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Punjabi - ਭਾਸ਼ਾ Incest मैंने प्यासी मां को चोद दिया

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Hindi Sex Story Mom​

हैलो दोस्तो कैसे हो आप सब आज मैं आपके लिए लेकर आया हूं उमीद है आप सब को यह पसंद आयेगी इस में मैं आपको बताऊंगा कैसे मैंने अपनी मां की चुदाई की अब मैं पर आता हूं मेरा नाम इमरान है और मेरी उमर 24 साल है मेरी एक छोटी बहन सलमा है वो अभी 22 साल है और कॉलेज में है

मेरी मां अब 43 की है और मां स्कूल में टीचर हैं और मैं यूनिवर्सिटी में हूं हम लोग दिल्ली से है पापा का 2 साल पहले इंतकाल हो गया था अब घर मैं सिर्फ हम तीन लोग ही है यह अब से 7 महीने पहले हुआ था

एक रात मां बहुत उदास लग रही थी मैं समझ गया पापा को याद कर रही है मैने उनको बहलाया और खुश करने की कोशिश की मां मेरे गले लग रोने लगी तब मैने कहा मां हम दोनो आपको बहुत प्यार करते है हम लोग मिलकर पापा की कमी महसूस नही होने देंगे

सलमा भी वहां आ गई थी वो भी मां से बोली हां मां प्लीज आप दिल छोटा ना करिए भाईजान है ना हम दोनो की देखभाल के लिए भाईजान हम लोगो का कितना ख्याल रखते है हां बेटी पर कुछ ख्याल सिर्फ तेरे पापा ही रख सकते थे नही मां आप भाईजान से कह कर तो देखिए

खैर फिर बात धीरे धीरे नॉर्मल हो गई उसी रात सलमा अपने रूम में थी मैं रात को टाय्लेट के लिए उठा तो टाय्लेट जाते हुए मां के रूम से कुछ आवाज़ आई 12 बाज चुके थे और मां अभी तक जाग रही है यह सोचकर उनके रूम की तरफ गया मां के रूम का दरवाजा खुला था मैं खोलकर अंदर गया तो चौंक गया

मां अपनी सलवार उतारे अपनी चूत में एक मोमबत्ती डाल रही थी दरवाजे के खुलने की आवाज पर उन्होने मुड़कर देखा मुझे देख वा घबरा सी गई मैं भी शर्मा गया कि बिना नॉक किए आ गया मैं वापस मुड़ा तो मां ने कहा बेटा इमरान प्लीज किसी से कहना नही नही मां मैं किससे कहूंगा?


बेटा जब से तेरे पापा इस दुनिया से गए है तब से आज तक मैं श मां मैं भी अब समझता हूं यह आपकी जरुरत है पर क्या करूं अब पापा तो हैं नही फिर मैं मां के पास गया और उनके हाथो को पकड़ कर बोला मां दरवाज़ा बंद कर लिया करिए बेटा आज भूल गई फिर मैं वापस आ गया

अगले दिन सब नॉर्मल रहा शाम को मैं वापस आया तो हम लोगो ने साथ ही चाय पी चाय के बाद सलमा बोली भाईजान बाजार से रात के लिए सब्जी ले आओ जो खाना है मैं जाने लगा तो मां ने कहा बेटा किचन में आओ तो कुछ और समान बता दूं लेते आना मैं किचन में जाकर बोला क्या लाना है मां?

मां ने बाहर झांका और सलमा को देखते धीरे से बोली बेटा 5-6 बैगन लेते आना लंबे वाले मैं मां की बात सुन पता नही कैसे बोल पड़ा मां अंदर करने के लिए? मां शर्मा गई और मैं भी अपनी इस बात पर चुप हो गया और सॉरी बोलता बाहर चला गया सब्जी लाकर सलमा को दी और 4 बैगन लाया था जिनको अपने पास रख लिया

सलमा ने खाना बनाया फिर रात को खा पीकर सब लोग सोने चले गए तब करीब 11 बजे मां मेरे रूम में आकर बोली बेटा बैगान लाए थे? हां मां पर बहुत लंबे नही मिले और मोटे भी कम है कोई बात नही बेटे अब जो है सही है बहुत ढूंढा मां पर कोई भी मुझसे लंबे नही मिले क्या मतलब बेटा मैं बोला मां मतलब यह की इनसे लंबा और मोटा तो मेरा है

