GF हिंदी कहानी में एक बहुत सेक्सी माल लड़की मेरी दोस्त थी. उसने मुझे अपने जन्म दिन पर बुलाया. देर होने पर मैं उसके रुक गया. तो रात को मेरे साथ क्या हुआ?
दोस्तो, मेरा नाम अक्षय है और मैं राँची झारखंड का रहने वाला हूँ.
मेरा लंड 7 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है, ये आज तक जिसकी भी चूत में गया है … उसको खुश करके ही आया है.
यह GF हिंदी कहानी एकदम सच्ची है, मैं इस घटना को हर दिन याद करके खुश होता हूँ कि कैसे मैंने अपनी एक फ्रेंड को उसी के घर में चोदा था.
मैं राँची के दोरंडा कॉलेज में पढ़ता हूँ और वहीं की एक लड़की मेरी फ्रेंड है.
उसका नाम जूही है.
उसे देख कर ऐसा लगता है मानो उसके बदन को बस चाट कर खा जाऊं.
अभी भी बस उसको चोदने का बड़ा मन कर रहा है.
यह GF हिंदी कहानी तब की है, जब मैं अपने घर से कॉलेज जा रहा था.
मैं बेडमिंटन खेलता हूँ और इसी खेल से जूही मेरी फ्रेंड बनी थी.
उसको बेडमिंटन खेलना पसंद था, पर उसको खेलने नहीं आता था.
उसने मुझे खेलते हुए देखा था तो बहुत प्रभावित थी.
कुछ दिनों के बाद उसने मुझसे पूछा- अक्षय, मुझे भी बेडमिंटन खेलना सिख़ा दोगे. मेरा भी खेलने का बड़ा मन करता है, पर यार मुझे आता नहीं है.
मैंने उससे कहा- कि ठीक है, कल से तुम मेरे घर आ जाना मैं तुम्हें वहीं खेलना सिखा दूँगा.
वह मान गई और रोजाना खेलने आने लगी थी.
बस ऐसे ही वह मेरी दोस्त बन गई.
जब वह मेरे साथ बेडमिंटन खेलती तो क्या माल लगती थी यार … उसके बूब्स जब ऊपर नीचे होते तो लगता उसी टाइम उसे पकड़ कर उसके दूध चूसने लगूँ.
दिसंबर महीने की बात है.
तब शाम के टाइम हम लोग बेडमिंटन खेलते थे.
उस दिन मैं खेलते खेलते थक कर बैठ गया और बोला- जूही, थोड़ी देर रुक जा, मैं थक गया हूँ.
वह मेरे पास आई और मुझे जोर से उठाने लगी.
मैंने अपना पूरा भार उस पर पर डाल दिया और उसी से चिपक गया.
मैं बोला- नहीं अब नहीं, थोड़ा रुक जा यार!
वह बोली- कल मेरा बर्थडे है, तो मुझे अभी से गिफ्ट दे दे, चल खेल मेरे साथ!
तो मैं उसे मना नहीं कर पाया और खेलने लगा.
कुछ देर बाद वह थक गई.
फिर उसने मुझे अपने घर आने के लिए बोला.
वह बोली- कल तुम मेरे घर मेरे बर्थडे की पार्टी में आओगे न!
मैंने हां कह दिया.
जब मैं उसके घर गया तब शाम हो गई थी.
वह शॉर्ट्स में थी.
ऐसा लग रहा था मानो उसका फिगर सिर्फ चोदने के लिए ही बना है.
वह मुझसे आ कर गले लग गई.
उसके बूब्स अपनी छाती पर गड़ते हुए महसूस करके मेरा लंड उसी टाइम कड़क हो गया.
मुझे ऐसा लगा कि मेरा लंड अभी बाहर आ कर बोलेगा कि मुझे मुँह ले लो जूही रानी.
मेरे और उसके अलावा उसके घर में उसके पापा मम्मी और उसकी बहन थी.
सब लोग केक कट करने के बाद खाना खाने लगे.
मैं भी खाना खाकर अपने घर जाने लगा तो वह बोली- आज यहीं रुक जा … सुबह चले जाना.
