहोगे जैसे कहोगे, मैं तुमसे हर तरह से चुदने को तैयार हूं।

उसके इतना कहते ही मैंने उसे गोद में उठाया और हम बाथरूम चले गए.
हम दोनों नंगे ही थे.

मैंने शावर ऑन किया और हम दोनों शावर के नीचे खड़े होकर नहाने लगे.
हम दोनों पागलों की तरह किस करने लगे, एक दूसरे के होंठों को चूसने लगे.
नीचे मेरा लंड इल्मा की चूत में रगड़ रहा था.

दोनों के जिस्म पूरी तरह गर्म थे और ऊपर से ठंडा पानी गिर रहा था जिससे पूरे बाथरूम का माहोल बहुत मस्त बना हुआ था.
साथ में हम दोनों के होंठों से किस करने की चप चप की आवाज़ पूरे बाथरूम में गूंज रही थी और हम दोनों को दीवाना बना रही थी।

मैं अब इल्मा के बड़े बड़े बूब्स दबाने और चूसने लगा. मैं उसके दोनों बूब्स को बारी बारी से दबा दबा के चूस रहा था.
वह पूरे जोश में तेज़ आवाज़ के साथ सिसकारियां भर रही थी.

कुछ देर उसके दूध का मजा लेने के बाद फिर से हम दोनों किस करने लगे.

फिर वह मेरे सीने पर किस करने लगी और धीरे धीरे नीचे की तरफ जाते जाते इल्मा घुटनों के बल बैठ गई और मेरा लंड अपने मुंह में लेकर मज़े से चूसने लगी.
ऊपर से शावर का पानी चल रहा था और नीचे इल्मा मेरा लंड चूस रही थी.

शावर का पानी मेरे बदन से होता हुआ मेरे लंड तक जा रहा था और वह गपागप लंड पूरा अपने मुंह के अंदर तक लेकर चूस रही थी।

अब मैंने उसको ऊपर उठाया और किस करने लगा.
फिर मैंने इल्मा को पलट के दीवार से सटा दिया जिससे उसकी पीठ अब मेरी तरफ थी.

मैं पीछे से उसकी पीठ और गर्दन को चूमने चाटने लगा.
और अब मेरा लंड नीचे उसकी गांड में टच हो रहा था.
36″ साइज़ की उसकी गांड भी बड़ी जबरदस्त थी जिसे देख के अब मेरा मन डोल रहा था.

मैंने उसकी गांड पर हाथ फेरना शुरू कर दिया और उसके दोनों चूतड़ दबा दबा के सहलाने लगा.
वह भी पीछे हाथ करके मेरे लंड को पकड़ के सहला रही थी.

फिर मैंने धीरे से अपनी एक उंगली उसकी गांड में डालना शुरू की.
उसकी सिसकारी निकल गई और वह बोली- यह क्या कर रहे हो भाई?
तो मैंने कहा- तुम्हारे नए छेद का उद्घाटन करने की सोच रहा हूं।

वह बोली- बहुत प्यार से करना … उसमें बहुत दर्द होगा.
तो मैंने कहा- तुम्हें डर नहीं लग रहा गांड मरवाने से?
इस पर वह बोली- डर तो लग रहा है … लेकिन मुझे पता है कि सिर्फ एक बार ही दर्द होगा, बाद में बहुत मजा आएगा.

मैंने कहा- तुम्हें कैसे पता बाद में मजा आएगा इसमें?
तो वह बोली- कोमल बताती है.

मैंने कहा- वह क्या हांड मरवा चुकी है?
तो इल्मा बोली- हम दोनों जब लेस्बियन सेक्स करती थी तो वह डिल्डो अपनी गांड में भी डालती थी. मैंने एक बार ट्राई किया था लेकिन मेरी हिम्मत नहीं हुई. कोमल मुझे रोज़ बताया करती थी कि गांड में उसको बहुत मज़ा आता है. और भाई अब तुमसे चुदने के बाद मुझे सेक्स का असली मजा मिला है तो इसलिए आज मुझे भी गांड में तुम्हारा लंड लेने का मन होने लगा।

अब तो जैसे मुझे मन मांगी चीज़ मिलने वाली थी. मैं बहुत खुश था.

मैंने साबुन उठाया और इल्मा की गांड में रगड़ना शुरू कर दिया.
वह भी मेरे हाथ से साबुन लेकर मेरे लंड पर मलने लगी.

थोड़ी ही देर में उसकी गांड और मेरा लंड दोनों साबुन के झाग से चिकने हो गए थे.

अब मैंने इल्मा को घोड़ी बनाया और खुद भी मैं घुटनों के बल उसके पीछे बैठ के अपना साबुन में सना लंड उसकी गांड पर रगड़ने लगा.
मैंने अपने लंड का टोपा इल्मा की गांड पर सेट करके अंदर ज़ोर लगाया.

तो इल्मा बहुत ज़ोर से चिल्लाई.
मैं रुक गया.
इस पर वह बोली- भाई रुको मत … तुम करते रहो, मैं दर्द सह लूंगी.

उसकी यह बात सुन कर मैंने उसकी दोनों टांगों में अपने हाथ फंसाए ताकि वह आगे न बढ़ पाए.
और फिर मैंने दोबारा धक्का लगाया.

अबकी बार मैंने कुछ ज़्यादा ही ज़ोर लगा दिया जिससे इल्मा की गांड में मेरे लंड का टोपा चला गया.
वह दर्द की वजह से काफी ज़ोर ज़ोर से चिल्ला रही थी- आआ आआह अह्ह ह्ह!

मैं थोड़ी देर रुका और उसके नॉर्मल होते ही मैंने एक और ज़ोर का धक्का लगाया और मेरा आधा लंड उसकी गांड में चला गया.
अब इल्मा के चिल्लाने की आवाज पूरे बाथरूम में गूंज रही थी.

मेरा लंड उसकी गांड में एकदम जकड़ा हुआ था, ऐसा लग रहा था कि किसी चीज़ में फंस गया हो.
बहुत ही ज्यादा टाइट गांड थी उसकी!

मैंने थोड़ी देर अपने आधे लंड को ही उसकी गांड में अंदर बाहर करना शुरू किया.
थोड़ी देर बाद उसका दर्द कुछ कम हुआ और वह सिसकारियां लेने लगी.

तो मैंने मौके का फायदा उठाते हुए एक और ज़ोरदार धक्का लगाया और अब मेरा लंड इल्मा की गांड में जड़ तक जा घुसा.
इस धक्के के लिए इल्मा तैयार नहीं थी.
वह एकदम से हुए हमले से आगे की ओर बढ़ने लगी लेकिन मैंने उसे जकड़ रखा था।

फिर से कुछ देर तक उसको काफी दर्द हुआ और मैं उसको सहला के उसके दर्द को शांत करने लगा.

कुछ देर बाद उसका दर्द शांत होते ही मैंने धक्के लगाने शुरू कर दिए.
मैंने यही कोई 24-25 धक्के लगाए होंगे … तब तक इल्मा को काफी मजा आने लगा.
वह मादक आवाज़ें निकलने लगी और बोलने लगी- हां भाई चोदो … और ज़ोर से!

