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Hindi - हिन्दी Incest सौतेली मां की वासना और चुदायी (All Parts)

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Part 1​

हॉट स्टेप मदर स्टोरी में मेरे पापा मेरी सौतेली मम्मी को रोज चोदते थे. मैं आवाजें सुनता था. एक बार पापा लम्बे समय के लिए बाहर गए तो मम्मी बारिश वाली रात मेरे कमरे में आ गयी.

नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम मनु है. मैं राजस्थान के जयपुर का रहने वाला हूँ.
मैं इस साइट का नियमित पाठक हूँ और आज भी यहां प्रकाशित हर सेक्स कहानी को पढ़ता हूं.

मैं पहले आपको मेरे बारे में बता देता हूँ.

जैसा कि आपने ऊपर पढ़ा कि मेरा नाम मनु है. मेरी उम्र 19 साल है मेरा कद 5 फुट 7 इंच का है.
मैं दिखने में थोड़ा सांवला हूँ लेकिन मेरी बॉडी बड़ी ही हॉट है और मैं काफी स्मार्ट भी हूँ.

मेरे औजार की साइज सामान्य से बड़ा है.
मेरा मानना है कि मेरा औजार किसी भी स्त्री को संतुष्ट करने के लिए काफी है.

यह हॉट स्टेप मदर स्टोरी मेरे और मेरी सेक्सी मॉम के बीच की है.
मेरी मॉम सौतेली हैं, जिनके साथ डैडी ने दूसरी शादी की थी.

यह शादी उन्होंने मेरी मां की मृत्यु के बाद की थी.
उस समय मैं छोटा था तो मुझे अहसास ही नहीं था कि यह मेरी सौतेली मां हैं.
मॉम ने भी मुझे अपना बेटा समझ कर ही पाला था.

मेरी मॉम का नाम शारदा (बदला हुआ नाम) है. उनकी उम्र 44 साल की है.
वे दिखने में बिल्कुल कड़क माल़ लगती हैं. उनका फिगर 38-30-40 का है.

मेरे परिवार में हम 4 सदस्य हैं. मेरे डैडी शहर से बाहर रह कर अपना काम करते हैं. वे एक कॉन्ट्रेक्टर हैं.
मॉम घरेलू कामकाजी महिला हैं.

मेरी एक बड़ी बहन है, जिसकी उम्र अभी 22 साल है. वे अपनी कॉलेज पूरी कर चुकी हैं और अब कंपटीशन की तैयारी कर रही हैं.
मैं अभी 12वीं पास करके कॉलेज कर रहा हूँ.

पिछले कुछ महीनों से मेरे डैडी का काम धंधा नहीं चल रहा था इसलिए वे घर पर ही रहते थे.
मॉम डैड रोजाना रात को चुदायी करते थे.
यह मुझे इसलिए मालूम है क्योंकि मेरे बाजू में ही उनका कमरा है, तो रात को डैडी जब भी मॉम की चुदायी करते तो मॉम जोर जोर से आह आह … की आवाजें निकालती.

मॉम की आवाजें मुझे साफ साफ सुनाई देती हैं.

इस बार डैडी को घर आए 6 महीने से अधिक हो गए थे.
अब उनका जाना भी जरूरी हो गया था क्योंकि सिर्फ डैडी ही हमारा घर चलाते थे.

थोड़े ही दिन बाद डैडी के लिए बाहर से फोन आ गया कि उनके लिए एक काम आया है.
डैडी बिना देर किए कमाने के लिए घर से चले गए.

दोस्तो, आपको भी मालूम है कि एक औरत 40 के बाद भी और भी सेक्सी हो जाती है और उसका मन ज्यादा सेक्स के लिए करने लगता है.

जैसा कि मैंने बताया कि डैडी को आए 6 महीने हो गए थे और डैडी मॉम को रोजाना चोदते थे … इसलिए मॉम को भी अब चुदाई की लत लग गई थी.

यह महीना मार्च का था और सर्दी अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुई थी इसलिए हम अभी भी रात को कंबल ओढ़ कर ही सोते थे.
हालांकि अब सर्दी इतनी नहीं रही थी इसलिए रात को पंखा चलाकर सोते थे.