उसके पेरेंट्स भी ज़िद करने लगे, उसके पापा बोलने लगे- तुम ही तो बस जूही के फ्रेंड हो! रुक जाओ बेटा!
मैंने भी मना नहीं किया और रुक गया.
जूही के पेरेंट्स और उसकी बहन एक रूम में सो गए.
जूही अपने रूम में!
मेरे लिए उन्होंने एक अलग बेड लगा दिया था.
मैंने सोचा कि काश आज जूही मेरे साथ सो जाती.
मैं अपने बेड पर लेट गया.
कुछ देर बाद जूही आई और बोली- चलो!
मैंने पूछा- कहां?
वह बोली- चलो न!
मैंने कहा- ओके.
मैं उठ कर उसके रूम में चला गया.
वह बोली- मुझे पता है कि तुम बोर हो रहे होगे वहां, इसलिए तुम मेरे साथ सो हम दोनों बातें करेंगे और यहीं सो जाएंगे.
इस पर मैंने आशंका जताते हुए कहा- पर तेरे पेरेंट्स?
तो वह बोली- वे कुछ नहीं बोलेंगे, तुम यहीं सो जाओ.
उसका बेड एक इंसान के लिए ही था, पर मैं भी वहीं सो गया.
मैं जूही की तरफ मुँह करके सोया तो उसके बूब्स मेरे हाथ में टच हो रहे थे और उसकी जांघें मेरे पैर के ऊपर थीं.
तो मैं थोड़ा डर रहा था.
तभी जूही बोली- क्या इससे पहले लड़की के साथ नहीं सोया है?
मैंने कहा- नहीं.
तब जूही बोली- थैंक्स, मुझे बेडमिंटन सिखाने के लिए … और मेरे फ्रेंड बनने के लिए.
वह मुझसे बात करने लगी कि तभी मेरा हाथ गलती से उसकी कमर पर चला गया.
मैं एक बार को फिर से डर गया.
तो वह बोली- रख लो कोई बात नहीं!
मैंने कहा- पक्का!
‘हां जो चाहो … वह कर सकते हो. मैं कुछ नहीं बोलूँगी!’
अब मैं समझ गया कि इसे आज मुझसे चुदवाना ही है.
मैंने कहा- जूही, तुम सच में बहुत हॉट हो और मैं पहले दिन से ही तुमको बड़ी हसरत से देखता आ रहा हूँ.
मेरी इस बात वह शर्मा गई.
मैंने सही मौका देखा और उसको किस करने लगा.
वह भी मेरा साथ देने लगी थी.
मुझे तो ऐसा लग रहा था कि मुझसे ज्यादा वह लंड की भूखी हो.
मैं उसे किस करते करते उसके बूब्स को दबाने लगा.
तो वह ‘आह उऊह आह …’ की कामुक आवाज़ करने लगी.
मैंने कहा- जूही, तेरे बूब्स पर मैं पहले से नज़र रखे हुए था, सच में कितने मस्त और रसीले बूब्स हैं. अब तक तो मैं कुछ कर ही नहीं पाया, पर आज मौका मिला है तो जो मैं चाहूँ कर लूँ न … रोकेगी तो नहीं न!
वह बोली- मेरे बर्थडे में तू गिफ्ट ले रहा है.
मैंने हंस कर उसकी चुम्मी ली तो वह भी हंसने लगी.
मैं अब समझ गया कि देर करने का कोई मतलब नहीं है.
मैंने अगले कुछ ही पलों में उसको पूरी नंगी कर दिया और खुद को भी नंगा कर दिया.
अब मैं उसको चोदने के नजरिए से किस कर रहा था और उसके बूब्स दबा रहा था.
वह भी चुदासी हो गई और उसने मेरा लंड पकड़ लिया.
जूही लंड हिलाने लगी तो मैं समझ गया कि ये साली मुझसे ज्यादा गर्म हुई पड़ी है, इसको जल्दी ही चोदना पड़ेगा.
मैंने उससे कहा कि 69 जानती है!
वह बोली- नहीं, ये क्या होता है?
मैंने उसे समझाया और करने को बोला.
वह झट से तैयार हो गई और अपने लेटने की पोजीशन को बदल कर मेरे लंड के पास मुँह ले गई.