तब मां ने कुछ सोचा फिर कहा क्या करें बेटा अब तो जो किस्मत में है वही सही फिर मेरी पैंट के उभार को देखते बोली बेटा तेरा क्या बहुत बड़ा है? हां मां 8 इंच है बेटा तेरे पापा का भी इतना ही था बेटा अपना दिखा तो तू तेरे पापा की याद ताजा हो जाए लेकिन मां मैं तो आपका बेटा हूं

हां बेटा तभी तो कह रही हूं तू मेरा बेटा है और अपनी मां से क्या शरम तू एकदम अपने पापा पर गया है देखूं तेरा भी तेरे पापा के जैसा है या नही? तब मैने अपनी पैंट उतारी और अंडरवियर उतारा तो मेरे लंबे तगड़े लंड को देख मां एक दम से खुश हो गई

वो मेरे लंड को देख नीचे बैठी और मेरा लंड पकड़ लिया और बोली हाए इमरान बेटा तेरे पापा का भी एक दम ऐसा ही था हाए बेटा यह तो मुझे तेरे पापा का ही लग रहा है बेटा क्या मैं इसे थोड़ा सा प्यार कर लूं? मां अगर आपको इससे पापा की याद आती है और आपको अच्छा लगे तो कर लीजिए

बेटा मुझे तो लग रहा है कि मैं इस तेरा नही ब्लकि तेरे पापा का पकड़े हूं फिर मां ने मेरे लंड को मुंह में लिया और चाटने लगी यह मेरे साथ पहली बार हो रहा था इस लिए मेरे लिए सह पाना मुश्किल था 6-7 मिनट में ही मैं उनके मुंह मैं झड़ गया 1 मिनट बाद मां ने लंड मुंह से बाहर किया और मेरे पास बैठ गई

मैं बोला सॉरी मां आपका मूंह गंदा कर दिया आहह बेटा तेरे पापा भी रोज रात मेरे मुंह को पहले ऐसे ही गंदा करते थे फिर मेरी च मां इतना कह चुप हो गई मैं उनके चेहरे को देखते बोला फिर क्या क्या करते थे पापा? मां जो पापा इसके बाद करते थे वो मुझे बता दो तो मैं भी कर दूं आपको पापा की कमी नही महसूस होगी

मां मेरे चेहरे को पकड़ बोली बेटा यह जो हुआ है एक मां बेटे में नहीं होता लेकिन बेटा इस वक़्त तुम मेरे बेटे नही ब्लकि मेरे शौहर हो अब तुम मेरे शौहर की तरह ही करो वो मेरे मुंह मैं अपना झड़कर अपने मुंह से मेरी झाड़ते थे फिर मुझे मां अब जब आप मुझे अपना शौहर कह रही है तो शर्मा क्यों रही है सब कुछ खुलकर कहिए ना

बेटा तू सच कहता है चल अब मेरी चूत चाट और फिर मुझे चोद जैसे तेरे पापा चोदते थे ठीक है मां आओ बिस्तर पर चलो फिर मां को अपने बेड पर लिटाया और उनको पूरा नंगा कर दिया मां की चूचियां अभी भी सख्त थी 2-3 साल से किसी ने टच नही किया था मैने चूत को देखा तो मस्त हो गया

मां की चूत कसी लग रही थी 43 की उमर में मां 30 की ही लग रही थी मां को बेड पर लिटा कर अपने कपड़े अलग किए फिर मां की चूचियां पकड़ उनकी चूत पर मुंह रख दिया चूचियों को दबा दबा चूत चाट अपने झड़े लंड को कसने लगा 8-10 मिनट बाद मां मेरे मुंह पर ही झड़ गई


वो अपनी गांड तेजी से उचका झड़ रही थी मैं मां की झड़ती चूत में 1 मिनट तक जीभ पेले जा रहा फिर उठकर ऊपर आ गया और चूचियों को मुंह से चूसने लगा आह आहह बेटा चूस अपनी मां की चूचियों को हाए पियो इनको हाए कितना मज़ा आ रहा है बेटे के साथ