मैं जब छोटी क्लास में था, तभी से मुठ मारने लग गया था जिससे मेरे लिंग का साइज और भी बड़ा हो गया था.

इससे पहले भी मैं अपनी जीएफ के साथ सेक्स कर चुका हूँ और अपने बड़े लंड की जरूरत के चलते कुछ और लड़कियों की चूत का भोसड़ा बना चुका हूँ.

एक दिन की बात है मैं अपने कमरे में पंखा चलाकर मोबाइल में ब्लू फिल्म देख रहा था और अपने लंड को हिला रहा था.
कि तभी अचानक लाइट चली गई और कमरे में अंधेरा हो गया.

तभी मुझे अहसास हुआ कि बाहर बारिश होना शुरू हो गई थी, जिसके कारण लाइट चली गई थी.
उस समय 10 बज रहे थे.

खैर … मुझे किसी बात से क्या लेना देना था, मैं तो बस अपनी मस्ती में अपना लंड हिला रहा था.

तभी अचानक से मॉम ने मेरे कमरे का दरवाजा खोला और अन्दर आ गईं.
मैं अपने कमरे को लॉक करना भूल गया था.

जैसे ही मॉम ने मेरे रूम का दरवाजा खोला, मैं झट से कंबल के अन्दर सर करके सोने का नाटक करने लगा.
मॉम वहीं दरवाजे के पास खड़ी होकर मुझे आवाज देने लगीं लेकिन मैंने कुछ नहीं बोला और चुपचाप सोता रहा.

फिर मॉम कमरे से चली गईं.

उनके जाने का अहसास करते ही मैंने अपना मुँह बाहर निकाल कर देखा तो मॉम वहां से जा चुकी थीं.
लेकिन मुझको ऐसा लगा कि मॉम ने मुझको हिलाते हुए देख लिया था.
मुझे अब डर भी लग रहा था.

कुछ देर बाद मॉम के चले जाने की तसल्ली करने के बाद मैंने दुबारा वीडियो चालू किया और ब्लू-फिल्म देखना चालू कर दिया.
मैं पुनः लंड हिलाने लगा.

अब तक बारिश और भी तेज हो चुकी थी.
फिर थोड़े समय बाद मॉम फिर से मेरे कमरे में आईं और मैं चुपचाप सोने का नाटक करने लगा.

मॉम ने मुझको आवाज दी- उठ मनु उठ!
मैं नींद में होने का नाटक करते हुए उठा और बोला- क्या बात है मॉम … आप इतनी रात को क्यों उठा रही हो?

तब उन्होंने कहा- मेरे कमरे में पानी टपक रहा है और बाहर बिजली भी कड़क रही है, जिससे मुझको डर लग रहा है.
मैं चुप रहा.

फिर उन्होंने कहा- आज मैं तुम्हारे पास ही सो जाती हूँ.

मैं हमेशा रात को एक छोटा सा हाफ पैंट पहनकर सोता हूँ.
उस दिन भी मैंने वही पहना हुआ था और वह भी नीचे हो रखा था क्योंकि मैं उससे पहले अपना सामान हिला रहा था.

फिर अचानक से मॉम आ गईं, इसलिए मैंने पैंट ऊपर नहीं किया और वैसे ही रहने दिया.
इतने में मॉम मेरे कंबल में ही आ गईं.

मुझे डर लग रहा था कि अब पैंट को कैसे ऊपर करूँ.
मैं चुपचाप आंख को हल्के से बन्द करके सोता रहा.

अचानक से मॉम ने करवट ली और वे अपनी गांड मेरी तरफ करके सो गईं.

करीब रात को 11:30 बजे लाइट और पंखा चालू हो गया, फिर बारिश के कारण मॉम को ठंड लगने लगी.
उन्होंने कंबल में मुँह ढक लिया और सो गईं.

मुझे डर लगने लगा कि कहीं मॉम मुझको नग्न हालत में ना देख लें क्योंकि अभी मेरा लंड पैंट से ही बाहर था.
थोड़ी बाद उन्होंने कंबल को साइड में कर दिया और बिना कंबल के ही सोने लगीं.

मैंने कंबल ओढ़ लिया.
फिर मैंने देखा कि उन्होंने ब्लाउज और पेटीकोट पहन रखा है.
वे रात को सोने के समय साड़ी नहीं पहनती थीं.