मैं उसकी बुर में अपनी पूरी जीभ घुसा कर उसको मजा देने लगा और वह मेरे पूरे लंड को अपने मुँह में लेने लगी.
इतना सब करते करते अचानक से वह बोली- जान, मुझे बहुत अच्छा लग रहा है, ऐसा ही करते रहो. आह … कबसे मैं इस पल का वेट कर रही थी. आह उहह … और जोर से अन्दर तक जीभ को डालो … सच में यार तुम मस्त हो.
यह सब कहते हुए वह मेरे लंड को और जोर जोर से हिलाने लगी.
कुछ ही देर बाद वह अकड़ती हुई झड़ गई और उसका पूरा पानी मेरे मुँह पर आ गिरा.
वह शांत हो गई थी, पर अभी भी मैं पूरा गर्म था.
मैंने कहा- अब तुम ऊपर आओ. मैं तुम्हें और सुख दूँगा!
वह बोली- कैसे?
मैंने उसकी बुर के ऊपर अपना लंड दो बार पटक कर मारा और कहा- मुझे किस करो, मुझे अब तुम्हारा छेद फाड़ना है. तुम मुझे किस करती रहना, रुकना मत.
वह बोली- ठीक है.
वह शुरू हो गई.
मैं उसकी बुर के अन्दर अपना लंड डालने लगा और धीरे धीरे उसको चुदाई का सुख देने लगा.
वह शुरू में तो कुछ नहीं बोली.
फिर मैंने अचानक से उसकी बुर के अन्दर अपना पूरा लंड घुसेड़ दिया.
वह एकदम से कराह उठी और बोली- आह नहीं नहीं … अक्षय मत करो … बहुत दर्द हो रहा है प्लीज रुक जाओ … दर्द हो रहा है.
मैंने कहा- जान बस दो मिनट लगेंगे. उसके बाद तुमको जन्नत का सुख मिलेगा.
किसी तरह से मैंने उसको मनाया और कुछ देर उसकी चूत के अन्दर अपना लंड डाल कर रुक गया.
मैं उसको सहलाने लगा और चूमने लगा.
जब वह शांत हुई तो मैं जोर जोर से धक्का देने लगा.
मुझे ऐसा लग रहा था मानो किसी ने उसके बूब्स की जगह दो बॉल रख दी हों.
उसको चोदने में मुझे बहुत ज्यादा खुशी मिलने लगी थी.
मैं बहुत देर तक उसको चोदता रहा.
वह भी मजा लेती हुई अपनी कमर को चला रही थी.
फिर मैं उसकी चूत के अन्दर ही झड़ गया और उसके ऊपर लेट गया.
कुछ मिनट बाद उसने मेरा लंड पुनः हिलाना शुरू कर दिया.
वह बोली- तुम मुझे अपनी बांहों में उठा कर चोदो न, वैसा मैंने बहुत बार पॉर्न वीडियो में देखा है.
मैंने कहा- अरे वाह तुम पॉर्न भी देखती हो और तुम्हें 69 नहीं पता था?
तो वह हंसने लगी.
मैं समझ गया कि यह पूरी तरह से चूत चुदाई की कला को जानती है, बस नाटक कर रही थी.
मैंने उसको अपनी बांहों में उठा लिया और उससे कहा- जब भी मेरा लंड बाहर निकले, तुम कमर को पुश करके अन्दर करना.
वह बोली- ओके.
फिर उसने मेरा लंड अपनी बुर में घुसड़वाना शुरू कर दिया और मैं उसको एकदम पॉर्न वीडियो के जैसा चोदने लगा.
मैंने उसे इतना ज्यादा चोदा कि उसकी बुर लाल भोसड़ा हो गई थी.
कुछ देर बाद हम दोनों पुनः झड़ गए और मैं उसके साथ नंगा ही सो गया.
सुबह 5 बजे वह मेरे बगल में नंगी लेटी हुई थी.
मेरा मन उसको फिर से चोदने का हुआ.
तो मैंने उसको एक लिप किस किया और उसकी बुर में लंड घुसाने लगा.