उसकी इन आवाज़ों से मैं भी और जोश में आ गया, मैंने भी गांड सेक्स ऐनल फक की अपनी स्पीड बढ़ा दी.

और अब मैं ताबड़तोड़ ज़ोर के धक्के लगा कर इल्मा की गांड मारने लगा और वह मज़े से चिल्लाती रही।

करीब 15 मिनट तक मैंने इल्मा की गांड मारी और उसकी गांड में ही माल निकाल दिया.
फिर मैंने अपना लंड उसकी गांड से बाहर निकाला और हम दोनों खड़े हो गए और किस करने लगे.

थोड़ी देर बाद मैंने उससे पूछा- कैसा लगा गांड मरवा के?
तो इल्मा बोली- दर्द तो बहुत हुआ … मन कर रहा था कि मना कर दूं. बिल्कुल जान निकली जा रही थी. लेकिन बाद में बहुत मज़ा आया।

अब उसने साबुन उठाया और मेरे बदन पर हर जगह लगाने लगी.
फिर मैंने भी उसके पूरे जिस्म पर साबुन लगाया और हम दोनों एक दूसरे को नहलाने लगे.

वह मेरे लंड पर भी अच्छे से साबुन लगा के रगड़ने लगी.
मैंने उसकी चूत और गांड पर अच्छे से साबुन मला.

हम दोनों ने एक दूसरे के पूरे शरीर पर साबुन लगा के अच्छे से नहलाया और नहाने के बाद हम दोनों बाहर आ गए।

अब तक शाम के 6 बज चुके थे.
हम दोनों एक दूसरे के बदन पोंछ के नंगे ही बिस्तर पर लेट गए.

इल्मा बोली- अब बहुत तेज़ भूख लगी है!
मुझे भी भूख लगी थी.

तो मैंने जोमेटो से खाना ऑर्डर किया.
कुछ देर हम दोनों लेटे हुए बातें करते रहे.
फिर जब खाना आ गया तो मैं तौलिया लपेट के दरवाज़े पर खाना लेने गया.

हम दोनों ने बेड पर ही साथ में बैठ के खाना खाया.

खाने के बाद इल्मा किचन में बर्तन धोने चली गई तो मैंने लोअर और टी शर्ट पहनी और बाहर चल दिया.
इल्मा ने मुझसे पूछा- कहां जा रहे हो?
तो मैंने कहा- बाहर जा रहा हूं, अभी आता हूं. अगर तुम्हें कुछ मंगवाना हो तो बताओ।

उसने बोला- डेयरी मिल्क चॉकलेट लेते आना!
मैंने कहा- ठीक है!
और मैं चला गया.

मैं जिस शॉप से अपना खाने पीने का सामान लाता हूं वहां एक आंटी बैठती हैं जिनकी उम्र यही कोई 34-35 साल होगी.

मैंने उनसे पूछा- आंटी, आपके पास मेल्ट (यानी पिघली हुई) डेयरी मिल्क चॉकलेट मिल जायेगी क्या?
तो इस पर आंटी हल्का सा मुस्कुराई और हां में सिर हिलाया.

शायद वे मेरे मेल्ट चॉकलेट मांगने का इरादा समझ गई थी.

मैंने उनसे कहा- 5 बड़ी 50 रूपये वाली मेल्ट डेयरी मिल्क चॉकलेट दे दीजिए!
साथ ही मैंने वहीं से कोल्ड ड्रिंक और कुछ स्नैक्स लिए.

फिर बाहर एक पान की दुकान से 2 सिगरेट की डिब्बी ली और वापस आ गया.

मैंने दरवाज़ा खटखटाया तो इल्मा ने दरवाज़ा खोला.
वह अब भी नंगी थी.
मैंने इल्मा को सारी चॉकलेट्स दीं तो वह खुश हो गई।

कहानी 3 भागों में है.
अब तक की गांड सेक्स ऐनल फक कहानी पर अपनी राय मुझे बताएं.
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Part 2​

टू न्यूड गर्ल्स इन माय बेड … एक मेरी मुंह बोली बहन और दूसरी उसकी सहेली. दोनों नंगी होकर मेरे बिस्तर में थी और मैं उन दोनों के साथ फॉर प्ले का मजा ले रहा था.

कहानी के पहले भाग
मुंह बोली बहन की गांड चुदाई
में आपने पढ़ा कि अपनी मुंह बोली बहन इल्मा की मैं गांड मार चुका था.
उसके बाद मैं बाजार से कुछ चॉकलेट लाया.

अब आगे टू न्यूड गर्ल्स इन माय बेड:

मैंने अंदर आकर अपने सारे कपड़े फिर से उतार दिए और इल्मा के गले में हाथ डाल के उसके साथ बेड पर चला गया.
हम दोनों बेड पर बैठ गए.
उसने एक चॉकलेट का रैपर खोला तो वह भी मेल्ट चॉकलेट देख के मुस्कुराई और वह चॉकलेट उंगलियों से निकाल के चाटने लगी.

फिर उसने मेल्ट चॉकलेट अपनी उंगली से निकाल के उंगली मेरे मुंह के पास की.
तो मैंने उससे सवालिया तरीके से बोला- ऐसे खिलाओगी मुझे?

वह समझ गई और वह मेरे दोनों तरफ एक एक पैर करके मेरी गोद में बैठ गई और चॉकलेट खाने लगी.
उसने अपने मुंह में चॉकलेट भर के मेरे होंठों पर अपने होंठ रख दिए.

वह मेरी गोद में बैठी थी जिस वजह से उसका चेहरा मेरे चेहरे से थोड़ा ऊपर को था.
तो उसके मुंह में से चॉकलेट का रस मेरे मुंह में आ रहा था.

मुझे बहुत मजा आ रहा था और मैं अपनी जीभ इल्मा के मुंह में डाल के उसके मुंह से चॉकलेट अपने मुंह में खींच रहा था.

ऐसे ही चॉकलेट लावा हम दोनों एक दूसरे के मुंह में आदान प्रदान कर रहे थे और हम दोनों के मुंह बाहर तक चॉकलेट से सन चुके थे।

थोड़ी थोड़ी करके इल्मा चॉकलेट खाती रही और मेरे मुंह में मुंह लगा के मुझे खिलाती रही.
पूरी चॉकलेट खत्म होने के बाद मैं इल्मा के मुंह के बाहर होंठ पर लगी चॉकलेट चाटने लगा.
वह भी मेरे होंठों पर लगी चॉकलेट चाटने लगी.

इस तरह थोड़ी देर में हम दोनों ने चाट चाट के एक दूसरे का मुंह साफ कर दिया।

अब हम दोनों बैठ गए.

मैंने सिगरेट की डिब्बी निकाली और एक सिगरेट जलाई.
एक कश मार के मैंने सिगरेट इल्मा की तरफ बढ़ाई तो उसने कहा- मुझे पीनी नहीं आती!
तो मैंने उसे सिगरेट पीनी सिखाई और हम दोनों सिगरेट का धुआं भी एक दूसरे के मुंह में छोड़ने लगे.