मेरी मॉम के बूब्स कुछ ज्यादा ही बड़े हैं जो उनके ब्लाउज में फिट नहीं आ रहे थे.

मैंने देखा कि उनके आधे बूब्स ब्लाउज से बाहर निकले हुए थे और उनका पेटीकोट भी घुटनों तक उठ गया था.

उनके गोरे गोरे बूब्स देखकर मेरा लंड फिर से खड़ा होना शुरू हो गया और मैं नीचे देखने लगा.

मॉम की गोरी जाघें देखकर मेरा लंड बिल्कुल सख्त और बड़ा हो गया.
मेरे लौड़े ने सांप की तरह फन फैला लिया था और वह फनफनाने लगा था.

फिर मैंने थोड़ी सी हिम्मत करके उनके बूब्स पर हाथ रख दिया और सोने का नाटक करने लगा.
मॉम की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई इसलिए मैं थोड़ी और हिम्मत करके उनके बूब्स को सहलाने लगा और बीच बीच में दबा भी देता था.

अब धीरे धीरे मेरे अन्दर हवस जागना शुरू हो गई और उधर से भी कोई हलचल नहीं हो रही थी.

फिर थोड़े वक्त के बाद मॉम ने करवट ली तो मुझे लगा कि मॉम जाग गई हैं.
मैं चुपचाप सोने का नाटक करने लगा.

फिर थोड़े टाइम बाद मुझे लगा कि मॉम सो गई हैं … तो मैं अपना एक हाथ मॉम की जांघों पर फेरने लगा; उनकी जांघों को सहलाने लगा.

शायद मॉम जागी हुई थीं क्योंकि उनके मुँह से सिसकारियां निकल रही थीं.
पर अब मुझे कोई डर नहीं था क्योंकि अब मॉम भी गर्म होने लगी थीं और वे भी मेरा पूरा साथ दे रही थीं.

थोड़े समय बाद मैंने सहलाना बंद कर दिया.

तो मॉम उठीं और मेरे कान में धीरे से बोलीं- रुक क्यों गए बेटे, अभी तो शुरू हुआ है.
मैंने मॉम की तरफ देखा और कहा कि क्या शुरू हुआ है?

उन्होंने मेरे लंड को सहलाते हुए कहा- चुदाई का खेल!
यह कह कर उन्होंने मेरे ऊपर से कंबल हटा दिया और मेरे होंठों पर अपने होंठ रख कर मुझे किस करने लगीं.

मैंने मॉम से कहा- यह सब गलत है, आप मेरी मॉम हो … और मैं आपके साथ यह सब नहीं कर सकता!

तो हॉट स्टेप मदर ने कहा- मैं नहीं चाहती कि मेरा बेटा अपनी जवानी हिला हिला कर खराब करे. मैंने थोड़ी देर पहले सब कुछ देख लिया था और इसलिए तुम्हारे कमरे में आई हूँ … और मैं शुरू से तभी से ही जागी हुई हूँ, जब तुम मेरे मम्मे दबा रहे थे.

उनके मुँह से यह सुनकर मैं चुपचाप रहा.
अब मैं मन में सोचने लगा कि जब घर में ही चूत मिल रही और वह भी सामने से सेक्स की पेशकश मिल रही है, तो देर क्यों की जाए.

मैंने मॉम को अपनी तरफ खींचा और उनको होंठों को चूसने लगा.
करीब दस मिनट तक हम एक दूसरे के होंठ चूसते रहे.

फिर मॉम उठीं और कमरे को अन्दर से कुंडी लगा आईं … ताकि मेरी बहन न आ सके.

मॉम ने कहा- चल दिखा अपना जलवा, मैं भी तो देखूँ कि तेरे लंड में कितना दम है!
वे बेड पर आकर मेरे लंड को सहलाने लगीं.

उनके हाथ लगाते ही मेरा लंड पूरी तरह से खड़ा हो गया.

मेरी मॉम ने लंड पर किस करते हुए कहा- वाह बेटे, तू तो सच में जवान हो गया है, तुम्हारा लंड तो बहुत बड़ा है … तेरे डैडी का तो इससे आधा ही है … और यह उनसे मोटा भी बहुत है.
मैं उनके मम्मों को दबाने लगा और उनका ब्लाउज खोल दिया.