उसकी नींद खुल गई और वह बोली- यार, तुम नींद में क्यों डाल रहे हो, अभी सब जाग गए होंगे … अब तुम अपने बेडरूम में जाओ.
मैंने कहा- तुमको चोदने के लिए मैं कुछ भी कर सकता हूँ.
मैं उसको किस करने लगा.
वह भी मेरा साथ देने लगी और मेरे ऊपर आ गई.
जूही अपने छेद में मेरे लंड को फिट करके ऐसे उछलने लगी थी मानो उसकी बुर मेरे लंड के लिए ही बनी हो.
कुछ देर बाद मेरा माल निकल गया और वह बोली- अब बस, चलो कपड़े पहनो और अपने बेडरूम में जाओ.
कपड़े पहन कर मैं अपने बेडरूम की तरफ जाने लगा.
मैं अपने कमरे के बेड की तरफ जा ही रहा था कि जूही की बहन मेरे बेड में बैठी थी.
मुझे देख कर बोली- आप रात भर दीदी के साथ सोए थे न!
तो मैं डर गया और बोला- नहीं नहीं, अभी गया था जस्ट!
वह बोली- मैंने सब देखा कि आप दीदी की कैसे ले रहे थे. अब आपको मेरी भी वैसे ही लेनी होगी … तभी आप बचोगे … नहीं तो मैं पापा को सब बता दूँगी.
मैं बोला- ठीक है, मैं तुम्हें बाद में मिलूँगा. अभी मुझे सोने दो.
वह हंस दी और बोली- मैं जानती हूँ कि आपको मेरे साथ सेक्स करने का मन है पर आप की फट रही है … है न! डरिए मत दीदी और मैं एक दूसरे से बिंदास खुली हुई हैं.
मैं समझ गया कि यह तो साला रंडीखाना है.
बस मैं जूही की बहन के साथ लेट गया और उसके कुछ ही देर बाद मैं जन्नत में सैर कर रहा था.
वह जन्नत की सैर किस तरह से हुई, उसकी जवानी का मजा लेने की, पूरी चुदाई की कहानी अगले भाग में लिखूँगा.
GF हिंदी कहानी पर अपने विचार प्लीज मुझे मेल जरूर करें.
vivhanvivhan808@gmail.com
दोस्तो, मेरा नाम अक्षय है और मैं राँची झारखंड का रहने वाला हूँ.
मेरा लंड 7 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है, ये आज तक जिसकी भी चूत में गया है … उसको खुश करके ही आया है.
यह GF हिंदी कहानी एकदम सच्ची है, मैं इस घटना को हर दिन याद करके खुश होता हूँ कि कैसे मैंने अपनी एक फ्रेंड को उसी के घर में चोदा था.
मैं राँची के दोरंडा कॉलेज में पढ़ता हूँ और वहीं की एक लड़की मेरी फ्रेंड है.
उसका नाम जूही है.
उसे देख कर ऐसा लगता है मानो उसके बदन को बस चाट कर खा जाऊं.
अभी भी बस उसको चोदने का बड़ा मन कर रहा है.
यह GF हिंदी कहानी तब की है, जब मैं अपने घर से कॉलेज जा रहा था.
मैं बेडमिंटन खेलता हूँ और इसी खेल से जूही मेरी फ्रेंड बनी थी.
उसको बेडमिंटन खेलना पसंद था, पर उसको खेलने नहीं आता था.
उसने मुझे खेलते हुए देखा था तो बहुत प्रभावित थी.
कुछ दिनों के बाद उसने मुझसे पूछा- अक्षय, मुझे भी बेडमिंटन खेलना सिख़ा दोगे. मेरा भी खेलने का बड़ा मन करता है, पर यार मुझे आता नहीं है.
मैंने उससे कहा- कि ठीक है, कल से तुम मेरे घर आ जाना मैं तुम्हें वहीं खेलना सिखा दूँगा.
वह मान गई और रोजाना खेलने आने लगी थी.
बस ऐसे ही वह मेरी दोस्त बन गई.
जब वह मेरे साथ बेडमिंटन खेलती तो क्या माल लगती थी यार … उसके बूब्स जब ऊपर नीचे होते तो लगता उसी टाइम उसे पकड़ कर उसके दूध चूसने लगूँ.