इस तरह करते करते हम दोनों ने 3 सिगरेट खत्म कर दीं।

अब तक शाम के 8 बज चुके थे.
हम दोनों लेटे हुए थे.

तभी मैंने एक और चॉकलेट उठाई और उसको खोल कर मैं इल्मा के बूब्स पर मलने लगा; थोड़ी थोड़ी चॉकलेट मैंने उसके दोनों चूचुकों पर लगा दी और मैं उसके निप्पल चूसने, चाटने लगा.

ऐसे ही कुछ देर तक उसके निप्पल से चॉकलेट साफ करने के बाद मैं उसकी चूत की तरफ पहुंच गया.
अब मैंने उसकी चूत में खूब ढेर सी चॉकलेट लगाई और चूत में अंदर तक चॉकलेट लगा के पूरी चूत को चॉकलेट से बाहर तक ढक दिया और फिर उसे चाटना शुरू कर दिया।

थोड़ी देर तक मैं चॉकलेट की परत चाटता रहा. फिर चॉकलेट साफ होते ही मेरी जीभ उसकी चूत तक पहुंच गई.
मैं चॉकलेट में सनी हुई चूत चाटता रहा और इल्मा मदहोशी में सिसकती रही.

मैंने उसकी चूत पर और चूत के चारों तरफ लगी हुई चॉकलेट को अच्छे से चाट के साफ कर दिया और चूत को चाटना जारी रखा.
इल्मा भी मदहोश होकर मज़ा लेती रही और मेरे बालों को सहलाती रही.

आखिर कुछ देर बाद इल्मा की चूत ने पानी छोड़ना शुरू कर दिया.
अब मैं मीठी चॉकलेट के टेस्ट के साथ उसका नमकीन पानी पीने में मस्त हो गया.

इस तरह मैंने उसकी चूत से निकले हुए रस की एक एक बूंद चाट ली।

फिर इल्मा ने मुझे अपने ऊपर खींचा और मुझे किस करने लगी.
वह बहुत जबरदस्त तरीके से किस कर रही थी.

किस करते करते उसने मुझे अपने नीचे पलट दिया और मेरे ऊपर आ के किस करती रही.
फिर नीचे बढ़ते हुए वह मेरे लंड तक पहुंच गई.

उसके हाथ में पहले से एक चॉकलेट थी.
उसने चॉकलेट खोली और पूरी चॉकलेट मेरे लंड पर और लंड के चारों तरफ मलने लगी.

कुछ देर में ही उसने पैकेट की पूरी चॉकलेट मेरे लंड पर मल दी.

अब वह पहले मेरी गोलियों पर लगी चॉकलेट को चाटने लगी.
फिर उसने मेरे लंड के चारों तरफ लगी हुई चॉकलेट को चाट के साफ किया।

अब सिर्फ लंड पर ढेर सारी चॉकलेट लगी हुई थी.
उसने लंड को चाटना शुरू किया और धीरे धीरे पूरा लंड मुंह में लेकर चूसने लगी.
वह काफी आराम से रोमांटिक तरीके से लंड चूस रही थी.

क्या बताऊं यारो … क्या फीलिंग थी वो!
इतना खुल कर मेरा लंड आज तक किसी ने नहीं चूसा था जितना खुल के जितना अच्छे तरीके से इल्मा मेरा लंड चूसती है.

उसने चूसते चूसते लंड पर लगी हुई सारी चॉकलेट चाट ली और अब चॉकलेट की परत खत्म करके लंड की खाल तक उसके होंठ आ चुके थे.
वह अब लंड को बड़े मज़े से लॉलीपॉप की तरह चूस रही थी.

मैं भी उसके बालों में हाथ फेरता हुआ लंड चुसवाने का मज़ा ले रहा था.
अब मेरा लंड भी ज्यादा देर तक रुक न सका और मैं उसके मुंह में ही झड़ने लगा.

उसने भी मेरा सारा माल पी लिया और लंड को अच्छे से चूस चूस के चाट चाट के साफ कर दिया।

अब हम दोनों थक कर लेट गए.
15 मिनट हम दोनों लेटे रहे.

उसके बाद इल्मा किचन में जाकर कोल्ड ड्रिंक और स्नैक्स ले आई.
हम दोनों ने कोल्ड ड्रिंक और स्नैक्स लिए.

फिर मैंने एक सिगरेट जलाई.
वह भी हम दोनों ने मिल कर पी.

तब तक रात के 9 बज चुके थे.
हम दोनों ने फिर से चुदाई शुरू की.
और फिर उस रात भी मैंने रात के 2 बजे तक इल्मा को 3 बार चोदा और लास्ट में 1 बार गांड मारी.

गांड मारने के बाद मैंने बाथरूम में जाकर लंड को धोया साबुन से!
क्योंकि गांड में लंड डालने के बाद बिना लंड धोए लंड चुसवाना मुझे ठीक नहीं लगता.

मैं लंड धोकर वापस आ गया और हम दोनों चिपक के सो गए।

जब हम दोनों में पहली बार की चुदाई हुई थी, तब से इल्मा 3 दिन हॉस्पिटल नहीं गई थी.
तीन दिन तो मैंने उसे दिन रात चोदा.
उसके बाद हम दोनों अपने अपने काम की वजह से काम से वापस आ के नंगे हो जाते और चुदाई शुरू कर देते.

इस तरह लगभग 1 महीना हो चुका था; इस एक महीने में मैंने न जाने कितनी बार इल्मा की चुदाई की और गांड भी मारी।

उसी बीच मैंने उसके लेस्बियन सेक्स के बारे में भी उससे सब कुछ पूछा.
मैंने उसकी लेस्बियन पार्टनर फ्रेंड के बारे में भी पूछा कि उसका कोई बॉयफ्रेंड है या नहीं.
तो इल्मा ने बताया कि उसका भी कोई बॉयफ्रेंड नहीं है क्योंकि हम दोनों की सोच एक जैसी है.

मैंने पूछा- कौन सी सोच?
तो इल्मा बोली- बॉयफ्रेंड बना कर उसके कब्ज़े में रहना, उसके हिसाब से चलना, फोन पे बात करना ये सब हम दोनों को नहीं पसंद! हम दोनों एकदम टेंशन फ्री रहना चाहती हैं. इसलिए हम दोनों ने ही बॉयफ्रेंड नहीं बनाया और आपस में ही हम लेस्बियन करने लगी. हम दोनों ही एक दूसरी को खुश कर लेती थी इसलिए बॉयफ्रेंड की ज़रूरत ही नहीं हुई. और अब मैं तुम्हारे साथ हूं, न ही तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड है और न ही मेरा बॉयफ्रेंड और हम दोनों को ज़रूरत भी नहीं है क्योंकि हम दोनों एक दूसरे को फुल मज़ा दे रही हैं।

इस चुदाई के सिलसिले को 1 महीना हुआ था.

शनिवार को हम दोनों रात की चुदाई के बाद रविवार को सुकून से दोपहर 12 बजे तक सोते थे.

