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Hindi - हिन्दी Adultery मेरी कामुक बीवी की गैर मर्द से चुदाई (All Parts)

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Part 1​

हॉट वाइफ X कहानी में मेरी जवान पत्नी बहुत सेक्सी है. घर से बाहर सब लोगों की नजरें मेरी बीवी के सेक्सी बदन को खा जाना चाहती हैं. मुझे भी यह देख कर उत्तेजना महसूस होती है.

दोस्तो, मेरा नाम राजेश है.
मैं एक छोटे से कस्बे से आता हूं. बचपन से ही मुझे गलत संगति के कारण सेक्स की बातें करने की आदत लग गई थी.

बड़े होने पर भी मेरे दिमाग में काफी सेक्स भरा रहता था.

यह मेरी पहली हॉट वाइफ X कहानी है.

मेरी इंजीनियरिंग पूरी होने के बाद घर वालों ने मेरी शादी करवा दी.

मेरी बीवी का नाम डिम्पल है, उसकी उम्र 32 साल है.
वह दिखने में काफी खूबसूरत और भरे हुए बदन वाली लड़की है.
उसका फिगर 34-30-36 का है.

मैं उसके सामने कुछ भी नहीं हूं.

मेरा बिजनेस शहर में था, हम वहीं फ्लैट लेकर रहते हैं.

शादी के एक दो साल तक मुझे डिम्पल के साथ सेक्स करने में बहुत मजा आता था.
आप यकीन नहीं मानेंगे लेकिन मैं सच कह रहा हूँ. जब भी हम दोनों कहीं बाहर जाते हैं तो लोगों की नजरें मेरी बीवी के शरीर को पूरा निचोड़ लेती हैं.

मेरी बीवी के चूतड़ बहुत भारी हैं, जब वह चलती है तो उसके दोनों चूतड़ गजब मटकते हैं.
डिम्पल की छातियां भी एकदम ऐसी भरी हुई हैं, जैसे दूध की डेयरी हों.
उसका बदन का मक्खन जैसा उजला और चिकना है.

जब कभी मैं उसको पीछे से चलती हुई देखता हूँ तो मेरा लंड खुद ब खुद खड़ा होने लग जाता है.

वह जब सूट पहन कर निकलती है, तो उसके बड़े बड़े नितंब अलग अलग तरफ हिचकोले खाते हुए चलते हैं.
इसलिए मैं ज्यादातर उसको आगे चलने का कह देता हूँ ताकि मैं उसके बड़े बड़े चूतड़ों को हिलते हुए देख कर मजे ले सकूं.

खासकर सीढ़ियां चढ़ती हुई वह बहुत मस्त माल लगती है.

उसके सामने का हिस्सा भी बहुत ही आकर्षक है.
जब वह झुकती है तो उसके दूध जैसे रंग में ढले हुए उसके स्तनों की दरार दिखने लगती है.

उस वक्त तो समझो लंड की लंका लग जाती है और सबका लंड एकदम से खड़ा हो जाता है.
बूढ़े हों या जवान लड़के … सब उसके हुस्न के कायल हैं.

साड़ी में उसकी कमर बड़ी प्यारी लगती है.

उसकी आंखें और कान छोटे हैं, गाल भरे हुए हैं, होंठ छोटे और गुलाबी हैं जिनको चूस लेने का मन करता है.

शादी के दो तीन साल तक डिम्पल को मैंने जमकर चोदा.
सुबह शाम जब मौका मिलता, तब उसको पकड़ कर चोद देता.

वह भी बहुत कामुक है, सेक्स में बिस्तर में बहुत मजा देती है.
बिस्तर में आते ही खूब उछल उछल कर सेक्स करती है, मेरे लौड़े पर जम कर थिरकती है और मुझे अपने मम्मे चुसवाती हुई गजब चुदती है.

बचपन से बड़े होने तक की मेरी जो भी सेक्स की इच्छाएं थीं, मैंने वे सब डिम्पल के साथ पूरी कर ली थीं.
आगे पीछे ऊपर नीचे, ऐसे वैसे सब तरह से चुदाई का मजा ले लिया था.

बस वह मुँह से लंड कभी कभी ही चूसती थी.

अब मुझे उसके साथ सेक्स करने से ज्यादा उसको चुदते हुए देखने की इच्छा होने लगी थी.

मैं धीरे धीरे उसे सेक्स के वीडियो दिखाने लगा.

पहले तो वह बहुत शर्माती थी, बाद में उसको भी मजा आने लगा.

उसने कभी कहा नहीं लेकिन मैं जानता था कि उसको मेरा लंड छोटा लगने लगा है.

अब वह सेक्स वीडियो में खुल कर मजा लेने लगी थी.

वह मेरे साथ रोज रात को सेक्स वीडियो देखती, उसमें बड़े बड़े लंड वाले पुरुष और देर तक चुदवाती हुई औरतें देख कर उसको भी उत्तेजना होने लगती थी.
वह उसी वक्त मेरे लौड़े से अपनी चूत चुदवाने लगती थी.

उस वक्त मुझे ऐसा लगता था कि ब्लू-फिल्म देखने के बाद डिम्पल गर्म हो और उसे मेरे सामने ही कोई दूसरा मर्द चोदे.

एक रात जब हम दोनों सेक्स वीडियो देख रहे थे तो वह बहुत गर्म हो गई और मेरे ऊपर चढ़ कर सेक्स करने लगी.

मैंने भी मौका देख कर उसको अपना वीडियो बनाने के लिए मना लिया.
वह इतनी गर्म हो चुकी थी कि उसने भी हां कर दी.

मैंने मोबाइल उसके ऊपर ही सैट कर दिया.

अब उसकी हिलती हुई चूचियां और उछलते हुए नितंब का जबरदस्त वीडियो बन रहा था.

थोड़ी देर बाद मेरा काम तमाम हो गया लेकिन वह गांड उछालने में लगी रही.
वह आंखें बंद करके सेक्स कर रही थी.

काफी देर अपनी चूत में मेरा लंड रगड़ने के बाद वह झड़ गई और मेरे ऊपर ही निढाल होकर सो गई.
उसे याद ही नहीं रहा कि उसका वीडियो बन रहा है.

अगली रात को मैंने उसके उत्तेजित होने के बाद हम दोनों का सेक्स वीडियो चला कर दिखाया, तो उसको बड़ा मजा आया.

अब हम रोजाना अलग अलग तरीके से सेक्स करते और अपनी चुदाई के वीडियो बनाते.
उस वीडियो को हम अगली रात फिर से देखते.

मैंने पार्टीज में डिम्पल को मेरे काफी दोस्तों से भी मिलवाया था.
वे भी भाभी भाभी करके डिम्पल के हुस्न को ताड़ते रहते थे.
कभी कभी हंसी मजाक में मुझे ‘भाभी से मिलवा दे’ भी कह देते थे.

मैं जानता था कि सब उसको चोदना चाहते हैं.
शुरू में मुझे थोड़ा गुस्सा आता था लेकिन अब मुझे अच्छा लगने लगा था.

अब मेरा मन अपने दोस्तों को भी मेरे और बीवी के रात को बनाए हुए वीडियो दिखाने का करने लगा था.
लेकिन डर भी रहता था कि कहीं कोई बात फैल न जाए.

एक दोस्त राज मेरा बड़ा जिगरी था.
वह जिम जाकर अपनी बॉडी काफी तगड़ी बना चुका था.

डिम्पल भी राज के बारे में कभी कभी बात करती थी कि वह काफी स्मार्ट है, आप भी उसके साथ जिम ज्वॉइन कर लो. वह अच्छा लड़का है.

