हॉट पंजाबी Xxx कहानी में मैं ननिहाल गया तो मामी के साथ सोया. सोते हुए मेरा हाथ उनके पेट पर चला गया. मुझे मजा आया. तो मैं मम्मी के मम्मे दबाने लगा.
नमस्कार दोस्तो!
मेरा नाम सिमरन सिद्धू है।
कैसे हैं आप लोग!
उम्मीद करता हूं कि आप सब अच्छे होंगे.
मेरी उम्र 19 साल है।
मेरी लंबाई 5’11” है।
मेरी बॉडी भी अच्छी है और लंड का आकार 7 इंच है।
यह हॉट पंजाबी Xxx कहानी मेरी मामी और मेरी है. जानिए कि कैसे मैंने पंजाबी मामी के साथ सेक्स किया।
मेरी मामी का नाम रेनू है।
उनकी उम्र 32 वर्ष है।
मेरी मामी का रंग सांवला है लेकिन शरीर एकदम मस्त है।
उनके बड़े–बड़े मम्में, मटकती हुई गांड क्या ही बताऊं, हर कोई फैन था उनका!
गांव का हर व्यक्ति उनको चोदने के लिए तरसता रहता था।
हालांकि मैंने कभी उनके बारे में गलत नहीं सोचा था लेकिन आपको पता ही है ना कि चढ़ती जवानी क्या कुछ नहीं करवा देती।
बात है पिछले साल की गर्मियों की छुट्टियां की।
जब मैं अपने ननिहाल गया था।
मेरे मामा जी ट्रक चलाते हैं और वे 3-4 दिन के बाद ही घर आते हैं।
नाना–नानी, मामी और उनकी एक 3 साल की बच्ची ही घर पर होते है।
मैं सब का लाडला था वहां पर लेकिन मामी से मैं ज्यादा खुला हुआ नहीं था, शायद शर्माता था।
हम सब ने साथ में डिनर किया और सोने चले गए।
गर्मियों के दिन थे तो नाना–नानी बाहर आंगन में सो गए और कमरे में मैं, मामी और मामी की बच्ची थी।
हमने कूलर लगाया हुआ था।
मैं कूलर के सामने सो रहा था और मेरे बगल में मामी फिर उनकी बेटी।
कुछ घंटों बाद ना जाने मेरा हाथ मामी के पेट पर चला गया।
हालांकि मेरा ऐसा कोई मकसद नहीं था और न ही मेरा चोदने का मन था लेकिन थोड़े वक्त के बाद मेरी नींद उड़ गई और मैंने अपना हाथ पेट के ऊपर फेरना शुरू कर दिया।
मुझे उस वक्त बहुत मजा आने लगा.
तभी मैंने उनकी कमीज थोड़ा सा ऊपर कर दिया और फिर से पेट सहलाना शुरू कर दिया।
मेरी गांड फट रही थी लेकिन वे बहुत गहरी नींद में सो रही थी और तभी मेरे मन का शैतान जाग गया।
फिर मैंने अपना हाथ उनके मम्मों के ऊपर रख दिया लेकिन सूट के ऊपर से ही।
कुछ देर ऊपर से ही दबाने के बाद कमीज के अंदर हाथ डाल कर मम्मों को दबाने लगा।
मैंने पहली बार किसी के मम्में दबाए थे और क्या ही सुख मिल रहा था … क्या बताऊं।
इतना होने के बाद भी वे बिल्कुल भी नहीं हिली और मेरी हिम्मत बढ़ गई।
फिर मैंने मामी की सलवार के अंदर हाथ डालने की कोशिश की लेकिन सिर्फ बालों तक ही जा पाया।
तब तक मेरा हाथ दुखने लगा था तो मैंने हाथ बाहर निकाल लिया.
और तभी मामी ने करवट ले ली।
मैंने अपने लंड को निकाला और मामी की गांड की तरफ कर के मुठ मारने लगा.
लेकिन तभी लाइट चली गई.