दिसंबर महीने की बात है.
तब शाम के टाइम हम लोग बेडमिंटन खेलते थे.
उस दिन मैं खेलते खेलते थक कर बैठ गया और बोला- जूही, थोड़ी देर रुक जा, मैं थक गया हूँ.
वह मेरे पास आई और मुझे जोर से उठाने लगी.
मैंने अपना पूरा भार उस पर पर डाल दिया और उसी से चिपक गया.
मैं बोला- नहीं अब नहीं, थोड़ा रुक जा यार!
वह बोली- कल मेरा बर्थडे है, तो मुझे अभी से गिफ्ट दे दे, चल खेल मेरे साथ!
तो मैं उसे मना नहीं कर पाया और खेलने लगा.
कुछ देर बाद वह थक गई.
फिर उसने मुझे अपने घर आने के लिए बोला.
वह बोली- कल तुम मेरे घर मेरे बर्थडे की पार्टी में आओगे न!
मैंने हां कह दिया.
जब मैं उसके घर गया तब शाम हो गई थी.
वह शॉर्ट्स में थी.
ऐसा लग रहा था मानो उसका फिगर सिर्फ चोदने के लिए ही बना है.
वह मुझसे आ कर गले लग गई.
उसके बूब्स अपनी छाती पर गड़ते हुए महसूस करके मेरा लंड उसी टाइम कड़क हो गया.
मुझे ऐसा लगा कि मेरा लंड अभी बाहर आ कर बोलेगा कि मुझे मुँह ले लो जूही रानी.
मेरे और उसके अलावा उसके घर में उसके पापा मम्मी और उसकी बहन थी.
सब लोग केक कट करने के बाद खाना खाने लगे.
मैं भी खाना खाकर अपने घर जाने लगा तो वह बोली- आज यहीं रुक जा … सुबह चले जाना.
उसके पेरेंट्स भी ज़िद करने लगे, उसके पापा बोलने लगे- तुम ही तो बस जूही के फ्रेंड हो! रुक जाओ बेटा!
मैंने भी मना नहीं किया और रुक गया.
जूही के पेरेंट्स और उसकी बहन एक रूम में सो गए.
जूही अपने रूम में!
मेरे लिए उन्होंने एक अलग बेड लगा दिया था.
मैंने सोचा कि काश आज जूही मेरे साथ सो जाती.
मैं अपने बेड पर लेट गया.
कुछ देर बाद जूही आई और बोली- चलो!
मैंने पूछा- कहां?
वह बोली- चलो न!
मैंने कहा- ओके.
मैं उठ कर उसके रूम में चला गया.
वह बोली- मुझे पता है कि तुम बोर हो रहे होगे वहां, इसलिए तुम मेरे साथ सो हम दोनों बातें करेंगे और यहीं सो जाएंगे.
इस पर मैंने आशंका जताते हुए कहा- पर तेरे पेरेंट्स?
तो वह बोली- वे कुछ नहीं बोलेंगे, तुम यहीं सो जाओ.
उसका बेड एक इंसान के लिए ही था, पर मैं भी वहीं सो गया.
मैं जूही की तरफ मुँह करके सोया तो उसके बूब्स मेरे हाथ में टच हो रहे थे और उसकी जांघें मेरे पैर के ऊपर थीं.
तो मैं थोड़ा डर रहा था.
तभी जूही बोली- क्या इससे पहले लड़की के साथ नहीं सोया है?
मैंने कहा- नहीं.
तब जूही बोली- थैंक्स, मुझे बेडमिंटन सिखाने के लिए … और मेरे फ्रेंड बनने के लिए.
वह मुझसे बात करने लगी कि तभी मेरा हाथ गलती से उसकी कमर पर चला गया.
मैं एक बार को फिर से डर गया.
तो वह बोली- रख लो कोई बात नहीं!
मैंने कहा- पक्का!
‘हां जो चाहो … वह कर सकते हो. मैं कुछ नहीं बोलूँगी!’
अब मैं समझ गया कि इसे आज मुझसे चुदवाना ही है.