राज भी डिम्पल के बारे में कभी कभी बातें करता था- उसे खुश रखा कर … कितनी अच्छी लड़की मिली है तुझे!

ऐसे ही चलता रहा और हम मजे करते रहे.

अब जब भी कहीं आने जाने का प्लान होता तो मैं गाड़ी से जाने की बजाए डिम्पल को पब्लिक ट्रांसपोर्ट से ले जाता.
सिटी बस, ट्रेन, रोडवेज आदि से ले जाता ताकि लोगों की कामुक नजरों को पढ़ कर अपनी बीवी की सेक्सी जवानी का मजा ले सकूँ.

पब्लिक में लोग उसके बदन को निहारते और मैं ये सब एंजॉय करता.
कोई उसके जिस्म से हाथ लगा जाता, कोई उसके चूतड़ों को रगड़ जाता.

सिटी बस में भीड़ होने की वजह से कुछ लोग अपना लंड डिम्पल के बड़े बड़े कूल्हों से सटा कर खड़ा हो जाता.

डिम्पल के नितंब बड़े बड़े होने के कारण उसको पता ही नहीं चलता कि क्या हुआ है.
कभी कोई उसकी छाती पर हाथ फिरा जाता.

इस सबसे मुझे मजा आने लगा.

अब दिन का आधा वक्त तो मुझे उसके हुस्न के बारे में ही सोचने में जाने लगा था.

कभी कभी मन करता कि अपने दोस्तों को वह वीडियो दिखा कर जलाऊं कि देखो मेरी बीवी कितनी सेक्सी है. जम कर सेक्स करती है.
लेकिन डर भी लगा रहता.

जब भी कोई खरीदारी करनी होती, मैं डिम्पल को ही भेजता और खुद गाड़ी में बैठ कर लोगों की नजरें देखता.
यह सब देख कर मुझे अन्दर से गुदगुदी सी होती और मेरा लंड भी खड़ा होने लगता.

लोग उसके ऊपर नीचे आगे पीछे पूरी तरह ताड़ते रहते.

अब मुख्य कहानी पर आते हैं.

एक बार हमने मकान खरीदने का प्लान बनाया.
हम दोनों ही मकान बेचने वाले मालिक से बात करते.

उस वक्त मालिक डिम्पल की जवानी को आंखों से चोदता और मैं इन्जॉय करता.

हमें एक फ्लैट जम भी गया लेकिन उसका मालिक मूल्य कम नहीं कर रहा था.

मैंने वहां भी डिम्पल को आगे कर दिया.
उसने अपने लटके झटके दिखा कर मालिक को मनाने की कोशिश की.

लेकिन वह नहीं माना.

हम लोग वापस आ गए.

रात को डिम्पल ने मुझसे कहा- आप अपनी तरफ से कीमत बताओ कि कितने तक में खरीदना चाहते हो. मैं मकान मालिक को उसी कीमत पर मना लूँगी.

मुझे अपनी बीवी की आंखों में शरारत दिखाई दी.

मैंने पूछा- तू कैसे मनाएगी?
उसने कहा- वह मुझ पर छोड़ दो.

अगले दिन हम दोनों जाने के लिए तैयार हुए.
डिम्पल जब तैयार होकर बाहर आई तो उसने काले रंग की ट्रांसपेरेंट साड़ी पहन रखी थी; हॉट रेड ब्लाउज और अन्दर से पफ वाली ब्रा पहनी थी.

इससे उसकी 34 इंच की चूचियां 36 की लग रही थीं और क्लीवेज भी काफी सेक्सी दिख रही थी.

मैंने भी मजे लेते हुए कहा- आज तो तुम्हें देख कर मकान मालिक फ्री में ही मकान दे देगा.
वह हंसी और बोली- ऐसा कुछ नहीं है, बस तुम देखते जाओ आज!

हम दोनों उससे मिलने उसके ऑफिस गए.

डिम्पल का बदन देखते ही उसके चेहरे पर मुस्कान आ गई.

नमस्ते करते हुए उसने डिम्पल को ऊपर से नीचे तक पूरा निचोड़ लिया और उसकी नजरें चूचों पर आकर रुक गईं.

डिम्पल के भरे हुए बूब्स साड़ी में से बाहर झांक रहे थे.
उसने पल्लू भी सिर्फ एक ही दूध पर ले रखा था और गहरे गले व लो शोल्डर का ब्लाउज था, जिससे उसकी क्लीवेज गहराई तक दिख रही थी.
हम बात करने बैठ गए.

वह ऐसे बातें कर रहा था जैसे मैं तो वहां आया ही नहीं हूं.

उसकी नजरें बात करते करते डिम्पल की चूचियों को तौल रही थीं, उसके मुँह में पानी आ रहा था.

डिम्पल ने भी बात करते करते गलती से पेन नीचे गिरने का ड्रामा किया.
फिर जब डिम्पल पेन उठाने झुकी तो उसकी साड़ी का पल्लू पूरा नीचे गिर गया.

उसने भी पेन उठाया पर पल्लू नहीं उठाया.
उसकी दूध जैसी सफेद छातियां और क्लीवेज देख कर मकान मालिक की नजरें अटक गईं.

वह मेरी बीवी के दूध ऐसे देखने लगा था जैसे उसने 36 की साइज पहली बार देखी हों.

मेरी बीवी की ये अदा तो मैंने खुद पहली बार देखी थी.

मकान मालिक का तो बुरा हाल हो गया था.
उसकी पैंट में कुछ हलचल होने लगी थी.

मैं यह सब देख रहा था.

मुझे डिम्पल पर गुस्सा भी आ रहा था और मजा भी आ रहा था.

थोड़ी देर अपने चूचों के दीदार कराने के बाद डिम्पल ने अपना पल्लू ऊपर ले लिया और बोली- तो अब बताइए सर, क्या आप हमारे रेट्स पर राजी हैं!

मालिक ने मेरी तरफ देखा और उसने डिम्पल से अकेले में बात करने की रिक्वेस्ट की.
मुझे बुरा लगा लेकिन मैं बाहर चला गया.

थोड़ी देर उन्होंने कुछ बातें की और अन्ततः डील पक्की हो गई.

घर आते वक्त मैंने डिम्पल से कहा- तुमने क्या बात की?
वह इतराती हुई बोली- मैंने क्या कहा था आपसे कि मैं उसे मना लूँगी, बस वही बातें की.

मुझे कुछ समझ नहीं आया.
वह साफ साफ नहीं बता रही थी.

मैंने फिर पूछा तो बोली- टाइम आएगा तो आपको बता दूँगी, आप बस मस्त रहो.

कुछ दिनों बाद हमने सारे पेपर पूरे करके नए फ्लैट में शिफ्ट कर लिया.

फिर डिम्पल ने एक दिन कहा- हम अपने मकान मालिक को खाने पर बुला लें क्या? ऐसे अच्छा नहीं लगता कि अपना काम हो गया और अब कोई मतलब नहीं है.
मैंने भी हां कर दी.

रविवार को मकान मालिक आने वाला था.
डिम्पल ने हॉट रेड साडी और ब्लैक ब्लाउज पहना था.
आज ब्रा नहीं दिख रही थी.

मकान मालिक आ गया.
वह भी आज एकदम तैयार होकर आया था.

डिम्पल ने दरवाजा खोला.
उसे देखते ही मालिक के चेहरे पर हल्की से मुस्कान आ गई.
शायद वह यही सोच रहा था कि गेट डिम्पल ही खोलेगी.