तभी एक रविवार की सुबह करीब 11 बजे किसी ने दरवाज़ा खटकाया.
तब हम दोनों नंगे ही सोए हुए थे.

हम दोनों नंगे ही रहते थे क्योंकि मेरे फ्लैट पर कोई आने वाला था ही नहीं. मकान मालिक भी बाहर रहते थे तो उनका भी किराया मैं टाइम से भेज देता था तो वे भी मेरे शिफ्ट होने के बाद कभी नहीं आए.

तो मैं सोच में था कि कौन हो सकता है.
लेकिन मुझे डर नहीं था बिल्कुल भी … क्योंकि यहां मेरी जानपहचान का कोई आने वाला नहीं था.

मैंने इल्मा को सोने दिया और मैं शॉर्ट और टीशर्ट पहन के दरवाज़े पर देखने गया।

मैंने दरवाज़ा खोला तो एक बहुत ही खूबसूरत सी लड़की खड़ी थी जिसकी उम्र शायद 21 साल होगी, उसकी हाइट 4.10 फुट के करीब होगी.

वह इल्मा की तरह ही बेहद गोरी थी, उसका फिगर 32-26-34 था जो उसकी टाइट जींस और टीशर्ट की वजह से मस्त उभर के आ रहा था.

ऊपर से उसने अपने बालों का जूड़ा बना रखा था.
वैसे भी उस तरह के जूड़े में हर लड़की बहुत सेक्सी लगती है.
वह लड़की भी बहुत ही कामुक और सेक्सी लग रही थी.

मैं उसको देख के सोच ही रहा था कि यह कौन होगी.
तभी उसने अपनी मस्त आवाज़ में बोला- मैं इल्मा की फ्रेंड कोमल हूं. इल्मा है क्या!

मैंने हां में सिर हिलाया और उसको अंदर आने को बोला.

मैं उसको देख के इतना खो गया था कि उसको अंदर बुलाने से पहले ये भी नहीं सोचा कि इल्मा मेरे ही बिस्तर पर नंगी सो रही है.

अब मुझे याद आया तो मैं सोच में पड़ गया.
लेकिन अब कुछ नहीं हो सकता था, अब मैं उसको दोबारा तो बाहर भेज नहीं सकता था.

कोमल ने पूछा- इल्मा कहां है?

मेरे पास और कुछ बताने का ऑप्शन भी नहीं था तो मैंने कमरे की तरफ इशारा करके बोल दिया- वह अंदर सो रही है।

इस पर उसने मेरी तरफ अजीब सी नज़रों से देखा.
मैंने सिर नीचे कर लिया.

वह अंदर चली गई, मैं बाहर बैठ गया.

फिर करीब 15 मिनट बाद दोनों बाहर आई.
इल्मा अब नीचे सिर्फ पैंटी और ऊपर शॉर्ट कमर खुली वाली टीशर्ट पहने थी.

मैं सोफे पर बैठा था.
इल्मा ने कोमल से बैठने को कहा तो कोमल मेरे पास सोफे पर बैठ गई.

तब इल्मा बोली- मैं कॉफ़ी बना के लाती हूं!

कुछ देर मैंने और कोमल ने इधर उधर की बातें की.
तब तक इल्मा कॉफ़ी और स्नैक्स ले आई.

हम तीनों ने कॉफ़ी पी और फिर इल्मा किचन में सारा सामान वापस रखने चली गई।

सामान रख के इल्मा वापस आई, आकर सीधा मेरी गोद में बैठ गई और मुझे किस करने लगी.

कोमल मेरे करीब बैठी थी और इल्मा उसके सामने ही मेरी गोद में बैठ के मुझे किस कर रही थी.

अब जब उसको कोमल के सामने कोई दिक्कत नहीं थी तो मैं भी किस करने में इल्मा का साथ देने लगा.
5 मिनट तक हम दोनों किस करते रहे और कोमल हम दोनों को देखती रही.

फिर हम दोनों के होंठ अलग हुए.
इल्मा ने एक हाथ से मेरा चेहरा पकड़ के कोमल की तरफ घुमा दिया और दूसरे हाथ से कोमल को करीब में खींचा.

इल्मा की इस हरकत से कोमल और मेरे होंठ आपस में मिल गए.
मैंने भी मौके का फायदा उठाया और एक हाथ से कोमल को पकड़ के किस करना शुरू कर दिया।

कुछ ही देर में कोमल भी मेरा साथ देने लगी और उसका एक हाथ मेरी और दूसरा हाथ इल्मा की जांघ पर चलने लगा.
थोड़ी देर में इल्मा मेरी गोद से उठी और हम दोनों का हाथ पकड़ के रूम की तरफ चल दी.

बेड के पास पहुंचते ही इल्मा ने मुझे बेड पर धक्का दे दिया और खुद कोमल को किस करने लगी.
मै भी बेड पर सही से लेट गया और उन दोनों को देखने लगा.

कोमल जींस और टीशर्ट पहने थी लेकिन वह अभी कुछ शरमा रही थी शायद!

इल्मा ने उसके होंठों से अपने होंठ हटाए और कोमल से कहा- यार तू शरमा मत. अब जैसे हम दोनों आपस में खुल के लेस्बियन सेक्स करती थी. वैसे ही खुल के मज़ा ले आज भी … मैं एक महीने से रोज़ मज़ा ले रही हूं, डिल्डो से लाख गुना ज़्यादा मज़ा लंड लेने में आता है!
इतना कहते ही इल्मा ने कोमल की टीशर्ट उतार दी।

अब कोमल ऊपर सिर्फ काले रंग की ब्रा और नीच जींस पहने थी.
फिर इल्मा ने कोमल को भी बेड पर ही मेरी तरफ धक्का दिया.
जिससे कोमल मेरे ऊपर पीठ के बल आ गिरी.

अब कोमल कुछ इस तरह मेरे ऊपर थी कि उसकी पीठ मेरे पेट पर थी और उसकी कमर के पिछले हिस्से पर मेरा लंड टच हो रहा था.

इस हरकत के तुरंत बाद इल्मा भी बिस्तर पर आई और कोमल की जींस का बटन खोलने लगी.
मैं भी अब मेरी गोद में पड़ी हुई कोमल के बूब्स ब्रा के ऊपर से मसलने दबाने लगा।

उसकी जींस का बटन खोल के इल्मा ने उसकी जींस उतार दी.
अब कोमल सिर्फ ब्रा पैंटी में थी.

फिर इल्मा ऊपर आकर कोमल को किस करने लगी.
मैंने कुछ देर कोमल के दूध दबाए और फिर इल्मा की टीशर्ट पकड़ के उतरनी चाही तो इल्मा ने हाथ ऊपर कर के साथ दिया.

अब इल्मा सिर्फ पैंटी में रह गई.

फिर इल्मा कोमल के होंठों को छोड़ कर गर्दन पर किस करने लगी और फिर बूब्स के पास पहुंच कर बूब्स दबा के ब्रा के ऊपर से किस करने लगी.
यह देख मैंने कोमल की ब्रा का हुक खोल दिया.
इल्मा ने ब्रा हटा के फेंक दी और कोमल के दूध चूसने लगी.