मैंने कहा- जूही, तुम सच में बहुत हॉट हो और मैं पहले दिन से ही तुमको बड़ी हसरत से देखता आ रहा हूँ.
मेरी इस बात वह शर्मा गई.
मैंने सही मौका देखा और उसको किस करने लगा.
वह भी मेरा साथ देने लगी थी.
मुझे तो ऐसा लग रहा था कि मुझसे ज्यादा वह लंड की भूखी हो.
मैं उसे किस करते करते उसके बूब्स को दबाने लगा.
तो वह ‘आह उऊह आह …’ की कामुक आवाज़ करने लगी.
मैंने कहा- जूही, तेरे बूब्स पर मैं पहले से नज़र रखे हुए था, सच में कितने मस्त और रसीले बूब्स हैं. अब तक तो मैं कुछ कर ही नहीं पाया, पर आज मौका मिला है तो जो मैं चाहूँ कर लूँ न … रोकेगी तो नहीं न!
वह बोली- मेरे बर्थडे में तू गिफ्ट ले रहा है.
मैंने हंस कर उसकी चुम्मी ली तो वह भी हंसने लगी.
मैं अब समझ गया कि देर करने का कोई मतलब नहीं है.
मैंने अगले कुछ ही पलों में उसको पूरी नंगी कर दिया और खुद को भी नंगा कर दिया.
अब मैं उसको चोदने के नजरिए से किस कर रहा था और उसके बूब्स दबा रहा था.
वह भी चुदासी हो गई और उसने मेरा लंड पकड़ लिया.
जूही लंड हिलाने लगी तो मैं समझ गया कि ये साली मुझसे ज्यादा गर्म हुई पड़ी है, इसको जल्दी ही चोदना पड़ेगा.
मैंने उससे कहा कि 69 जानती है!
वह बोली- नहीं, ये क्या होता है?
मैंने उसे समझाया और करने को बोला.
वह झट से तैयार हो गई और अपने लेटने की पोजीशन को बदल कर मेरे लंड के पास मुँह ले गई.
मैं उसकी बुर में अपनी पूरी जीभ घुसा कर उसको मजा देने लगा और वह मेरे पूरे लंड को अपने मुँह में लेने लगी.
इतना सब करते करते अचानक से वह बोली- जान, मुझे बहुत अच्छा लग रहा है, ऐसा ही करते रहो. आह … कबसे मैं इस पल का वेट कर रही थी. आह उहह … और जोर से अन्दर तक जीभ को डालो … सच में यार तुम मस्त हो.
यह सब कहते हुए वह मेरे लंड को और जोर जोर से हिलाने लगी.
कुछ ही देर बाद वह अकड़ती हुई झड़ गई और उसका पूरा पानी मेरे मुँह पर आ गिरा.
वह शांत हो गई थी, पर अभी भी मैं पूरा गर्म था.
मैंने कहा- अब तुम ऊपर आओ. मैं तुम्हें और सुख दूँगा!
वह बोली- कैसे?
मैंने उसकी बुर के ऊपर अपना लंड दो बार पटक कर मारा और कहा- मुझे किस करो, मुझे अब तुम्हारा छेद फाड़ना है. तुम मुझे किस करती रहना, रुकना मत.
वह बोली- ठीक है.
वह शुरू हो गई.
मैं उसकी बुर के अन्दर अपना लंड डालने लगा और धीरे धीरे उसको चुदाई का सुख देने लगा.
वह शुरू में तो कुछ नहीं बोली.
फिर मैंने अचानक से उसकी बुर के अन्दर अपना पूरा लंड घुसेड़ दिया.
वह एकदम से कराह उठी और बोली- आह नहीं नहीं … अक्षय मत करो … बहुत दर्द हो रहा है प्लीज रुक जाओ … दर्द हो रहा है.
मैंने कहा- जान बस दो मिनट लगेंगे. उसके बाद तुमको जन्नत का सुख मिलेगा.
किसी तरह से मैंने उसको मनाया और कुछ देर उसकी चूत के अन्दर अपना लंड डाल कर रुक गया.
मैं उसको सहलाने लगा और चूमने लगा.
जब वह शांत हुई तो मैं जोर जोर से धक्का देने लगा.