मैंने भी नमस्कार किया.

डिम्पल ने बड़े जोश से अपनापन दिखाते हुए उसका स्वागत किया और हम सब सोफे पर बैठ गए.
हमारे बीच बातें होने लगीं.

डिम्पल चाय बनाने चली गई.
मजबूरी में उसने दो चार बातें मुझसे भी की- भाभी जी ने मुझे मना लिया और ये वाला फ्लैट आपको बहुत सस्ते में मिल गया!

मैंने भी हां में सर हिला दिया.

मैं मन में सोचने लगा कि इसकी उम्र 45+ है और डिम्पल 32 साल की है. ये भाभी जी क्यूं बोल रहा है, खैर मुझे क्या? अपने तो पैसे ही बचे हैं.

डिम्पल चाय बना लाई.
वह मकान मालिक के सामने ही बैठ गई.

आज उसने चाय रखते वक्त पल्लू नहीं गिरने दिया, संभाल लिया.

मकान मालिक की उम्मीद टूट गई, थोड़ा चेहरा भी उतर गया.

थोड़ी देर इधर-उधर की बातें करने के बाद डिम्पल ने अपने एक पैर को दूसरे पर रखा तो उसकी साड़ी घुटने के पास तक ऊपर चढ़ गई.

उसकी गोरी और बिना बालों वाली खूबसूरत टांगें देख कर मालिक का ध्यान उधर ही जाने लगा.
काफी देर तक उसने गोरी टांगों के दर्शन किए.

अब मैं समझा कि कल डिम्पल वैक्स करवाने क्यूं गई थी.

मालिक की नजरें बार बार उसकी चूचियों को देखने की कोशिश कर रही थीं.
तभी डिम्पल ने हल्की सी मुस्कान देकर अपनी साड़ी ठीक कर ली.

मालिक किसी छोटे बच्चे की तरह चिढ़ रहा था.

मुझे लगा कि वह आज खाना खाने नहीं, बल्कि मेरे बीवी को ताड़ने आया है.
उसे डिम्पल के हुस्न के दीदार करने थे और मैं कवाब में हड्डी बन कर बैठा था.

डिम्पल ने थोड़ी देर बाद खाने के लिए पूछा.

तो मालिक ने कहा- हां खा लेते हैं, फिर घर भी निकलना है!
तभी डिम्पल को याद आया कि दही लाना तो भूल गए.

उसने किचन में मुझे बुलाया और कहा- प्लीज दही ले आओ!
मैंने कहा- यह आदमी घर पर तुम्हारे साथ अकेला रहेगा और मैं दही लाने जाऊं … पागल हो क्या?

वह बोली- प्लीज ले आओ, नहीं तो इज्जत खराब हो जाएगी!

मैंने सोचा कि अगर मैं नहीं गया तो सिर्फ इज्जत ‘खराब’ होगी और ‘गया’ तो इज्जत लुट ही जाएगी.
फिर भी मैं चला गया.

घर से जाते ही मुझे याद आया कि मैं कैमरे में सब कुछ देख सकता हूँ और उनकी बातें सुन भी सकता हूं.
मैंने सारे कैमरे ऑन किए.

मेरे जाते ही डिम्पल किचन से फिर हॉल में आ गई और मालिक के पास ही आकर सोफे पर बैठ गई.
मालिक भी उतावला हो रहा था.

मैंने ध्यान से उनकी बातें भी सुनी.

मालिक- भाभी जी, आप उस दिन बहुत खूबसूरत लग रही थीं, लेकिन मैं आपको बोल नहीं पाया!
डिम्पल- इसका मतलब आज मैं अच्छी नहीं लग रही क्या?

मालिक- नहीं, ऐसी बात नहीं है. आप आज भी बहुत प्यारी लग रही हो. लेकिन आपके हजबैंड के सामने ये सब मैं बोल ही नहीं पाया.
डिम्पल ने उसका हाथ अपने टच करते हुए कहा- आपने मेरी बात रखी है, जो चाहो बोल सकते हो. इसलिए तो मैंने अपने पति को बाहर भेजा है!

मालिक के चेहरे पर जहरीली मुस्कान आ गई.
मैं ये सब देख कर सोच रहा था कि वहां मेरी बीवी क्या गुल खिला रही है और मैं चूतिया आदमी दही लेने आया हुआ हूं.

एक बार तो मैं वापस जाने को हुआ, फिर मैंने सोचा कि ये ही तो मेरी भी इच्छा थी कि मैं डिम्पल को किसी और से चुदते हुए देखूँ. लेकिन मुझे तो सामने से देखना था, कैमरे पर नहीं.
फिर भी मैंने दही लिया और घर की तरफ निकल गया.

पूरे रास्ते मैंने कैमरे पर नजरें लगा रखी थीं.
उधर हॉट वाइफ X डिम्पल ने मालिक के गालों पर हाथ फिराना शुरू कर दिया.

डिम्पल ने धीरे धीरे अपने एक पैर से साड़ी ऊपर करके एक पैर उसकी गोद में रख दिया.
मालिक उसके पैर को सहलाने लगा.
मेरे बदन में सरसरी हो रही थी, लंड अपने आप खड़ा होने लगा.

दोस्तो, मेरी बीवी एक गैर मर्द की बांहों में थी और उसके साथ आशनाई कर रही थी.

पूरा किस्सा क्या था, वह मैं आपको हॉट वाइफ X कहानी के अगले भाग में लिखूँगा. आपके कमेंट्स का इंतजार रहेगा.
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Part 2​

न्यूड वाइफ हॉट स्टोरी में मेरी सेक्सी और कामुक बीवी ने फ्लैट की कीमत कम करवाने के लिए एक गंदी योजना बनाई. उसने अपने जिस्म का फायदा उठाकर फ्लैट मालिक को पटाया.

दोस्तो, मैं राजेश एक बार पुनः अपनी हॉट बीवी की एक गैर मर्द से चुदाई की कहानी का अगला भाग लेकर हाजिर हूँ.

कहानी के पहले भाग
मेरी कामुक बीवी के जलवे
में अब तक आपने पढ़ा था कि हम दोनों पति पत्नी ने अपने नए मकान के मालिक को लंच पर बुलाया था और मेरी बीवी ने मुझे दही लाने भेज कर उस गैर मर्द के साथ आशनाई शुरू कर दी थी.
जिसे मैं घर में लगे सी सी टीवी कैमरे में देख रहा था.

अब आगे न्यूड वाइफ हॉट स्टोरी:

मुझे घर जाना सही नहीं लग रहा था.
पर मैं यह भी देखना चाहता था कि डिम्पल आज क्या कांड करती है.

यही सब सोचते हुए मैं घर पहुंच गया.
घर की खिड़की से मुझे वे दोनों साफ दिख रहे थे.

मैं खिड़की के कांच से आंखें लगा कर वहीं से दोनों को लाइव देखने लगा.

डिम्पल की दूध से ज्यादा गोरी खूबसूरत टांगें मालिक के लौड़े में तनाव लाने लगी थीं.
वह अपने लंड को बीच बीच में सैट कर रहा था.

उसके हाथ मेरी खूबसूरत और कामुक बीवी के पैरों पर होते हुए उसकी जांघों तक जाने लगे.

मेरी बीवी डिम्पल भी उसकी आंखों में आंखें डाल कर लगभग उसके ऊपर ही चढ़ गई थी.

डिम्पल को इतना उत्तेजित देख कर मालिक की कोई गलती नहीं थी, उसका भड़क जाना लाजिमी था.
उसकी जगह कोई भी मर्द होता तो इस खुले निमंत्रण को जाया नहीं जाने देता.