मॉम ने अन्दर काले रंग की ब्रा पहनी हुई थी जो उनके मम्मों को आधा ही ढक पा रही थी.

मेरी मॉम के मम्मों की साइज ज्यादा थी और ब्रा को उन्होंने ऊपर कर रखा था.
मैं मॉम के मम्मों को जोर जोर से दबाने लगा.

उनके मुँह से गर्म सिसकारियां निकलने लगीं- आह … आह … बेटे आराम से दबाओ … दर्द होता है!

मैंने कहा- क्यों डैडी नहीं दबाते हैं क्या?
उन्होंने कहा कि कहा- उनको तो सिर्फ चोदने की जल्दी रहती है.

मॉम अब आह आह आह की आवाजें कुछ ज्यादा ही निकालने लगी थीं.

मैंने उनको अपने नीचे लेटा दिया और उनके मम्मों को ब्रा के ऊपर से ही दबाने लगा और किस करने लगा.

मॉम और ज्यादा गर्म होने लगी थीं.
वे बार बार मेरे सर पर हाथ रखकर मेरे बालों में उंगली चला रही थीं.

फिर मैं नीचे आता गया और उनके पेट को किस करने लगा.
वे तड़फने लगीं और बेड पर पैर झटकने लगीं.

दोस्तो, मेरी सौतेली मां की चुत चुदाई में किस तरह से मैंने मजा लिया, यह मैं आपको हॉट स्टेप मदर स्टोरी के अगले भाग में विस्तार से लिखूँगा.

आप मुझे मेल करके बताएं कि आपको मेरी कहानी कैसी लगी.
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পর্ব ২ - Part 2​

हॉट स्टेप मॅाम फक स्टोरी में मेरी मॅाम बारिश वाली रात आकर मेरे बिस्तर में घुस गयी तो मेरा लंड खड़ा हो गया. मॅाम भी सेक्स की दीवानी थी तो उन्होंने मेरा लंड कैसे लिया?

दोस्तो, मैं मनु अपनी सौतेली मॉम की चुदाई की कहानी में आपका एक बार पुनः स्वागत करता हूँ.
कहानी के पहले भाग
मेरी सौतेली मां मेरे बिस्तर में
में अब तक आपने पढ़ा था कि मैं अपनी मॉम को चोदने के लिए गर्म कर रहा था.

अब आगे हॉट स्टेप मॅाम फक स्टोरी:

मैं भी अपना एक हाथ मॉम की जांघों पर रखकर फेरने लगा और दूसरे हाथ से उनके मम्मों को दबाने लगा.
अब मैं अपने नीचे वाले हाथ से उनकी चूत टटोलने लगा.

मॉम ने कहा- रुको मेरे राजा बेटे, मैं पेटीकोट निकाल देती हूँ.

उन्होंने अपना पेटीकोट निकाल दिया … मॉम ने काले रंग की पैंटी पहनी हुई थी जिसमें वे और भी सेक्सी लग रही थीं.

मैं मॉम की पैंटी के ऊपर से हाथ फेरने लगा.
तो मॉम ने कहा- बेटा, इतना मत तड़पा, अभी जल्दी से एक बार मेरा काम उठा दे … फिर कभी तड़पा लेना … अभी जल्दी से अपना लौड़ा मेरी चूत में डाल दे.
मैं कुछ नहीं बोला, उनकी चूत पर हाथ फेरता रहा.

फिर मॅाम ने कहा- अब से मैं सिर्फ तेरी ही हूँ, जब चाहे ठोक लेना बेटा!
मैंने कहा- मॉम मेरी टेंशन ना लो, मेरे पास बहुत छेद हैं. आज पूरी रात हमारी ही है, मैं आपकी सही से चुदाई करूंगा.

अब मैंने उनकी ब्रा पैंटी निकाल दी और अपने भी सारे कपड़े निकाल दिए.
मेरी मॉम मेरे सामने बिल्कुल नंगी थीं.

मैंने उनकी दोनों टांगें अलग करके जोड़ को देखा तो देखता ही रह गया.
क्या चूत थी … बिल्कुल साफ की हुई; उस पर एक भी बाल नहीं था.