मुझे ऐसा लग रहा था मानो किसी ने उसके बूब्स की जगह दो बॉल रख दी हों.
उसको चोदने में मुझे बहुत ज्यादा खुशी मिलने लगी थी.
मैं बहुत देर तक उसको चोदता रहा.
वह भी मजा लेती हुई अपनी कमर को चला रही थी.
फिर मैं उसकी चूत के अन्दर ही झड़ गया और उसके ऊपर लेट गया.
कुछ मिनट बाद उसने मेरा लंड पुनः हिलाना शुरू कर दिया.
वह बोली- तुम मुझे अपनी बांहों में उठा कर चोदो न, वैसा मैंने बहुत बार पॉर्न वीडियो में देखा है.
मैंने कहा- अरे वाह तुम पॉर्न भी देखती हो और तुम्हें 69 नहीं पता था?
तो वह हंसने लगी.
मैं समझ गया कि यह पूरी तरह से चूत चुदाई की कला को जानती है, बस नाटक कर रही थी.
मैंने उसको अपनी बांहों में उठा लिया और उससे कहा- जब भी मेरा लंड बाहर निकले, तुम कमर को पुश करके अन्दर करना.
वह बोली- ओके.
फिर उसने मेरा लंड अपनी बुर में घुसड़वाना शुरू कर दिया और मैं उसको एकदम पॉर्न वीडियो के जैसा चोदने लगा.
मैंने उसे इतना ज्यादा चोदा कि उसकी बुर लाल भोसड़ा हो गई थी.
कुछ देर बाद हम दोनों पुनः झड़ गए और मैं उसके साथ नंगा ही सो गया.
सुबह 5 बजे वह मेरे बगल में नंगी लेटी हुई थी.
मेरा मन उसको फिर से चोदने का हुआ.
तो मैंने उसको एक लिप किस किया और उसकी बुर में लंड घुसाने लगा.
उसकी नींद खुल गई और वह बोली- यार, तुम नींद में क्यों डाल रहे हो, अभी सब जाग गए होंगे … अब तुम अपने बेडरूम में जाओ.
मैंने कहा- तुमको चोदने के लिए मैं कुछ भी कर सकता हूँ.
मैं उसको किस करने लगा.
वह भी मेरा साथ देने लगी और मेरे ऊपर आ गई.
जूही अपने छेद में मेरे लंड को फिट करके ऐसे उछलने लगी थी मानो उसकी बुर मेरे लंड के लिए ही बनी हो.
कुछ देर बाद मेरा माल निकल गया और वह बोली- अब बस, चलो कपड़े पहनो और अपने बेडरूम में जाओ.
कपड़े पहन कर मैं अपने बेडरूम की तरफ जाने लगा.
मैं अपने कमरे के बेड की तरफ जा ही रहा था कि जूही की बहन मेरे बेड में बैठी थी.
मुझे देख कर बोली- आप रात भर दीदी के साथ सोए थे न!
तो मैं डर गया और बोला- नहीं नहीं, अभी गया था जस्ट!
वह बोली- मैंने सब देखा कि आप दीदी की कैसे ले रहे थे. अब आपको मेरी भी वैसे ही लेनी होगी … तभी आप बचोगे … नहीं तो मैं पापा को सब बता दूँगी.
मैं बोला- ठीक है, मैं तुम्हें बाद में मिलूँगा. अभी मुझे सोने दो.
वह हंस दी और बोली- मैं जानती हूँ कि आपको मेरे साथ सेक्स करने का मन है पर आप की फट रही है … है न! डरिए मत दीदी और मैं एक दूसरे से बिंदास खुली हुई हैं.
मैं समझ गया कि यह तो साला रंडीखाना है.
बस मैं जूही की बहन के साथ लेट गया और उसके कुछ ही देर बाद मैं जन्नत में सैर कर रहा था.
वह जन्नत की सैर किस तरह से हुई, उसकी जवानी का मजा लेने की, पूरी चुदाई की कहानी अगले भाग में लिखूँगा.
GF हिंदी कहानी पर अपने विचार प्लीज मुझे मेल जरूर करें.
vivhanvivhan808@gmail.com