डिम्पल उसके बालों में हाथ डाल कर उसे सहलाने लगी.

मालिक ने भी डिम्पल की साड़ी कमर से ऊपर कर दी और उसके भरे हुए नितम्बों को हाथ से दबा दबा कर निचोड़ने लगा.
डिम्पल ने आज पैंटी तो पहनी ही नहीं थी.

ओह माय गॉड … मेरी तो हालत खराब होने लगी.
मैंने अपने लंड को बाहर निकाल कर मसलना शुरू कर दिया.

थोड़ी देर तक ऐसे ही चलता रहा.
वे दोनों एक दूसरे में खो रहे थे और दोनों गर्म हो गए थे.

उन्हें ध्यान ही नहीं था कि खिड़की से मैं ये सब देख रहा हूं.

उसने एक हाथ डिम्पल की कमर पर फेरना शुरू कर दिया.
इतनी चिकनी कमर उसने शायद पहली बार देखी थी.

अब उसका मन ऊपर के दो परिंदों को आजाद करने का हो रहा था.
धीरे धीरे उसका दूसरा हाथ मेरी बीवी की छाती पर जाने लगा और उसके ब्लाउज के हुक खोलने लगा.

डिम्पल ने उसका हाथ पकड़ लिया और बोली- इतनी जल्दी क्या है जान, आज मैं सिर्फ तुम्हारी हूं. इस आलम का मजा लीजिए हुजूर … हर एक चीज सिर्फ आपकी है. हर एक अंग आपका है. आपने अपना वादा पूरा किया तो मैं भी अपना वादा पूरा करूँगी!

मैं सोचने लगा- वादा … कौन सा वादा! खैर छोड़ो … मजा लो.

डिम्पल ने अपने दोनों चूचों को उसके चेहरे पर रखा और दोनों हाथ सोफे पर रख कर अपने बूब्स उसके चेहरे पर रगड़ने लगी.
मालिक के दोनों हाथ मेरी जान के कूल्हों को दबाने लगे.

अब मालिक का औजार पूरे तनाव पर आ चुका था.

डिम्पल ने कुछ देर बाद उसकी शर्ट के बटन खोलने शुरू कर दिए.
वह उसकी बालों वाली छाती पर हाथ फिराने लगी.

उसकी शर्ट हटते ही उसकी मर्दाना छाती, डिम्पल के मम्मों के सामने थी.
डिम्पल ने अब इशारा किया, तो मालिक के हाथ उसके हुक खोलने लगे.

दो सेकंड में ही उस कमीने ने मेरी जान को ऊपर से नंगी कर दिया.
ब्लाउज जमीन पर पड़ा था.
डिम्पल ने ब्रा भी नहीं पहनी थी.

मालिक का लंड उफान खाने लगा.
अब उससे अपने लंड को पैंट में रोक पाना मुश्किल हो रहा था.

डिम्पल ने उसके कंधों पर किस किया और वह अपने हाथ कंधों पर रख कर अपने मलाई जैसे दूध उस कुत्ते के मुँह पर रगड़ने लगी.

थोड़ी देर बाद अपने होंठ उसके होंठों पर लगा कर डिम्पल अपने बूब्स को उसकी छाती पर रगड़ने लगी.
कुछ देर चुम्बन के बाद वह नीचे खिसक कर उसके एक निप्पल को चूमने लगी.

मालिक उसकी चिकनी पीठ पर हाथ फेर रहा था.

डिम्पल उसके निप्पल ऐसे चूस रही थी जैसे उनमें दूध आ रहा हो.
निप्पल चूसने से मालिक का लंड फुंफकारने लगा था.

उसको उम्मीद ही नहीं होगी कि उसे इतना सब कुछ मिलेगा.

मालिक- भाभी जी, आप बहुत शानदार हो, आपका पति बहुत खुश रहता होगा आपसे!
डिम्पल- तुम मजे लो मेरी जान, किसी और की बात करके अपना मजा क्यों खराब कर रहे हो!

यह सुन कर तो मेरे कलेजे में आग लग गई.
मुझे गुस्सा आ रहा था कि अभी अन्दर चला जाऊं और इन दोनों को रंगे हाथ पकड़ लूं.

पर मजा तो मुझे भी आ रहा था.

डिम्पल- मेरे पूरे बदन को छूकर देख लो … बाद में कोई हसरत बाकी मत रख लेना मन में!
ऐसा कह कर वह उसकी पैंट का बेल्ट खोलने लगी.

मालिक ने भी साथ दिया, उसने ऊपर होकर पूरी पैंट ही खोल दी.
उसकी अंडरवियर में से उसका नाग बाहर आने को मचल रहा था.

सच बताऊं तो मैं भी देखना चाहता था कि इसका लंड कितना बड़ा है.

डिम्पल ने उठते हुए उसे बेडरूम में आने का इशारा किया.

वह अपने आधे बदन पर पड़ी साड़ी को समेटकर कमरे में चली गई.
मालिक भी सिर्फ अंडरवियर में मेरे कमरे में चला गया.

मालिक- तुम्हारा पति अभी तक नहीं आया … बीच में आ गया तो?
डिम्पल- तुम उस की चिंता मत करो, वह मैं देख लूँगी!

यह कहती हुई मेरी बीवी एक गैर मर्द को लेकर बेड पर गिर पड़ी.
अब मेरी फूल जैसी बीवी उस कुत्ते के नीचे थी.

मैं भी घर में हाल में जाकर गेट से सब देखने लगा.

वह चाहती तो मुझे देख सकती थी लेकिन उसका ध्यान तो आज मालिक पर ही था.
पता नहीं साली कौन सा वादा पूरा कर रही थी … लेकिन अपने को क्या? अपने को तो बहुत मजा आ रहा था.

इस लौंडिया का हिसाब तो मैं बाद में करूँगा … पहले मजे तो लेने दो.

अब मालिक पूरी तरफ से आजाद था, अब वह जो चाहे मेरी जान के साथ कर सकता था.
उसने सबसे पहले मेरी बीवी को पूरी तरह से नंगी किया.

साड़ी पूरी हटते ही मेरी बीवी नंगी हो गई.
उसका दूध जैसा शरीर, खूबसूरत छाती, गुलाबी निप्पल, दूधिया जांघें, खुले बाल, गुलाबी होंठ सब कुछ उस नीच इंसान के सामने खुला पड़ा था.

डिम्पल ने अपनी एक टांग दूसरी पर रख कर एक हाथ को अपनी खूबसूरत चूत पर ढक रखा था.
वह अपना दूसरा हाथ ऊपर तकिए पर करके मालिक को आमंत्रण दे रही थी कि मेरा हाथ हटा कर चूत के दीदार कर लो.

मालिक भी पूरा गर्म हो चुका था.
अब बस उसे भी एक ही चीज देखनी थी, वह थी मेरी बीवी की चुत.

उसने डिम्पल का हाथ साइड में हटाया और दोनों पैरों को खोलने की कोशिश करने लगा.

डिम्पल- मेरा सब कुछ तो आप देख चुके है … अब अपने उस्ताद को बाहर नहीं निकलोगे क्या!
मालिक- जो चीज तुम्हें चाहिए, वह खुद निकाल लो.

यह कह कर वह सीधा लेट गया.
डिम्पल उसके ऊपर आ गई और उसकी अंडरवियर नीचे खिसकाने लगी.

खड़े हथियार के कारण अंडरवियर लंड पर अटक गई थी.
डिम्पल ने कातिल मुस्कान देते हुए कहा- यह भी आपकी तरह शैतान है!