मैंने सिर नीचे करके देखा तो उनकी चूत बिल्कुल गुलाबी थी.

मॉम ने वासना से कहा- देख ले मेरे राजा बेटे, तू इसके जैसी एक दूसरी चूत से बाहर निकला था, आराम से देख ले बेटा … उंगली करके देख न!

मैंने उनकी गुलाबी चूत में अपनी एक उंगली डाल दी और अन्दर बाहर करने लगा.
मैं उनके होंठों को किस करने लगा और होंठ से मन भर जाता तो उनके बूब्स को पीने लगता.

इससे मेरी मॉम और गर्म होने लगीं और ‘आह … आह … सीसीई …’ की आवाजें निकालने लगीं.

मैंने अपनी दो उंगलियां उनकी चूत में डाल दीं और जोर जोर से अन्दर बाहर करने लगा.

बीच बीच में मैं उनके भूरे निप्पल को काट भी लेता था.
जिससे मॉम सिसक उठतीं और मुझसे हटने की बोलने लगतीं.

लेकिन मैंने उनकी एक ना सुनी और अपने काम में लगा रहा.

अब मैंने अपनी तीसरी उंगली भी अन्दर डाल दी और जोर जोर से अन्दर बाहर करने लगा.

फिर मैंने उंगली बाहर निकाल कर मॉम के मुँह में दे दी जो पूरी तरह से चूत के रस से गीली हो चुकी थी.

इसके बाद मैं नीचे गया और उनकी गुलाबी चूत को किस करके कहा- वाह मेरी रंडी … क्या चूत है तेरी! इसे तो चाटे बिना मजा ही नहीं आएगा.
यह कह कर मैंने अपनी जीभ चूत में डाल दी और चूत चाटने लगा.

वे और ज्यादा गर्म होने लगीं और सेक्सी आवाजें निकालने लगीं- आह … आह … आह … मेरे राजा बेटे पी जा अपनी मॉम की चूत को … आह … हां बेटे पियो और जोर से … बहुत मजा आ रहा है!

ऐसा करते करते उन्होंने एक लंबी सांस ली और अपना सारा शरीर कड़क कर लिया.
अगले ही पल मॉम की चूत ने नमकीन पानी छोड़ दिया, जिसे मैंने पीकर उनकी चूत को साफ कर दिया.

मॉम झड़ गई थीं लेकिन अभी मेरा नहीं हुआ था.
इसलिए मैंने कहा- चल रंडी, अब तेरी बारी है … चूस मेरा लौड़ा और निकाल दे इसका भी पानी!

वे मना करने लगीं और बोलीं- नहीं, मुझे मुँह में लेना अच्छा नहीं लगता!

लेकिन मैं कहां मानने वाला था … जैसे तैसे करके मैंने उनको राजी कर लिया.

मेरा लौड़ा हाथ में लेकर मॉम ने कहा- बेटे तेरा लौड़ा तो बहुत बड़ा है, मेरे मुँह में नहीं जाएगा!
मैंने उनका एक दूध मसलते हुए कहा- एक बार ट्राई तो करो!

वे हाथ से लंड हिलाकर मुँह में लेने लगीं.
लेकिन वे सिर्फ आगे वाला ही हिस्सा ही अपने मुँह में ले रही थीं.

इसलिए मैंने उनका सर पकड़कर अन्दर लंड डाल दिया.

थोड़े टाइम बाद खुद ब खुद लौड़ा अच्छी तरह से अन्दर बाहर करने लगीं.

कुछ देर तक लंड चूसने की बाद मेरा निकलने वाला हुआ तो मैंने मॉम से कहा- मेरा होने वाला है!
उन्होंने कहा- निकल जाने दे मेरे राजा बेटा … मुझे तेरा रस पीना है!

मैंने हंस कर कहा- कहां लंड चूसने से मना कर रही थीं और कहाँ अब वीर्य पीने को राजी हो गई हो?

मॉम लंड को जीभ से चाटती हुई बोलीं- तेरा लंड मस्त है और स्वादिष्ट है. अब तू देर न कर … जल्दी से मुझे रबड़ी चटा दे.