मेरा लंड अब फिर खड़ा था 4-5 मिनट बाद मां ने मुझे अलग किया और फिर मेरे लंड को मुंह से चूस्कर खड़ा करने के बाद बोली बेटा अब चढ़ जा अपनी मां पर और चोद डाल मैने मां को बेड पर लिटाया और लंड को मां के छेद पर लगा गप्प से अंदर कर दिया अब मैं तेजी से चुदाई कर रहा था और दोनो चूचियों को दबा दबा चूस भी रहा था

मां भी नीचे से गांड उछाल रही थी मैं धक्के लगाता बोला मां शाम को जब आपने बैगन लाने को कहा था तभी से दिल कर रहा था कि काश अपनी मां को मैं कुछ आराम दे सकूं मेरी आरजू पूरी हुई बेटा अगर तू मुझे चोदना चाहता था तो कोई गोली ले आता अब तू मेरे अंदर मत झड़ना आज बाहर झड़ना फिर कल मैं गोली ले लूंगी तो खतरा नही होगा तब अंदर डालना पानी चूत में गरम पानी बहुत मजा देता है

करीब 10 मिनट बाद मेरा लंड झड़ने वाला हुआ तो मैने उसे बाहर किया और मां से कहा हां मां अब मेरा निकलने वाला है हाए बेटा ला अपने पानी से अपनी मां की चूचियों को भिगो दे फिर मैं मां की चूचियों पर पानी निकाला झड़ कर अलग हुआ तो मां अपनी चूचियों पर मेरे लंड का पानी लगाती बोली

बेटा तू एक दम अपने बाप की तरह चोदता है वो भी ऐसा ही मज़ा देते थे आहह बेटा अब तू सो जा फिर मां अपने रूम में चली गई और मैं भी सो गया अगले दिन मां बहुत खुश लग रही थी सलमा भी मां को देख रही थी नाश्ते पर उसने पूछ ही लिया मां आप बहुत खुश लग रही हो? हां बेटी अब मैं हमेशा खुश रहूंगी

क्यों मां क्या हो गया? वो भी मुस्करती बोली कुछ नही बेटी तुम्हारा भाईजान मेरा खूब ख्याल रखता है ना इस लिए हां मां भाईजान बहुत अच्छे है फिर वो कॉलेज चली गई और मैं यूनिवर्सिटी उस रात मां ने गोली ले ली थी और अपनी चूत में ही मेरा पानी लिया था हम दोनो मां बेटे 1 महीने इसी तरह मज़ा लेते रहे

एक रात जब मैं मां को चोद रहा था तो मां ने मुझसे पुछा इमरान बेटा एक बात तू बता क्या मां बेटा अब सलमा बड़ी हो रही है उसकी शादी करनी है इस उमर में लड़कियों की शादी कर देनी चाहिए वरना अगर वो कुछ उल्टा सीधा कर ले तो बहुत बदनामी होती है मां आप सही कह रही हो अब उसके लिए कोई लड़का देखना होगा

हां बेटा अच्छा एक बात तो बता तुमको सलमा कैसी लगती है? क्या मतलब मां? मतलब तुझे अच्छी लगती है तो इसका मतलब वो किसी को भी अच्छी लगेगी और उसे कोई लड़का पसंद कर लेगा तो उसकी शादी कर देंगे हां मां सलमा बहुत खूबसूरत है तू उसे कभी कभी अजीब सी नजरो से देखता है?

मैं अपनी चोरी पकड़े जाने पर घबरा कर बोला नही मां ऐसी बात नही? कल तू उसकी चूचियों को घूर रहा था नही मां पगले मुझसे झूठ बोलता है सच बता मैं शर्माता सा बोला मां कल वो बहुत अच्छी लग रही थी कल वो छोटा सा कसा कुर्ता पहने थी जिससे उसकी चूचियां बहुत अच्छी लग रही थी तुझे पसंद है सलमा की चूचियां?