मैं डर गया कि मामी कहीं जाग जायेंगी तो दिक्कत हो जाएगी.
इसलिए फ़िर मैं सो गया।
मैं अगली रात का इंतजार करने लगा और अंततः रात आ गई।
मैंने फिर से अपनी मामी के सोते ही उनकी चूचियों को दबाना शुरु कर दिया।
मैं उनकी चूचियों को कमीज के ऊपर से ही जोर–जोर से दबाए जा रहा था।
फिर मैं उनके शर्ट के अंदर हाथ डाल कर दबाने लगा।
मैंने सोचा कि जो होगा देखा जायेगा क्योंकि मेरे सर पर सेक्स चढ़ा हुआ था।
तभी उनकी आँख खुल गई और वे मुझे रोकने लग गई.
लेकिन मैं नहीं रुका।
तब मामी ने मुझे करने दिया और मैं करता रहा।
फिर मैंने उनकी गांड दबानी शुरू कर दी … और क्या मजा आया!
मैं सलवार के अंदर चूत को ढूंढने लग गया और शेव्ड चूत को हाथ लगाकर मजा ही आ गया।
हालांकि वे अब मुझे फिर से रोक रही थी लेकिन मैं नहीं रुका।
मैंने उंगली करनी शुरू कर दिया और मेरा लौड़ा बिल्कुल तंबू बनकर खड़ा था।
अपने लौड़े को मैंने दूसरे हाथ से आजाद कर दिया और मामी का हाथ पकड़ के लौड़े पर रख दिया।
वे उससे खेलने लग गई.
उनके हाथ लगाते ही मेरा लौड़ा और खड़ा हो गया तभी वे उसे हिलाने लग गई।
थोड़ी देर में मेरा निकल गया और मैं थक गया।
लेकिन अभी उनको चोदा नहीं था परंतु मैं थक गया तो सो गया था।
फिर क्या, गर्मी की छुट्टियां खत्म हो गई और मैं अपने घर वापिस आ गया।
अगले महीने मेरे माँ–पापा को कहीं जरूरी दो दिन के लिए जाना था।
उन्होंने मेरी मामी को घर पर बुला लिया क्योंकि मैं घर पर अकेला था।
रात को मैं और मामी बिल्कुल अकेले थे।
जैसे ही रात हुई हम कमरे में सोने आ गए।
मैंने ऐसी ऑन किया।
मामी पलंग के एक तरफ थी बीच में उनकी बच्ची और दूसरी तरफ मैं था।
कुछ समय गुजरा और मैंने तभी अपना हाथ आगे बढ़ाया और उनके पेट पर रख दिया।
उन्होंने कुछ भी नहीं किया।
फिर मैंने अपने पैरों से उनके पैर को जकड़ लिया।
मैंने अपना हाथ उनके छाती पर ला दिया और उनके मम्में दबाने लगा।
कुछ देर में मामी भी मेरा साथ देने लगी।
मैंने पहली बार उस समय लिप किस किया, मजा आ गया।
फिर मैंने उनका कमीज और सलवार उतार दी।
उन्होंने अंदर कुछ नहीं पहना था।
मैं मामी के मम्मे चूसने और दबाने लगा।
मैं उनकी चूचियां का सारा दूध पी गया और मामी सिसकारियां लेती रही।
बीच बीच में मैं मम्मों पर कभी–कभी दांत मार देता था।
फिर उनको मैंने, मुझे नंगा करने को कहा और उन्होंने ऐसा ही किया।
मेरा 7 इंच का लौड़ा उनके चेहरे के सामने आ गया।
मेरे बिना कुछ कहे मेरा लौड़ा उन्होंने अपने मुंह में ले लिया और चूसने लग गई।
यह मेरा पहला अनुभव था और काफ़ी मजेदार था।
15 मिनट तक वे चूसती रही।
फिर मैंने उसकी चूत को छुआ और लंड सेट किया और एक झटका मारा।
लेकिन चूत कसी थी।
बड़ी मुश्किल से अंदर जा रहा था तो उन्होंने अपने हाथ से सेट करवाया।
तभी मैंने एक शॉट मारा और मेरा आधे से ज्यादा लौड़ा मामी की चूत के अंदर चला गया और मामी की आह निकल गई।
मैंने दूसरे शॉट में पूरा ही अंदर कर दिया और शॉट लगाता रहा।
मामी की ‘आह … आह’ और पच–पच की आवाजों से कमरा गूंज रहा था।
फिर मैंने उनको घोड़ी बनाया और फिर से चोदने लगा।
मैंने पूरा आधा घंटा तक उनकी चूत मारी।
फिर मेरी नज़र पड़ी उनकी गांड के छेद पर और मैं अपना लौड़ा गांड पर सेट करने लगा।
तो वे रोकने लगी.