उधर मैं कोमल को किस करने लगा।

अब कोमल भी खुल चुकी थी, वह मेरा पूरा साथ दे रही थी.

इल्मा धीरे धीरे कोमल की पैंटी तक पहुंच गई और अब उसने कोमल की पैंटी उतार दी.

मैंने कोमल की चूत देखी तो मुझे मज़ा आ गया.
उसकी चूत भी इल्मा की तरह एकदम गोरी, गुलाबी थी.
लेकिन इल्मा की चूत की तरह कोमल की चूत में बाहर निकली हुई गुलाब जैसी पंखुड़ियां नहीं थीं. लेकिन चूत बहुत जबरदस्त थी.

टू न्यूड गर्ल्स इन माय बेड के साथ अब मेरे जैसा खुशकिस्मत इंसान कोई था ही नहीं जिसके पास दो अलग अलग तरह की एकदम गोरी चूत एक साथ हाजिर थी।

कोमल भी अब अपने रंग में आ गई थी.
उसने उठ कर इल्मा को मेरे ऊपर गिरा दिया और उसकी पैंटी उतारने लगी.

अब इल्मा और कोमल दोनों नंगी थी लेकिन मैं अब भी शॉर्ट और टीशर्ट पहने था.

इल्मा मेरा शॉर्ट उतारने लगी और कोमल मेरी टीशर्ट उतारने लगी.
अगले ही पल हम तीनों बिल्कुल नंगे थे।

अब इल्मा ने झट से मेरा लंड मुंह में ले लिया और चूसने लगी.
तभी कोमल इल्मा की चूत चाटने लगी.

लेकिन मैं अब कोमल की चूत चाटने को बेताब था तो मैंने भी कोमल की टांगें पकड़ के उसका निचला धड़ अपनी तरफ खींच लिया.
मैंने उसकी गोरी गुलाबी चूत पर अपने होंठ रख दिए और उसकी चूत चाटने लगा.

अब हम तीनों में त्रिकोण बन गया था, इल्मा के मुंह में मेरा लंड था, मेरे मुंह में कोमल की चूत थी और कोमल के मुंह में इल्मा की चूत थी.
इस तरह से हम तीनों ट्राएंगल पोजीशन में एक दूसरे के अंगों को चाट चूस रहे थे।

लगभग 15 मिनट में इल्मा झड़ गई.
कोमल ने इल्मा की चूत का सारा रस चाट लिया.

झड़ने के बाद इल्मा हट गई और कोमल मेरे ऊपर 69 पोजीशन में आ गई.

मैं तो कोमल की चूत चाट ही रहा था अब कोमल भी मेरा लंड चूसने लगी.
इल्मा कुछ करने बाहर चली गई.

मैं और कोमल दोनों 69 में थे, मैं उसकी चूत बहुत मज़े से चाट रहा था और वह मेरा लंड बहुत मज़े के साथ चूस रही थी.

लगभग 7-8 मिनट में कोमल मेरे मुंह पर झड़ गई और मैं उसका सारा नमकीन रस चाट गया.
उसके 2-3 मिनट बाद मैं भी झड़ गया और कोमल भी मेरे लंड से निकला सारा वीर्य पी गई और चाट चाट के लंड साफ कर दिया।

अब हम दोनों लेट कर किस करने लगे.

टू न्यूड गर्ल्स इन माय बेड की कहानी अगले भाग में चलेगी.
अब तक की कहानी पर अपने विचार मुझे बताएं.
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Choti Editor
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Part 3
टू गर्ल्स हॉट कहानी में मैंने अपनी मुंह बोली बहन के साथ उसकी सहेली की चूत और गांड की चुदाई पहली बार की. उससे पहले वह मेरी बहन के साथ लेस्बियन सेक्स ही करती थी.

कहानी के दूसरे भाग
मुंह बोली बहन और उसकी गर्म सहेली
में आपने पढ़ा कि मेरी मुंह बोली बहन और उसकी सहेली नंगी मेरे बिस्तर में थी और मैं उन दोनों के साथ फॉर प्ले का मजा ले रहा था.

>मैं और कोमल दोनों 69 में थे, मैं उसकी चूत बहुत मज़े से चाट रहा था और वह मेरा लंड बहुत मज़े के साथ चूस रही थी.

लगभग 7-8 मिनट में कोमल मेरे मुंह पर झड़ गई और मैं उसका सारा नमकीन रस चाट गया.
उसके 2-3 मिनट बाद मैं भी झड़ गया और कोमल भी मेरे लंड से निकला सारा वीर्य पी गई और चाट चाट के लंड साफ कर दिया।

अब हम दोनों लेट कर किस करने लगे.< अब आगे टू गर्ल्स हॉट कहानी: इल्मा अभी वापस नहीं आई. हम दोनों मस्ती में किस करते रहे. मैं कोमल के दूध मसलता रहा. हम दोनों लगातार एक दूसरे के होंठ चूस रहे थे. कुछ देर में इल्मा भी वापस आ गई और मेरे दूसरी तरफ मुझसे चिपक के लेट गई.

अब मैं सीधा लेटा था और दोनों लड़कियां मेरे दोनों तरफ से मुझे चूम चाट रही थी. कभी इल्मा मेरे होंठ चूसती तो कभी कोमल! अब नीचे कोमल ने मेरे लंड पर अपना एक हाथ रख दिया और मेरे लंड से खेलने लगी. कुछ ही देर में मेरा लंड पूरी तरह कड़क हो गया।

अब मेरा मन पहले कोमल को चोदने का था. लेकिन डर था कि कहीं इल्मा बुरा न मान जाए. मैं यह सोच ही रहा था तब तक इल्मा खुद ही मुझसे बोल पड़ी- अब अपने लंड का मज़ा कोमल को भी चखा दो! मेरे तो जैसे मन की मुराद पूरी हो गई, मैं तुरंत कोमल के ऊपर चढ़ गया.

मैंने कोमल की चूत पर अपना लंड रगड़ना शुरू ही किया था कि इल्मा मेरे लंड की तरफ बढ़ती हुई बोली- रुको, लंड को गीला तो कर दूं! इतना बोल कर इल्मा मेरा लंड चूसने लगी. उसने मेरा लंड चूस के अपने थूक से पूरा लंड गीला कर दिया. फिर एक बार कोमल की चूत को चाट के उसपर ढेर सारा थूक लगा दिया.

अब इल्मा ने खुद ही मेरे लंड को पकड़ा और कोमल की चूत पर टिका दिया और खुद कोमल के पास लेट के कोमल को किस करने लगी. मैंने कोमल की चूत में लंड को धक्का दिया. तो एक ही धक्के में मेरे लंड का टोपा कोमल की चूत के अंदर था. कोमल की चूत इल्मा से थोड़ी ज़्यादा खुली हुई थी. लेकिन फिर भी डिल्डो और लंड में फर्क तो होता ही है इसलिए लंड घुसते ही वह छटपटाई. लेकिन इल्मा उसको किस करते करते सहला के शांत करती रही।

इल्मा के बताने के हिसाब से मेरे फ्लैट पर आने से पहले सेक्स के मामले में इल्मा से ज़्यादा जानकर लड़की कोमल थी. लेकिन अब मैं इल्मा को एक महीने से रोज़ चोद रहा था तो अब इल्मा कोमल से आगे निकल चुकी थी क्योंकि कोमल अब तक सिर्फ डिल्डो का मज़ा ले रही थी लेकिन इल्मा अब रोज़ असली लंड का मज़ा लेती थी थोड़ी देर बाद इल्मा ने मुझे इशारा किया और मैंने इस बार पूरी ताकत से धक्का लगा दिया.