मैं चुप रहा तो मां ने मेरे लंड को अपनी चूत से जकड़ कर कहा बताओ ना उसकी चूचियां तुझे कैसी लगती है? मां उसकी चूचियों को कभी देखा है? नही मां देखेगा? कैसे? पगले कोशिश किया कर उसे देखने की जब वो कपड़े बदले तब या जब वो नहाने जाए तब ठीक है मां पर वो दरवाज़ा बंद करके सब करती है

हां पर तू जब भी घर पर रहे तब पजामा पहना करो और नीचे अंडरवियर नही अपने लंड को पाजामे में खड़ा कर उसे दिखाया करो सोते वक्त्त लंड को पाजामे से बाहर निकाले रखना मैं उसको तुम्हारे रूम में झारू लगाने भेजू तू उसे अपना दिखाया करो और तुम अब उसकी चूचियों को घूरा करो और उसे छूने की कोशिश किया करो

मैं मां की बात से मस्त हो उसे तेजी से चोदने लगा वो तेजी से चुदती हाए हाए करती बोली हे बहन को देखने की बात सुन इतना मस्त हो गया कि मां की चूत की धज्जी उड़ते दे रहा है फिर मेरी कमर को अपने पैरो से कस बोली चोद अपनी मां को आह आज मुझे चोद कल से अपनी बहन पर लाइन मारो और उसे पाटकर चोदो

फिर 4-5 धक्के लगा मैं झड़ने लगा झड़ने के बाद मैं मां से चिपक बोला मां सलमा तो मेरी छोटी बहन है भला मैं उसके साथ कैसे? जब तू अपनी मां के साथ चुदाई कर सकता है तो अपनी बहन के साथ क्यों नही?

मां आपकी बात और है क्यों? मां आप पापा के साथ सब कर चुकी है और अब उनके ना रहने पर मैं तो उनकी कमी पूरी कर रहा हूं लेकिन सलमा तू अभी अनचु अनचुदी है यही कहना चाह रहा है ना? हां मां बेटा अब तेरी बहन 22 की हो गई है इस उमर में लड़कियों को बहुत मस्ती आती है

आज कल वो कॉलेज भी जा रही है मुझे लगता है कि उसके कॉलेज के कुछ लड़के उसको फंसाने की कोशिश कर रहे है पड़ोस के भी कुछ लड़के तेरी बहन पर नजरे जमाए है अगर तू उसे घर पर ही उसकी जवानी का मज़ा उसे दे देगा तो वो बाहर के लड़कों के चक्कर में नही पड़ेगी और अपनी बदनामी भी नही होगी

मां आप सही कह रही हो मैं अपनी बहन को बाहर नही चुदने दूंगा सच मां सलमा की बहुत मस्त चूचियां दिखती है मां तुम ही उसे तैय्यर करो करूंगी बेटा मैं उसे भी यही सब धीरे धीरे समझा दूंगी फिर अगले दिन जब मैं सुबह सुबह उठा तो देखा कि वो मेरे रूम मैं झारू लगा रही है मैं उसे देखने लगा

वो कसी हुई कमीज़ पहने थी और झुक कर झारू देने से उसकी लटक रही चूचियां हिल हिल बहुत प्यारी लग रही थी तभी उसकी नजर मुझ पर पड़ी मुझे अपनी चूचियों को घूरता पा वो मूड गई और जल्दी से झारू पूरी कर चली गई मैं उठा और फ्रेश होकर नाश्ता कर टीवी देखने लगा उस दिन छुट्टी थी इस लिए किसी को कही नही जाना था

मां भी टीवी देख रही थी सलमा भी आ गई मैने उसे अपने पास बिठा लिया मैं उसकी कसी कमीज़ से चूचियों को ही देख रहा था मां ने मुझे देखा तो चुपके से मुस्कराती इशारा करते कहा कि ठीक जा रहे हो सलमा कभी कभी मुझे देखती तो कभी अपनी चूचियों को घूरता पा वो सिमट जाती

आख़िर वो उठकर मां के पास चली गई मां ने उसे अपने गले से लगाते पूछा क्या हुआ बेटी? कुछ नही मां बोली तो यहां क्यों आ गई बेटी जा भाई के पास बैठ मां ववववाह ब्ब भाईजान वो फुसफुसते हुए बोली मां भी उसी की तरह फुसफुसाई क्या भाईजान

मां भाईजान आज कुछ अजीब हरकत कर रहे है वो धीरे से बोली तो मां ने कहा क्या कर रहा तेरा भाईजान? मां यहां से चलो तो बताती हूं मां उसे लेकर अपने रूम की तरफ गई और मुझे पीछे आने का इशारा किया मैं उन दोनो के रूम के अंदर जाते ही जल्दी से मां के रूम के पास गया