मैंने भी धकापेल मचा दी और 8-10 झटकों के बाद मेरा माल निकल गया.
मेरी रंडी मॉम मेरा पूरा रस पी गईं.
उन्होंने लंड को चाट कर साफ भी कर दिया.

थोड़ी देर तक मैं यूं ही उनके ऊपर वैसे ही पड़ा रहा.

हम फिर से एक दूसरे को गर्म करने लग गए.
मैं मॉम के होंठों को किस कर रहा था और अपने हाथों से उनके बड़े बड़े मम्मे दबा रहा था.

मॉम मेरे लंड को पकड़कर हिला रही थीं और बोल रही थीं- मेरे राजा बेटे, तेरा लौड़ा तो बहुत अच्छा है … काश ये मुझे पहले मिला होता. आज के बाद तुझे कभी हिलाने नहीं दूंगी. जब भी तेरा मन हुआ करे, मुझको चोद लेना. तू मेरी प्यास बुझा देना, मैं तेरी बुझा दूँगी.

मैंने कहा- मॉम, घर में दीदी रहती हैं, उनके सामने कैसे करूंगा?
तो मॉम ने कहा- तू टेंशन ना ले मेरे चांद … मैं उसको भी पटा लूंगी. तुझे उसकी चूत भी दिला दूँगी, पर अभी पहले मुझे शांत कर दे मेरे बेटे!

इतना सुनते ही मैंने मॉम को नीचे लेटाया और उनकी चूत पर अपना लौड़ा रगड़ने लगा.

मॉम के मुँह से गर्म गर्म सिसकारियां निकलने लगीं.
वे कहने लगीं- बेटे बस बेटे इतना मत तड़पा … अब जल्दी से चोद भी दे अपनी मॉम को … और बन जा मादरचोद.

इतना सुनते ही मैंने अपना लौड़ा उनकी चूत में पेल दिया.
अभी मेरे लौड़े का सुपारा ही अन्दर गया था कि मॉम तेज स्वर में सिसकारियां भरने लगीं- आह आह आह … सीई ई … आह आह ओह बहुत मोटा है तेरा … बापरे … लंड है या आफत … बेटे आराम से डाल … तेरा बहुत मोटा है!

मैं रुक कर उनके बूब्स दबाने लगा और होंठों को चूसने लगा.
फिर वह जैसे ही सामान्य हुईं, मैंने एक झटका और दे मारा.
इस बार मेरा पूरा लौड़ा उनकी चूत में समा गया.

मॉम जोर जोर से मादक सिसकारियां लेने लगीं- आह आह ओह … सीई … निकाल मादरचोद बाहर … मार डाला … जल्दी बाहर निकाल … मैं मर जाऊंगी!
लेकिन मैंने उनकी एक ना सुनी और उनके होंठों को किस करते हुए उनकी तेज गति से चुदाई करने लगा.

मेरी मॉम की आंखों से आंसू निकल रहे थे लेकिन मुझे उसकी कोई परवाह नहीं थी.
मैं लगा रहा और उनके बूब्स दबाने लगा.

धीरे धीरे मॉम को भी मजा आने लगा.
वे भी अपनी गांड उठाकर चुदाने लगीं और गंदी गंदी गालियां देने लगीं- चोद भोसड़ी के … आह और तेज और तेज आह आह … मेरे राजा बेटे फाड़ दे अपनी मॉम की चूत को … दिखा दे कितना दम है तेरे अन्दर आह आह आह … चोद मादरचोद हरामी के जने!

मॉम और जोर जोर से मादक सिसकारियां भरने लगी थीं.
उनके मुँह से यह सब सुनकर मैं भी जोश में आ गया और जोर जोर ठोकने लगा- ले मेरी रंडी मॉम … तूने आज तक डैडी से चुदवाया है … आज मैं भी तो देखूं कितना चुद सकती है … ये ले मेरी रंडी और ले!

मैं जोर जोर से पूरे जोश में उनको चोदने लगा.
कमरे में सिर्फ मॉम की मादक सिसकारियां की आवाज आ रही थी … और पूरे कमरे में पच पच की आवाज गूंज रही थी.

कुछ ही देर में मेरा लौड़ा मॉम की चूत में आसानी से अन्दर बाहर होने लगा.