जिससे मेरा पूरा लंड कोमल की चूत को चीरता हुआ अंदर चला गया. इस हमले से कोमल दर्द को काबू करने के लिए एकदम से इल्मा को ज़ोर से चिपक गई. इल्मा ने भी उसे अपने से चिपका के सहलाया और मैंने भी कोमल के दर्द को काबू करने के लिए धीरे धीरे उसके दूध दबाने चालू कर दिए. 3-4 मिनट रुकने के बाद कोमल का दर्द पूरी तरह शांत था।

अब कोमल ने अपने होंठों को इल्मा के होंठों से अलग करके सेक्स के दरमियान पहली बार अपनी चुप्पी तोड़ी और इल्मा से बोली- इल्मा यार, मेरे पास जो डिल्डो है, पहले उससे तेरी जान निकाल जाया करती थी. अब तेरे पास जो लंड है उससे मेरी जान निकल गई! इस पर इल्मा हंस कर बोली- मुझे भी पहली बार में इतना ही दर्द हुआ था. लेकिन फिर मज़ा आने लगा. ऐसे ही तुझे भी अभी बहुत मज़ा आने वाला है।

अब कोमल ने मेरी आंखों में देखा और मेरा हाथ पकड़ के अपनी तरफ खींच लिया. वह मेरे होंठों को चूसने लगी. उसके किस करने के अंदाज में भी वही मज़ा था जो इल्मा में था क्योंकि इन दोनों ने ये सब आपस में करके ही सीखा था. कुछ देर कोमल मुझे किस करती रही. फिर इल्मा मुझे किस करने लगी.

कुछ देर इल्मा को किस करने के बाद कोमल ने कहा- अब चोदो मुझे! मेरा लंड तो कोमल की चूत में ही था, मैं सीधा हुआ और मैंने धक्के लगाना चालू कर दिए. अब वे दोनों आपस में किस करने लगी और मैं कोमल की चुदाई करने लगा।

मैं कोमल को चोदते हुए धीरे धीरे अपनी स्पीड को बढ़ाता गया. लगभग 10 मिनट तक मैंने कोमल को उसी पोजीशन में चोदा, फिर मैंने कोमल को पलट के घोड़ी बना दिया और पीछे से कोमल की चूत में लंड पेल दिया और चोदने लगा. इस पोजीशन का फायदा उठा के इल्मा ने कोमल का मुंह अपनी चूत पे रख दी. अब मैं कोमल को पीछे से चोद रहा था और कोमल इल्मा की चूत चाट रही थी.

इस पोजीशन में भी लगभग 10 मिनट तक मैंने कोमल को चोदा, फिर मैंने लंड बाहर निकाला और चित लेट गया. इल्मा उठ कर मेरे लंड को चूसने लगी. कुछ देर लंड चूसने के बाद इल्मा ने कोमल को इशारा किया तो कोमल अपनी चूत मेरे लंड पर रख के बैठ गई और धीरे धीरे कोमल ने पूरा लंड अपनी चूत में ले लिया।

अब कोमल मेरे लंड पर उछल उछल कर चुदने लगी. इधर इल्मा ने अपनी चूत मेरे मुंह पर रख दी और मैं इल्मा की चूत चाटने लगा. कोमल अब एकदम रण्डी की तरह लंड पर उछल उछल के अपनी चुदाई का मज़ा ले रही थी. थोड़ी देर बाद कोमल ज़ोर ज़ोर से लंड अंदर बाहर लेने लगी और जल्दी ही झड़ गई. वह झड़ने के बाद इल्मा को मेरे ऊपर से हटा के बिल्कुल निढाल होकर मेरे ऊपर गिर गई.

मेरा लंड अब भी खड़ा था और कोमल की चूत में ही था. लेकिन मैंने सोचा कि शायद कोमल थक गई होगी तो अब मैं उसको हटा के इल्मा को चोद लूं. मैंने कोमल को साइड में पलटा. इससे कोमल शायद समझ गई कि मैं अपना लंड उसकी चूत से निकलने वाला हूं. तो उसने तुरंत मुझे कस के जकड़ लिया लंड बाहर नहीं निकलने दिया, बोली- ऐसे मत छोड़ो मेरी प्यासी चूत को! इसे आज अपने असली लंड का असली माल पिला दो।

उसकी बात सुन कर मैं फिर से उसके ऊपर चढ़ गया और कोमल को धकापेल चोदने लगा. कोमल को चोदने में मुझे बहुत मजा आ रहा था. इल्मा सुकून से साइड में लेट के हम दोनों की चुदाई देख रही थी. मैं करीब 10 मिनट तक कोमल को और चोदता रहा. उसके बाद मैं झड़ गया और मैंने सारा माल कोमल की चूत में गिरा दिया. झड़ने के बाद मैं कोमल के ऊपर गिर गया और उसको किस करने लगा. वह भी मुझे ऐसे किस कर रही थी जैसे अपनी जबरदस्त चुदाई के लिए मेरा शुक्रिया अदा कर रही हो।

कुछ देर बाद मैं कोमल के ऊपर से हट के सीधा लेट गया. अब मैं कोमल और इल्मा दोनों के बीच लेटा था, मेरी दोनों आइटम मुझसे चिपकी हुई थीं. उसके बाद कोमल के सामने मैंने एक बार इल्मा की गांड मारी. जिसे देखकर कोमल इल्मा से बोली- तू तो पूरे मज़े ले रही है यार! और मैं अब तक डिल्डो से ही काम चला रही थी।

उस पूरे दिन मैंने दोनों को बारी बारी से खूब चोदा, टू गर्ल्स हॉट सेक्स का मजा लिया. फिर शाम हुई तो कोमल बोली कि उसे कल की छुट्टी करनी है, कल भी वह पूरा दिन मेरे साथ बिस्तर पर ही रहना चाहती है. तो इस पर मैंने इल्मा को भी अगले दिन छुट्टी करने को बोला. पर इल्मा ने कहा- हम दोनों का एक साथ छुट्टी करना ठीक नहीं है. मैं कल चली जाऊंगी तुम दोनों लोग दिन भर एंजॉय करना! तो मैंने कहा- ठीक है।

उस रात मैंने पहले इल्मा को एक बार चोदा और एक बार और गांड मारी. फिर वह ऊपर वाले कमरे में जाकर सो गई क्योंकि उसे सुबह जल्दी जाना था. मैंने कोमल को रात भर खूब चोदा और करीब 4 बजे हम दोनों सोए।

सुबह 8 बजे मेरी आंख तब खुली जब इल्मा मेरा लंड चूस रही थी. मुझे जगा हुआ देख इल्मा बोली- मुझे दिन भर की खुराक दे दो ताकि मेरा दिन अच्छा कटे! इतना बोल कर वह मेरे लंड पर अपनी चूत सेट करके बैठ गई और उछल उछल के खुद ही चुदने लगी.