डिम्पल अपने होंठों से उसकी अंडरवियर हटाने लगी.

जैसे ही अंडरवियर हटी, डिम्पल के मुँह से चीख निकली- मर गई मम्मी रे … इतना बड़ा?

मालिक को अपनी मर्दानगी पर घमंड हो रहा था और हो भी क्यों न?

मैंने भी इतना मोटा और लम्बा लंड पहले कभी नहीं देखा था.

उस साले का लंड 7.5 इंच लम्बा 2.5 इंच मोटा काला नाग जैसा था.

डिम्पल तो उसको देख कर जैसे पागल ही हो गई.
वह उसके लंड को अपने हाथों में लेकर नापने लगी.

दो मुट्ठियों के बाद भी लंड हाथ से बाहर जा रहा था.
डिम्पल ने लंड को अपनी नाभि के नीचे चूत तक नाप कर देखा, वह उसकी नाभि से भी ऊपर जा रहा था.

मैं भी सोचने लगा कि ‘हे ऊपर वाले आज मेरी फूल सी बीवी इसका यह मूसल सा लंड कैसे ले पाएगी!’
पर देखना तो मुझे भी था.

तभी मालिक ने उसका हाथ पकड़ कर उसे अपने ऊपर गिरा लिया और बांहों में लेकर मसलने लगा.

अब डिम्पल भी थोड़ा डर रही थी.
उसे उम्मीद नहीं थी कि इसका इतना बड़ा लंड होगा!

अब क्या होगा … ये जालिम दरिंदा तो मेरी जान की नाजुक सी चूत को फाड़ ही डालेगा.

क्यों किया तुमने ऐसा डिम्पल … बहुत दया आ रही थी मुझे इस मासूम सी लड़की पर!

लेकिन लंड तो मैं भी मसल रहा था, मेरा लंड 5 इंच का था.

अब जो भी होगा, वह इस मासूम सी लड़की को ही झेलना है.

तभी उसने डिम्पल का मुँह पकड़ कर अपने लंड पर रख दिया.

डिम्पल मुँह से करना नहीं चाहती थी लेकिन मालिक की कसी हुई पकड़ उसकी गर्दन पर थी.
वह बेचारी न चाहते हुए भी कुछ नहीं कर पा रही थी.

लंड उसके होंठों के पास था.
डिम्पल के होंठों पर सुपारा रगड़ मार रहा था.

आखिर उसको मुँह खोलना ही पड़ा.
माय गॉड … इसका मुँह तो छोटा सा है … अब क्या होगा.

एक तरफ मुझे दया आ रही थी दूसरी तरफ मेरा लंड कड़क होता जा रहा था.

मेरा मन कर रहा था कि साले को धक्के मार कर घर से निकाल दूं, लेकिन ये सब किया-धरा भी तो मेरी बीवी का ही था.

अब जो भी हो, वह देखते जाओ और एंजॉय करो.
यही सोच कर मैंने लंड को सहलाना शुरू कर दिया.

मालिक ने मेरी बीवी के बालों को एक हाथ में समेट लिया और उसकी गर्दन पर जोर डालकर अपना लंड उसके मुँह में ठूंस दिया.
लगभग उसके होंठ पूरे खुल गए थे लेकिन लंड अब तक आधा भी मुँह में नहीं गया था.

जब गले तक लंड जाने लगा तो मेरी बीवी ने हाथ से इशारा करके उसे रोका.

मालिक ने लंड बाहर निकाल कर पूछा- क्या हुआ जानू!
वह बोली- बहुत बड़ा है, अब क्या गले के अन्दर तक डालोगे?

डिम्पल के मुँह से लार गिर रही थी.

मालिक बोला- ठीक है जैसे तुम करना चाहो, वैसे करो … लेकिन मुँह से करो.

इस पर मेरी बीवी ने शर्त रखी कि मुँह से कर दूँगी, लेकिन मेरे मुँह में पानी नहीं निकालोगे!
मालिक ने भी हामी भर ली.

अब मालिक घुटनों के ऊपर बैठा सा हो गया.
डिम्पल ने झुककर अपने एक हाथ से उसका लंड पकड़ा और उसे साफ करने लगी.

साफ करने के बाद उसने उसकी स्किन को नीचे किया और जीभ से चाटने लगी.
मालिक को भी मजा आने लगा.

थोड़ी देर बाद डिम्पल ने लंड को मुँह में लिया और आगे पीछे करने लगी.
अपने होंठों और जीभ की रगड़ से मालिक का लंड और फूलने लगा.

उसके लंड की मोटाई आगे कम और पीछे की तरफ ज्यादा थी.

उस कमीने ने इतना काला और मोटा साँप मेरी जान के मुँह में ठोक रखा था.

पूरे दस मिनट तक ऐसा करने के बाद डिम्पल का मुँह दुखने लगा पर वह लंड मुँह से बाहर नहीं निकल पा रही थी.

क्योंकि मालिक भी पुराना खिलाड़ी था, उसने मेरी बीवी के बालों को पकड़ कर उसके मुँह पर लंड का दवाब बना रखा था.
वह जानता था कि अबकी बार अगर बाहर निकाला तो ये वापस मुँह में नहीं लेगी.

अब मालिक ने अपना लंड अन्दर बाहर करना शुरू कर दिया.
डिम्पल कुछ नहीं कर पा रही थी.

लंड उसके गले तक जाने लगा, उसकी आंखों से आंसू आने लगे.
उधर मालिक ने अपनी स्पीड बढ़ा दी.

डिम्पल ने मालिक के दोनों चूतड़ पकड़ रखे थे ताकि वह ज्यादा दम न लगा पाए.
मालिक ने जल्दी जल्दी करके उसके गले में ही अपना सारा माल खाली कर दिया.

रस छोड़ने के बाद उसने दो मिनट तक मेरी जान की गर्दन दबा कर लंड को अन्दर ही पेले रखा.
अपने लंड का सारा माल खाली करने के बाद ही उसने मेरी बीवी को छोड़ा.

डिम्पल ने जब सारा रस गटक लिया, तब उस बहन के लौड़े ने अपने लंड को मेरी बीवी के मुँह से बाहर निकाला.

इससे डिम्पल को बहुत गुस्सा आ रहा था.

उसके चंगुल से आजाद होते ही उसने उसे धक्का मारा और नाराज होकर दूर बैठ गई.

मालिक का एक बार काम हो चुका था.
डिम्पल के मुँह से लार के साथ उसका माल भी गिर रहा था.

थोड़ी देर नाराज रहने के बाद डिम्पल उठ कर वाशरूम गई.
वहां उसने अपना मुँह साफ किया और कमरे में आ गई.

मालिक ने कुटिल मुस्कान से पूछा- नाराज हो गई क्या मेरी जान?
डिम्पल- नाराज नहीं होऊं तो और क्या करूँ? तुमको मैंने कहा था कि बहुत बड़ा लंड है और अन्दर तो बिलकुल मत करना. तुमने मेरी पूरी जान निकाल दी.

मालिक- अच्छा मेरी बाबू, अब नाराज मत हो … अब नहीं करूँगा.
डिम्पल- अब तुम्हारे हाथ ही कौन आएगा!

वह हँसती हुई उसके पास बिस्तर से अपनी साड़ी उठाने चली गई.

पास जाते ही मालिक ने उसका हाथ पकड़ कर उसे अपने पास खींच लिया और अपनी बांहों में लेकर मेरी बीवी के दूध मसलने लगा.