मां ने दरवाज़ा पूरा बंद नही किया था और पर्दे से छुपकर मैं दोनो को देखने लगा मां ने सलमा को अपनी गोद मैं बिठाया और बोली क्या बात है बेटी जो तू मुझे यहां लाई है? मां आज भाईजान मुझे अजीब सी नज़रों से देख रहे जैसे कॉलेज के क्या पूरी बात बताओ सलमा बेटी

मां आज भाईजान मेरी इनको बहुत घूर रहे है जैसे कॉलेज में लड़के घूरते है इनको मां ने उसकी चूचियों को पकड़ा तो वो शर्माती सी बोली ज्ज्ज जी मां अरे बेटी अब तू जवान हो गई है और तेरी यह चूचियां बहुत प्यारी हो गई हैं इसी लिए कॉलेज में लड़के इनको घूरते है

तेरा भाई भी इसी लिए देख रहा होगा कि उसकी बहन कितनी खूबसूरत है और उसकी चूचियां कितनी जवान हैं मां आप भी वो शरमाई अरे बेटी मुझसे क्या शरम बेटी कॉलेज के लड़कों के चक्कर में मत आना वरना बदनामी होगी अगर तू अपनी जवानी का मज़ा लेना चाहती है तू मुझे बताना

मां आप तो जाइए हटिए अच्छा बेटी एक बात तू बता जब भाईजान तेरी दोनो मस्त जवानियों को घूरते है तो तुझे कैसा लगता है? मां हटिए मैं जा रही हूं अरे पगली फिर शरमाई चल बता कैसा लगता है जब तुम्हारे भाईजान इनको देखते है? ज्ज्ज ज्जई अच्छा तो लगा पर पर वर कुछ नही बेटी जानती है बाहर के लड़के तेरे यह देखकर क्या सोचते है?

क्या मां? यही कि हाए तेरे दोनो अनार कितने कड़क और रसीले है वो सब तेरे इन अनारो का रस्स पीना चाहते है मां चुप रहिए मुझे शरम आती है अरे बेटी वैसे एक बात है इन लड़के के मुंह में देकर चुदवाने में बहुत मज़ा आता है जानती हो लड़के इनको चूस्कर बहुत मज़ा देते है

अगर एक बार कोई लड़का तेरे अनार चूस ले तो तेरा मन रोज रोज चुसवाने को करेगा और अगर कोई तेरी नीचे वाली चाटकार तुझे चोद दे तब तू बिना लड़के के रह ही नही पाएगी अब मैं जा रही हूं मां मुझे नही करवाना यह सब हां बेटी कभी किसी बाहर के लड़के से कुछ भी नही करवाना वरना बहुत दर्र और बदनामी होती है

हां अगर तेरा मन हो तो मुझे बताना मां अच्छा बेटी चल अब कुछ खाना वाना लिया जाए तेरा भाई भूखा होगा जा तू उससे पूछ क्या खाएगा जो खाने को कहे बना देना फिर मैं भाग कर टीवी देखने आ गया थोड़ी देर बाद सलमा आई और मुझसे बोली भाईजान ओ भाईजान जो खाना हो बता दीजिए मैं बनाती मां आराम कर रही है

मैं उसकी चूचियों को घूरते अपने होंठ पर ज़बान फेरता बोला क्या क्या खिलाओगी? वो मेरी इस हरकत से शरमाई और नज़रे झुका बोली जो भी आप कहे मैने उसका हाथ पकड़ अपने पास बिठाया और चूचियों को घूरता बोला खाऊंगा तो बहुत कुछ पर पहले इनका रस पिला दो ज्ज्ज जी क्या भाईजान किसका रस? वो घबराती सी बोली

मैं बात बदलता बोला मेरा मतलब है पहले एक चाय ला दो फिर जो चाहे बना लो वो चली गई मैं उसको जाते देखता रहा 5 मिनट बाद वो चाय लेकर आई तो मैने उसे कहा अपने लिए नही लाई? मैं नही पियूंगी पियो ना लो इसी में पीलो एक साथ पीने से आपस में प्यार बढ़ता है वो मेरी बात सुन शरमाई फिर कुछ सोच पास बैठ गई