सुबह में तो लंड एकदम लोहे के तरह खड़ा ही होता है. लगभग 15 मिनट तक मैंने इल्मा को चोदा जिसमें मैंने आधी चुदाई के बाद इल्मा को बेड के किनारे लिटा के खुद नीचे खड़े हो के चोदा. झड़ने से पहले इल्मा ने मुझसे बोल दिया- माल पीना है मुझे! तो मैंने झड़ने से थोड़ा पहले लंड बाहर निकाल लिया और उसको बेड पर इस तरह से लिटा दिया कि उसका सिर बेड के किनारे पर लटका हुआ था और वह पीठ के बल लेटी हुई थी।

इस पोजीशन में मैंने बेड के नीचे खड़े होकर इल्मा के मुंह में लंड डाल दिया. मैंने उसके मुंह को बुरी तरह से चोदना शुरू कर दिया. इस तरह से मेरा पूरा लंड इल्मा की हलक तक जा रहा था.

यह मेरा और उसका दोनों का पहला ऐसा एक्सपीरियंस था. इस तरह से मुंह की चुदाई में उसके मुंह से थूक झाग बन के निकल रहा था और उसके मुंह से बहता हुआ उसकी आंखों पर और बालों तक जा रहा था जो नीचे लटके हुए थे. मेरा लंड भी उसकी लार में पूरी तरह सना हुआ था और हर धक्के में मेरी गोलियां उसकी नाक को छू रहे थे।

उसके मुंह से 'गोऊ गूं गोओ गुओप गुओं' जैसी बहुत ही मादक आवाज़ें निकल रही थीं जो माहोल को बहुत ज्यादा गर्म कर रहीं थी. मैं थोड़ी देर और ज़ोर ज़ोर से इल्मा के मुंह में धक्के लगाता रहा और उसके मुंह को चोदता रहा. फिर मैं झड़ गया और सारा माल इल्मा के मुंह में छोड़ दिया. वह सारा माल पी गई और उसने लंड चाट चाट के साफ कर दिया। फिर मैं हटा और वह उठी.

उसका पूरा मुंह उसके मुंह से निकली लार और मेरे वीर्य से सना हुआ था. वह मुझसे बोली- यह कुछ अलग ही मज़ा था, वापस आ जाऊं तो फिर से ट्राई करवाना! बोल कर वह बाथरूम नहाने चली गई. मैं उसके और मेरे लिए चाय बनाने लगा. नहाने के बाद वह नाश्ता करके चाय पीकर चली गई और मैं गेट बंद करके वापस बिस्तर में आकर कोमल से चिपक के सो गया।

फिर मेरी नींद तब टूटी जब कोमल मुझे सोते पर ही किस कर रही थी. मैं भी नींद से जाग के कोमल का साथ देने लगा और हम दोनों चूमाचाटी करने लगे. मेरा लंड पूरे जोश में आ गया और अब कोमल मेरे ऊपर आ गई और मुझे चूमने चाटने लगी. लंड अब नीचे कोमल की चूत में रगड़ रहा था. वह मेरे सीने पर किस करने लगी.

कुछ देर मेरे सीने पर किस करने के बाद वह उठकर मेरे ऊपर 69 पोजीशन के आई और अपनी चूत मेरे मुंह पर रख के मेरा लंड अपने मुंह में भर के चूसने लगी. मैं लपालप उसकी चूत चाट रहा था, साथ ही साथ मैं अपनी जीभ नुकीली करके उसकी चूत के अंदर डाल डाल के अंदर तक चाट रहा था।

कुछ देर बाद कोमल मेरे ऊपर से उठी और मेरे लंड पर अपनी चूत सेट करके अंदर लेने लगी. रात भर की चुदाई से मेरा लंड उसकी चूत में अपने साइज़ की जगह बना चुका था.

तो इस बार कोमल को ज्यादा तकलीफ नहीं हुई और उसने पूरा लंड आराम आराम से अपनी चूत में अंदर तक ले लिया. फिर कोमल मेरे लंड की सवारी करने लगी. अब वह खुद ही उछल उछल के मेरे लंड से चुद रही थी. उसके मस्त चूचे ऊपर नीचे झूल रहे थे, यह देख कर मैंने उसके दूध पकड़ लिए और दबाने लगा. बड़े मस्त दूध थे उसके ...

और गुलाबी चूचुकों का तो जवाब ही नहीं! वह उछल उछल के चुदती रही और मैं उसके दूध दबाता रहा। मैंने कुछ देर बाद कोमल को नीचे पलट दिया और उसके ऊपर चढ़ गया. अब मैंने अपनी ताकत से उसको चोदना शुरू कर दिया. मैं जोर जोर से उसे धकापेल चोदने लगा और वह चिल्ला चिल्ला के 'और जोर से चोदो ... और जोर से!' कहती रही.

10 मिनट चोदने के बाद मैंने सारा माल कोमल की चूत में ही छोड़ दिया और उसके बगल में लेट गया। अब मैं उसके दूधों से खेल रहा था.

कभी मैं उसके निप्पल चूसता तो कभी हाथ से दबाता. वह भी पूरे मज़े से मुझे अपने दूध चुसवाती रही। फिर हम दोनों बात करने लगे. मैंने कोमल से पूछा- इल्मा और मेरे सेक्स के बारे में तुम्हें पहले से पता था या फिर कल जब यहां आई हो तब पता चला? तो कोमल बोली- इल्मा बहुत कमीनी है. पिछले एक महीने से वह अकेली मज़ा ले रही है. मुझे अभी एक हफ्ते पहले ही बताया उसने! जबकि उसको यह राय मैंने ही दी थी।

मैं कोमल की यह बात सुन कर चौंक गया. मैंने कोमल से पूछा- राय दी थी? क्या मतलब? तो कोमल ने बताया- हम दोनों को बॉयफ्रेंड वाली लाइफ नहीं चाहिए क्योंकि बॉयफ्रेंड साले लड़की पर अपना हुक्म चलाते रहते हैं.

इसलिए हम दोनों लेस्बियन सेक्स करके ही एक दूसरे को सुकून दे लेती थी. लेकिन हम दोनों लेस्बियन सेक्स करते करते इतने सेक्स एडिक्टेड हो गई थी कि अब हमारा का लंड लेने का मन होने लगा था. और हम लोगों को कोई ऐसा चाहिए था जो हम दोनों की प्यास बुझाए वह भी बिना हमारा बॉयफ्रेंड बने.

लेकिन इस चीज के लिए हम लोग किसी पर भी भरोसा नहीं कर सकते थे. फिर जब इल्मा यहां तुमसे पहली बार मिली, तब उसने मुझे बताया तुम्हारे बारे में और तुम्हारा फोटो भी दिखाया। वह बताती रही- मैंने उससे तुम्हारे बारे में काफी कुछ पूछा कि तुम कैसे लड़के हो. तो उसने बहुत तारीफ की, उसने बताया कि तुम बहुत अच्छे हो और उसे बहुत मानते हो.