लेकिन मैंने एक न सुनते हुए एक झटके में अंदर डाल दिया.
वे तो जैसे बेहोश हो गई एकदम सुन्न हो गई।
लेकिन मैं चलता रहा कुछ समय बाद वे मेरा साथ देने लगी और मेरा वीर्य उसकी गांड में ही निकल गया।
मैं थक कर उनके ऊपर ही सो गया।
कुछ समय बाद हम उठ कर वाशरूम चले गए और फव्वारे के नीचे नहाने लगे।
वे क्या सेक्सी लग रही थी।
तभी मैं नहाने–नहाते उनकी चूचियों को चूसने लगा।
फिर मैं नीचे बैठ कर चूत को साफ़ करके उस पर जीभ फेरने लगा और क्या ही मजा आया मुझे!
मामी मेरा सिर पकड़ के अंदर दबाने लगी।
फिर हम कमरे में आ गए और फिर से अपना काम शुरू कर दिया।
उस रात हमने 3 बार सेक्स किया।
तो दोस्तो, कैसी लगी हॉट पंजाबी Xxx कहानी?
अपने विचार जरूर बताना.
यह मेरी पहली कहानी थी अगर कोई लिखने में गलती हो गई हो तो माफ करें!
sidhux6600@gmail.com
नमस्कार दोस्तो!
मेरा नाम सिमरन सिद्धू है।
कैसे हैं आप लोग!
उम्मीद करता हूं कि आप सब अच्छे होंगे.
मेरी उम्र 19 साल है।
मेरी लंबाई 5’11” है।
मेरी बॉडी भी अच्छी है और लंड का आकार 7 इंच है।
यह हॉट पंजाबी Xxx कहानी मेरी मामी और मेरी है. जानिए कि कैसे मैंने पंजाबी मामी के साथ सेक्स किया।
मेरी मामी का नाम रेनू है।
उनकी उम्र 32 वर्ष है।
मेरी मामी का रंग सांवला है लेकिन शरीर एकदम मस्त है।
उनके बड़े–बड़े मम्में, मटकती हुई गांड क्या ही बताऊं, हर कोई फैन था उनका!
गांव का हर व्यक्ति उनको चोदने के लिए तरसता रहता था।
हालांकि मैंने कभी उनके बारे में गलत नहीं सोचा था लेकिन आपको पता ही है ना कि चढ़ती जवानी क्या कुछ नहीं करवा देती।
बात है पिछले साल की गर्मियों की छुट्टियां की।
जब मैं अपने ननिहाल गया था।
मेरे मामा जी ट्रक चलाते हैं और वे 3-4 दिन के बाद ही घर आते हैं।
नाना–नानी, मामी और उनकी एक 3 साल की बच्ची ही घर पर होते है।
मैं सब का लाडला था वहां पर लेकिन मामी से मैं ज्यादा खुला हुआ नहीं था, शायद शर्माता था।
हम सब ने साथ में डिनर किया और सोने चले गए।
गर्मियों के दिन थे तो नाना–नानी बाहर आंगन में सो गए और कमरे में मैं, मामी और मामी की बच्ची थी।
हमने कूलर लगाया हुआ था।
मैं कूलर के सामने सो रहा था और मेरे बगल में मामी फिर उनकी बेटी।
कुछ घंटों बाद ना जाने मेरा हाथ मामी के पेट पर चला गया।
हालांकि मेरा ऐसा कोई मकसद नहीं था और न ही मेरा चोदने का मन था लेकिन थोड़े वक्त के बाद मेरी नींद उड़ गई और मैंने अपना हाथ पेट के ऊपर फेरना शुरू कर दिया।
मुझे उस वक्त बहुत मजा आने लगा.