डिम्पल ने नाराजगी दूर करते हुए अब शिकायत वाले लहजे में उसकी छाती पर हाथ फेरते हुए कहा- तुम बहुत गंदे हो … क्या तुमको जरा भी दया नहीं आई मुझ जैसी मासूम लड़की पर अत्याचार करते हुए?
“अच्छा सॉरी बाबा, अब ऐसा नहीं करूँगा … लेकिन मैं भी क्या करूँ, तुम हो ही इतनी सेक्सी कि मुझसे रहा नहीं गया.”
ऐसा कहते हुए वह मेरी बीवी के गुलाबी निप्पलों से खेलने लगा.

न्यूड वाइफ डिम्पल भी उसकी बांहों में फिर समाने लगी.

साली दोगली औरत … जब मैं मुँह से करने को कहता हूँ तो बहन की लौड़ी नाटक करती है … और इस हरामी ने इतना बुरे तरीके से किया तो भी इसी की गांड में घुस रही है.

अगली बार जब मेरे हाथ आएगी कुतिया तब सारे बदले गिन गिन कर लूँगा.
मैं तेरे मुँह में पेशाब भी करूंगा … साली रंडी.

थोड़ी देर तक एक दूसरे को सहलाने के बाद डिम्पल का हाथ उसके सोए हुए लंड पर जा पहुंचा.
वह उसकी बांहों में अपने सर को रखे सोई थी.

हॉट वाइफ बोली- अब इस नाग को कैसे जगाऊं?
मालिक- बस ऐसे ही हाथ फेरती रहो और निपल्स रगड़ती रहो … यह तो तुम्हारा दोस्त बन गया है, जल्दी ही फिर से तैयार हो जाएगा.

मालिक भी मेरी जान की जांघों और चूचों को सहला रहा था.
मेरी बीवी की चूत का दीदार उसे अब भी करना बाकी था.

मेरी बीवी की जांघों पर हाथ फेरते हुए उसने धीरे से उसकी चूत के छेद पर भी अपनी उंगली रगड़ दी.

मेरी न्यूड वाइफ उचक गई- उई … ये क्या कर रहे हो!
‘जैसे ये लंड तुम्हारा है, वैसे ही अब वह मेरी चूत है. उसको हाथ लगा रहा हूँ!’

‘यह तुम्हारी नहीं है, मेरे पति की है. इसकी तरफ मत देखना!’
‘तो फिर इस नाग को क्यों छेड़ रही हो!

हँसते हुए उसने मेरी बीवी की टांगों को खोल दिया और लपक कर 69 की पोजीशन में आ गया.
अब उसका नाग मेरी बीवी के चेहरे पर झूल रहा था और मेरी जान की नाजुक सी चूत उस कमीने के चेहरे के पास थी.

दोस्तो, मेरी बीवी की चूत में एक गैर मर्द का लंड घुसता है या नहीं … यह मैं आपको इस न्यूड वाइफ हॉट स्टोरी के अगले भाग में लिखूँगा.
आप मुझे अपने विचार लिख कर जरूर बताएं.
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Part 3​


न्यूड इंडियन वाइफ हॉट कहानी में मेरी बीवी एक हट्टे कटते आदमी के साथ घर में नंगी थी, उसके साथ सेक्स का खेल खेल रही थी और मैं बाहर खिड़की से यह नजारा देख कर मुठ मार रहा था.

फ्रेंड्स, मैं राजेश एक बार पुन: आपकी सेवा में अपनी हॉट बीवी की एक गैर मर्द से चुदाई की कहानी का अगला भाग लाया हूँ.

कहानी के दूसरे भाग
मेरी कामुक बीवी गैर मर्द के सामने नंगी हुई
में आपने अब तक पढ़ा था कि मेरी बीवी डिम्पल और वह गैर मर्द 69 की पोजीशन में हो गए थे.

अब आगे न्यूड इंडियन वाइफ हॉट कहानी:

मेरी बीवी डिम्पल की चूत से बड़ी प्यारी महक आती है. उससे इंसान पागल हो जाता है.

यही हाल मेरा होता है और यही हाल मालिक का हो रहा था.

जैसे ही उसने टांगों को फैलाया, मेरी बीवी की चूत की दोनों फांकें अलग अलग हो गईं और उसके बीच की झिल्ली दिखने लगी.

एकदम गुलाबी और चिकनी चूत है उसकी!
पान के पत्ते जैसी भरी भरी … एक भी बाल नहीं था उसकी चूत पर!

मुझे पता था कि अब आगे क्या होने वाला है.

मालिक ने अपनी नाक को उसकी चूत के पास ले जाकर उसकी चूत की मादक महक को अपने जिस्म में उतार लिया और पागल सा होने लगा.
धीरे धीरे उसके लंड में फिर तनाव आने लगा.

उधर डिम्पल भी उसके निप्पल और लंड को सहला रही थी, उसके अंडे अपने होंठों में लेकर चूसने लगी.

उसके अंडे भी मेरे से दो गुना बड़े थे.
काले काले … छी … मेरी बीवी उसके टट्टे चूस रही थी.

डिम्पल की चूत मालिक की छेड़छाड़ के कारण गीली हो रही थी, उसकी चूत से हल्का हल्का पानी निकलने लगा था.

मालिक समझ गया कि यही वह रस है … जिसका उसे इंतजार था.
उसने अपनी जीभ मेरी बीवी की चूत में फेर दी और उसका सारा रस पी गया.

डिम्पल जीभ लगने से एकदम से उछल गई … हालांकि उसको भी मजा आ गया था.

वह जितना उसकी चूत के साथ खेल रहा था, उतना ही उसका लंड पावर में आता जा रहा था.
डिम्पल भी उसके काले काले चूतड़ों पर थपकियां मार रही थी.

उसका लंड डिम्पल के होंठों के पास ही लटक रहा था.
डिम्पल बीच बीच में उसके लंड पर जीभ फेर देती, जिससे लंड भनभना उठता.

अब डिम्पल भी एकदम गर्म हो चुकी थी.

मालिक ने डिम्पल की चूत की फांकों के बीच में अपना पूरा मुँह घुसा दिया और वह चूत को जीभ से ही चोदने लगा.

डिम्पल भी अपने कूल्हे उठा कर उसके मुँह को अपनी जांघों में दबाने लगी.
उसकी गुलाबी चूत अब पूरी तरह गीली हो गयी थी.

अब वे दोनों सीधे लेट गए.

मालिक डिम्पल के ऊपर चढ़ गया. उसका 80 किलो का शरीर मेरी नाजुक सी फूल जैसी बीवी के ऊपर पहाड़ की तरह पड़ा था.

डिम्पल की आंखें बंद थीं, वह बस आहें भर रही थी- जान अब बस … रुका नहीं जा रहा … अब जो करना हैं जल्दी करो!
मेरी नंगी बीवी डिम्पल की गर्म सांसें मालिक को और मदहोश कर रही थीं.

उसने अपने नाग राज को मेरी बीवी की गीली चूत पर रगड़ना शुरू कर दिया.
मैं आगे होने वाली घटना सोच कर ही डर रहा था लेकिन डिम्पल एक एक्सपर्ट खिलाड़िन की तरह अपने कूल्हे उछाल उछाल कर उसके लंड से अपनी चूत रगड़ रही थी.

मालिक समझ गया था कि लोहा अब गर्म है.
उसने गीली और गुलाबी चूत में अपना मूसल जैसा लंड सटा दिया.

डिम्पल ने अब उचकना बंद कर दिया.
वह उस शॉट का इंतजार कर रही थी जो उसे जन्नत दिखाने वाला था.