वे बोलीं- हरामी साले … चूत चोदने क्या दे दी … बहन के लौड़े ने तो धकापेल मचा दी … थोड़ी आराम से चोद ले साले मादरचोद … मैं कोई बाजारू रंडी नहीं हूं … तेरी मॉम हूं!
मैंने कहा- रोज तो डैडी से चुदवाती थी, तब तो इतना नहीं चिल्लाती थी … मेरे लंड में क्या कांटे लगे हैं साली रंडी.

मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी और सटासट सटासट लंड अन्दर बाहर करने लगा.

अब मॉम भी अपनी कमर उठा उठा कर चुदाई में भरपूर साथ देने लगी थीं.

मैंने मॉम को इशारा किया- चल अब कुतिया बन जा.
वे झट से कुतिया बन गईं और मुझे अपने ऊपर चढ़वा कर लंड को चूत में ले लिया.

चूत में लंड सैट होते ही मैंने झटका मारा और मॉम की ‘ऊईई ऊईई …’ की आवाज के साथ लंड अन्दर घुसता चला गया.

मैं अपनी कुतिया बनी मॉम की सवारी करने लगा और उसे सड़क छाप कुतिया के जैसे चोदने लगा.
वे भी अपनी रफ़्तार से गांड आगे पीछे करके पूरी मस्ती में आकर साथ देने लगी थीं.

हमारी ताबड़तोड़ चुदाई के बीच में मॉम की चूत ने रस की धारा छोड़ दी.
अब लंड और आसानी से अन्दर बाहर आने जाने लगा.

मेरी जांघें मॉम के चूतड़ों से टकरा कर ‘थप थप …’ का मधुर संगीत बिखेरने लगीं.
चूत में से फच्च फच्च की आवाज आने लगी.

मैंने लंड चूत से निकाला और मॉम को चुसाने लगा.
मॉम एक पोर्नस्टार की तरह मजे से लंड को चूस रही थीं.

फिर मैंने मॉम को लिटाकर उनकी गांड के नीचे एक तकिया लगाया और लंड चूत में घुसा कर उन्हें दबादब चोदने लगा.

मॉम चिल्लाने लगीं- आंह चोद मुझे … और फास्ट चोद बेटे … आह और तेज पेल!
मैं भी अपनी पूरी रफ्तार से मॉम को चोदने लगा.

मॉम की बड़ी बड़ी चूचियों को हिलता देख कर मैं एक दूध को चूसने लगा और काटने लगा.
वे उत्तेजना से कमर को ऊपर उठा दे रही थीं और मेरे लौड़े की मार खाकर फिर से नीचे हो जातीं.

मैं भ ऐसे ही मस्ती से हॉट स्टेप मॅाम फक का मजा लेता रहा.

अब मेरा लंड सीधा बच्चेदानी में टकराने लगा और मॉम की सिसकारियां मधुर संगीत बन कर निकलने लगीं.

करीब 30 मिनट की चुदायी के बाद मेरा रस निकलने वाला हुआ, तो मॉम ने कहा- बेटे अपना रस मेरी चूत के अन्दर ही डाल दे!
मैं बिंदास धक्के मारने लगा.

कोई 15 20 झटकों के बाद मैं उनकी चूत में ही निकल गया और उन्हीं के ऊपर लेट गया.

30 मिनट बाद हम दोनों फिर से गर्म हो गए और चुदायी करने लगे.

हम दोनों ने सुबह 4 बजे तक चुदायी की और थक कर सो गए.

उसके बाद तो जब भी मौका मिलता, मैं मॉम को चोद देता हूँ.
अब मुझे लवड़ा हिलाने की कोई जरूरत नहीं थी क्योंकि घर में ही चूत चोदने को मिल रही थी.

मैं आपको अगली कहानी में बताऊंगा कि कैसे मैंने मॉम की गांड की सील तोड़ी और मॉम ने बहन की चूत चाटने का मजा दिलाया.

यह मेरी पहली सेक्स कहानी थी, इसलिए यदि कोई गलती हो गई हो तो माफ कर देना दोस्तो.
मेरी हॉट स्टेप मॅाम फक स्टोरी पर मुझे मैसेज जरूर करें.
आपका मनु
@itsmanu172@gmail.com
 

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