तभी मैंने उनकी कमीज थोड़ा सा ऊपर कर दिया और फिर से पेट सहलाना शुरू कर दिया।
मेरी गांड फट रही थी लेकिन वे बहुत गहरी नींद में सो रही थी और तभी मेरे मन का शैतान जाग गया।
फिर मैंने अपना हाथ उनके मम्मों के ऊपर रख दिया लेकिन सूट के ऊपर से ही।
कुछ देर ऊपर से ही दबाने के बाद कमीज के अंदर हाथ डाल कर मम्मों को दबाने लगा।
मैंने पहली बार किसी के मम्में दबाए थे और क्या ही सुख मिल रहा था … क्या बताऊं।
इतना होने के बाद भी वे बिल्कुल भी नहीं हिली और मेरी हिम्मत बढ़ गई।
फिर मैंने मामी की सलवार के अंदर हाथ डालने की कोशिश की लेकिन सिर्फ बालों तक ही जा पाया।
तब तक मेरा हाथ दुखने लगा था तो मैंने हाथ बाहर निकाल लिया.
और तभी मामी ने करवट ले ली।
मैंने अपने लंड को निकाला और मामी की गांड की तरफ कर के मुठ मारने लगा.
लेकिन तभी लाइट चली गई.
मैं डर गया कि मामी कहीं जाग जायेंगी तो दिक्कत हो जाएगी.
इसलिए फ़िर मैं सो गया।
मैं अगली रात का इंतजार करने लगा और अंततः रात आ गई।
मैंने फिर से अपनी मामी के सोते ही उनकी चूचियों को दबाना शुरु कर दिया।
मैं उनकी चूचियों को कमीज के ऊपर से ही जोर–जोर से दबाए जा रहा था।
फिर मैं उनके शर्ट के अंदर हाथ डाल कर दबाने लगा।
मैंने सोचा कि जो होगा देखा जायेगा क्योंकि मेरे सर पर सेक्स चढ़ा हुआ था।
तभी उनकी आँख खुल गई और वे मुझे रोकने लग गई.
लेकिन मैं नहीं रुका।
तब मामी ने मुझे करने दिया और मैं करता रहा।
फिर मैंने उनकी गांड दबानी शुरू कर दी … और क्या मजा आया!
मैं सलवार के अंदर चूत को ढूंढने लग गया और शेव्ड चूत को हाथ लगाकर मजा ही आ गया।
हालांकि वे अब मुझे फिर से रोक रही थी लेकिन मैं नहीं रुका।
मैंने उंगली करनी शुरू कर दिया और मेरा लौड़ा बिल्कुल तंबू बनकर खड़ा था।
अपने लौड़े को मैंने दूसरे हाथ से आजाद कर दिया और मामी का हाथ पकड़ के लौड़े पर रख दिया।
वे उससे खेलने लग गई.