मालिक ने देर न करते हुए डिम्पल के बूब्स रगड़ने शुरू कर दिए.

डिम्पल गर्म आहें भर रही थी.
उसकी सांसें तेज हो गई थीं.

अब उससे इंतजार नहीं हो रहा था.
वह उस काले मोटे लंड को अपने अन्दर लेने के लिए बहुत बेताब थी.

मालिक ने अपने लंड का सुपाड़ा हल्के सी दम के साथ ही उसकी चूत में पेल दिया.
डिम्पल की हल्की सी चीख निकल गई- ईई स्स्श!

मेरा पूरा लंड ही इतना मोटा नहीं है जितना उसका टोपा है.
उसने डिम्पल का मुँह अपने हाथ से बंद किया और जोरदार झटका दे मारा.

डिम्पल दबे हुए मुँह से चीख पड़ी.
चूत इतनी गीली होने के बाद भी उसका आधा लंड ही मेरी बीवी की चूत में जा पाया.

उसने डिम्पल का मुँह पूरा दबा रखा था ताकि उसकी चीख बाहर ना निकले.

डिम्पल की आंख से आंसू निकल पड़े.
मेरा भी दिल दुखा.

मैं अपने लंड को लगातार ऐसे रगड़े जा रहा था जैसे डिम्पल को मैं ही चोद रहा हूं.
मालिक ने लंड ठाँसने के बाद कोई हलचल नहीं की, वह जैसे था, वैसे ही रुका रहा.

थोड़ी देर बाद उसने अपना हाथ डिम्पल के मुँह से हटाया और पूछा- अब ठीक लग रहा है क्या?
डिम्पल ने भी हां में सर हिलाया.

मेरी बीवी की चूत पूरी तरह फटने को हो रही थी.
चुत लंड के चारों तरफ एकदम टाइट हो गई थी.
उसकी चूत के नीचे की झिल्ली फटने को हो रही थी.

थोड़ी देर बाद जब डिम्पल सामान्य हुई और दर्द को झेलने लगी.

तब मालिक ने एक परफेक्ट खिलाड़ी की तरह उसके गुलाबी निप्पल को चूसा और हल्के हल्के से अपने लंड का दबाव बढ़ाने लगा.

वह समझ गया था कि जल्दबाजी से काम बिगड़ जाएगा; डिम्पल की सहमति होने के बाद ही मजा आएगा.

डिम्पल अपने होंठों को भींच कर इस दर्द को सहन करने की कोशिश कर रही थी.

मालिक के लंड का पिछला हिस्सा तो और भी मोटा था.
आज तो मेरी जान की मासूम सी चूत का भोसड़ा बनना तय था.

फिर मैं गिलास में चम्मच हिलाऊंगा, यह सोच कर मुझे गुस्सा आ रहा था.

अब जो भी हो, मेरा लंड भी पूरे तनाव पर था, कभी भी पानी निकल सकता था.

डिम्पल के मम्मे दबा दबा कर उस कमीने ने लाल कर दिए.
उसके गुलाबी निप्पल एकदम टाइट हो रहे थे.

अब डिम्पल के पास कुछ नहीं बचा था.
वह टांगों कों जितना खोल सकती थी, उतना खोल चुकी थी.

अब तो जो करना था, मालिक को ही करना था.
मालिक ने भी दबाव बढ़ाना जारी रखा.

डिम्पल की चूत की झिल्ली पूरी तरह से फैल चुकी थी.
वह दर्द से चीखने ही वाली थी.
उसने भी इतना नहीं सोचा होगा.

मालिक ने उससे अपने निप्पल रगड़ने को कहा.

जैसे ही डिम्पल उसके निप्पल रगड़ने लगी, उसका लंड तो और फूलने लगा.
डिम्पल की झिल्ली हल्की सी फट गई और उसमें हल्का सा खून आने लगा.

वह दर्द से चीख पड़ी- कुत्ते साले, मेरी चूत फाड़ेगा क्या? हरामी साले … बाहर निकल अपना सामान … फोकट की चूत मिली तो फाड़ ही देगा क्या कुत्ते?
मालिक उसकी ये हालत देख कर बस स्माइल कर रहा था.

उसे पता था कि थोड़ी देर बाद सब सही हो जाएगा और यह मेरा लंड लपक लपक कर लेगी.

डिम्पल उसे अपने ऊपर से हटा नहीं पा रही थी, वह कसमसा कर रह गई.

मालिक ने डिम्पल का मुँह बंद किया और एक जोरदार शॉट दे मारा.
उसका तगड़ा लंड डिम्पल की चूत को लगभग फाड़ते हुए उसकी नाभि तक जा टकराया.

डिम्पल के मुँह पर हाथ रख कर उसने पूरा लंड जड़ तक उसकी चूत में ठूंस दिया था.
बस उसके अंडे बाहर थे.

अब मालिक रूक गया, उसे डिम्पल के रिएक्शन का इंतजार था.

मेरी भोली सी मासूम सी बीवी की नाजुक सी चूत फट चुकी थी. उसकी आंखों से आंसू निकलने लगे. वह पूरी तरह उसकी गिरफ्त में थी. उसकी चूत से खून की धार निकलने लगी थी.
थोड़ी देर ऐसे ही लेटे रहने के बाद मालिक ने अपना लंड धीरे धीरे बाहर निकाला और लंड का सुपाड़ा अन्दर रख कर रुक गया.

वह डिम्पल के सामान्य होने का इंतजार कर रहा था.

थोड़ी देर ऐसे ही रहने के बाद उसने फिर से अपना लंड अन्दर डाला और फिर से बाहर निकाला.
अब डिम्पल थोड़ी सामान्य हो गई थी.

उसकी चूत का मुँह खुला का खुला ही रह गया था.
मालिक ने उसे छेड़ते हुए कहा- जान ऐसी जन्नत तुमने कभी नहीं देखी होगी जो अब मैं तुम्हें दिखाने वाला हूं!

डिम्पल ने बड़ी मुश्किल से अपनी आंखें खोलीं.
तभी उसकी नजर मुझ पर पड़ी.

उसकी नजरें मेरे लंड पर गईं लेकिन वह दबी हुई थी. बस उसने आंखें बंद कर लीं.
उधर मालिक उस पर टूट पड़ा.

अब धीरे धीरे उसने अपने झटकों की स्पीड बढ़ा दी.
डिम्पल को भी अब उस दर्द में मजा आने लगा.

अब वह भी अपने कूल्हे ऊपर नीचे करके आहें भर रही थी.

डिम्पल को अब पता था कि मैं भी उसको चुदते हुए देख रहा हूं.
वह जानबूझ कर मुझे दिखाने के लिए अपने बड़े बड़े कूल्हे उचका उचका कर उसका लम्बा पूरा लंड अपने पेट के अन्दर तक ऐसे ले रही थी जैसे मुझे चिढ़ा रही हो.

मैं भी अपने लंड को जोरदार रगड़ रहा था.

अब मालिक उसके कूल्हों को अपने हाथ में लेकर उसको लगभग हवा में उठा कर उसकी चूत को जोरदार पेल रहा था.
उसके लटके हुए अंडे डिम्पल के चूतड़ों पर टकरा रहे थे.

जांघें जांघों से रगड़ खा रही थीं.
पूरे कमरे में पट पट की आवाजें आ रही थीं.

चूत के पानी के कारण फच फच की आवाज आ रही थी.