तो मैने कप उसके होंठो से लगाया तो उसने एक सिप लिया फिर मैं एक सिप लिया इस तरह से पूरी चाय खतम हुई तो वो बोली अब खाने का इंतजाम करती हूं मैने उसका हाथ पकड़ खींचते हुए कहा अभी क्या जल्दी है थोड़ी देर रूको बहुत अच्छा प्रोग्राम आ रहा देखो मेरे खींचने पर वो मेरे उपर गिरी थी

वो हटने की कोशिश कर रही थी पर मैने उसे हटने नही दिया तो वा बोली हाए भाईजान हटिए क्या कर रहे है? कुछ भी तो नही टीवी देखो मैं भी देखता हूं ठीक है पर छोड़िए तो ठीक से बैठकर देखूं ठीक से बैठो सलमा मेरी छोटी बहन अपने बड़े भाई की गोद में बैठकर देखो ना टीवी वो चुप रही और हम टीवी देखने लगे

थोड़ी देर बाद मैने उसके हाथो को अपने हाथो से इस तरह दबाया कि उसकी कमीज़ सिकुड कर उपर को हुई और उसकी दोनो चूचियां दिखने लगी उसकी नज़र अपनी चूचियों पर पड़ी तो वो जल्दी से मेरी गोद से उतर गई और तभी मां ने उसे आवाज़ दी तो वो उठकर चली गई मैं भी पहले की तरह पर्दे के पीछे छिप कर देखने लगा

वो अंदर गई तू मां ने पूछा क्या हुआ बेटी इमरान ने बताया नही क्या खाएगा? व वो मां भाईजान ने क्या भाईजान ने बताओ ना बेटी क्या किया तेरे भाई ने? वो भाईजान ने मुझे अपनी गोद में बिठा लिया था और फिर अओर फिर और फिर क्या? और और कुछ नही

अरे अगर तेरे भाई ने तुझे अपनी गोद में बिठा लिया तो क्या हुआ आखिर वो तेरा बड़ा भाई है अच्छा यह बता उसने गोद में ही बिठाया था या कुछ और भी किया था? और तो कुछ नही मां भाईजान ने फिर मेरी दोनो को देख लिया था मुझे लग रहा है मेरे बेटे को अपनी बहन की दोनो रसीली चूचियां पसंद आ गई हैं तभी वो बार बार इनको देख रहा

बेचारा मेरा बेटा अपनी ही बहन की चूचियों को पसंद करता है अगर बाहर की कोई लड़की होती तो देख लेता जी भरकर पर तेरे साथ वो डरता होगा अच्छा बेटी यह बता जब तुम्हारे भाईजान तेरी चूचियों को घूरता है तो तुमको कैसा लगता है?

जी मां व वो लगता तो अच्छा है पर पर क्या बेटी अरे तुझे तो खुश होना चाहिए कि तुम्हारा अपना भाई ही तुम्हारी चूचियों का दीवाना हो गया है अगर मैं तेरी जगह होती तो मैं तो बहाने बहाने से अपने भाई को दिखाती मां

हां बेटी सच कह रही हूं क्या तुझे अच्छा नही लगता कि कोई तेरा दीवाना हो और हर वक़्त बस तेरे बारे में सोचे और तुझे देखना चाहे तुझे चोदना चाहे मां आप भी अरे बेटी कोई बात नही जा अपने भाई को बेचारे को दो चार बार अपनी दोनो मस्त जवानियों की झलक दिखा दिया कर वैसे उस बेचारे की गलती नही

तू है ही इतनी कड़क जवान कि वो क्या करे देख ना अपनी दोनो चूचियों को लग रहा है अभी कमीज़ फाड़कर बाहर आ जाएंगी जा तू भाई के पास जाकर टीवी देख और बेचारे को अपनी झलक दे मैं खाने का इंतज़ाम करती हूं खाना तैयार होने पर तुम दोनो को बुला लूंगी और बहन मेरे पास बाहर आकर बैठ गई मैं अपनी बहन की चूचियों को फिर से घूरने लगा

मां ने थोड़ी देर बाद खाना बनाकर हम दोनो को आवाज दी हम सब ने एक साथ खाना खाया और खाना खाकर बहन अपने कमरे में चली गई मां ने मुझे कहा जल्दी ही तुम्हारी बहन अपनी सील तुमसे तुड़वाएगी और जे बात सुनकर मैं खुश हो गया कैसी लगी आपको जरूर बताना और पढ़ने के लिए आप जहा आते रहे

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