उनके हाथ लगाते ही मेरा लौड़ा और खड़ा हो गया तभी वे उसे हिलाने लग गई।
थोड़ी देर में मेरा निकल गया और मैं थक गया।
लेकिन अभी उनको चोदा नहीं था परंतु मैं थक गया तो सो गया था।
फिर क्या, गर्मी की छुट्टियां खत्म हो गई और मैं अपने घर वापिस आ गया।
अगले महीने मेरे माँ–पापा को कहीं जरूरी दो दिन के लिए जाना था।
उन्होंने मेरी मामी को घर पर बुला लिया क्योंकि मैं घर पर अकेला था।
रात को मैं और मामी बिल्कुल अकेले थे।
जैसे ही रात हुई हम कमरे में सोने आ गए।
मैंने ऐसी ऑन किया।
मामी पलंग के एक तरफ थी बीच में उनकी बच्ची और दूसरी तरफ मैं था।
कुछ समय गुजरा और मैंने तभी अपना हाथ आगे बढ़ाया और उनके पेट पर रख दिया।
उन्होंने कुछ भी नहीं किया।
फिर मैंने अपने पैरों से उनके पैर को जकड़ लिया।
मैंने अपना हाथ उनके छाती पर ला दिया और उनके मम्में दबाने लगा।
कुछ देर में मामी भी मेरा साथ देने लगी।
मैंने पहली बार उस समय लिप किस किया, मजा आ गया।
फिर मैंने उनका कमीज और सलवार उतार दी।
उन्होंने अंदर कुछ नहीं पहना था।
मैं मामी के मम्मे चूसने और दबाने लगा।
मैं उनकी चूचियां का सारा दूध पी गया और मामी सिसकारियां लेती रही।
बीच बीच में मैं मम्मों पर कभी–कभी दांत मार देता था।
फिर उनको मैंने, मुझे नंगा करने को कहा और उन्होंने ऐसा ही किया।
मेरा 7 इंच का लौड़ा उनके चेहरे के सामने आ गया।
मेरे बिना कुछ कहे मेरा लौड़ा उन्होंने अपने मुंह में ले लिया और चूसने लग गई।
यह मेरा पहला अनुभव था और काफ़ी मजेदार था।
15 मिनट तक वे चूसती रही।
फिर मैंने उसकी चूत को छुआ और लंड सेट किया और एक झटका मारा।
लेकिन चूत कसी थी।
बड़ी मुश्किल से अंदर जा रहा था तो उन्होंने अपने हाथ से सेट करवाया।
तभी मैंने एक शॉट मारा और मेरा आधे से ज्यादा लौड़ा मामी की चूत के अंदर चला गया और मामी की आह निकल गई।
मैंने दूसरे शॉट में पूरा ही अंदर कर दिया और शॉट लगाता रहा।
मामी की ‘आह … आह’ और पच–पच की आवाजों से कमरा गूंज रहा था।
फिर मैंने उनको घोड़ी बनाया और फिर से चोदने लगा।
मैंने पूरा आधा घंटा तक उनकी चूत मारी।
फिर मेरी नज़र पड़ी उनकी गांड के छेद पर और मैं अपना लौड़ा गांड पर सेट करने लगा।
तो वे रोकने लगी.
लेकिन मैंने एक न सुनते हुए एक झटके में अंदर डाल दिया.
वे तो जैसे बेहोश हो गई एकदम सुन्न हो गई।
लेकिन मैं चलता रहा कुछ समय बाद वे मेरा साथ देने लगी और मेरा वीर्य उसकी गांड में ही निकल गया।
मैं थक कर उनके ऊपर ही सो गया।
कुछ समय बाद हम उठ कर वाशरूम चले गए और फव्वारे के नीचे नहाने लगे।
वे क्या सेक्सी लग रही थी।
तभी मैं नहाने–नहाते उनकी चूचियों को चूसने लगा।
फिर मैं नीचे बैठ कर चूत को साफ़ करके उस पर जीभ फेरने लगा और क्या ही मजा आया मुझे!
मामी मेरा सिर पकड़ के अंदर दबाने लगी।
फिर हम कमरे में आ गए और फिर से अपना काम शुरू कर दिया।
उस रात हमने 3 बार सेक्स किया।
तो दोस्तो, कैसी लगी हॉट पंजाबी Xxx कहानी?
अपने विचार जरूर बताना.
यह मेरी पहली कहानी थी अगर कोई लिखने में गलती हो गई हो तो माफ करें!
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