आधा घंटा तक डिम्पल की जबरदस्त चुदाई चलती रही.
यह सब देख कर मेरे लंड ने पानी छोड़ दिया था और मैंने अपना थोड़ा सा माल वहीं कमरे के गेट पर ही निकाल दिया.

डिम्पल भी एक बार झड़ चुकी थी, लेकिन वह नीच आदमी पता नहीं क्या खा कर आया था. उसके लंड का पानी निकल ही नहीं रहा था.

मेरी मासूम सी बीवी एक चुहिया की तरह शेर के पंजों में दबी पड़ी थी.

अब तो बस उस कुत्ते का पानी निकलने का इंतजार था.
थोड़ी देर सीधा चोदने के बाद उसने डिम्पल को घोड़ी बना लिया.

अब वह न्यूड इंडियन वाइफ के बालों को पकड़ कर पीछे से लंड पेलने की तैयारी करने लगा.

डिम्पल भी अब कोई विरोध नहीं कर रही थी.
बस उसके मुँह से गालियां ही निकल रही थीं- कुत्ते साले … चोद ले आज … जितना चोदना है … उसके बाद कभी तेरे हाथ नहीं आऊंगी … तू हरामी का पिल्ला है!

मालिक को डिम्पल की इन बातों से झांट फर्क नहीं पड़ रहा था.
उसने डिम्पल के बालों को जोर से खींचा और उसकी चूत में पीछे से अपना हथियार घुसेड़ दिया. वह जोरदार झटके मारने लगा.

डिम्पल भी चूचों को बेड पर टिका कर और अपने चूतड़ों को उठा कर उसके पूरे लंड को अन्दर तक जाने दे रही थी.
उसकी नजरें मेरी तरफ थीं.

मेरी आंखों में आंखें डाल कर मां बहन वाली गालियां दे देकर मालिक को और उकसा रही थी … और शायद मुझे चिढ़ा रही थी- और चोद मुझे कुत्ते … आज मैं तेरी रण्डी हूं … मेरी चूत का भोसड़ा बना दे हरामी … तेरे लंड में जितना दम है, सारा दिखा दे … आज मैं भी तुझे रोकूंगी नहीं … तेरे जैसा मर्द मिला ही आज है मुझे … आज तो मैं तेरी रण्डी हूं … तेरी गांड में जितना दम हो, सारा लगा दे हरामी … आज मेरी चूत फाड़ दे … आह ऐसी चुदाई कभी नहीं हुई मेरी … मेरी चूत प्यासी है!

यह सब बोलते बोलते उसकी गांड की कुटाई भी जांघों की ठाप से चालू हो गई थी.

मालिक ने उसे गर्दन से दबोच रखा था, वह भी गालियां दे देकर मेरी बीवी को चोद रहा था- साली कुतिया, मां की लवड़ी … आज तेरी चूत का भोसड़ा नहीं बनाया तो मेरा नाम बदल देना साली बहन की लौड़ी कुतिया … तेरी जैसी छिनाल को चोदने का मजा ही अलग है साली रण्डी!

जैसे जैसे दोनों एक दूसरे को गालियां दे रहे थे, वैसे वैसे कमरे का तापमान बढ़ता जा रहा था.
मेरी बीवी की चूत की महक पूरे कमरे में फैल रही थी.

पूरा कमरा फचाफच और पटापट की आवाजें से गूंज रहा था.
उसके काले और बड़े बड़े अंडे मेरी बीवी के गुलाबी चूतड़ों पर पटक पटक का आवाज कर रहे थे.

मालिक भी न्यूड इंडियन वाइफ की गुलाबी चूत को फाड़ने में लगा था.
फोकट की हॉट चूत जो मिली थी साले को.

करीब आधा घंटा तक ऐसे ही चोदने के बाद उसने आखिरी शॉट मारा और लंड को चूत की एकदम गहराई तक पहुंचा दिया.
अब उसका लंड मेरी हॉट न्यूड वाइफ के पेट तक चोट मार रहा था.

अंत में उसके लंड ने वीर्य उगलना शुरू कर दिया.
डिम्पल घोड़ी बनी हुई थी. मालिक उसके दूध पकड़ कर उसकी पीठ पर ही निढाल हो गया था.

डिम्पल भी ऐसे ही घोड़ी बनी रही.
थोड़ी देर बाद जब मालिक का लंड ढीला होकर गधे के लंड की तरह बाहर निकला, तब डिम्पल की चूत से उसका माल धार बन कर बेड पर गिर रहा था.

कितना वीर्य निकाला है हरामी ने, इतना तो मैं दस बार में निकालता हूं.

फाइनली मेरी जान उस दरिंदे से आजाद हुई.
मालिक बिस्तर पर अपने ढीले नागराज के साथ नंगा लेटा पड़ा रहा.

डिम्पल थोड़ी देर बाद उठने को तैयार हुई, तब मैं फटाफट वापस घर से बाहर चला गया ताकि किसी को पता न लगे कि मैंने ये सब देखा है.

जब उन दोनों ने अपने अपने कपड़े पहन लिए.
मैंने दरवाजा बजाया.

डिम्पल ने गेट खोला, मेरी उससे नजरें मिलाने की हिम्मत ही नहीं हो रही थी.
लेकिन वह तो ऐसा बर्ताव कर रही थी, जैसे उसने मुझे चुदवाते समय देखा ही न हो.

डिम्पल- अरे, बहुत देर लगा दी आपने दही लाने में … सर कब से खाने पर आपका इंतजार कर रहे हैं. आप दोनों बैठिए मैं अभी खाना लगा कर लाती हूं.
वह दही लेकर किचन में जाने लगी. उसकी चाल सही नहीं थी, उसके पैर लड़खड़ा रहे थे.

बेचारी की चुदाई भी तो जबरदस्त हुई थी, तो चाल तो बिगड़नी ही थी.

मालिक भी ऐसे बर्ताव कर रहा था, जैसे उन दोनों के बीच कुछ हुआ ही न हो.

मालिक- अरे, भाभीजी आप भी आइए न … साथ ही खाना खाते हैं.
डिम्पल- जी जरूर, आप लोग शुरू कीजिए मैं ज्वाइन करती हूं.

मैं बैठा बैठा यह सोच रहा था कि दोनों कितने बड़े नौटंकीबाज हैं.

फिर हम सबने साथ खाना खाया और फाइनली मकान मालिक दुबारा मिलने आने की बोल कर चला गया.

अब सिर्फ हम दोनों ही बचे थे.
रूम में आने के बाद डिम्पल तो ऐसे बातें कर रही थी, जैसे कुछ हुआ ही नहीं.

उसने मुझे देखा ही नहीं.
मैंने कुछ देखा ही नहीं.

मैंने भी उस बारे में कोई बात नहीं की, बस रात को सोते वक्त जब मैं उससे लिपटने लगा.

उसने कहा- आपको तो पता है ना आज मैं कितना थक गई हूं … कल करते हैं.

वह मुझे अपनी बांहों में लेकर सो गई.
मैं गिलास में चम्मच हिलाने का सपना देखता ही रह गया.

हम दोनों ने कभी इस बारे में बात नहीं की. लेकिन सच बताऊं वह चुदाई डिम्पल से ज्यादा मैंने एंजॉय की थी.
इसके बाद भी डिम्पल की चुदाई का सिलसिला चलता रहा.

कभी किसी से तो कभी किसी से … वह सब अगली सेक्स कहानी में बताऊंगा.
तब तक के लिए बाय बाय.

आपको मेरी न्यूड इंडियन वाइफ हॉट कहानी में मजा आया होगा.
कमेंट करके अपनी राय बता देना.
थैंक्स.
आपका राजेश
 
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