उसने यह भी बताया कि तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है और तुम्हारी काफी तारीफ की. लेकिन उस वक्त उसके मन में तुम्हारे बारे में कोई ऐसा ख्याल नहीं था. फिर उसके कुछ दिन बाद मैंने उससे बोला कि क्यों न तुम्हारे अहमर भाई को हम लोग सेक्स के लिए राज़ी कर लें. आखिर अहमर भाई को भी तो सेक्स करने का मन होता होगा.

अगर उनके साथ काम बन जाए तो हम दोनों की सेक्स की प्यास भी बुझती रहेगी और बॉयफ्रेंड वाला झंझट भी नहीं होगा। कोमल ने आगे कहा- इस पर उस टाइम तो इल्मा बोली कि वह ऐसा नहीं करेगी क्योंकि तुम उसे बहन मानते थे और वह भी तुम्हें भाई मानती थी. फिर मैंने उसे बहुत समझाया कि तुम दोनों न ही सगे भाई बहन हो, न ही रिलेटिव हो. यह रिश्ता तो तुम लोगो के मुंह से बोला हुआ रिश्ता है, यह तो बदला भी जा सकता है.

धीरे धीरे मैंने उसे इसके लिए मनाया. 2-3 दिन में वह राज़ी हुई. वह बोलती रही- फिर मैंने उसे तुम्हारे साथ सेक्स के इतने सपने दिखाए कि वह मुझसे भी ज्यादा तड़पने लगी तुमसे चुदने के लिए! फिर हम दोनों ने यह प्लान बनाया और इल्मा यहां तुम्हारे साथ रहने आई. मैं उससे रोज़ पूछती थी कि कुछ काम बना या नहीं. पर वह बहाना कर देती थी कि अभी कुछ नहीं हुआ. जबकि वह यहां आने के कुछ दिन बाद ही तुमसे चुदने लगी थी.

अभी उसने 1 हफ्ते पहले मुझे बताया और यह भी बताया कि काम तो बहुत पहले बन गया था लेकिन वह सही टाइम का इंतज़ार कर रही थी। कोमल ने आगे बताया- कल जब मैं यहां आई, उससे एक दिन पहले मेरी इल्मा से इस बारे में बात हो गई थी.

उसने ही मुझे इस तरह अचानक से सुबह में आने को बोला था. और आज मैं भी तुमसे चुद रही हूं! यह सुन कर मुझे तो मज़ा आ गया। मैंने कोमल को गोद में उठाया और बाथरूम में ले गया. वहां जाकर मैंने शावर चालू किया और हम दोनों नहाते हुए किस करने लगे.

कुछ देर बाद कोमल घुटनों के बल बैठ गई और मेरा लंड चूसने लगी. मैंने अब उसके मुंह को गपागप चोदना शुरू कर दिया. मैं ज़ोर ज़ोर से उसके मुंह में धक्के लगा रहा था और उसके मुंह से 'गोऊ गूं गोओ गुओप गुओं गोंगौं' जैसी मस्त आवाज़ें निकल रही थीं.

धकापेल मुखचोदन से उसके मुंह से लार बह रही थी. कुछ देर बाद मैंने लंड बाहर निकाला और उसे खड़ा किया. मैंने उसे बताया- मैंने पहली बार इल्मा की गांड बाथरूम में ही मारी थी। और अब तुम्हारा नंबर है! इस पर कोमल हंस दी. मैंने समझ लिया कि वह भी गांड मरवाने के लिए तैयार है.

तो मैंने साबुन उठाया और उसके गांड पर मलना शुरू कर दिया. उसने भी मेरे लंड पर साबुन लगाया, जब उसकी गांड और मेरा लंड साबुन के झाग से तर हो गए. वह घुटनों के बल घोड़ी बन गई. मैंने भी घुटनों के बल बैठ कर उसकी गांड पे लंड सेट किया और धक्का लगाया. पहले धक्के में लंड फिसल गया लेकिन अगले धक्के में लंड का टोपा उसकी गांड में चला गया.

कोमल ज़ोर से चिल्लाई और बोली- ज़रा आराम से करो ... दर्द हो रहा है! फिर मैं धीरे धीरे लंड को कोमल की गांड में धकेलने लगा, वह सिसकारती रही और मैंने बहुत प्यार से धीरे धीरे पूरा लंड कोमल की गांड में पेल दिया। अब मैंने धीरे धीरे लंड अंदर बाहर करना शुरू किया.

कोमल चिल्ला रही थी- आआ आआअ ह्हह मर गई ई ... धीरे धीरे डालो! मैंने धक्के चालू रखे और कुछ देर बाद कोमल की दर्द भरी आवाज़ मज़े वाली आवाज़ में बदल गई. अब वह मस्ती में चिल्ला चिल्ला के बोल रही थी- आ आआ आअह्ह ह्ह्ह आहा ... और ज़ोर से चोदो जानू ... और ज़ोर से चोदो ... बहुत मज़ा आ रहा है. इल्मा कमीनी इतने दिन से अकेली मज़ा ले रही थी.

आज मुझे भी उतना ही मजा दो मेरी जान! तब मैं भी स्पीड बढ़ाता गया. करीब 15 मिनट तक मैंने कोमल की गांड मारी और सारा माल उसकी गांड में ही छोड़ दिया. फिर हम दोनों ने एक दूसरे को साबुन लगा लगा कर अच्छे से नहलाया और फिर हम बाहर आकर बेड पर लेट गए. मैंने खाना ऑर्डर किया.

जब खाना आया तो हम दोनों ने खाना खाया और फिर से चुदाई में लग गए। इस तरह मैंने दिन भर कोमल को चोदा. जब इल्मा हॉस्पिटल से वापस आई तो इल्मा और कोमल को रात भर चोदा. अगले दिन कोमल चली गई.

वह हर शनिवार की शाम में आ जाती थी और फिर मंडे की सुबह चली जाती थी. इल्मा तो मेरे साथ ही रह रही थी तो इल्मा को तो मैं हर रात चोदता रहा. कुछ दिन ऐसे ही चलता रहा. फिर कोमल ने भी हम दोनों के साथ रहने को कहा.

इल्मा ने मुझसे पूछा तो मैंने हां कर दी. फिर कोमल भी आ गई हम दोनों के साथ रहने! तब से अब तक हम तीनों हर रात चुदाई करते हैं. और जब मैं दिन में कहीं बाहर नहीं जाता हूं तो दोनों में से किसी एक को रोक लेता हूँ और फिर उसको दिन में भी चोद लेता हूं। इसी बीच मुझे इल्मा की आयशा खाला को भी चोदने का मौका मिला.

वह सब कैसे हुआ, ये मैं आपको अगली कहानी में बताऊंगा. यह थी मेरी एक सच्ची कहानी जो अभी भी आगे की चलेगी. टू गर्ल्स हॉट कहानी अच्छी लगी होगी. कमेंट्स में जरूर बताएं।

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